सफ़र मेरी क़िस्मत का – Incest Story
यह कहानी(सफ़र मेरी क़िस्मत का) है मेरे, परवीन (उम्र 22, कद 6.1 फ़ीट), और मेरे परिवार के उन रिश्तों की, जो समय और हालातों के साथ हर रोज़ नई परतें खोलते हैं।
पिता श्याम (उम्र 50) एक साधारण लेकिन दृढ़ व्यक्तित्व के व्यक्ति हैं, जिनका जीवन का हर कदम हमें अनुशासन और त्याग सिखाता है।
माँ इंद्रा (उम्र 46) हमारी जिंदगी का वह आधार हैं, जिनकी ममता और समझदारी ने हमें हर मुश्किल घड़ी में संभाला है।
मेरी छोटी बहन ममता (उम्र 20, कद 5.6 फ़ीट), नटखट और खुशमिज़ाज, जो हर पल को खुशी से भर देती है।
वहीं, सुमन (उम्र 20, कद 6 फ़ीट), मेरे जैसी ही आत्मनिर्भर और साहसी है, लेकिन उसके विचार और सपने उसे सबसे अलग बनाते हैं।
यह कहानी मेरे उस सफर की है, जिसमें मेरी क़िस्मत के रास्ते और मेरे परिवार का प्यार मिलकर मुझे जिंदगी के असली मायने सिखाते हैं।