You dont have javascript enabled! Please enable it! पहलवान नाजिम – Update 6 | Incest Story - KamKatha
पहलवान नाजिम - An Incest Story Written by Unique star

पहलवान नाजिम – Update 6 | Incest Story

अगले दिन सुबह नजमा उठ गई और दोनो बाप बेटी साथ में नाश्ता कर रहे थे और नजमा ने आज उसे केसर बादाम वाला दूध पीने के लिए दिया और बोली

“लो पापा आप ये पियो, आपको पूरी ताकत मिलेगी और जीतकर आओगे आप।

नाजिम:” अरे बेटी मुझे इसकी कोई जरूरत नही है लेकिन फिर भी तेरी खुशी के लिए पी लेता हु बस एक ग्लास।

नजमा ने नाजिम को ग्लास दिया और उसकी सूट से हल्का सा उसकी चूचियो का उभार उसे देखते के लिए मिल गया और नाजिम ने खुशी खुशी वो ग्लास पिया और उसके बाद नजमा किचन में चली गई और तैयार होने लगी। नजमा ने सुंदर सा सूट पहना जो उसके शरीर पर पूरी तरह से कसा हुआ था और उसकी सबसे बड़ी खूबसूरती ये थी कि इसमें ऊपर का हिस्सा बेहद छोटा था किसी ब्लाउस की तरह जो मुश्किल से पेट तक ही आ रहा था और उसकी छाती पर इतना ज्यादा कसा हुआ था कि उसकी चूचियो को दबा रहा था जिससे उसकी दोनो चूचियां आपस मे मिल रही थी।

नजमा तैयार होकर बाहर आई और नाजिम की तरफ देखते हुए बोली

” पापा कैसी लग रही हु मैं आज ?

नाजिम ने उस पर एक नजर डाली और नाजिम की आंखे फिर से चमक उठी। नजमा के कसे हुए बड़े बड़े बूब्स कैसे सूट में सब गए थे ये देख कर नाजिम के होश उड़े हुए थे।
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नाजिम उसे अच्छे से देखकर बोला:”

” बेटी इन कपड़ो में आज कॉलेज जाओगे क्या ?

नजमा ने अपना हिजाब किया और बोली:” नही, वैसे तो कपड़े भी ये ठीक ही हैं लेकिन हिजाब इनके ऊपर पहन लूंगी।

नाजिम उसकी बात सुनकर ज्यादा कुछ नही बोला और दोनो बाहर आ गए और गाड़ी कॉलेज की तरफ चल पड़ी। नजमा उसके साथ ही बैठी हुई थी और बोली

” पापा मैं थोड़ा सा मेक अप कर लेती हूं। आप तो जानते ही है आज कल ये सब कितना ज्यादा चलता है।

नजमा ने सिर्फ उसे स्माइल दी और नजमा अपने काम में लग गई और कभी अपने चेहरे को पफ्स से साफ करती और फिर क्रीम लगाती। नाजिम ये सब देख रहा था और समझ रहा था कि उसकी बेटी सच में कहीं ज्यादा बड़ी और समझदार हो गई है। वो अपनी आंखो में काला काजल लगाई और उसकी आंखे अब बेहद खूबसूरत लग रही थी। नाजिम की हालत खराब हो गई थी क्योंकि भले ही नजमा उसकी बेटी थी लेकिन थी तो भरपूर जवान और कामुक।

उसके बाद नजमा ने अपनी गहरे लाल रंग की सुर्ख लिपिस्टिक ली और अपने होंठो पर लगाने लगी और अपने होंठो को बिलकुल अच्छे से सजा दिया और नाजिम की तरफ झुक कर उसकी जांघ पर हाथ रखते हुए शीशे में खुद को देखते हुए अपने होंठो की लिपिस्टिक ठीक करने लगी। नाजिम अपने आप को बैचेन महसूस कर रहा था और तभी नजमा उससे बोली

” देखिए ना पापा! मेरी लिपिस्टिक ठीक से लगी हैं कि नही !

इतना कहकर उसने अपने होंठ बिल्कुल नाजिम के सामने कर दिए और नाजिम को काटो तो खून नहीं और बड़ी मुश्किल से उसके होंठ देखने लगा और बोला

” अच्छी लग रही है बहुत, चाहो तो उपर के होंठ की हल्की सी ठीक कर सकती हो।

नजमा अपने बाप की बात सुनकर अपनी जीभ को बाहर निकाल दी और अपने ऊपर से होंठ को पूरी तरह से अपनी जीभ से चाटकर ठीक करने लगी।

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जीभ उसकी अपने होंठो पर चल रही थी और नजरे नाजिम पर टिकी हुई थी जिसके चेहरे के रंग बदल रहे थे और नजमा ने अपनी जीभ से अपनी लिपिस्टिक को ठीक किया और उसके बाद अपने होंठो को बिलकुल उसके मुंह के सामने करती हुई बोली:”

” अब देखिए ना ठीक हो गई ना आपकी बेटी की लिपिस्टिक ??

नाजिम की आंखे उसके रस टपका रहे होंठो पर टिक गई और मन किया कि अभी मुंह में भरकर इनका सारा रस निचोड़ डाले, अच्छे से अपने होंठो में दबा कर कुचल डाले लेकिन अपने आप पर काबू रखते हुए कहा

“हान बेटी ठीक हो गई अब बिलकुल अच्छी हो गई।

नजमा:” ओह इसका मतलब मेरे होंठ अब अच्छे लग रहे हैं न

नाजिम:” हान मेरी बेटी अच्छे नही बल्कि बहुत अच्छे लग रहे हैं तेरे लाल सुर्ख होंठ.

