You dont have javascript enabled! Please enable it! पहलवान नाजिम – Update 8 | Incest Story - KamKatha
पहलवान नाजिम - An Incest Story Written by Unique star

पहलवान नाजिम – Update 8 | Incest Story

नजमा जैसे ही कमरे के अंदर घुसी तो नाजिम की नजर उस पर पड़ी और नाजिम के जिस्म पर रात को बुर्का देखकर वो उदास सा हो गया लेकिन उसके सजे हुए खूबसूरत चेहरे को देखकर उसे उम्मीद की एक किरण नजर आई और नजमा चलती हुई उसके पास जाकर बैठ गई और बोली:”

” क्या हुआ आप कुछ परेशान से लग रहे थे पापा?

नाजिम:” कुछ भी तो नहीं, बस तुझे देख रहा हूं कि रात को भी घर में बुर्का भला कौन पहनता है !

नजमा समझ गई कि उसका बाप तड़प रहा है बोली:

” बुर्के में क्या बुराई है भला !! जब मन करे पहन लेना चाहिए।
आपको अच्छा नही लगा क्या ?

नाजिम बस ऐसे ही उसका मन रखने के लिए बोला:”

” अच्छा तो लगा लेकिन इन कपड़ो में मालिश करोगी क्या आज नजमा!!

नजमा बेड पर चढ़ गई और तेल की कटोरी को बेड के किनारे रखती हुई उसके करीब हो गई और बोली:”

” बुर्का पहन कर भला कौन मालिश करता है!!

नाजिम:” तो फिर मेरे लाए कपड़े क्यों नही पहने तुमने? उनमें मालिश अच्छे से हो जाती और तुम तेज तेज सांसे भी ले सकती थी आज।

नजमा अपने बाप के बिलकुल करीब हो गई और धीरे से उसके कान के करीब बोली:”

” आपके लाए कपड़े ही पहने है मैने इस बुर्के के अंदर। आप दिल छोटा मत कीजिए।

नाजिम के बदन में खुशी की लहर दौड़ गई और शांत होते जा रहे लंड ने खुशी में झटका दिया और नाजिम बोला:”

” फिर उपर बुर्का क्यों पहन लिया तुमने?

नाजिम अदा से मुस्काई और फिर धीरे से बोली:”

” आप कुछ ज्यादा ही सुंदर कपड़े ले आए पापा। आपकी जवान बेटी को रात को ऐसे कपड़ो में बाप के कमरे में कोई जाते देखता तो मैं तो किसी को मुंह दिखाने के लायक नही रह जाती।

इतना कहकर उसने अपना सिर अपने बाप की छाती में छिपा लिया और नाजिम उसकी इस अदा पर मर मिटा और बोला:”

” समझदार बेटी। लेकिन घर में तो हम दोनो के सिवा और कोई हैं ही नहीं तो डर कैसा भला?

नजमा उसकी छाती में प्यार से मुक्का मारती हुई बोली:”

” आप भी ना बस, आजकल दीवारों के आंख कान सब कुछ होते हैं समझे कुछ आप।

नाजिम ने अपने दोनो हाथों को उसकी कमर पर बांध दिया और उसकी आंखो में देखते हुए बोला

” अब तो अंदर आ ही गई हो ना मेरी नजमा, चलो अब जल्दी से बुर्का उतार डालो ना।

नजमा बेहद धीरे से उसके कान में ऐसे फुसफुसाई मानो उसकी बेटी नही प्रेमिका हो और बोली:”

” जाइए पहले गेट बंद करके आइए ना, गेट अभी तक खुला हुआ है न पापा।

नाजिम उसकी कमर सहलाते हुए बोला:” डरो मत तुम कोई नही आयेगा अब रात को। तुम निकालो न नजमा अब

नजमा:” मुझे डर लगता हैं बहुत, जाइए ना प्लीज दरवाजा बंद करके आइए ना, आपको अपनी बेटी की कसम।

