Update 11.
माॅम को हग करके मैं अपने कमरे में चला गया । कपड़े उतारने के बाद फ्रेश होकर एक ढीला पायजामा पहना और उपर हल्का शर्ट डाल कर नीचे आया । हाॅल में कोई नहीं था । मैं किचन में गया । माॅम रात के खाने की तैयारी कर रही थी ।
मैं किचन में में प्रवेश करते हुए बोला -” क्या बना रही हो माॅम ?”
माॅम उस समय फुल नाइटी पहनी हुई थी । मगर उनके गदराये हुए यौवन का आभास फिर भी हो रहा था ।मां मेरी तरफ पलटी और मुस्कुरा कर बोली -” दाल भात और कोहड़ा की सब्जी ।”
” क्या ?” – मैंने बुरा सा मुंह बनाया -” रात में दाल भात । और ये दाल भात के साथ कोहड़ा की सब्जी कौन खाता है ।”
” मैं खाती हूं । तेरे डैड खाते हैं । ”
” मैंने तो आज तक देखा नहीं । जरुर मजाक कर रही हो । बोलो ना क्या बना रही हो ।” मैंने कहा ।
” जब खाने बैठेगा तब मालूम पड़ जाएगा । तु बता वहां की पार्टी कैसी रही । ”
” शानदार । खाना पीना सब मस्त । बड़े बड़े लोग सुन्दर सुन्दर औरतें । उर्वशी दी के हसबैंड भी बहुत अच्छे हैं । ”
” खाना पीना ? क्या दारू भी था ? ”
” हां । ”
” तुम ने तो नहीं पी ना ?”
” थोड़ी सी पी । उर्वशी दी के हसबैंड ने काफी जोर दी तो ।”
” इन सभी चीजों से दूर ही रहना । लिवर खराब कर देती है । और श्वेता ने तुझे टोका नहीं ।”
” वो क्या टोकेगी उसने तो खुद बीयर पी थी । ”
” क्या ?” मां आश्चर्य करते हुए बोली ।
” अरे ज्यादा नहीं बस थोड़ी सी मुंह जुठारने के लिए ली थी । अब वहां बड़े बड़े लोग थे तो हम भी ना नहीं कर सके ।”
मां कुछ नहीं बोली ।
” डैड और रीतु कहां है ?”
” तेरे डैड अपने दोस्तों के पास गये है और रीतु अपने कमरे में पढ़ रही है ” – मां काम करते हुए बोली -” और पार्टी के बारे में बता ।”
मैंने उन्हें वहां संजय जी के उपर गोली चलाने वाली घटना के बारे में बताया तो वो बोली ” कौन उन्हें मारना चाहता है ।”
” ये तो मुझे नहीं पता लेकिन बड़े बड़े लोगों के दुश्मन भी तो कई सारे होते हैं । ”
तभी वहां रीतु आ गई और अपनी देखते ही पुछा -” अरे भाई आप कब आए ?”
रीतु सलवार सूट में थी ।
” आधे घंटे पहले । तेरी पढ़ाई हो गई ।”
” हां । हो गई । अब जरा मुझे भी बताओ कि वहां रिसेप्शन कैसा रहा । क्या क्या किया ?”
” मैंने माॅम को बता दिया है तु माॅम से पुछ लेना ।”
” अब इतना भी भाव मत खाओ । बताओ ना ।”
” अरे वही सब हुआ जो बड़े बड़े लोगों के पार्टी में होता है । खाने में स्टार्टर , मेन कोर्स , जुस , चाट , कोल्ड ड्रिंक , स्नैक्स , वाइन । मस्ती के लिए म्यूजिक , आर्केस्ट्रा , लीपा पोती की हुई सुन्दर सुन्दर लड़कियां । और तुम तो ऐसे बोल रही हो जैसे तुम कभी पार्टी में कभी गई ही नहीं हो ।”
” ये लीपा पोती से क्या मतलब ?”