नजमा अपनी तारीफ सुनकर खुश हो गई और तभी उसका कॉलेज आ गया था तो नजमा ने अपने सूट के उपर हिजाब पहना और गाड़ी से उतर गई। कोई सोच भी नही सकता था कि नजमा ने हिजाब के अंदर ऐसे सेक्सी कपड़े पहने हुए थे। नाजिम को खुद अपनी बेटी पर आश्चर्य हो रहा था कि उसकी बेटी जवान होने के साथ साथ समझदार भी हो गई है बहुत ज्यादा। नाजिम भी अपनी गाड़ी से बाहर आ गया और उसके बाद दोनो साथ ही अंदर आ गए। नजमा के पापा प्रिंसिपल साहब से मिले और बेहद खुश हुए और नजमा ने बताया कि उसके पापा कुश्ती में हिस्सा लेंगे तो प्रिंसिपल साहब बड़े खुश हुए।

थोड़ी देर के बाद सभी लोग अखाड़े में बैठे हुए थे और कुश्ती चली गई थी। ये कॉलेज ने एक प्रतियोगिता इसलिए रखी थी ताकि नामी गिरामी पहलवान आए और कॉलेज के छात्र उनसे सीख सके। नाजिम भी अखाड़े में उतरा और उसने जिस तरह से सभी पहलवानों को उठा उठा कर पटका सच में लोग उसकी ताकत के कायल हो गई और नजमा अपने बाप की तारीफ सुनकर खुश हो गई थी। नजमा के पास बैठी हुई कुछ टीचर्स थी जो नजमा को नहीं जानती थी। उनमें से एक बोली

” इस उमर में ऐसा जोश और ताकत, सच में नाजिम की बीवी कितनी किस्मत वाली होगी।

दूसरी:” किस्मत वाली, ये सच वो इस सांड को कैसे झेलती होगी? ये तो उसके जिस्म का पोर पोर सुझा देता होगा

पहली:”उसमें ही तो असली मजा हैं सोनम, मर्द बिस्तर पर जितना जोशीला हो, अच्छे से रगड़े औरत यही तो चाहती हैं।

दूसरी:” तेरे जैसी चाहती होगी, मुझे इसे देखकर ही पसीना आ जाए।

पहली:” उसका मतलब तुम अभी किसी दमदार मर्द के नीचे नही आई हो, जिस दिन आ जाओगी, सब कुछ भूल कर उसकी गुलामी करोगी तुम।

दूसरी:” अच्छा मेरी छोड़ और अपनी चिंता कर।

पहली:” चिंता क्या करनी, मैं तो इसके नीचे जाने को तैयार हु।

नजमा उनकी बाते सुनकर पहले खुश हो रही थी लेकिन बाद में उसे गुस्सा आया और वहां से उठकर दूसरी जगह बैठ गई और वहां भी ऐसा ही कुछ सुनने को मिला और नजमा चुप बैठी रही और अंततः कुश्ती खत्म हुई और और नाजिम को ढेर सारे इनाम मिले और उसके बाद वो अपनी बेटी के साथ घर की तरफ चल दिया। नजमा उन औरतों की बात सुनकर अपने बाप को अब अलग ही नजर से देख रही थी और गाड़ी में बैठते ही नजमा अपना हिजाब उतार कर बोली:

” बहुत ज्यादा गर्मी लग रही है मुझे तो, वैसे पापा आज आपने कमाल कर दिया। जिस तरह से आपने सभी को उठा उठा कर पटका सब आपकी तारीफ कर रहे थे।

हिजाब उतरते ही नजमा फिर से कसे हुए सूट में आ गई और उसकी चुचियों की झलक मिलते ही नाजिम खुश होते हुए बोला:”

” तुम खुश हो ना बस इतना बहुत है मेरे लिए बेटी। वैसे आज तुम्हे गर्मी कुछ ज्यादा ही लग रही है।

नजमा:” गर्मी सच में आज ज्यादा ही हैं और मेरी तो हालत सच में पूरी खराब है।

नाजिम:” अच्छा चल ठीक है, फिर एक काम करते हैं तुझे खाना भी आज बाहर ही खिला देता हूं घर जाकर बस आराम करना।

नजमा खुश हो गई और खुशी में अपने बाप का गाल चूम लिया और बोली

” आप सच में बेहद अच्छे हो पापा, मेरा बहुत ख्याल रखते हो आप।

नजमा की लिपिस्टिक वाले होंठो का निशान उसके गाल पर छप गया तो नजमा जोर जोर से हंस पड़ी और नाजिम के होंठो पर भी स्माइल आ गई और बोला:”

” अब मेरा गाल लाल कर दिया तूने, ऐसे ही होटल में जाऊंगा क्या तेरे साथ ?

उसकी उसकी बात सुनकर उसकी तरफ झुकी और हंसते हुए बोली:”

” रुको मैं अभी ठीक कर देती हु।

और इतना उसने आंख मारते हुए उसके दूसरे गाल को भी चूम लिया तो अब उसके दोनो गालों पर एक जैसे निशान बन गए थे और नजमा शरारत से बोली

” अब ठीक हो गया ना पापा?