नाजिम जल्दी से उठा और तेजी से गेट को बंद किया और जैसे ही वापस पलटा तो उसकी आंखे फट सी गई क्योंकि नजमा ने बुर्के को उतार दिया था और नजमा उस सेक्सी ड्रेस में बहुत ज्यादा कामुक लग रही थी।
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नाजिम को समझ नहीं आ रहा था कि क्या देखे और क्या नहीं। नाजिम चलता हुआ उसके करीब पहुंच गया और उसकी चूचियां देखते हुए नीचे की तरफ देखा और अपनी बेटी की फूली हुई चूत का आकार उसे नजर आया तो नजमा का बदन कांप उठा और बोली

” कैसी लगी आपको ड्रेस ? सही है न मालिश करने के लिए आज ?

नाजिम उसकी चूत को ड्रेस के ऊपर से ही देखते हुए बोला:”

” नजमा इससे अच्छी ड्रेस कोई हो ही नहीं सकती। तुम तेज तेज सांसे लेकर भी मालिश करोगी तब भी नहीं फटने वाली ये।

नजमा:” अच्छा तो चलो अब आप बेड पर लेट जाओ और मुझे मेरा काम करने दो।

नाजिम बेड पर चढ़ गया और नजमा उसके बिलकुल पास बैठ गई उससे जांघें सटाकर और नाजिम की नंगी छाती पर उंगली फेरते हुए बोली:”

” आपकी छाती मुझे बहुत पसंद आती हैं पापा, मेरे लिए भी ऐसा ही लड़का ढूंढना जिसकी छाती ऐसे ही बालों से भरी हुई और चौड़ी मजबूत हो आपके जैसी।

नाजिम उसकी बात सुनकर तड़प सा उठा और उसकी जांघ पर हाथ रखते हुए बोला:”

” तुम चिंता मत करो नजमा, तुम्हारे लिए बिलकुल अपने जैसा मोटा तगड़ा लड़का पसंद करूंगा ताकि वो मेरी नजमा को बहुत खुश रखे।

नाजिम की बात सुनकर नजमा ने उसकी छाती के निप्पल को जोर से सहला दिया तो नाजिम सिसक पड़ा और बोला:”

” नजमा आज तेल नही लगाएगी क्या ?

नजमा:” नही, तेल से मुझे मजा नही आता है।

नाजिम:” मालिश तुम मेरे मजे के लिए करती हो या अपने ?

नाजिम ने उसकी चुटकी ली तो नजमा उसे आंखे दिखाते हुए बोली:”

” बहुत बात करते हो पापा आप, चप लेटे रहो और मुझे मेरा काम करने दो जैसे मेरा मन करे।

नजमा अब आगे को झुक गई और उसकी चूचियां जैसे बाहर निकल पड़ी और नाजिम की आंखे लाल सुर्ख होकर दहकने लगी और नजमा उसकी छाती की मालिश कर रही थी बल्कि मजे से उसकी छाती को सहला रही थी। नाजिम ने उसकी जांघ को सहलाना शुरू कर दिया और नजमा अब उसकी छाती के निप्पल को अपनी उंगली से कभी सहला रही थी तो कभी दो उंगलियों के बीच मसल रही थी और नाजिम मस्ती से नजमा को देख रहा था। नजमा मालिश करती हुई उसके कंधो की तरफ बढ़ी और उसे आगे तक जाने में दिक्कत हो रही थी तो नजमा अपने बाप की आंखो में देखते हुए बोली

” आपकी जांघो पर बैठ जाऊ क्या? हाथ आगे तक नही आ रहा है मेरा

नाजिम को आज इससे बेहतर तोहफा मिल ही नहीं सकता था क्योंकि जांघो के बीचों बीच उसका लंड सीधा खड़ा हुआ था और नाजिम बोला:

” बैठ जा नजमा, जहां तेरा मन करे बैठ जा मेरी नजमा।

नजमा ने आव देखा ना ताव और उसकी जांघो के सवार हो गई और जैसे ही लंड उसकी जांघो पर चुभा तो नजमा के मुंह से आह निकल पड़ी और नाजिम उसके कामुक चेहरे को देखकर बोला:”

” क्या हुआ नजमा, सब ठीक तो हैं न बेटी?

