UPDATE -27
मेरा दिमाग घूम गया.
और मैं वही दरवाजे के पास बैठ गया.
मेरी समझ में नहीं आ रहा था मैं क्या करू..
रिशू ४ घंटे दीदी के साथ क्या करना चाहता है
जो मुझे २ बजे तक ना आने के लिए कह रहा था.
करीब २०-२५ मिनट ऐसे ही निकल गए.
तभी मुझे एक आईडिया आया और
मैं घर के पीछे चला गया जहा एक आम का पेड़ था.
मैं उस पेड़ पर चढ़ गया और
अपने कमरे की खिड़की पर आ गया.
कमरे में रिशू नहीं था. कंप्यूटर भी बंद था.
मैं धीरे से कमरे के अन्दर आ गया और नीचे झाकने लगा.
रिशू ड्राइंग रूम में सोफे पर बैठा टीवी देख रहा था.
दीदी कहीं नहीं दिख रही थी.
तभी बाथरूम का दरवाजा खुला और
रिशू बाथरूम की तरफ आ गया.
दीदी नहा कर निकल आई थी.
उन्होंने बादामी रंग की स्कर्ट और
क कलर की टीशर्ट पहनी थी.
उनके बालों से पानी टपक कर उनकी
टीशर्ट और स्कर्ट को भिगो रहा था
. वो रिशू को अचानक वहां देख कर चौक गयी
अरे तुम. मोनू कहा है. दीदी ने पुछा
रिशू: जी जो बुक मैं लेने आया था
वो उसने गलती से एक दुसरे लड़के को दे दी.
वो मुझे वेट करने को बोल कर वो ही लेने गया है.
आप नहा रही थी इसीलिए आपको नहीं बोला.
रश्मि: तो तुम भी उसके साथ चले जाते.
बुक उसी लड़के के घर से ले लेते.
रिशू: आप सही कह रही है.
ये बात तो मेरे दिमाग में आई ही नहीं पर
अब तो मोनू चला गया और
मैं उस लड़के का घर नहीं जानता.
तो आप कहे तो मैं यही वेट कर लूं.
रश्मि: हां ठीक है.
आप कुछ नाराज सी लग रही है.
शायद आपको मेरा आपके घर आना अच्छा नहीं लगा.
रिशू दीदी के मासूम चेहरे को घूरता हुआ बोला.
रश्मि: नहीं नहीं ऐसे तो कोई बात नहीं.
आओ बैठ कर बात करते है और
दीदी जाकर ड्राइंग रूम में सोफे पर बैठ गयी.
रिशू भी उनकी साइड में जाकर बैठ गया.
अब वो दोनों टीवी देखते हुए कुछ बात करने लगे.
दीदी बीच बीच में उसकी बातो पर हस भी देती थी.
दीदी की नज़र टीवी पर थी और
रिशू दीदी की चूचियों को घूर रहा था.
और बीच बीच में अपने लंड पेंट के ऊपर से खुजा भी देता था.
इसी बीच दीदी के नज़र भी एक बार उसके पेंट में बने टेंट पर पड़ी
फिर उन्होंने अपनी नज़र टीवी में गडा ली
पर शायद रिशू के लम्बे लंड से निकलती गर्मी
अब दीदी का जवान बदन भी महसूस कर रहा था
इसीलिए उन्होंने पलट कर फिर उसके खड़े लंड के तरफ देखा.
किसी ने सच ही कहा है की
मोटा और लम्बा लंड हर उम्र की औरत को दीवाना बना देता है.
दीदी को अपने पेंट में बने तम्बू की तरफ ताकते देख कर
रिशू का जोश दोगुना हो गया.
अब वो दीदी की तरफ देख कर
धीरे धीरे उपने लंड को सहलाने लगा.
दीदी ने फिर से निगाहे फेर ली.
रिशू फिर कुछ बोला और
सरक कर एक दम दीदी के पास आ गया.
दीदी के चेहरे पर फिर से लाली छाने लगी
और उनकी तनी चूचिया टीशर्ट में ऊपर नीचे होने लगी.
फिर रिशू कुछ बोला और दीदी फिर से हंस पड़ी.
कमाल था की १ घंटे पहले दीदी रिशू को ख़राब लड़का बता रही थी
और अब हंस हंस कर उसके साथ बात कर रही है.
क्या रिशू का प्लान कामयाब हो जायेगा
मैंने सोचा. मैंने मन ही मन रिशू की दाद दी की
क्योंकि मुझे लगा की इतनी जल्दी उसने
दीदी को अपने जाल में फसा लिया.
पर मुझे ऊपर उन दोनों की बाते मुझे सुनाई नहीं दे रही थी
तो मैं धीरे से नीचे उतर कर ड्राइंग रूम के बगल वाले
कमरे में छिप गया वहां से वो मुझे दिखाई तो नहीं दे रहे थे
पर उनकी बात मैं सुन पा रहा था.