नाजिम ने अपने दोनो गाल देखे और हंसते हुए कहा

” तुम न पूरी शैतान होती जा रही हो आज कल, कोई देखेगा तो क्या कहेगा भला कि इस उम्र में चैन नहीं है

नजमा: कुछ नही कहेगा बल्कि सोचेगा कि आपकी गर्ल फ्रेंड आपसे कितना ज्यादा प्यार करती है बस और क्या सोचेगा।

नाजिम उसकी बात सुनकर हैरान हो गया और बोला:”

” लेकिन तुम तो मेरी बेटी हो न गर्ल फ्रेंड थोड़े ही हो। लोग कहेंगे कि इस उम्र में भी चैन नहीं है।

नजमा को अब एहसास हुआ कि वो क्या बोल गई थी तो बात को संभालते हुए बोली:”..

” बेटी भी तो बाप को प्यार कर सकती है न। जवान दिखते है जो आपके गाल पर किस किए जाते हैं। और हां आज के बाद ये उम्र वाली बात मेरे सामने मत करना, आज भी आप जवानों से भी ज्यादा जवान हैं समझे आप।

नाजिम उसकी बात सुनकर अंदर ही अंदर खुश हुआ और बोला:”

” अच्छा चल ठीक हैं तेरी बात ही बड़ी हैं, चल अब इसे साफ तो कर दे।

नाजिम ने इतना कहकर गाड़ी रोक दी क्योंकि होटल आ गया था और नजमा बोली:”

” ऐसे ही चलिए न, ज्यादा खूबसूरत लग रहे हैं आप।

नाजिम उसकी बात सुनकर प्यार से डांटते हुए बोला:”

” बहुत पंख निकल आए हैं तेरे आजकल, अब ठीक करती हैं या लगाऊ एक दो थप्पड़!

नजमा अपने बाप की तरफ झुकी जिससे उसकी चूचियां और अच्छे से उछल पड़ी और नजमा शिकायती लहजे में बोली

” जवान बेटी को भला ऐसे कोई डांटता है क्या ?

नाजिम ने पहले उसकी चूचियां देखी और फिर नजमा की बनावटी नाराजगी देखकर बोला:”

” जवान तो तू सच में हो गई है नजमा, लेकिन क्या जवानी में ऐसी शरारत करनी चाहिए?

नजमा उसके बिलकुल करीब हो गई और उसकी जांघ पर एक हाथ रखते हुए बोली:”

” जवानी तो दीवानी होती है पापा, अगर अब नही करी तो कब करूंगी, लगता तो आप नाराज हो गए तो आगे से नही करूंगी आपसे मजाक।

इतना कहकर नजमा ने रूठा सा मुंह बना लिया तो नाजिम बोला:”

” अरे ऐसे नाराज मत हो नजमा, मेरा इस दुनिया में तेरे सिवा अब कोई नही, तुम नाराज होती हो तो दिल दुखता है।

नजमा का तीर अपना काम कर गया था और वो अपनी आंखे नचाती हुई बोली:”

” पहले वादा करो कि आज के बाद नही डांट देंगे आप मुझे।

नाजिम:” ठीक है बाबा। अब खुश

नजमा ने इतना कहकर उसका गाल फिर से चूम लिया और बोली:”

” प्यार करने से भी मना नही करोगे मुझे।

नाजिम उसकी इस शरारत पर हंस पड़ा और उसके गाल खींच कर बोला:”

” तुम सच में पूरी शरारती हो गई है, ठीक है नही मना करूंगा लेकिन मेरे गाल भी तुझे ही साफ करने पड़ेंगे समझी।

नजमा:” वो तो मैं कर दूंगी, उसने क्या है ही ही ही।

इतना कहकर नजमा ने फिर से अपने बाप के गाल को मुंह मे भर लिया और इस बार जोर से चूस लिया और नाजिम को बेहद अच्छा लगा और बोला:”

” प्यार हो गया हो तो अब गाल साफ भी कर दे, बाहर भी निकलना है कब तक गाड़ी में बैठा रहूंगा

नाजिम उसकी बात सुनकर हंसी और उसके चेहरे पर झुक गई और अपने रूमाल से उसका मुंह साफ करने लगी। नजमा की गर्म गर्म सांसे नाजिम के चेहरे पर पड़ रही थी और नाजिम को उसकी सांसों की खुशबू बेहद अच्छी लग रही थी। नजमा ने दोनो गालों को अच्छे से साफ किया और फिर अपनी सीट पर बैठ गई और अपना रुमाल पर्स में रखते हुए बोली:”

” देख लीजिए बिलकुल साफ कर दिया है आपका गाल पहलवान जी।

नाजिम ने अपना गाल देखा और उसे एक छोटा सा लाल निशान अपने गाल पर नजर आया और बोला:”

” ये निशान तो रह ही गया नजमा

नजमा को शरारत सूझी और वो उसके गाल पर बने निशान के सामने अपना मुंह ले गई और बोली:

