अगले दिन सुबह नजमा की आंख खुली तो अपने आपको अपने बाप की बांहों में उसके बेड पर पाया तो उसकी आंखो के आगे रात हुई घटनाएं घूम गई और नजमा के होंठो पर मुस्कान तैर उठी और जैसे ही उठने लगी तो उसे अपनी जांघो पर कुछ सख्त रगड़ता हुआ सा महसूस हुआ तो नजमा ने देखा कि उसके बाप का लंड बिलकुल नंगा था। नजमा अपने बाप के पहली बार लंड को इतने पास से देखा और उसका पूरा बदन कांप उठा। लंड काफी ज्यादा लंबा था और मोटाई तो कहीं ज्यादा थी लगभग 3 इंच तो कम से कम थी और आगे मोटा सा सुपाड़ा बेहद खतरनाक लग रहा था और नजमा की हालत खराब हो गई। उसने फिर से लंड के सुपाड़े से लेकर जड़ तक एक नजर डाली और उसका गला सूख गया तो नजमा ने बड़ी मुश्किल से अपना थूक गटका और कमरे से बाहर निकल गई।
नजमा की सांसे बुरी तरह से उखड़ी हुई थी और चूत मानो डर के मारे सिकुड़ सी गई थी और नजमा कांपती हुई बाथरूम मे नहाने के लिए घुस गई।
नजमा ने अपने कपड़े उतार दिए और अपनी ड्रेस पर उसे कुछ चिपचिपा सा महसूस हुआ तो नजमा को याद आया कि उसके बाप ने इसी जगह बिलकुल चूत के उपर अपना वीर्य गिराया था तो नजमा अपनी उंगली को नाक के पास ले गई और सूंघने लगी तो उसे बेहद मादक गंध का एहसास हुआ और नजमा ने अपनी ड्रेस को अपने नाक से चिपका दिया और सूंघने लगी और उसकी आंखे मस्ती से बंद हो गई। सिकुड़ी हुई चूत के मदभरे होंठ फिर से फैलने लगे और नजमा की सांसे एक बार फिर से तेज हो गई। कॉलेज के लिए लेट हो रही नजमा ने जैसे तैसे खुद पर काबू किया और जल्दी से नहाने लगी और फिर अपने जिस्म पर एक काले रंग की बड़ी सी टॉवल जैसी चादर लपेट कर बाहर निकल गई और सामने से उसे नाजिम आता दिखा जो शायद नहाने के लिए आ रहा था और नजमा ने उसे स्माइल दी और बोली:”
” आप जल्दी से नहाकर आइए नही तो आप लेट हो जाओगे।
इतना कहकर नजमा ने अपने होंठो पर आई पानी की एक बूंद को जीभ से चाट लिया और जैसे ही नाजिम के पास से निकली तो उससे जान बूझकर टकरा गई और खुद ही अपनी चादर की गांठ को खोल दिया और नजमा की मोटी गांड़ एक बार फिर से नाजिम की आंखों के आगे बेपर्दा हो गई और नाजिम उसकी बड़ी कसी हुई मांसल गांड़ को देखकर पागल सा हो गया। तभी नजमा अपनी चादर ठीक करने के लिए हल्की सी पलटी और उसकी एक चूची भी साइड से निकलकर नाजिम की आंखों के सामने आ गई।
नाजिम बिना पलके झपकाए उसे देखता रहा और नजमा ने अपना टॉवल ठीक किया और तेज तेज सांसे लेती हुई बोली
” गीला टॉवल फिसल गया।
गांड़ ढक गई तो नाजिम उसकी चुचियों को देखते हुए नजमा की आंखो में देखा और बोला:”
” अब इतनी तेज सांस लोगी तो टॉवल का क्या कसूर बेचारे का।
नजमा उसकी तरफ आंखे नचाती हुई बोली:”
” सुबह सुबह शुरू हो गए आप, जाइए नहाकर आइए।
नाजिम कुछ नही बोल पाया और नहाने के लिए चला गया। कितनी चालाक हैं ये लड़की, सुबह सुबह खुद ही मुझे छेड़ रही है, उकसा रही है और खुद ही मुझे डांट भी रही है, चलो कोई बात नहीं।
ऐसा सोचकर नाजिम नहाकर आ गया और नजमा के साथ नाश्ता करने लगा और बोला
” नजमा और बता तेरी पढ़ाई कैसी चल रही है।
नजमा:” ठीक ही है पढ़ाई तो। आज तो वैसे एक पार्टी भी होगी कॉलेज में।
नाजिम:” अच्छा फिर तो ठीक हैं, फिर तुम क्या पहन कर जाओगी आज ?
