You dont have javascript enabled! Please enable it! मेरे गाँव की नदी - Update 63 | Incest Sex Story - KamKatha
मेरे गाँव की नदी – Incest Sex Story

मेरे गाँव की नदी – Update 63 | Incest Sex Story

कल्लू- ठीक है जानेमन.. जैसा तुम कहो.. मगर एक बार और तेरी चूत मारूँगा.. कसम से मन भरता ही.. नहीं तेरी चूत से..।
गुड़िया- हा हा हा हा.. आप तो मेरी चूत का आज भोसड़ा बना के दम लोगे.. ठीक है भइया.. अब आपको मना नहीं करूँगी.. पर थोड़ा रेस्ट लेने के बाद आप आराम से चुदाई कर लेना..
कल्लू- वाहह.. ये हुई ना बात.. अच्छा अपनी हॉस्टल लाइफ के बारे में कुछ बताओ न.. तुम्हारे अन्दर ये बदलाव कैसे आया.. ये भी बताओ..

गुड़िया ऐसे ही हॉस्टल की बातें करने लगी और कल्लू बस उसको सुनता रहा। आधे घंटे तक दोनों बातें करते रहे.. उसके बाद कल्लू का मन दोबारा चुदाई का हो गया।
कल्लू धीरे-धीरे गुड़िया के जिस्म को सहलाने लगा।उसके रसीले होंठो को चूसने लगा। ऐसी कच्ची कली को जल्दी ही उसने फिर से गरम कर दिया..।

इस बार वो सीधा लेट गया और गुड़िया को ऊपर लेटा कर नीचे से अपना लंड गुड़िया की रसीली चूत में फंसाकर एक झटका दिया, लंड कच से घुसता चला गया।गुड़िया भी मस्ती में आकर लौड़े पर कूदने लगी।
इस बार गुड़िया कल्लू को चोद रही थी।
लंबी चुदाई के बाद दोनों झर गए और नंगे ही एक-दूसरे से लिपट कर सुकून की नींद में सो गए।

कुछ देर बाद कल्लू का लंड खड़ा हो जाता है।वह गुड़िया की गांड पर रगड़ने लगता है।
गुड़िया- अरे भइया, ये आपके लौड़े को क्या हो गया.. कैसे झटके खा रहा है.. लगता है इसको घुसने की बड़ी जल्दी है।
कल्लू- अरे इसको पता है.. आज मुलायम कुँवारी गाण्ड का मज़ा मिलने वाला है।
गुड़िया- हाँ मिलेगा.. लेकिन उसके पहले मेरे प्यारे रसीले होंठ इसको मज़ा देंगे.. फिर ये मेरी चूत की आग मिटाएगा.. उसके बाद लास्ट में गाण्ड का मज़ा मिलेगा.. समझे इतनी आसानी से नहीं.कुँवारी गांड नहीं मिलेगी।
कल्लू- अरे यार ये क्या बात हुई.. पहले गाण्ड मारने दो ना प्लीज़..
गुड़िया- नही भैया। आपने तो लगता है पॉवर वाली गोली खा रखी है… शुरू में गाण्ड मारोगे तो पता नहीं कितना दर्द होगा.. पहले मुझे ठंडी कर दो.. और साथ में मेरी गांड के छेद को आयल लगाकर चिकना भी कर दो।फिर आराम से गाँड मारते रहना।

कल्लू ने ज़्यादा ज़िद नहीं की और मान गया। उसके बाद दोनों चूमा-चाटी में लग गए। दोनों 69 के पोज़ में आ गए और एक-दूसरे के चूत और लण्ड को चूसकर मज़ा लेने लगे।कुछ देर बाद गुड़िया ने कहा- अब बस बर्दाश्त नहीं होता.. घुसा दो लौड़ा चूत में.. और बुझा दो इसकी प्यास!
कल्लू ने गुड़िया के पैर कंधे पर डाले और लौड़े को चूत पर सैट करके जोरदार झटका मारा.. पूरा लौड़ा एक ही बार में अन्दर चला गया।
गुड़िया- आआह्ह.. आईईइ.. मर गई रे.. आह्ह.. भाई क्या हो गया है आपको आह्ह..
कल्लू- ये तेरी साली चूत बहुत प्यासी है ना.. इसकी वजह से मैं गाण्ड बाद में मारूँगा। अब देख इसका क्या हाल करता हूँ.. आह्ह.. ले उहह उहह उहह..
गुड़िया- आ आह्ह.. चोदो आह्ह.. मेरे भाई.. मज़ा आ गया..पेलो जोर जोर से.. आह्ह.. भाई फाड़ दो मेरी चूत को.. आह्ह…. आह्ह.. आइ..।

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