“अभी ठीक कर देती हु, आप भी क्या याद करोगे मुझे।

नजमा की जीभ बाहर निकली और नाजिम की आंखे। नजमा ने अपनी जीभ से गर्म जीभ से उसका गाल चाटने लगी और नाजिम उसकी गर्म जीभ का एहसास करके तड़प सा उठा। नजमा ने अच्छे से उसके गाल को साफ किया और गाड़ी से बाहर निकल गई, उसकी सांसे तेज हो गई थी। नाजिम ने देखा कि उसकी बेटी की सांसे तेज हो गई थी तो नाजिम भी गाड़ी से बाहर निकल आया और दोनो होटल की तरफ चल पड़े और नाजिम उससे मज़ाक करते हुए बोला:”

” वैसे नजमा तुम किस बहुत अच्छा करती हो और गाल साफ तो कहीं ज्यादा अच्छा करती हो।

नजमा:” अच्छा जी, अप आप मेरे मजे ले रहे हैं, घर चलिए एक बार फिर आपको ठीक करती हूं अच्छे से।

होटल आ गया और दोनो ने खूब अच्छे से खाना खाया और उसके बाद दोनो घर की तरफ आ गए और नाजिम गाड़ी को पार्किंग में लगाने लगा और नजमा अंदर चली गई। नजमा आज बेहद खुश थी और नहाने लग गई। थोड़ी देर बाद ही वो नहाकर बाहर आ गई और बेहद खूबसूरत लग रही थी। अभी 10 बजे थे और नाजिम शायद छत पर था।

नजमा अपने कमरे मे आ गई और एक सफेद रंग की ड्रेस निकाली जो उसने कल ही खरीद ली और उसे पहन लिया और अपने आपको शीशे में देखने लगी। ये एक बेहद कसी हुई शॉर्ट ड्रेस थी जिसमें उसके दोनो कंधे बिलकुल नंगे नजर आ रहे थे और सबसे बड़ी बात इसके साथ ब्रा पेंटी नहीं पहनी जाती थी। ड्रेस इतनी ज्यादा कसी हुई थी उसके जिस्म पर कि उसकी चुचियों के निप्पल तक साफ नजर आ रहे थे और उसकी लंबी भरी हुई काया बेहद कामुक लग रही थी। नजमा ने अपने बालो को खुला ही छोड़ दिया जिससे वो अब बिलकुल कयामत ही लग गई थी। तभी नाजिम कमरे के अंदर आया और उसकी नजर नजमा पर पड़ी तो मानो उसकी सांसे रुक सी ही गई
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नजमा को एहसास हो गया था लेकिन उसका बाप कमरे मे आ गया है तो उसे शरारत सूझी और जान बूझकर अपनी लिपिस्टिक को निकाल लिया और अपने होंठो पर लगाने लगी तो नाजिम उसे देखते हुए बोला

” बेटी कहीं जाने की तैयारी हो रही है क्या?

नजमा ने उसकी आंखो में देखा और फिर से लिपिस्टिक लगाते हुए बोली:”

” क्यों घर में लिपिस्टिक लगाना गुनाह होता है क्या ?

नाजिम:” अरे ऐसा नहीं है बस मैने तो ऐसे ही कुछ लिया। नाराज क्यों होती हो।

नजमा ने उसकी तरफ अपनी आंखें नचाई और बोली:”

” मुझे तो लगता हैं कि आपको अपनी जवान बेटी मेक अप करने के बाद चुड़ैल नजर आतीं है।

इतना कहकर नजमा उसकी तरफ पलटी और और नाजिम की आंखों के सामने उसके खड़े हुए निप्पल आ गए जो अपना सिर उठाए बाहर आने को तड़प रहे थे और नाजिम बोला:”

” नही नजमा ऐसा मत कहो, तुम तो बेहद खूबसूरत लगती हो मेक अप करने के बाद।

नजमा अपने हुस्न की बिजली नाजिम पर गिरा कर फिर से पलट गई और जीभ से अपनी लिपिस्टिक सही करते हुए बोली

” जब खूबसूरत लगती हु तो आप इतनी रोक टोक क्यों करते हो?

इतना कहकर नजमा थोड़ा सा आगे को झुकी और उसकी गांड़ बाहर निकल कर नाजिम पर कयामत बनकर टूट पड़ी और नाजिम उसकी गांड़ देखते हुए बोला:”

” अब नही रोकूंगा, कभी नहीं रोकूंगा तुझे। जितना मन करे उतना मेक अप करना।

नजमा अपने बाप की हालत देखकर अंदर ही अंदर खुश हो रही थी और नीचे ड्रेसिंग टेबल से कुछ निकालने के बहाने झुकी और जैसे कमरे मे आग लग गई क्योंकि ड्रेस उसकी गांड़ पर से उपर को सरक गई और उसकी आधी गांड़ नंगी होकर नाजिम के सामने आ गई तो नाजिम का दिल धड़क उठा और आंखे वासना से लाल हो गई तो उसकी शीशे में हालत देखकर नाजिम अपना अगला दांव चलते हुए बोली:”

” आपको मेरी जरा भी परवाह नहीं है, मेरे लिए मेक अप किट नही लाते, अच्छी ड्रेस नही लाकर देते और प्यार भी नहीं करते मुझसे। लगता हैं आपकी जवान बेटी आपको नही पसंद हैं।

नजमा ने जान बूझकर जवान शब्द पर ज्यादा जोर दिया और नाजिम फटाक से बोल पड़ा:”

” बस नजमा बस, कल से देखना तेरा बाप तेरे लिए क्या क्या करता है, तेरे बोलने से पहले तेरी हर जरूरत पूरी कर दूंगा।

नजमा अपने बाप की हालत पर मुस्कुरा दी और पलट कर उसकी तरफ बढ़ी और उसके गले लग गई और उसका गाल चूम लिया और बोली:”

” पापा मैं आपसे बहुत प्यार करती हूं!! क्या आप नही करते मुझसे प्यार !

