UPDATE -87
रिशू उनको और अपनी तरफ खींचता हुआ अपनी कमर को उनकी कमर से सटा धीरे से फुसफुसाता हुआ बोला सच कहू तो याद नही है
कामिनी: हाये राम!!!…इतनी सारी ???…कैसे फांसता है तू इतनी लडकियों को…
रिशू: मैं नहीं फांसता मेरा लंड फांसता है, फिर कुछ तो सच में रंडिया थी. पैसे के लिए चुद्वाती थी. कहते हुए रिशू ने कामिनी आंटी को कमर से पकड कस कर भींचा. उनका खडा हो चुका लंड सीधा कामिनी आंटी की जांघो के बीच दस्तक देने लगा.
कामिनी आंटी उनकी बाहों से छुटने का असफल प्रायास करती मुंह फुलाते हुए बोली छोड बेशरम
पर ये सब बोलते हुए उनके चेहरे पर हल्की मुस्कान भी तैर रही थी. रिशू ने अपनी एक टांग उठा उनकी जांघो पर रखते हुए उनके पैरो को अपने दोनो पैरों के बीच करते हुए लंड को पेटिकोट के उपर से चूत पर सटाते हुए उनके होठों से अपने होठों को सटा आंटी का मुंह बन्द कर दिया. रसिले होठों को अपने होठों के बीच दबोच चूसते हुए अपनी जीभ को उनके मुंह में ठेल उनके मुंह में चारो तरफ घुमाते हुए चुम्मा लेने लगा.
कुछ पल तो कामिनी आंटी के मुंह से …गो…गो… करके गोगियाने की आवाज आती रही मगर फिर वो भी अपनी जीभ को ठेल-ठेल कर पुरा सहयोग करने लगी. दोनो आपस में लिपटे हुए अपने पैरों से एक दुसरे को रगडते हुए चुम्मा-चाटी कर रहे थे. रिशू ने अपने हाथ कमर से हटा उनकी चुचियों पर रख दिया था और ब्लाउन के उपर से उन्हे दबाने लगा. कामिनी आंटी ने जल्दी से अपने होठों को उनके चुम्बन से छुडाया. दोनो हांफ रहे थे और दोनो का चेहरा लाल हो गया था. रिशू के हाथों को अपनी चुचियों पर से हटाती हुइ बोली इस्सक्या करता है…?
रिशू ने कामिनी आंटी के हाथ को पकड अपनी अंडरवियर के अन्दर घुसा अपना लंड उनके हाथ में पकडा दिया. कामिनी आंटी ने अपना हाथ पिछे खींचने की कोशिश की मगर उसने जबरदस्ती उनकी मुठ्ठीयां खोल अपना गरम तपता हुआ खडा लंड उनके हाथ में पकडा दिया. लौडे की गरमी पा कर उनका हाथ अपने आप लंड पर कसता चला गया.
…. तेरा मन नही भरा क्या…?? लंड को पुरी ताकत से मरोडती दांत पीसती आंटी बोली.
नही भरा…एक बार और करने दे…ना कहते हुए रिशू ने उनके घुटनो तक उठे हुए पेटिकोट के अन्दर झटके से हाथ घुसा दिया. कामिनी
आंटी ने चिहुंक कर लंड को छोड पेटिकोट के अन्दर घुसते रिशू के हाथो को रोकने की कोशिश करते हुए बोली …कहां हाथ घुसा रहा है
रिशू जबरदस्ती उनके ऊपर आ कर हाथ को उनकी जांघो के बीच ठेलता हुआ बोला, बस एक बार और देखो न कैसे खड़ा है…
कामिनी आंटी जब तक उसकी कलाई पकड रोकने की कोशिश करती तब तक रिशू का हाथ उनकी जांघो के बीच चूत तक पहुंच चुका था. चूत की फांको के बीच से रास्ता खोजते हुए चूत के छेद में बीच वाली उन्गली को धकेला. कामिनी आंटी की चूत पनिया गई थी. थोड-सा ठेलने पर ही उन्गिली कच से बुर में घुस गई. दो-तीन बार कच-कच उन्गली चलाता हुआ रिशू बोला पनीया गई है तेरी चुत… आराम से जायेगा…इस बार चिकनी हो गई है…तेरी चुत…
कामिनी आंटी हँसते हुए बोली चुप कर बेशरम बहुत देर हो चुकी है…
रिशू भी हस पडा और उनकी चुंची को पकड कस कर दबा दांत पीसते बोला बस एक बार और.
नही सीईईईई…. कमीने छोड…. घडी देख….क्या टाईम हुआ है कामिनी आंटी रिशू के हटाते हुए बोली.
रिशू ने घडी देखी. सुबह के ४:३० बज रहे थे. टाइम देख कर उसने आंटी को छोड़ दिया और कामिनी आंटी अपने कमरे में सोने चली गयी और रिशू भी अपने बिस्तर पर खर्राटे भरने लगा.