मे: देख वीना तेरी बुर के पानी से मेरा लंड कैसे गीला हो गया है….
वीना अपनी चमकती हुई आँखो से मेरे लंड को देखने लगी….मैने एक हाथ से उसके सर को पकड़ कर उसके होंठो को अपने लंड पर झुकाना शुरू कर दिया…वीना ने सवालिया नज़रों से मेरी तरफ देखा…..”जान इसे मुँह मे लेकर चाटो ना…” वीना ने एक बार मेरे लंड को देखा और फिर मेरे तरफ देखते हुए बोली… “च्ीी मुझे नही लेना इसे मुँह मे….”
मे: प्लीज़ जान चाटो ना….
वीना: उससे किया होगा…?
मे: मुझे अच्छा लगेगा….प्लीज़ चाटो ना….इसे प्यार करो…देखो ये तुम्हारी बुर की खुजली मिटाता है ना….तुम्हे मज़ा देता है ना…तो इसको प्यार करना तुम्हारी ज़िम्मेवारी है….
वीना ने एक बार मेरी आँखो मे झाँका और फिर मेरे लंड के करीब अपने होंठो को लाते हुए, उसे अपने रसीले होंठो मे भर लिया….उसने बुरा सा मुँह बना लिया था.. पर शायद मेरा दिल रखने के लिए, उसने लंड को चुप्पे लगाने शुरू कर दिए थे. “अहह ऑश श्िीीईई वीना तुम कमाल का लंड चुस्ती हो ओह्ह्ह्ह मज़ा आ गया…” मैने वीना के सर को पकड़ कर अपने लंड उसके मुँह मे धकेलते हुए कहा…
मेने देखा कि वीना भी पूरे जोश और मस्ती मे आकर मेरे लंड के सुपाडे को अपने होंठो से दबा-2 कर चूस रही थी….उसने कुछ ही देर मे मेरे लंड को मुँह से बाहर निकाल दिया….मैने उसकी नाइटी पकड़ कर उसके बदन से अलग कर दी….और वीना को पीठ के बल लेटने के लिए कहा….
वीना चारपाई के किनारे पर पीठ के बल लेट गयी….मैने अपने लंड को हाथ से पकड़ कर वीना की तरफ देखते हुए कहा….”चल अब अपनी बुर खोल कर रास्ता दिखा…”
तो वीना ने शरमाते हुए अपने दोनो हाथों से अपनी चूत की फांको को पकड़ कर फैला दिया….उसकी छूत का छेद सच मे बहुत गीला था….मैने अपने लंड के सुपाडे को चूत के छेद पर सेट करते हुए एक ज़ोर दार धक्का मारा…तो लंड का सुपाडा फिर से उसकी चूत की दीवारों को चीरता हुआ अंदर जा घुसा…
वीना: श्िीीईई त तुषार ओह्ह्ह्ह हाईए एब्ब ब्स्स्स पेल दीजिए…..
वीना ने लगभग अपनी कमर को उछालते हुए कहा…और इस बार मैने भी बिना कोई देर किए, अपने लंड को जितना हो सकता था उतनी तेज़ी से उसकी चूत के अंदर बाहर करना शुरू कर दिया….उसकी चुचियाँ मेरे हर धक्के के साथ ऊपर नीचे हिल रही थी…और वो आँखे बंद किए हुए, अपनी टाँगो को उठा कर फैलाए हुए मेरे लंड को अपनी चूत की गहराइयों मे महसूस करके मस्त होती जा रही थी….
वासना का तूफान ऐसा उठा था कि, हम दोनो को कोई होश नही था…चारपाई के चरमाने की आवाज़ उस शांत माहौल मे गूँज रही थी…मेरी जांघे लगतार वीना के चुतड़ों से टकरा कर थप-2 आवाज़ कर रही थी….”आहह चोदिये ना और ज़ोर से चोदिये…आह अह्ह्ह्ह ओह अनु के पापा से तो अह्ह्ह्ह कुछ नही होता अह्ह्ह्ह आ मेरी बुर आहह कूट दीजिए आहह….और अंदर घुसाइए ना…अह्ह्ह्ह फाड़ दीजिए….ओह्ह्ह तुषार आपका लंड अहह मेरी अह्ह्ह्ह मेरी बुर अह्ह्ह्ह ओह्ह्ह्ह तुषार…”
वीना अब पागलो की तरह सिसक रही थी….मेरा जोश ये सोच-2 कर और बढ़ रहा था कि, बाहर बैठी अनु किस तरह से अपनी माँ की चुदाई की मस्ती भरी आवाज़ सुन कर अपनी चूत को मसल रही होगी….”हाई तुषार अह्ह्ह भर दीजिए मेरी बुर को अह्ह्ह चोदिये ना पानी हाई मेरी बुर तो दूसरी बार झड़ने वाली है…..