नजमा:” कुछ समझ नही आ रहा है मुझे तो। आप ही बता दो ना क्या पहन कर जाऊ?
नाजिम” तुम एक काम करो वो पीली वाली ड्रेस ले लो जो मैं कल लेकर आया था।
नजमा:” लेकिन वो तो ज्यादा ही छोटी है, क्या मुझे ठीक से आ पाएगी ?
नाजिम:” अरे आजकल तो लड़कियां ऐसे ही कपड़े पहन रही है। छोटी की तुम फिक्र मत करो मैं पहना दूंगा तुम्हे अगर दिक्कत हुई तो पहनने में तुम्हे।
नाजिम ने जान बूझकर ऐसा कहा और नजमा जानती थी कि वो ड्रेस बहुत ज्यादा छोटी हैं लेकिन अंदर ही अंदर खुश थी क्योंकि वो भी ऐसा ही कुछ सोच रही थी बस अपने बाप के मुंह से सुनना चाहती थी।
नजमा नाश्ता करके अपने कमरे मे चली गई और तैयार होने लगी। उसने पीली ड्रेस निकाली और ये एक डिजाइन का सूट था जो आगे से बेहद कसा हुआ और पीछे से तो और भी ज्यादा टाइट था। नजमा उसे पहनने की कोशिश कर रही थी लेकिन पहन नही पा रही थी तो उसे मस्ती सूझी और ड्रेस के दोनो सिरे अपने कंधो में फंसा कर बेड पर बैठ गई और पीछे से नीचे कुछ नही पहना और अपनी नंगी गांड़ को अपने पैर के पंजों पर टिका दिया और नाजिम को आवाज लगाई:”
” अंदर आकर मेरी मदद कीजिए आप, बाहर तो बड़ा बोल रहे थे कि मैं पहना दूंगा।
नाजिम को कब से उसके बुलावे के लिए तड़प रहा था और नजमा की आवाज सुनकर खुशी से झूम उठा और अंदर आ गया और जैसे ही नजमा पर उसकी नजर पड़ी तो उसका लंड उछल पड़ा।
नजमा की चौड़ी फैली हुई गांड़ देखकर नाजिम उसके पास आया और बोला:”
” तुम ऐसे ही बैठी रहो, मै पहना देता हूं तुम्हे।
नजमा ने दोनो हाथो से ड्रेस की तनी को पकड़ लिया और अपनी गांड़ के दोनो हिस्सो पर एक एक को टिका दिया और बोली:”
” लीजिए यहां इसको बांध दीजिए पहले आप।
नाजिम के हाथ आगे बढ़े और उसकी तनी को पकड़ लिया और उसकी गांड़ पर आ गए तो नजमा मचल उठी। नाजिम ने तनी को अच्छे से उसकी कमर से लेकर गांड़ तक कस दिया और फिर गांड़ पर ठीक करने लगा और उसकी गांड़ को हल्का हल्का सहला भी रहा था और तभी बेकाबू होकर बांधने के बहाने जोर से मसल दिया तो नजमा सिसक उठी
” आउच पापा, क्या करते हो तुम? इतनी जोर से कौन बांधता है भला!
नाजिम उसकी सिसकी सुनकर समझ गया कि नजमा मचल रही है और बस दिखावे के लिए बोल रही है तो नाजिम उसकी गांड़ को फिर से सहलाते हुए बोला:”
” नजमा जोर से ही बांधना पड़ेगा क्योंकि ये ड्रेस छोटी है और तुम्हारा पिछवाड़ा बहुत ज्यादा बड़ा है।
नजमा उसकी बात सुनकर तड़प सी उठी और दोनो हाथो में अपना मुंह छिपाकर बोली:”
” हाय अल्लाह कैसी बात कर रहे हैं आप अपनी सगी बेटी से।
नाजिम ने जोर से उसकी तनी को गांड़ पर कसा और बोला:”
” इसमें क्या शर्म की बात नजमा, अब तुम्हारा पिछवाड़ा बड़ा है तो हैं ये तो अच्छी बात है।
इतना कहकर नाजिम ने ड्रेस को उसकी गांड़ पर ठीक करने लगा और नजमा उसे छेड़ते हुए बोली:”
” क्या सच में बड़ा होने से अच्छा होता हैं क्या ?