” मेरा मतलब फेशियल और बन संवर के आई हुई लड़कियां । क्या जरूरत होती है इतना लम्बा चौड़ा मेकअप करने की । कितनी तो अपने वजन से भी ज्यादा पाउडर क्रीम पोंत कर आई थी । ” मैंने माॅम की तरफ देखते हुए कहा -” मैंने कुछ ग़लत कहा माॅम ।”
” नहीं “- माॅम ने हंसते हुए कहा ।
” लड़कियां मेकअप नहीं करेंगी तो क्या लड़के करेंगे । और तुम्हें इससे एलर्जी क्यों होती है ?”
” मुझे क्यों एलर्जी होने लगी , मुझे उनसे क्या मतलब ।और तु जो दो दो किलो का मेकअप करती है , उसे बंद कर । एक दम सिम्पल माॅम की तरह रहा कर ।”
” म..म.. मैं दो किलो का मेकअप करती हूं । माॅम इसे समझा दो नहीं तो मैं इस का सर फोड़ दुंगी ।”
” मुझे तुम दोनों के बीच में नहीं पड़ना है । ये तुम्हारा एक दिन का नहीं रोज़ रोज़ का काम है ।”- माॅम ने कहा ।
” और तुम जानते क्या हो लड़कियों के मेकअप के बारे में ? ये हम लड़कियों के सोलह श्रृंगार का अंग है । “- रीतु भड़कते हुए बोली ।
” सोलह श्रृंगार लड़कियां नहीं शादी शुदा औरतें करती हैं । ”
ये सुनकर मां जोर से हंसी तो रीतु और भड़क उठी ।
मैंने अपनी बात जारी रखी – ” और जहां तक मैं समझता हूं हमारी देशी सनमारियां खट्टी लस्सी से बाल धोती है तो शैम्पू हो जाता है । बेसन या मुल्तानी मिट्टी का लेप मुंह पर करती है तो फेशियल हो जाता है । सरसों का दिया जलाकर उसकी लपक के उपर कोई बर्तन उल्टा रखकर यूं धूएं से बनी कालख इकट्ठी कर के आंखों में लगाती है तो नयन सहज कारे कजरारे लगने लगते हैं । दंदासा दांतों पर रगड़ती है तो दंदासे की ही लाली होंठों पर चढ़ जाती हैं और शायर लोग उस ‘ लबों को लाली ‘ पर ‘ लहू जिगर का ‘ दिया होने पर क्लेम लगाने लगते हैं । यानी हींग लगे ना फिटकरी रंग चोखा । ”
रीतु और माॅम मुझे आंखें फाड़े देखने लगी ।
” मैं ठीक कह रहा हूं ना रीतु । ”
वो अभी भी आंखें बड़ी बड़ी करके मुझे देखे जा रही थी ।
मैंने उसकी तरफ चुटकी बजाते हुए कहा -” ये हमारे देश में होता है , अब तुम्हें कुछ बड़े बड़े सेलीब्रिटी के फेशियल के बारे में बताता हूं । ”
दोनों ध्यान से सुन रही थी ।
” किम करदाशियां का नाम सुना है ना हालीवुड अभिनेत्री ।”
” हमम..”