नजमा ने अपने आपको उसकी जांघो के बीच सेट किया और बोली:”

” कुछ नही हुआ,आप बस लेटे रहे आराम से!!

इतना कहकर नजमा आगे को मालिश करने के लिए झुकी और खड़ा लंड फिर से उसकी जांघो पर टकराया तो नजमा की जीभ अपने आप उसके होंठो पर आ लिपटी और उन्हे चूस सा लिया

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नाजिम की छाती को मसल सा दिया तो नाजिम मस्ती से कराह उठा और उसकी कमर पर हाथ रखते हुए बोला

” शाबाश मेरी नजमा, क्या गजब की मालिश करती हैं तू।

नजमा अब पूरी तरह से उस पर झुक गई और उसके पेट से लेकर कंधो तक मालिश करने लगी जिससे उसकी सांसे बेहद तेज हो गई थी और उसकी चूचियां आगे झुकने से नाजिम के चेहरे तक जा रही थी और नाजिम बस ललचाई आंखों से उसकी चूचियां देख रहा था और मदहोशी में उसका हाथ अब नजमा की कमर से सरक कर उसकी गांड़ पर आ गया था और नजमा बदहवास सी हुई मालिश के बहाने अपनी चूत उसके लंड पर रगड़ सी रही थीं और मस्ती में डूबी नजमा ने अपने हाथ से अपने बालो को खोल दिया और उसके बाल नाजिम के चेहरे के चारो तरफ फैल गए और नाजिम पूरी तरह से पागल सा हो गया और उसकी गांड़ पर अपने दोनो हाथो को रख दिया और सहलाने लगा। नजमा और नाजिम दोनो की आंखे एक दूसरे से मिली हुई थी और नजमा के बालो ने नाजिम के चेहरे पर बालो का घेरा सा बनाया हुआ था। बालो के बीच से कभी कभी आती हुई हल्की रोशनी में दोनो की आंखे एक दूसरे से टकरा रही थी और दोनो के चेहरे पर उभरते हुए कामुक भाव एक दूसरे से छुपे हुए नही थे और तभी नाजिम का एक हाथ नजमा की गांड़ पर से हटा और जैसे ही नजमा मालिश के लिए आगे को हुई तो नाजिम ने अपनी लुंगी को बीच में से निकाल दिया और जैसे ही नजमा पीछे को हुई तो उसे नंगे लंड का एहसास हुआ और नजमा जोर से नाजिम की आंखों में देखते हुए सिसक पड़ी और नाजिम उसके कान में बेहद सेक्सी अंदाज में बोला:”

” क्या हुआ मेरी नजमा?

नजमा ने लंड की सख्ती महसूस करके नजमा उसके और करीब हो गई जिससे दोनो की सांसे एक दूसरे से टकरा रही थी और नजमा ने अपने नीचे के होंठ को दांत में दबाकर कुचल सा दिया और नाजिम के कान में अपनी आवाज को बेहद कामुक बनाती हुई बोली:”

” अअह्ह्ह्ह कुछ नही हुआ, एक बात बताओ मुझे आपने अपना अंडर वियर कहां फैलाया था?

इतना कहकर नजमा इस बार थोड़ा आगे को ज्यादा झुक गई जिससे उसकी चूचियां नाजिम के चेहरे पर छू गई और नाजिम उसकी गांड़ को जोर से मसलते हुए बोला:”

” तेरी 40 इंच की पेंटी के उपर नजमा मेरी जान।

नजमा अपनी गांड़ दबाए जाने से तड़प उठी और उसने अपनी जांघो को लंड पर ही रोक दिया और अच्छे से रगड़ते हुए बोली

” आपको पता है मेरी पेंटी उसके नीचे पूरी तरह से दब गई है।

नजमा की बात सुनकर नाजिम पागल सा हो गया और उसकी गांड़ को जोर जोर से मसलने लगा और बोला