नाजिम समझ गया कि उसकी बेटी जान बूझकर उसे परेशान कर रही है तो नाजिम ने उसकी गांड़ को अच्छे से दोनो हथेलियों मे भर लिया और बोला:”
” क्या बड़ा होता है नजमा? बताओ तो जरा एक बार!!
नजमा ने उसकी तरफ पलट कर देखा और बोली:
” मेरा सिर और क्या ?
इतना कहकर नजमा ने अपनी गांड़ का पूरा भार नाजिम के हाथो में दिया तो नाजिम ने उसकी गांड़ को इस बार जोर से मसल दिया और बोला:”
” सिर नही तेरा पिछवाड़ा नजमा, ये गोल गोल मोटा, कसा हुआ, भरा हुआ पिछवाड़ा। नजमा का सुंदर पिछवाड़ा।
नजमा जोर से अपनी गांड़ दबाए जाने से तड़प सी उठी और बोली:”
” हाय अल्लाह, कुछ तो शर्म करो मेरे बेशर्म बाप।
नाजिम ने आगे बढ़कर अपने सिर को उसके कंधे पर टिका दिया तो नजमा मचल सी उठी और नाजिम उसके कान में बोला
” क्या ऐसा बोल दिया नजमा! तुझे अच्छा नही लगा क्या?
नजमा नाजिम की गर्म गर्म सांसे अपनी गर्दन पर महसूस करके पिघलने लगी और बोली:”
” कुछ नही बस, जल्दी बांध दीजिए ना, मुझे लेट हो रहा है कॉलेज के लिए।
नाजिम ने ज्यादा देर करना उचित नहीं समझा और एक बार फिर से उसकी गांड़ को मसल दिया और उसकी उंगलियां गांड़ के छेद की तरफ बढ़ चली और उसके कान के पास अपनी जीभ से छूते ही बोला:”
” कहां बांध दू नजमा बोल ना एक बार?
नजमा उसकी गांड़ के छेद की तरफ बढ़ती गई उंगलियों को महसूस कर पिघल सी गई और समझ नई कि नाजिम ऐसे नही मानेगा तो वो अपना एक हाथ पीछे अपनी गांड़ पर लाई और नजमा के हाथ को पकड़कर ड्रेस को उसके हाथ में दिया और धीरे से उसके कान में बोली:”
” पिछवाड़े पर पापा, नजमा के बड़े चौड़े पिछवाड़े पर।
नजमा के मुंह से पिछवाड़ा सुनकर नाजिम का लंड बगावत पर उतारू हो गया और उसने ड्रेस को उसकी कमर से लेकर गांड़ तक अच्छे से बांध दिया और नजमा एक झटके के साथ खड़ी हुई और अपनी आधी नंगी गांड़ मटकाती हुई अलमारी की तरफ बढ़ी और ड्रेस से बुर्का निकाल कर पहन लिया और बोली:”
” अच्छा मैं अब चलती हु। शाम को मिलते हैं पापा।
इतना कहकर उसने एक नज़र नाजिम के लंड पर डाली और हंसती हुई बाहर निकल गई।
नजमा शाम को घर जल्दी आ गई और दोनो बाप बेटी ने साथ में खाना खाया और नाजिम बोला:”
” नजमा कैसा रहा आज का दिन ? पार्टी में क्या हुआ ?
नजमा:” सब अच्छा ही था। काफी सारी मस्ती करी आज पूरे दिन बस।
नाजिम:” ये तो अच्छी बात हैं, तुम हंसती मुस्कुराती हुई अच्छी लगती है मुझे।
नजमा उसकी आंखो में देखते हुए हंस कर बोली:”
” ये अच्छा तरीका हैं आपका मक्खन लगाने का पापा ?