नजमा ने सीधे सीधे उसे किस करने का मौका दिया तो नाजिम ने उसकी आंखो में देखा और उसका गाल चूम लिया और बोला:”

” बहुत ज्यादा प्यार करता हूं तुमसे मेरी नजमा।

नाजिम ने अब जान बूझकर मेरी नजमा का इस्तेमाल किया और
नजमा ये सब समझ गई कि उसके बाप ने नजमा बेटी नही बल्कि मेरी नजमा बोला हैं तो उसे बेहद खुशी हुई और उसका दूसरा गाल भी चूम लिया और उससे अलग हुई और बोली:”

” चलिए आप अपने कमरे मे चलिए, हम दूध लेकर आते हैं आपके लिए।

नाजिम उसके अलग होने से उदास हुआ था लेकिन उसकी बात सुनकर खुश हुआ और अपने कमरे में आ गया और अपने कपड़े उतार कर सिर्फ एक लूंगी पहन ली और नजमा का इंतजार करने लगा।

नजमा ने दूध गर्म किया और फिर मटकती हुई चल पड़ी अपने बाप के कमरे की तरफ। नजमा के कदमों की आहट सुनकर नाजिम का दिल खुशी से झूम उठा और नजमा अंदर घुस गई और नाजिम उसे ही देख रहा था लेकिन उसे निराशा हाथ लगी क्योंकि नजमा ने अब जान बूझकर अपनी ड्रेस के ऊपर के दुपट्टा डाल लिया था जिससे उसकी चूचियां छिप गई।

नजमा ठीक नाजिम के सामने बैठ गई और उसे दूध दिया और नाजिम दूध पीते हुए बोला:”

” नजमा आज तो मैने तेरी बात मानते हुए कुश्ती भी करी और सबको सिखाया भी। आज तो तुम खुश हो ना बेटी।

नजमा अपने बाप की बात सुनकर खुश हुई और बोली:”

” हान पापा मैं सच मे बहुत ज्यादा खुश हू। जब सब आपकी तारीफ कर रहे थे तो मुझे बहुत अच्छा लग रहा था।

नाजिम:” चलो अच्छी बात है तुझे अच्छा लगना चाहिए।

नाजिम ने दूध पिया और ग्लास एक तरफ रख दिया और बोला:”

” और बताओ नजमा आगे क्या सोचा हैं करने के लिए तुमने?

नजमा:” अभी तो कुछ खास नहीं, बस नींद आ रही है तो सो जाउंगी अब।

उसकी बात सुनकर नाजिम को निराशा सी हुई क्योंकि उसे लग रहा था कि आज की रात उसके लिए शायद अच्छी साबित होगी और नजमा के साथ खुलने का और मौका मिल जायेगा लेकिन नजमा के जवाब ने उसके अरमानों पर पानी सा फेर दिया और नाजिम बोला:”

” ज्यादा नींद आ रही है क्या बेटी ?

नजमा:” हान नींद तो आ ही रही है अब मुझे। अच्छा मैं चलती हु अब सोने के लिए।

इतना कहकर नजमा उठी और जान बूझकर पूरी तरह से मटकती हुई बाहर की तरफ चल पड़ी और नाजिम की जान जैसे उसके हर कदम पर बाहर निकल रही थी और जैसे ही नजमा गेट तक पहुंच गई तो नाजिम की हिम्मत जवाब दे गई और बोला:”

” बेटी नजमा मेरा शरीर दर्द कर रहा है,मालिश कर देगी क्या थोड़ी सी ?

नजमा तो कब से उसके पास रुकने के लिए तड़प रही थी और पलट कर बोली:”

” कर दूंगी न, थोड़ी सी क्यों बिलकुल पूरी की पूरी करूंगी वो भी एक दम अच्छे से। आप रुकिए मैं तेल लेकर आती हूं।

नजमा खुशी खुशी किचन में आई और जल्दी से तेल गर्म किया और लेकर अपने आप के कमरे की तरफ चल पड़ी। उसकी सांसे अभी से तेज हो गई थी और उसके बदन में रोमांच पैदा हो रहा था क्योंकि आज वो खुद अपनी इच्छा से अपने बाप की मालिश करने जा रही थी। वहीं नाजिम भी आज जान बूझकर अपनी बेटी को मालिश के लिए बोल दिया क्योंकि उसका मन नही कर रहा था कि उसकी बेटी उसके पास से जाए।

नजमा धड़कते दिल और तेज सांसों के साथ नाजिम के कमरे में दाखिल हुई और चलती हुई बेड पर चढ़ गई और तेल की कटोरी को पास में ही रख दिया और नाजिम से बोली

” चलिए अब आप बिल्कुल सीधे होकर लेट जाइए मैं मालिश शुरू कर देती हु आपकी।

नाजिम उसकी बात सुनकर उल्टा होकर लेट गया और और नजमा ने ढेर सारा तेल अपने हाथ में लिया और मालिश शुरू करती उससे पहले ही नजमा का दुपट्टा उसे परेशान कर रहा था और बार बार इधर उधर हो रहा था तो नाजिम मौका देखते हुए बोला