” वो वैमपायर नाम का फेशियल करती है । इसमें अपने ही शरीर से खून निकाला जाता है और माइक्रो नीडल्स की सहायता से चेहरे पर इंजेक्ट किया जाता है । और इसकी लागत 1500 डालर पड़ती है ।…. जापान में एक सांग बर्ड नाम का पक्षी होता है उसके बीट को पीस कर पाउडर बनाया जाता है और चेहरे पर मला जाता है । इसकी लागत 675 डालर पड़ती है ।…. एक होता है लीच फेशियल । इसे हालीवुड अभिनेत्री डेमी मूर कराती है । इसके लिए पहले तारपीन का तेल मिले पानी से स्नान करना होता है फिर चेहरे और बदन पर जोंक छोड़ दिया जाता है और वो जोंक उसके शरीर से ‘ पुराना खून ‘ चूस लेती है । और इसकी कोस्ट 1000 डालर पड़ती है ।….. एक होता है ह्यूमन प्लासेंटा फेशियल । इसे प्रसिद्ध हालीवुड अभिनेत्री जेनिफर लोपेज कराती है । प्लासेंटा गर्भस्थ शिशु की नाल को कहते हैं जिसके जरिए गर्भ में शिशु को मां के पेट से पौष्टिक आहार प्राप्त होता है । बच्चा पैदा होने के बाद ये नाल काट कर फेंक दी जाती है लेकिन मैडम लोपेज की नजर में इसके अन्दर बायोलॉजिकल प्रोटीन होता है । इस नाल को पीसकर उसकी क्रीम बनाई जाती है और उसका लेप चेहरे पर गर्दन पर किया जाता है । ये भी 1000 डालर में होता है ।…. एक है फोर स्किन फेशियल । बच्चों के खतने के बाद जो खाल काटी जाती है उसका सीरम तैयार किया जाता है और इसे एक ऐसी सीरिंज से इंजेक्ट किया जाता है जिसमें एक नहीं । सैकड़ों महीन , सुक्ष्म सुईयां होती है । इसकी लागत के बारे में पता नहीं लेकिन इसे हालीवुड की कई हीरोइनें कराती हैं । ”
तभी डैड ने पानी के लिए आवाज लगाई । रीतु जो आंखें फाड़े बूत बनें सुन रही थी , चौंकते हुए ‘ लाती हूं ‘ कहकर पानी लेकर किचन से बाहर चली गई । मैं माॅम के बगल गया और धीरे से बोला -” और एक होता है सीमेन फेशियल । इसे एक्ट्रेस वैसेना टैडगरेव कराती है । मर्दों के सीमेन में स्पर्माइन नामक कैमीकल पाया जाता है जो बुढियापे की प्रक्रिया की गति को कन्ट्रोल करता है और चेहरे की चमड़ी को जवान रखने में मदद करता है । ”
माॅम मुझे आंखें फाड़े चुपचाप देखती रही । तभी रीतु आई और मैं किचन से बाहर निकल कर डैड के पास चला गया ।
थोड़ी देर तक डैड से बातें हुई फिर हम टेलीविजन देखने लगे। कुछ देर बाद माॅम ने डीनर लगाया और हम सभी साथ में खाने बैठ गये ।
खाने के बाद सभी अपने अपने कमरों में चले गए । मैं भी छत पर चला गया । वहां टहलते हुए अपनी फेवरेट क्लासिक का कश लगाने लगा । अब रात के ग्यारह बज चुके थे । मैं अपने कमरे में गया और फिर से उन ‘ स्पेशल ‘ किताबों को चेक किया । आज सारे दस के दस किताब मौजूद थे । आज कोई भी किताब मिसिंग नहीं थी । कुछ सोचकर उन सभी किताबों को उठाया और एक सेक्स करते हुए लड़के लड़कियों का रंगीन पिक्चर वाली किताब को छोड़ कर सभी अपने बैग में रख दिया और उसके उपर ताला लगा दिया ।
उस किताब के अन्दर विभिन्न मुद्राओं में लड़की और लड़के की सेक्स करते हुए पिक्चर थी । उस किताब को मैंने वहीं रख दिया जहां पहले रखा करता था । फिर आकर बिस्तर पर लेट गया और आज के दिन भर की घटनाक्रम के बारे में सोचने लगा । सोचा एक बार श्वेता दी को फोन करूं फिर सोचा वो दो दिन के भागदौड़ से थकी हारी होगी इसलिए ये विचार त्याग दिया । फिर कुछ देर बाद नींद के आगोश में समा गया ।
ऐसा लग रहा है मानो माँ की चुदाई होने वाली है