नाजिम:” अरे नही मैं सच बोल रहा हू, पिछले कुछ महीने तुम चुप रहती थी तो पूरा घर खाली लगता था लेकिन ऐसा लगता हैं मानो घर का हर कोना महक रहा है तेरी हंसी से नजमा।
नजमा एक पल के लिए अपने अतीत में गई लेकिन अगले ही पल अपने होंठो पर स्माइल लाते हुए बोली:”
” आप भी तो खुश रहने लगे हैं तो मुझे भी अच्छा लगता हैं पापा। आप देखना अब मैं घर को पूरा खुशियों से भर दूंगी बस आपका साथ चाहिए।
नाजिम ने उसका हाथ पकड़ लिया और बोला:”
” नजमा मैं तेरी कसम खाता हूं कि पूरा घर तेरी खुशियों से भर दूंगा।
नजमा अपने बाप के गले लग गई और बोली:”
” चलो आप आराम करो तब तक मैं बर्तन धो लेती हु।
इतना कहकर नजमा बर्तन उठाकर चली गई और नाजिम अपने कमरे में आ गया। नाजिम ने जान बूझकर फिर से आज सिर्फ लूंगी पहन ली और नजमा का इंतजार करने लगा। थोड़ी देर के बाद नजमा कमरे में आई तो उसे देखकर नाजिम को अपनी आंखो पर मानो यकीन नही हुआ क्योंकि नजमा ने एक बेहद पारदर्शी ड्रेस पहनी हुई थी और वो लगभग पूरी नंगी ही नजर आ रही थी।
सबसे बड़ी बात आज उसके हाथ में तेल की कटोरी नही थी।
नाजिम उसे देखकर पूरी तरह से मदहोश हो गया था और बोला:”
” नजमा इस ड्रेस में तुम बेहद खूबसूरत लग रही हो। ये कब ली तुमने ?
नजमा मचलती महकती उसके पास आई और बोली:”
” बस आज आते हुए मेघा के साथ मॉल गई थी तब पसंद आ गई मुझे। कैसी लगी आपको?
नाजिम उसकी चुचियों को ताकते हुए बोला:”
” सच कहूं नजमा बुरा तो नहीं मान जाओगी न तुम?
नजमा ने दोनो हाथ उपर उठाकर एक जोरदार अंगड़ाई ली और फिर अपनी गर्दन को पीछे की तरफ झुका कर अपने सीने को पूरा नाजिम की तरफ उभार दिया और बोली:”
” सच ही कहिए न पापा? अपने बाप की बात का बेटी बुरा नही मानती।
नजमा के गर्दन पीछे करने से उसकी चूचियां ड्रेस में बाहर की तरफ उधर आई जिससे चुचियों के निप्पल सख्त होकर तन गए।
नाजिम से अब बर्दाश्त नही हुआ और नजमा के पीछे खड़े होकर उसकी गर्दन में हाथ डालते हुए बोला:”
” नजमा तू बेहद सेक्सी लग रही है इस ड्रेस में।
नजमा उसकी मजबूत बांहों का एहसास पाकर मचल सी गई और बोली:”
” बेशर्म हो गए हो आप पापा अब पूरे। कैसे सुधार आपको ?