” आह दब जाने दे नजमा तेरे पेंटी मेरे नीचे दब जाने दे ना पूरी तरह से दब जाने दे।

इतना कहकर उसने लंड को पहली बार उपर चूत की तरफ धकेल दिया और नजमा की गांड़ को लंड पर दबा दिया तो नजमा लंड चूत की इस जबरदस्त रगड़ से कांप उठी अपनी चूचियां उसके मुंह पर रगड़ते हुए बेहद सेक्सी और कामुक आवाज में फुसफुसाई

” आह्ह्ह्ह् मेरे नाजिम पहलवान, दबा ले अपनी नजमा की गीली पेंटी, एकदम पूरी तरह से दबा ले, ऐसे दबा ले कि कुछ भी न दिखे

नाजिम उसकी बात सुनकर पूरी तरह से जोश में आ गया और अपनी टांगो से उसकी टांगो को पूरा जोर से कस लिया और उसकी गर्दन पर जीभ फेरकर बोला:”

” अह्ह्ह्ह्ह नजमा मेरी जान, तेरी पेंटी गीली क्यों हो रही है आजकल !!

अपनी गर्दन पर नाजिम के होंठ लगते ही नजमा पूरी तरह से काम वासना से भर गई और अपनी जांघो को पूरा फैला दिया जितना फैला सकती थी उससे भी कहीं ज्यादा और पहली बार जोर से चूत को लंड पर पूरी ताकत से रगड़ा और सिसक उठी

” बस हो जाती हैं जवानी में गीली पेंटी, आप तो ऐसे पूछ रहे हों जैसे आपको गीली अच्छी नही लगती हो

इतना कहकर नजमा अपनी एक उंगली मुंह में लेकर चूसने लगी तो नाजिम से अब बर्दाश्त नही हुआ और एक हाथ से नजमा के बालो को पकड़ कर एक तरफ किया और दूसरे हाथ से नजमा की उंगली को उसके मुंह से बाहर निकाला और अपने मुंह में भर कर चूस लिया और बोला

” बहुत अच्छी लगती हैं नजमा मुझे तेरी गीली पेंटी, देख ऐसे ही सुखा दूंगा तेरी उंगली की तरह।

नाजिम ने नजमा की उंगली को मुंह से बाहर निकाला और नजमा को दिखा दिया तो नजमा ने शर्म से एक हाथ से अपना चेहरा ढक लिया और फिर आगे को झुकी और अपनी चूचियां उसके चेहरे पर टिका दी और उसके कान में फुसफुसाई

” हाय रब्बा, तुम तो सारा रस चूस डालोगे मेरी पेंटी का ऐसे तो पापा।

नाजिम ने अपनी जीभ निकाल कर उसकी चुचियों के उभार पर चाट लिया और बोला:जेड

” चूस लूंगा नजमा, तेरा सारा रस चूस लूंगा, जितना तुम निकालोगी सब चूस लूंगा। बोल चुसाएगी ना नजमा अपना सारा रस।

नजमा अपनी चुचियों पर जीभ महसूस करते ही पूरी तरह से चुदासी हो गई और अपने लिप्स को पूरी तरह से खोलकर अपनी जीभ रसीली लसलसी जीभ नाजिम को दिखाती हुई बोली:”

” आह्ह्ह्ह् पापा चूसा दूंगी सब रस चूसा दूंगी,अपने बाप को नही चुसाऊंगी तो और किसे चुसाऊंगी

