UPDATE – 95
कपडे पहन कर आंटी बोली, शरीर की भूख शांत हो गयी तो पेट की भूख भड़क गयी. चलो मोनू कही चलकर कुछ खाते है.
मैं: हा चलिए न आंटी.
और हम दोनों बाहर खाने के लिए निकल गए.
उधर दूसरी तरफ जब रिशू रिक्की को लेकर रुची के घर को निकला तो रस्ते का ट्रैफिक और सड़क के गड्ढो से उसे बार बार बाइक के ब्रेक लगाने पड रहे थे.
ब्रेक लगने से रिक्की की चूचिया भी बार बार उसकी पीठ में रगड रही थी. रिक्की ने शायद ब्रा नहीं पहना था जिससे उसकी नरम चूचिया रिशू को साफ़ महसूस हो रही थी. रिशू जिसने रात भर अपनी माँ कामिनी को नंगा करके चोदा था अचानक उसके मन में ख्याल आया की काश मैं रिक्की को मम्मी के सामने पूरा नंगा करके चोदु तो…
इस ख्याल से उसके लंड ने एक झटका खाया और वो धीरे धीरे ऐठने लगा. रिशू के मन में किसी तरह की कोई दुविधा नहीं थी की रिक्की उसकी छोटी बहन है. वो तो सिर्फ चूत और लंड का रिश्ता मानता था. उसे तो आश्चर्य हो रहा था की आज से पहले उसने इस बात पर ध्यान क्यों नहीं दिया.
वो सोचने लगा की रिक्की की सील टूट चुकी होगी या नहीं. उसके दिल ने कहा की नहीं, रिक्की अभी तक कुवारी है और उसकी सील उसका भाई ही तोड़ेगा. उसने मन बना लिया की आज रात वो कामिनी से बात करेगा वो रिक्की को चोदना चाहता है.