नाजिम ने नजमा का गाल चूम लिया और बोला:”
” मालिश करके सुधार दे मुझे। आज अच्छे से हर अंग की मालिश कर दे मेरे।
इतना कहकर नाजिम ने अपने लंड को उसकी कमर में धक्का देते हुए घुसा सा दिया मानो कह रहा हो कि आज लंड की मालिश कर दे। नजमा उसका मतलब साफ समझ गई थी और उसकी उसके हाथ पर अपना हाथ रखते हुए बोली:”
” रुकिए मैं तेल गर्म करके लाती हु आपके लिए।
नजमा जैसे ही जाना चाही तो नाजिम ने उसे ज्यादा जोर से कस लिया और बोला:”
” नजमा अब तेल की जरूरत नही, बस अच्छे से रगड़ रगड़ कर दे मालिश।
इतना कहकर उसने अपना एक हाथ नजमा की जांघ पर रख दिया तो नजमा तड़प उठी और बोली:”
” तेल के बिना भला कैसी मालिश, चिकनाई तो होनी चाहिए ना थोड़ी।
नाजिम नजमा को आज पूरी तरह से खोल देना चाहता था तो उसकी जांघ सहलाते हुए बोला अपनी गर्म सांसे उसकी गर्दन पर छोड़ते हुए बोला:”
” तेल की क्या जरूरत नजमा, तेरी उंगलियां इतनी चिकनी हैं कि सब आप फिसलती रहती है। सच में तू बेहद चिकनी हो गई है जवान होकर।
इतना कहकर नाजिम की उंगलियां उसकी जांघो के जोड़ की तरफ बढ़ गई और नजमा की सांसे तेज़ हो गई जिससे उसकी चूचियां एक लयबद्ध तरीके से उपर नीचे होने लगी और नजमा मदहोश होते हुए बोली:”
” हाय अल्लाह, अब आपको आपकी बेटी चिकनी भी लगने लगी हैं ! मुझे तो आपके इरादे खतरनाक नजर आते है और अब बचना पड़ेगा आपसे।
नाजिम ने अपने होंठ उसकी गर्दन पर हल्के से छुआ दिए और तो नजमा के मुंह से एक आह निकल पड़ी और नजमा थोड़ा सा आगे को झुक गई जिससे अब नाजिम का लंड उसकी गांड़ पर जा लगा और नजमा की हालत खराब होने लगी। नाजिम ने नजमा को हल्का सा घूमा दिया जिससे उसकी जांघें और खुल गई और नाजिम की उंगलियां उसकी जांघो के बीच घुस गई और नाजिम पूरी अब पूरी तरह से काम वासना से भर गया और उसके कान में बोला:”
” चिकनी तो इतनी ज्यादा है कि देख न कैसे मेरा हाथ फिसल कर तेरी जांघो में घुसा जा रहा है।
नजमा ने अपनी जांघो को कस लिया जिससे नाजिम की उंगलियां उसकी जांघो में फंस सी गई और नजमा बोली:”
” मत घुसाओ ना, मैं भाग जाऊंगी अगर परेशान करोगे तो मुझे।
नाजिम ने उसके कान की लौ को चूम लिया तो नजम तड़प उठी और उसकी चूत से रस बहना शुरू हो गया और नजमा की सांसे अब पूरी तरह से बेकाबू होने लगी क्योंकि वो जानती थी कि जल्दी ही उसकी चूत से बहता रस नाजिम की उंगलियों को भिगो देगा और नजमा की हालत उसे उसे पता चल जायेगी । ये सब सोच सोच कर नजमा और ज्यादा बेचैन हो गई जिससे उसकी चूचियो के निप्पल पूरी तरह से अकड़ कर तन गए और नाजिम उसकी चुचियों को खा जाने वाली नजरो से घूर रहा था और उसकी गांड़ में लंड रगड़ते हुए बोला:”
” भागकर जायेगी कहां नजमा? फिर तो फिर से पकड़ लूंगा मैं!!
नजमा की चूचियां उसकी बात सुनकर नजमा से ज्यादा मचल उठी और उसकी चूत के गीले होंठ फड़फड़ा से गए और नजमा अपने बाप की बांहों में मचलती हुई लगभग सिसक उठी
” आप फिर से पकड़ लोगे और घर में तो कोई मुझे बचाने वाला भी नहीं है। रुको अभी भागती हू मैं छुट कर देखो
इतना कहकर नजमा ने अपनी एक हाथ से अपनी ड्रेस का बटन धीरे से खोल दिया और नाजिम के पेट में गुदगुदी करी जिससे उसकी पकड़ कमजोर हुई और नजमा उसके हाथ से निकल गई लेकिन पूरी तरह से नंगी होकर और नजमा उसे चिड़ाते हुए बोली:”
” देखा छूट गई ना मैं आपसे ?