” नजमा बेटी दुप्पटा तेल में खराब हो जाएगा, इसे उतारकर मालिश करो ना।

नाजिम उसकी बात सुनकर अंदर ही अंदर खुश हो गई कि उसका बाप भी आज उसके बदन को देखने के लिए तड़प रहा है और बार बार बहाने बना रहा है। नजमा ने जान बूझकर नाजिम की नजर बचाते हुए दूसरे हाथ को भी तेल में डुबो दिया और बोली:”

” मैं कैसे उतारू! मेरे दोनो हाथों में तो पहले से ही तेल लगा हुआ है और दुपट्टा खराब हो जाएगा। एक काम कीजिए आप ही उतार फेंकिए न अपनी बेटा का दुपट्टा

नजमा ने जान बूझकर उतार फेंकिए शब्द का इस्तेमाल किया मानो वो खुद ही उसे उतरवाने के लिए तड़प रही हो। नजमा की दूसरा हाथ तेल में डुबाने की चालाकी नाजिम से छिपी नहीं थी और अब उसके मुंह से उतार फेंकिए शब्द सुनकर नाजिम की खुशी का ठिकाना नहीं रहा और नजमा उस पर झुक गई और बोली

” लो उतार दीजिए अपनी जवान बेटी का दुपट्टा आप अपने ही हाथो से आज।

नजमा के झुकने से उसका दुपट्टा नाजिम के चेहरे पर फ़ैल गया था। नाजिम ने दुपट्टे को अपने हाथ मे पकड़ा और खींचने लगा और नजमा जान बूझकर दुपट्टे के साथ ही खीचती चली जा रही थी और नाजिम के बेहद करीब आ गई थी। नाजिम एक झटका लगा दिया और नजमा जान बूझकर नाजिम की कमर पर गिर पड़ी और बोली

“हाय अल्लाह, अब बेटी पर ही पहलवानी आजमाओगे क्या ??

इतना कहकर नजमा ने जान बूझकर अपनी चुचियों को उसकी पीठ पर रगड़ दिया और नाजिम इस अनोखे एहसास से मस्ती से भर गया और बोला

” अरे नही बेटी, बस झटका लग गया मुझसे जल्दी में

नजमा ऐसे ही उसके ऊपर पड़ी हुई थी और बोली:”

” ऐसी भी क्या जल्दी है आपको अपनी जवान बेटी का दुपट्टा उतारने की ? थोड़ा सा सब्र तो करो

इतना कहकर नजमा उपर उठने लगी और नाजिम ने दुप्पटे को खींच लिया और उसकी तेज सांसों के साथ उठती गिरती चूचियां नाजिम के सामने आ गई और नाजिम उसकी चुचियों को देखते हुए बोला

” नजमा देख बेटी तुम्हे इतनी सांस क्यों चढ़ी हुई है!

नजमा अपने बाप की बात सुनकर खुशी से पागल सी हो गई और बोली:”

” घर का काम किया था न इसलिए चढ़ गई इतनी सांस मुझे, अब मालिश करूंगी तो और शायद और चढ़ जायेगी। आपको मेरी सांस की फिक्र है तो मैं मालिश रहने दू क्या !!

2021-04-09

नाजिम:” अरे नही बेटी, धीरे धीरे कर दे तू मालिश बस।

नजमा उठ गई और फिर से उसके बराबर में बैठ गई और हाथ में तेल लिया और उसके कंधो की मालिश करने लगी और मजबूती से मसलना शुरू कर दिया तो नाजिम को बेहद अच्छा लगने लगा और नजमा बोली:”

” पापा आपके कंधे बेहद मजबूत है एक दम किसी शेर की तरह।

नाजिम:” अच्छा बेटी तुझे क्या मेरे कंधे पसंद आए ??

नजमा ने उसके कंधो को मुट्ठी में भर लिया और कसकर दबाते हुए बोली:”

” देखिए ना कितने सख्त और मजबूत है, मुझे तो बेहद पसंद है आपके कंधे।

नाजिम अपने कंधे पर सख्ती महसूस करके तड़प सा उठा और लंड ने बगावत शुरू कर दी थी। नाजिम बोला:”

” बेटी बचपन में तुम इन्ही कंधो पर खेलकर बड़ी हुई हो।

नजमा ने हल्के से अपने नाखून उसके कंधो में गड़ा दिए और बोली:”

” आप बचपन की बात कर रहे हो मुझे तो लगता हैं कि आप इतने तगड़े हैं कि इस उम्र में भी अपनी जवान बेटी को अपने कंधे पर उठा कर खिला सकते है पापा, बोलिए न खिलाओगे ना मुझे आप अपने कंधे पर उठाकर ?