नाजिम उसकी इस कामुक हरकत पर बावला सा हो गया और उसका गाल चूम लिया तो नजमा मस्ती से सिसक उठी। नाजिम ने अब अपने दोनो हाथ को उसकी गांड़ पर रख दिया और जोर से उसकी गांड़ मसलते हुए नीचे से लंड के धक्के से मारने लगा और वो नजमा ने भी अब अपनी बांहे उसके गले में लपेट ली और अपनी चूचियां उसकी छाती में घुसा डाली और जोर जोर से लंड पर आगे पीछे होने लगी। चूत से निकलता हुआ रस ड्रेस को पूरी तरह से भिगोकर नाजिम के लंड से छुआ तो नाजिम ने अब पूरी ताकत से लंड को उसकी जांघो में घुसाना शुरू कर दिया और नजमा भला कहां पीछे रहती तो उसने भी अपने बाप की ताल से ताल मिलाते हुए अपनी कमर हिलानी शुरू कर दी मानो उसे कह रही थी कि आपकी बेटी आपसे कमजोर नही है। दोनो पसीने पसीने हो गए थे और एक दूसरे से ज्यादा जोर लगाने की कोशिश कर रहे थे और उनकी कोशिश आखिकार रंग लाई और नजमा की चूत में हलचल मच गई और उसने अपनी पूरी उंगली को मुंह में घुसा दिया और जोर जोर से चूसने लगी वहीं नाजिम के लंड में भी भूचाल सा मच गया और वो पूरी ताकत से अब नजमा की जांघो को फाड़ने की कोशिश कर रहा था और दोनो की गति बढ़ती गई बढ़ती गई और अंत मे दोनो एक साथ मस्ती से कराह उठे और नजमा ने नाजिम के गाल को चूम लिया और उससे लिपट गई और नाजिम ने उसे अपनी मजबूत बांहों में कसा तो नजमा को उसकी हड्डियां तक कड़कती हुई महसूस हुई और उसे अपने बाप की ताकत का एहसास हुआ कि नाजिम को झेलना उसके लिए आसान नही होने वाला। नाजिम का लंड नजमा की जांघो में उसकी ड्रेस के ऊपर वीर्य की पिचकारी मारता था और नजमा उससे लिपटी हुई अपना रस छोड़ती रही। दोनो ही पसीने पसीने हो गए थे और नजमा ने नाजिम का साथ देने में अपने जिस्म की पूरी ताकत झोंक दी थी और दोनो एक दुसरे से लिपटे हुए अपनी सांसे संयत कर रहे थे। जैसे ही नजमा थोड़ा नॉर्मल हुई तो नाजिम से बोली:”

” पापा आपके अंदर तो बहुत ज्यादा ताकत है, आपकी कमर कितनी तेज चलती है।

नाजिम उसका माथा चूमकर बोला:”

” अभी तूने अपने बाप की असली ताकत देखी ही कहां है बेटी, जल्दी ही तुझे एहसास होगा कि मुझे लोग पहलवान क्यों कहते हैं!!

नजमा हैरत से अपनी आंखे चौड़ी करते हुए बोली:”

” हाय अल्लाह, मतलब तुम तो मार ही डालोगे मुझे मालिश के चक्कर मे।

इतना कहकर नजमा ने कामुक तरीके से अपनी आंख दबाई तो नाजिम भी उसकी कमर सहला कर बोला:”

” मरे तुम्हारे दुश्मन नजमा, मैं तुम्हे नही मारूंगा बल्कि तुम्हारी मारूंगा वो भी खूब अच्छे से।

नाजिम की बात सुनकर नजमा की चूत एक बार फिर से फड़क उठी और और नजमा उसके होंठो पर उंगली रख कर अपनी चुचियों को उसके सीने से रगड़ती हुई बोली:”

” कुछ तो शर्म कीजिए, ऐसे नही बोलते अपनी जवान बेटी से मेरे पापा। क्यों मरने मारने की बात करते हो पापा, प्यार की बात कीजिए ना

नाजिम ने उसकी उंगली को मुंह में भर कर चूस लिया और उसकी आंखो में देखते हुए बोला:”

” प्यार से ही मारूंगा नजमा पहले, फिर जोर जोर से मारूंगा, पूरा दम लगा लगाकर मारूंगा! बोलो ना नजमा क्या तुम मरवाओगी ना!