ये सुन कर मे और जोश मे आ गया…और पूरी रफतार से अपने लंड को वीना की चूत के अंदर बाहर करने लगा….”अह्ह्ह्ह ले साली ले मेरे लंड का पानी पिला दे अपनी चूत को अहह अह्ह्ह्ह…..” मे एक दम से घुरते हुए झड़ने लगा….वीना मेरे साथ दूसरी बार झड चुकी थी….मेने अपने लंड को बाहर निकाला और फिर उस क्लिप को सेव करके मोबाइल ऑफ करके शॉर्ट्स के पॉकेट मे रख लिया….
उस रात मेने वीना को 4 बार चोदा…उसकी सिसकारियाँ पूरी रात स्टोर रूम मे गूँजती रही थी….अगली सुबह मे जल्दी उठ कर अपने घर पर चला गया था….मैने उस क्लिप्पिंग को अपने पीसी मे स्टोर करके, मोबाइल डेलीट कर दिया….अनु जानती थी कि, उसकी माँ मुझसे रात भर चुदवाती रही है….इसलिए जब दोपहर को छत से होकर रूम मे आए, तो वो मुझसे नज़रें मिलाते हुए शरमा रही थी…मैने पीसी ऑन किया, और वो भी मेरे पास आकर चेयर पर बैठ गयी…..मैने जिस फोल्डर मे सॉंग्स और एक पॉर्न क्लिप रखी थी…..उसमे कुछ और पॉर्न वीडियोस डाल दिए थे…..
मेने कुछ देर उसको बैठ कर समझाता रहा…..और फिर उसे कहा कि, मे नहाने जा रहा हूँ….तुम प्रॅक्टीस करो…..उसके बाद मे उठ कर बाथरूम मे आ गया….मुझे पूरा यकीन था कि, वो फिर से उस फोल्डर्स के आइटम को चेक करेगी और देखेगी भी. मे करीब 15 मिनिट बाद रूम मे वापिस गया….और उसके पास बैठते हुए बोला…
मे: ह्म्म अब तक मे जो तुम्हे समझा रहा हूँ….वो समझ तो आ रहा है ना….?
अनु: जी…..
मे: देख लो कहीं मेरे नाक मत कटवा देना…..
ये कहते हुए, मैने जैसे ही मेनू मे जाकर वल्क प्लेयर के ऊपर माउस के पॉइंट को क्लिक किया तो, उसमे प्ले हुई सभी वीडियोस की हिस्टरी सामने आ गयी….जिसे शायद वो समझ नही पे थी….मैने उसकी तरफ देखा और थोड़ा सा अपने चेहरे पर गुस्से वाले भाव लाते हुए बोला….”जब मे नहाने गया था, तो तुम क्या कर रही थी…..”
अनु: (थोड़ा सा घबराते हुए) जी वो मे जो आपने समझाया वही प्रॅक्टीस कर रही थी.
मे: मुझे बेवकूफ़ समझती हो क्या…? तुम्हे पता है, कंप्यूटर मे तुमने कुछ देर पहले क्या किया उसकी सारी हिस्टरी निकल आती है….
अनु: (ना मे सर हिलाते हुए) नही…..
मे: ये देखो तुम ये वीडियोस देख रही थी ना…..(मैने उनमे से एक पॉर्न वीडियो को प्ले करते हुए कहा तो, उसने घबराते हुए अपने सर को झुका लिया….)
मे: यही सब देख रही थी ना तुम…..देखो मुझे पता चल गया है तुम क्या कर रही थी…..
अनु: सॉरी वो मुझसे ग़लती हो गयी….
अनु: (चोंक कर मेरी तरफ देखते हुए) प्लीज़ मम्मी को कुछ ना कहना…..
मे: ठीक है नही कहता….पर पहले मेरी बात का जवाब दो…..तुम्हे ये वीडियोस कैसे लगी….
अनु मेरे ये सवाल सुन कर एक दम से और चोंक गयी….और हैरानी से मेरी तरफ देखने लगी…..”बोलो चुप क्यों हो….”
अनु: (सर झुका कर….) जी वो मे…
मे: ये वो जी क्या लगा रखा है….अच्छा लगती है ना ये देखना…..