नजमा की बात सुनकर नाजिम का लंड फड़फड़ा उठा क्योंकि उसकी बात का असली मतलब उसे समझ आ रहा था और नाजिम भी उसका साथ देते हुए बोला:”

” तुम एक बार कहकर तो देखो बेटी, अपनी जवान बेटी को मैं घंटो अपने कंधे पर खिला लूंगा।

नजमा की चूचियां उसकी बात सुनकर कड़क हो गई और नजमा बोली:”

” घंटो नही पापा, बस थोड़ी देर खिला लोगे तो बहुत होगा मेरे लिए इतना।

नाजिम उसकी बात सुनकर उसकी चुचियों की तरफ देखा और नजमा सिहर उठी और नाजिम बोला:”

” सोच समझ कर चढ़ना मेरे कंधो पर बेटी क्योंकि थोड़ी देर नहीं बल्कि घंटो खिलाऊंगा तुझे, पूरी पूरी रात खिलाऊंगा तुझे।

नजमा उसकी बात सुनकर मचल सी गई क्योंकि उसका बाप उसे साफ साफ बोल रहा था कि पूरी पूरी रात उसे गोद में उठा उठा कर चोदेगा। ये सब सोचकर उसकी चूचियां अब तेजी से ऊपर नीचे हो रही थी और नजमा बोली

” आप तो खेल के बहाने अपनी बेटी को पसीने पसीने कर देंगे।

नाजिम उसकी चुचियों को देखते हुए बोला:” तेरी सांसे भी अब तो बहुत ज्यादा तेज हो जायेगी नजमा, फिर बाद में मुझे मत कहना कुछ।

नजमा की चूत अपने बाप की बात सुनकर फुदक सी उठी और उसकी कमर पर तेल मालिश करने हुए नजमा बोली:”

” आप अपनी जवान बेटी को क्यों डराना चाहते हो? आपकी बेटी भी इतनी आसानी से हार नही जायेगी बल्कि पूरी की पूरी टक्कर देगी आपको।

नजमा थोड़ा सा और उसकी तरफ झुकी और अब उसकी पूरी कमर सहला रही थी और नाजिम का लंड नजमा की कामुक और डबल मीनिंग बातो से पूरी तरह से अकड़ गया था और बेड में घुसा हुआ था। नजमा की जांघें उसकी कमर से सटी हुई थी और नाजिम बोला:”

” हान नजमा, आखिर तो मेरा अपना खून हैं तो इतनी आसानी से हार तो नही मानेगी।

नजमा के हाथ अब धीरे धीरे नीचे बढ़ गए और उसकी गांड़ तक जाने लगे और दोनो बाप बेटी की हालत खराब होती जा रही थी और जैसे ही नजमा ने उसकी गांड़ के उभार के पास जोर से दबाया तो नाजिम मस्ती से कराह उठा और बोला:”

” आह बेटी, बस यही दर्द हैं और थोड़ा सा नीचे की तरफ तो और भी ज्यादा।

नजमा समझ गई कि उसका बाप उससे अपनी गांड़ की मालिश करवाना चाहता है तो नजमा ने अपने हाथ में देर सारा तेल लिया और उसकी गांड़ पर लगा दिया। नजमा ने एक नजर उसकी गांड़ पर डाली और उसे अपने बाप के मजबूत कुल्हो का एहसास हुआ और उसे याद आ गया कि उसने उसकी अम्मी की हालत खराब कर दी थी अपनी तेज रफ्तार से उस रात। ये सोचकर नजमा की सांसे और तेज हो गई और उसकी चूचियां अब आधी से ज्यादा ड्रेस से बाहर निकल रही थी और जैसे ही नजमा ने उसकी गांड़ को छुआ तो नाजिम बोला:”

” थोड़ा धीरे धीरे सांस लो नजमा नही तो तेरी ड्रेस छाती पर से फट जायेगी। ।

नजमा की चूत में अपने बाप की बात सुनकर करेंट सा दौड़ गया और नजमा उसकी गांड़ को अच्छे से कसकर मसलती हुई बोली

” फट गई तो आप दूसरी ला देना मुझे, क्यों खर्चे से डर रहे हो आप? भला जवानी में तो सांसे तेज होगी ही आपकी बेटी की।

नाजिम भी अब पूरी तरह से खुल रहा था और अपनी गांड़ को उसके हाथो की तरफ उछालते हुए बोला:”

” आह नजमा फाड़ डालो अपनी ड्रेस आज, तुझे लाइन लगा दूंगा ऐसी सेक्सी ड्रेस की मेरी नजमा।

नाजिम के मुंह से सेक्सी सुनकर नजमा जोश में आ गई और उसकी गांड़ को अपनी पूरी ताकत से मसलने लगी और बोली:”

” ओह पापा, आपके कूल्हे कितने ज्यादा चौड़े और मजबूत है।

नाजिम अपनी जवान बेटी के मुंह से ये सब सुनकर खुश हुआ और बोला:”

” कर न जोर जोर से मालिश कर बेटी इनकी, एक मर्द के कूल्हे और मजबूत कमर पर औरत अपना सब कुछ हार देती है।

नजमा अपने बाप की बात सुनकर अनजान सी बनती हुई बोली:” वो भला क्यों पापा?

” क्योंकि बेटी कूल्हे और कमर औरत को मजबूती से उठा सकते हैं और पूरी दुनिया घूमा सकते हैं।

नजमा अपने बाप की बात सुनकर पागल सी हुई जा रही थी और उसकी गांड़ कमर की मालिश कर रही थी पूरे जोर जोर से और उसकी चूचियां उछल उछल कर नाजिम को तड़पा रही थी और दोनो ही पल पल बेचैन होते जा रहे थे।

नाजिम अब आगे बढ़ना चाहता था और बोला:”

” नजमा बेटी बस पीछे से मालिश हो गई अब आगे से कर दो।

इतना कहकर नाजिम पलट गया और उसका खड़ा हुआ लंड लुंगी में तीर की तरह तन गया और नजमा ने उस पर एक नजर डाली और अपने हाथो में तेल लिया और नाजिम की छाती पर अपना हाथ टिका दिया और धीरे धीरे सहलाने लगी। नाजिम के मजे की कोई सीमा नही थी और उसका लंड उत्तेजना से बार बार झटके मार रहा था और नजमा नजर बचा बचा कर ये सब देख रही थी और कई बार नाजिम उसकी नजरे पकड़ गया था लेकिन महसूस नही होने दिया और बोला

” नजमा थोड़ा पास आकर अच्छे से मालिश करो ना बेटी!!