इतना कहकर उसने नजमा की गांड़ को जोर से मसल दिया तो नजमा तड़प उठी और अपना चेहरा उसके सामने करती हुई बोली:”

” दर्द हुआ तो नही मरवाऊंगी। हान पहले ही कह देती हु मैं आपको।

नजमा के खड़े निप्पल एक बार फिर से नाजिम की छाती में घुस पड़े और घायल सा नाजिम तड़प कर बोला:”

” थोड़ा सा दर्द झेल लेना, बाद में तुझे बहुत मजा आएगा और तू खुद अपनी उठा उठा कर मरवाएगी मुझसे नजमा।

इतना कहकर नाजिम ने अपनी गांड़ को उपर उछाला अपने लंड सहित नजमा की चूत पर और नजमा अपने बाप की बाते सुनकर मचल गई और उसके गालों पर अपने होंठ रगड़ती हुई बोली:”

” हाय अल्लाह मजा आयेगा तो जरूर मरवाउंगी, उठा उठा कर मरवाऊंगी, पूरी की पूरी मरवा लूंगी अम्मी से भी ज्यादा अच्छे से जड़ तक मरवा लूंगी पूरे अंदर तक मरवा लूंगी।

नाजिम उसकी बात सुनकर उसके चेहरे को अपने हाथो में भर लिया और उसके मुंह पर चुम्बनो की बरसात करते हुए बोला:”

” हाय मैं सदके जावा नजमा, अल्लाह तेरे जैसी बेटी हर बाप को दे।

अपने बाप का प्यार पाकर नजमा उसके कान में धीरे से बोली:” अच्छा मैं अब चलती हु अपने रूम में रात बहुत ज्यादा हो गई है।

नाजिम तड़प सा उठा और जोर से अपनी बांहों में उसे समेट लिया और बोला:”

” अब तुम कहीं नही जाओगी नजमा, आज से रोज मेरे साथ ही सोया करोगी मेरे बिस्तर पर पूरी रात।

नजमा ने अपनी बांहे उसके गले में लपेट दी मानो खुद ही नही जाना चाहती हो और उसे सेक्सी सी स्माइल दी और बोली:”

” आह्ह्ह्ह् पापा सो जाउंगी आपके साथ ही आज से क्या अभी से सो जाउंगी। लेकिन अब आराम से सोने दीजिए रात बहुत ज्यादा हो गई है।

उसके बाद नजमा उसके ऊपर से उतरकर इसके पास लेट गई और नाजिम ने उसे अपने आगोश में समेट लिया और लंड चूत एक दूसरे से मिल गए। कभी नजमा आगे को होती तो नाजिम पीछे को होता, ऐसे ही लंड चूत एक दूसरे से टकराते और दोनो की आंखे लाल सुर्ख हो रही थी। नजमा धीरे से अपनी चूत को लंड के पास लाती और फिर से अलग कर लेती। नाजिम अंदर ही अंदर उसकी अदाओ से तड़प रहा था और नाजिम ने उसे गांड़ से पकड़कर उसकी चूत को अपने लंड पर ढकेला और धीरे से उसके कान में बोला:”

” देखो ना नजमा दोनो कैसे दोस्ती के लिए तड़प रहे हैं एक दूसरे से। हो जाने दो ना इनकी दोस्ती।

नजमा ने अपनी एक टांग को उठाकर उसके उपर चढ़ा दिया जिससे उसकी जांघें पूरी तरह से खुल गई और चूत बिलकुल लंड से सट गई और सिसकते हुए नजमा बोली:”

” लो हो गई दोस्ती । अब आराम से सो जाओ।

नाजिम ने उसे पूरी तरह से अपने आगोश में ले लिया और दोनो बाप बेटी एक दूसरे से लिपटे हुए सो गए और लंड चूत एक दूसरे से मिलकर अपनी बाते करते रहे और चूत लंड की कठोरता को महसूस करके समझने की कोशिश करती रही कि लंड उस पर कैसे अब कितना तगड़ा हमला कर सकता है और मुझे उसे कैसे झेलना होगा।

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