अनु: (हां मे सर हिलाते हुए) जी…..
मे: तो फिर घबरा क्यों रही हो….और देखना चाहती हो…..? देखो सच कहना… ये तो कुछ भी नही, मेरे पास पूरी -2 फिल्म्स है….बोलो देखना चाहती हो…
अनु: (हैरानी से मेरी तरफ देखते हुए) नही….
मे: क्यों मुझसे शरम आ रही है….
अनु: (नज़रें झुकते हुए) जी….
मे: तुम्हे पता है, मे और तुम्हारी मम्मी रात को क्या करते है….?
अनु ने हां मे सर हिला दिया….उसका फेस एक दम लाल होकर दहक रहा था….शरम के मारे वो मुझसे नज़रें भी नही मिला पा रही थी….”तुमने कभी अंदर झाँकने की कॉसिश की है….? जब हम कर रहे होते है…..”
अनु: नही नही…मैने कभी नही देखा….
मे: देखना चाहोगी….?
अनु ने चोंक कर मेरी तरफ देखा, जैसे आँखो से पूछ रहे हो, कैसे क्या ये संभव है….”बोलो देखना है, अपनी मम्मी को भी इन लड़कियों की तरह मुझसे चुदते हुए” इस बार मैने थोड़ा बोल्ड होते हुए कहा, तो उसने शरमाते हुए नज़रें झुका ली….मे थोड़ा सा अनु की तरफ झुका और धीरे से कहा, “तुम्हे पता है कल रात जब मे और तुम्हारी मम्मी कर रहे थे….तब मैने मोबाइल के कॅमरा से उसकी वीडियो बनाई थी…बोलो दिखाऊ….?”
अनु सकते मे थी…..पता नही उसके दिमाग़ मे क्या चल रहा था……वो कुछ बोल नही पा रही थी….”बोलो देखना नही है, कि तुम्हारी मम्मी की चूत मे मेरा लंड कैसे जाता है…देखो तुम्हारी मम्मी भी मेरे लंड को ऐसे ही चुस्ती है….”
मैने स्क्रीन पर चल रही वीडियो की ओर इशारा करते हुए कहा, तो उसने एक बार उस वीडियो की तरफ देखा, ,जिसमे एक औरत एक जवान लड़के के लंड को मुँह मे लिए हुए अंदर बाहर कर रही होती है….
मे: बोलो जल्दी मुझे किसी काम से भी जाना है…फिर दोबारा नही पुछुन्गा….
मे जानता था कि, अनु रात भर से हमारी चुदाई की आवाज़ें सुन कर बहुत चुदास हो गयी होगी…..इसलिए वो अब तक मेरी बातों को चुप चाप सुन रही थी…वरना अगर उसकी जगह कोई और होता तो, कब की वो मेरे पास से उठ कर चली गयी होती…
मे: दिखाएँ….?
इस बार उसने शरमाते हुए हां मे सर हिला दिया…..ये मेरे लिए बहुत बड़ी जीत थी… मैने रात को बनाई हुई क्लिप प्ले कर दी….जिसमे अनु की माँ चारपाई पर वही पिंक नाइटी पहने बैठी हुई थी….फिर क्लिप मे वही सब चलता रहा…जो रात को हुआ था. इस दौरान अनु का बदन हल्का-2 कांप रहा था….फिर जैसे ही, मेने वीना को घोड़ी बंद कर उसकी नाइटी को कमर तक उठा कर उसके मोटे-2 चुतड़ों को नंगा किया और उसकी चूत पर कॅमरा फौक्स किया तो, पास बैठी अनु अपनी माँ के पानी से सनी हुई चूत को देख कर ही सिसक उठी….
मैने वीडियो पॉज़ किया…..और अनु की तरफ देखने लगा…..उसने अपने सर को झुका लिया….”आगे देखनी है…” मैने उसके कान के पास अपने होंठो को लेजाते हुए कहा. तो उसने शरमाते हुए हां मे सर हिला दिया….मैने उसका हाथ पकड़ कर अपनी तरफ खींचा तो, वो चेयर से उठ कर मेरे ऊपर झुक गयी….मैने उसका हाथ पकड़ कर खींचते हुए, उसे अपनी लेफ्ट जाँघ पर बैठा लिया…”वहाँ से ठीक से दिखाई नही देगा….” मैने अनु की आँखो मे झाँकने की कॉसिश करते हुए कहा…जैसे ही वो मेरे जाँघ पर बैठी तो, वो थोड़ा सा कसमसाई…..पर उसने उठने की कॉसिश नही की.