अब रवि के लंड के धक्कों के साथ रिदम बनाते हुए रमेश ने रश्मि की गांड की चुदाई शुरू कर दी. आगे से रश्मि रवि के लंड से अपनी चूत चुदवा रही थी और पीछे से रिया के बाप रमेश से अपनी गांड पिलवा रही थी.
दो दो लंड की मस्ती में आकर रश्मि ने खुद ही अपनी एक टांग ऊपर उठा ली. ऐसा करने से अब उसके दोनों ही छेदों में दो मर्दों के लंड ज्यादा अंदर तक जाने लगे. दीवार से लगे हुए रवि का लंड उसकी चूत में घुस कर उसको मजा दे रहा था और पीछे से रमेश का लंड उसकी गांड में मजा दे रहा था.
माहौल इतना कामुक हो गया कि तीनों के मुंह से जोर जोर की सिसकारियां निकलने लगीं.
रवि- आह्ह … फक यू … आह्ह … फाड़ दूंगा तेरी चूत को … ये ले साली रांड … और ले … आह्ह … ऐसे ही चुदती रह मेरे लंड से … तेरी चूत का भोसड़ा कर दूंगा आज मैं … आह्ह ले … और ले साली … रंडी बनने का शौक पूरा कर तू।
रमेश- हाय … रंडी … आह्ह … तेरी गांड … आह्ह् क्या गांड है साली … ऐसी गांड को तो मैं दिन रात चोदता रहूं … आह्हह ले ले पूरा लंड … अपनी गांड में साली … आह्ह चुद मेरे लंड से…. आहह्ह और चुद … लंडखोर रंडी … आह्ह ले चुद … और चुद।
रश्मि- आईई … अहाह … आहह … फक मी … और तेज डैडी. आह्हह रमेश अंकल मेरी गांड … आह्ह मेरी गांड … फाड़ दो मेरी गांड … ये आपका लंड खाना चाहती है … आह्ह … और जोर से चोदो … आह्ह और जोर से। चोद चोद कर फाड़ दो मुझे … मेरे चिथड़े कर दो … आहह्ह मुझे रंडी बना कर चोदो दोनों।
इतने गर्म माहौल में रश्मि ज्यादा देर टिक नहीं पाई और एक बार फिर से उसकी चूत से पानी का फव्वारा निकल पड़ा जिसने रवि के लंड को पूरा सराबोर कर दिया उसकी चूत के रस में।
अब रवि और रमेश भी दोनों झड़ने वाले थे.
रमेश- आआह … रंडी. मैं झड़ने वाला हूँ. नीचे बैठ कर जल्दी अपना मुंह खोल साली कुतिया।
अब रश्मि अपने घुटनों पर बैठ गयी और मुंह खोल कर रश्मि ने अपने होंठों को उन दोनों के लौड़ों के सामने कर दिया.
दोनों मर्द अपने हाथों से अपना-अपना लंड हिलाने लगे.
कुछ पल के बाद ही रमेश झड़ने लगा- आह्ह … आ गया … आह्ह आया … आह्हह ये ले … रंडी आह्हह … हाह्हह … ओह्ह … करते हुए रमेश ने अपना माल रश्मि के मुंह पर गिराना शुरू कर दिया. रश्मि ने सारा वीर्य अपने मुंह में ले लिया.
अब रवि भी झड़ने लगा और उसने एकदम से अपना लंड रश्मि के मुंह में दे दिया. उसके बालों से उसके सिर को खींच कर अपने लौड़े पर दबा दिया. तभी उसके बदन में झटके लगने लगे.
रवि के वीर्य की पिचकारी रश्मि के गले को भिगोते हुए उसके पेट तक जाने लगी. रश्मि ने अपने बाप का सारा वीर्य अंदर पेट में गटक लिया.
रमेश- साली सच में तू कड़क माल है।
रवि- हां, रिया से भी ज्यादा कड़क.
फिर तीनों आराम करने लगे. कुछ देर आराम करने के बाद रमेश और रवि फिर से रश्मि की चुदाई करने लगे.
इस बार रमेश जानबूझ कर रश्मि को जलील करते हुए पेलने लगा. वो जानता था कि रश्मि रवि की बेटी है और यही उसका मकसद था कि वो रवि की बेटी को रंडी बना कर उसके बाप के सामने ही पेले.
रात के 3 बजे तक दोनों ने पेल पेलकर रश्मि की चूत और गांड फैला दी.
अगले दिन रिया रश्मि से मिली और पूछने लगी- अपने डैड से चुदवा कर कैसा लगा?
रश्मि- क्या बोल रही है? मैं अपने डैड से क्यों चुदवाऊंगी?
रिया- मुझे मालूम है कि कल तुमको मेरे डैड और तुम्हारे डैड ने जी भर कर चोदा है. रतनलाल ने बताया था मुझे। चिंता मत करो। मैं किसी को नही बताऊंगी क्योंकि वो दोनों मुझे भी एक साथ चोद चुके हैं।
रश्मि- क्या मेरे डैड को मालूम है कि तुम उनके दोस्त रमेश की बेटी हो। रिया- नहीं। तुम्हारे डैड को मालूम नहीं लेकिन मेरे डैड को मालूम है कि तुम उनके दोस्त रवि की बेटी हो।
फिर दोनों मिलकर प्लान बनाती हैं कि आज दोनों दोस्तों को भी शर्मिंदा करना चाहिए।
रिया- रश्मि तुम अपने डैड को लेकर ज़ी-मॉल में चलो। मैं भी अपने डैड को लेकर आती हूँ। आज दोनों को सरप्राइज़ कर देते हैं।
कुछ देर बाद रिया अपने डैड को लेकर जी मॉल गयी और एक मोड़ पर रवि और रश्मि मिल गये.
रिया- रश्मि … इनसे मिलो। ये मेरे डैड रमेश हैं।
रश्मि- और रिया … ये मेरे डैड रवि।
रमेश और रवि बुरी तरह चौंक गये और दोनों ने अपनी गर्दन झुका ली. उसके बाद रिया और रश्मि दोनों ही पक्की दोस्त बन गयीं. रिया का चेक भी पास हो गया था. उसने वादे के मुताबिक रेहाना और रतनलाल को उनका इनाम दे दिया.
मगर उस दिन के बाद रश्मि और रिया ने मन बना लिया कि वो अब ये गंदा धंधा नहीं करेंगी और साफ सुथरी जिन्दगी का मजा लेंगी.
दोस्तो, बाप खिलाड़ी बेटी महाखिलाडीन चुदाई कहानी आपको कैसी लगी, अपने कमेंट्स के द्वारा जरूर बतायें. आप सभी पाठकों की प्रतिक्रियाओं को बेसब्री से इंतजार रहेगा.
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