नाजिम ने एक भरपूर नजर उसकी चुचियों पर डाली और बोला:”
” अह्ह्ह्ह् नजमा तेरी ड्रेस फट गई और तू नंगी हो गई है।
नाजिम की बात सुनकर नजमा को अपनी हालत का एहसास हुआ और शर्म के मारे अपना चेहरा अपने दोनो हाथों में छुपा लिया और बोली”
” हाय अल्लाह मर गई मैं तो आज।
इतना कहकर नजमा पलटी और बाहर की तरफ भागी तो नाजिम ने उसे बाज की तरफ लपक लिया और बोला:”
” भागकर जायेगी कहां नजमा ? मालिश तो करनी पड़ेगी तुझे आज मेरी।
भागने से नाजिम की भी लूंगी खुल गई और वो भी नंगा हो गया। नाजिम ने उसका हाथ पकड़ा और नजमा को घुमाते हुए उसका हाथ अपनी छाती पर टिका दिया तो नजमा तड़प उठी और बोली:”
” हाय अल्लाह, छोड़ दो मुझे, कपड़े तो पहनने दो।
नाजिम ने उसका गाल चूम लिया और एक हाथ उसकी नंगी गांड़ पर रखते हुए बोला:”
” कपड़े तो मैने भी नहीं पहने नजमा, बहुत तड़पाया है तूने मुझे! आज तो मालिश कर मेरी पूरी नजमा।
इतना कहकर नाजिम ने एक हाथ उसकी जांघ के बीच में घुसा दिया तो चूत से बहते रस से नाजिम की उंगलियां भीग गई और नाजिम ने बेकाबू होकर उसका हाथ अपने लंड पर टिका दिया और बोला:”
” आह्ह्ह्ह्ह नजमा मेरी जवान बेटी, तेरा रस निकल रहा है, उफ्फ तू तो चिकनी होने के साथ साथ रसीली भी हो गई है।
लंड पर हाथ पड़ते ही नजमा का पूरा बदन उत्तेजना से कांप उठा और नजमा की उंगलियां लंड पर कसती चली गई और नजमा तड़पते हुए बोली:”
” आह्ह्ह्ह्ह पापा, मर जाऊंगी मैं, छोड़ दो मुझे।
नजमा सिर्फ बोल रही थी जबकि उंगलियां लंड पर पूरी तरह से कसी हुई थी। नाजिम उसकी हालत पूरी तरह से समझ गया और उसका हाथ लंड के सुपाड़े से लेकर जड़ तक ले गया और नजमा उसकी लंबाई और चौड़ाई मोटाई को महसूस करके नाजिम की बांहों में अकड़ सी गई और नाजिम उसकी चूत के आस पास अपनी उंगलियां घुमाते हुए बोला:”
” कैसा लगा तुम्हे नजमा?
नजमा अपने बाप की बात सुनकर बेकाबू सी हो गई और उसने फिर से एक बार लंड को सुपाड़े से लेकर जड़ तक छुआ और बेकाबू सी होकर बोली:”
” बहुत ज्यादा बड़ा और मोटा है आपका पापा।
नाजिम उसकी इस हरकत पर पूरी तरह से जोश में आ गया और हाथ की उंगलियों में उसकी नंगी चूत को भर लिया तो नजमा किसी जंगली घोड़ी की तरह बेकाबू होकर उससे छूटने लगी तो नाजिम उसकी चूत के होंठो को मसलते हुए बोला:”
” आह नजमा तेरे नीचे के होंठ तो उपर वालो से ज्यादा रसीले लग रहे हैं।
नजमा अब पूरी तरह से बेकाबू और उत्तेजित होकर उसके लंड को जोर से मसल दिया और नाजिम की बांहों में मचलती हुई सिसकी:”
” आह्ह्ह्ह् मर जाऊंगी मैं,
नाजिम ने अपने होंठ उसकी गर्दन पर टिका दिए और जीभ से सहलाते हुए बोला:”
” नज़मा सुन न, मेरी बेटी कल मेरी शादी की सालगिरह है, तेरी अम्मी तो हैं नही, क्या तू मेरे साथ मनाएगी
इतना कहकर नाजिम ने एक उंगली से उसकी चूत के छेद को सहला दिया तो नजमा की चूत में आग सी लग गई और नजमा उससे पूरी तरह से लिपट गई और उसका मुंह चूमते हुए बोली:”
” आह्ह्ह्ह्ह पापा मना लूंगी, सब मना लूंगी।
नाजिम ने भी उसे अब अपनी दोनो बांहों में कस लिया और अपने होंठो को नजमा के नाजिम नर्म मुलायम रसीले होंठों पर रख दिया और चूसने लगा।
बस यही नाजिम मार खा गया और नजमा मौका देखकर उसकी बांहों से एक झटके से निकली और कमरे से भाग गई और गेट पर जाकर अपने उसकी तरफ जीभ निकालकर बोली:”
” नही मनाऊंगी कुछ नही मनाऊंगी।
नाजिम कुछ नही कर सका और नजमा अपने कमरे में घुस गई। नाजिम अपने खड़े लंड के साथ उसके कमरे पर आया तो गेट बंद था और नाजिम बोला:”
” खोल दे ना गेट बेटी, देख मैं तेरे लिए ड्रेस कपड़े, गहने मेक अप सब कुछ लेके आऊंगा।
नाजिम ने कमरे की खिड़की को हलका सा खोल दिया और अपनी नंगी चूचियो पर अपने दोनो हाथ रहते हुए नाजिम को स्माइल करते हुए बोली:”
” सब समझती हु आप क्यों ये सब बोल रहे है।
नाजिम के हाथ में अभी भी नजमा की फटी हुई ड्रेस थी जिसे वो अपने हाथ मे लपेटे हुए और अपने खड़े लंड को अपनी मुट्ठी में भरते हुए बोला:”
” मैं तुझे प्यार करता हूं नजमा, तू मेरी जान बन गई है। बोल ना मनाएगी ना कल मेरे साथ!