नजमा उसके बिलकुल पास पहुंच गई और उसकी जांघें अब नाजिम की जांघो से छू रही थी और नजमा जोर जोर से उसकी छाती की मालिश नही कर रही थी बल्कि रगड़ रही थी और नाजिम के निप्पल सख्त होकर उभर आए और नजमा ने उन्हें अपनी उंगली से सहला दिया तो नाजिम के मुंह से आह निकल पड़ी और नजमा पूरी सख्ती से उसकी छाती मसल रही थी और धीरे धीरे नाजिम उसकी तरफ जान बूझकर खिसक रहा था और देखते ही देखते नजमा आधी से ज्यादा उसके पर चढ़ गई थी और अब जोर जोर से उसकी छाती रगड़ रही थी और बोली

” पापा आपकी छातियां बेहद मजबूत है, देखो ना कितनी सख्त हैं आपकी छाती।

इतना कहकर नजमा ने उसकी छाती के एक निप्पल को कामुक तरीके से हाथ से सहलाकर मसल सा दिया और नाजिम पूरे जोश में आ गया और बोला

” छातियां तो तेरी भी बहुत सख्त और बड़ी है मेरी नजमा, देखो ना कैसे ड्रेस को फाड़ने पर तुली हुई है आज !

नजमा की नजर अपनी चुचियों पर पड़ी और देखा कि उसकी चुचियों बस नाम मात्र के लिए अंदर थी सिर्फ निप्पल अंदर थे बाकी बाहर उछल उछल पड़ रही थी और नजमा अपने बाप की आंखो में देखते हुए बोली

2021-04-06

” हाय बेशर्म पापा, आपको शर्म नहीं आती अपनी जवान बेटी की छातियां देखते हुए। गंदी बात होती है।

नाजिम ने अब नजमा की गांड़ को हल्का सा सहारा दिया और नजमा पूरी तरह से उसके पेट पर सवार हो गई और अब चुचिया बिलकुल उसके मुंह के सामने तक आ रही थी और नाजिम बोला:”

” आह बेटी मेरी क्या गलती, तेरी जवानी खुद ही आजाद होने के लिए तड़प रही है।

नजमा की सांसे अब किसी सुपर फास्ट ट्रेन की तरह चल रही थी और नजमा बोली:

” तो तड़पने दो ना, आपको क्या दिक्कत है भला!!

नाजिम ने अपने एक को उसकी जांघ पर रख दिया और सहलाते हुए बोला:”

” आह नजमा तेरे ड्रेस फट जायेगी मेरी जवान बेटी!!

नजमा ने अपने हाथ उपर को उठकर एक जोरदार अंगड़ाई ली और उसकी चूचियां किसी टेनिस गेंद की तरह उछली और नाजिम चेहरे पर कामुक भाव लाती हुई उस पर पूरी तरह से आगे को झुकी और अपनी चूचियां उसके चेहरे पर छुआकर फिर से सीधी हो गई और बोली:”

” फट जाने दीजिए आज फटती है तो फट जाए।

नाजिम उसकी इस अदा पर पागल सा हो गया और नजमा का एक हाथ पकड़ लिया और धीरे धीरे पीछे की तरफ मोड़ कर लंड की तरफ ले जाने लगा और नजमा की चूत में चिंगारी सी उठने लगी और जैसे ही नाजिम ने नजमा का हाथ लूंगी के अंदर अपने लंड पर रखा तो नजमा का पूरा बदन जल सा उठा और उसके मुंह से आह निकल पड़ी और नाजिम बोला

” आह्ह्ह नजमा मेरी जवान नजमा, इसकी भी मालिश कर दे आज बस।

नजमा ने अपनी आंखे मस्ती से बंद कर ली और फिर अपनी उंगलियों का दबाव लंड पर दिया और सुपाड़े से लेकर जड़ तक उसे एक बार अच्छे से छुआ और जोर से सिसकते हुए अपने बाप की छाती पर गिर पड़ी और धीरे से बुदबुदाई

” हाय अल्लाह ये क्या मुसीबत हैं, आदमी हो या जिन्न।

नजमा के उसकी छाती पर गिरते ही नाजिम ने उसकी कमर को अपनी बांहों में कस लिया और फिर से उसका हाथ लंड की तरफ ले जाने लगा और जैसे ही फिर से लंड पर रखा तो नजमा किसी बेकाबू घोड़ी सी उछली और उसका गाल चूम कर अपने रूम की तरफ भाग पड़ी।

नाजिम की हिम्मत उसे रोकने की नही हुई और नजमा अपनी भीगी हुई चूत के साथ अपने कमरे में आ गई और नाजिम अपने खड़े लंड के साथ आंहे भरता रह गया।

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