नजमा ने अपने एक हाथ की उंगली को अपने मुंह में ले गई और उसके लंड को देखते हुए उंगली चूसते हुए बोली
” पहले मेरी ड्रेस दीजिए आप। तब बताऊंगी।
नाजिम ने देखा कि उसकी बेटी उसके लंड को घूर रही है तो उसने एक बार ड्रेस को अच्छे से अपने लंड पर रगड़ा और बोला:”
” ये तो फट गई ना नजमा तेरी तेज तेज सांसों ने इसे फाड़ ही दिया। अब क्या करेगी इसकी भला?
नजमा:” आचार डालूंगी इसका आपसे मतलब, बस चाहिए तो चाहिए। दीजिए जल्दी मुझें
नाजिम ने ड्रेस उसकी तरफ बढ़ाई तो नजमा ने अपनी उंगली को अपने मुंह से बाहर निकाला और अपने हाथ को आगे बढ़ा दिया और नाजिम ने उसका हाथ पकड़ लिया और उसकी गीली उंगली को एकदम से अपने मुंह में भर लिया तो नजमा सिसक पड़ी और एक झटके से उंगली बार बाहर निकालते हुए अपनी ड्रेस के साथ अपने हाथ को अंदर कर लिया और बोली:”
” उंगली भी भला कोई चूसने की चीज होती हैं क्या पापा?
नजमा ने ऐसा कहकर अपने होंठो पर जीभ फिराई और उन्हे गोलाकार करते हुए नाजिम के सामने कर दिया तो नाजिम तड़प सा उठा और बोला:”
” चूस लूंगा नजमा तेरे सारे होठों को उपर वाले भी और नीचे वाले भी। बोल ना अब कल मनाएगी ना मेरे साथ शादी की सालगिरह?
नजमा उसकी हालत पर बेताबी देखकर अंदर ही अंदर मुस्कुरा उठी और अपनी एक चूची पर से अपना हाथ हटाते हुए बोली:”
” कल की कल देखते हैं, अभी आप सो जाइए।
नजमा की एक चूची को नाजिम घूरते हुए बोला:”
” देख तुझे मेरी कसम नजमा, तुझे मानना ही पड़ेगा।
नजमा ने नाजिम की तरफ जीभ निकालकर चिड़ाई और फिर उसे आंख मारती हुई बोली:”
” बोला ना कल की कल देखते हैं, अभी सोने दीजिए ना मुझे आप।
इतना कहकर नजमा ने खिड़की को बंद कर दिया और नाजिम अपने खड़े लंड के साथ वापिस अपनी कमरे में आ गया और सोच रहा था कि उसकी बेटी सच में बेहद जालिम हो गई है जो मुझे इस तरह तपड़ा रही है जान बूझकर। लेकिन कल देखता हूं मुझसे कैसे बचेगी। वहीं नजमा सोच रही थी कि आज तो मेरा बाप पूरी तरह से मेरे लिए पागल हो गया है और कल मेरा क्या होगा।
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