मैने अपने लंड को पेंट से निकाल लिया और उस क्लिप को देखते हुए तेज़ी से अपने लंड को हिलाने लगा….”आह उम्ह्ह्ह श्िीीई ओह…” वो सिसक रही थी.,…उसकी सिसकने की आवाज़ मे उस वीडियो मे सॉफ रेकॉर्ड हो चुकी थी….इधर मेरे लंड ने भी उसकी सिसकियाँ सुन कर वीर्य की पिचकारियाँ छोड़ना शुरू कर दिया था….उस रात को क्या करना था…मैने अपना प्लान तैयार कर लिया था….सिर्फ़ यही दुआ कर रहा था कि, आज कमलेश रात को ड्यूटी पर चला जाए….नही तो मेरा प्लान एक दिन और टल जाता….
मे रात का बेसबरी से इंतजार कर रहा था…मेने उस क्लिप को अपने कंप्यूटर के हिडन फोल्डर मे सेव कर लिया और मोबाइल से डेलीट कर दिया….रात के 8 बजे वीना ऊपर आई, उसके चेहरे पर ख़ुसी देखते ही मे समझ गया था कि, आज कमलेश ड्यूटी पर गया है….उसने मुझे रात को 9 बजे नीचे आने के लिए कहा…..और फिर वो नीचे चली गयी…
मे ठीक 9 बजे दीवार फाँद कर नीचे चला गया….जब मे नीचे पहुँचा तो अनु किचन के सामने चारपाई पर बैठी हुई थी…जैसे ही हम दोनो के नज़रें मिली तो वो शरमा कर मुस्कराने लगी…मैने उसके तरफ देखते हुए, अपने शॉर्ट्स के ऊपर से अपने लंड को मसल दिया…उसने शरमाते हुए नज़रें झुका ली…
.वीना किचन से बाहर आई, और मेरी तरफ देखते हुए बोली…”आप अंदर चलिए मे खाना लेकर आती हूँ…मे रूम के अंदर आ गया….और पैरो मे डाली हुई चप्पल उतार कर चारपाई पर बैठ गया…
थोड़ी देर बाद वीना खाना लेकर आ गयी….मे खाना खाने लगा और वीना मेरे पास बैठ गयी…..”आज इसकी चारपाई बाहर लगवा दी है….” वीना ने बाहर बैठी अनु की तरफ देखते हुए कहा….”क्यों क्या हुआ….? “ मैने वीना की तरफ देखते हुए कहा….
”इसको पता था कि, आप आने वाले हो…तभी से टीवी चला कर सामने बैठ गयी थी…अभी बित्ते भर की हुई नही है….और अभी से इन सब मे दिलचस्पी लेने लगी है. कल जब स्कूल गये थी…तो इसकी टीचर भी बोल रही थी कि, क्लास मे सो गयी थी दो दिन पहले….”
मे: छोड़ो भी….अगर उसकी चूत मे आग लगी है तो, उसे और सुलगने दो ना…
वीना: तुषार आपके इरादे मुझे नेक नही लगते….कही आपकी नज़र मेरे बच्ची पर तो नही है…?
मे: (कुछ देर सोचने के बाद) अगर हो तो…..?
वीना: (मुँह बनाते हुए) तो मुझसे बुरा कोई ना होगा…कहे देती हूँ….
मे: तुम्ही तो कल कह रही थी कि, तुम्हे डर लगा रहता है कि, कहीं वो किसी को बता ना दे…..
वीना: हां कहा था….और ये बात सच भी है….उसका व्यवहार बहुत बदल गया है आज कल…
मे: तभी तो कह रहा हूँ…..मेरे जान अगर इस चिड़िया को काबू मे रखना है तो इसके पंख भी कतरने पड़ेंगे तुम्हे….
वीना: आप कहना क्या चाहते है….?
मे : अगर तुम कहो तो इसके पंख मे कतर देता हूँ….फिर तुम्हारी और उसकी दोनो की ऐश हो जाएगी…..
वीना: और अगर कुछ गड़बड़ हो गयी और उसने हल्ला कर दिया तो….
मे: वो तुम सब मुझ पर छोड़ दो….और देखो मे क्या करता हूँ…..अच्छा अब उसे जाकर बोल दो कि वो अंदर सो सकती है….
वीना: ये आप क्या कह रहे है….?
मे: जो कह रहा हूँ वो करो…..देखना तुम्हारी जिंदगी को रंगीन बना दूँगा….
मेने खाना खाया और बाथरूम मे चला गया….जब मे बाहर आया तो देखा अनु बाहर नही थी…अंदर से टीवी चलने की आवाज़ भी आ रही थी….मे रूम मे गया तो देखा अनु चारपाई पर बैठी हुई थी…उसने एक बार मेरी तरफ देखा और फिर मुस्कराते हुए शरमा कर नज़रें झुका ली….वो जानती थी कि, अब उसकी माँ चुदने वाली है…जब स्टोर रूम मे पहुँचा तो देखा आज स्टोर रूम एक चारपाई लगी हुई थी.
अंदर हालाकी रोशनी आ रही थी…और वीना चारपाई पिंक कलर के नाइटी मे बैठी हुई थी….शायद उसने मेरे बाथरूम मे जाने के बाद पहन ली थी….मेने अपने शॉर्ट्स के पॉकेट से अपना मोबाइल निकाला और उसकी फ्लश लाइट ऑन करके वीडियो रेकॉर्डिंग भी चालू कर दी…..फ्लश लाइट की रोशनी सीधे जाकर जैसे ही वीना के फेस से टकराई तो उसने मेरी तरफ देख कर मुस्कराते हुए कहा….”तुषार ये क्या है…” मैने मोबाइल को टेबल पर रखा और अपना शॉर्ट और अंडरवेर दोनो उतार दिए….मेरा लंड तो पहले से ही लोहे की रोड की तरह खड़ा था…..
मे: वो यहाँ पर अंधेरा है ना…..इसलिए मोबाइल टॉर्च ऑन करी है…..?
वीना: क्यों अंधेरे मे भी तो होता है ना….उस दिन भी तो ऐसे ही किया था..
मे: हां किया था….पर मुझे आज तुम्हारा सब कुछ उजाले मे देखना है….
वीना: (शरमाते हुए) धत्त देख कर क्या करोगे…..
मे: तुम्हारी बुर देखूँगा….देखूँगा के तुम्हारी बुर मे मेरा लंड कैसे जाता है…
वीना: (शरमा कर मुस्कराते हुए) आप बहुत बेशरम हो…..
मे: अगर मे बेशरम ना होता तो आज तक तुम्हारी बुर ना चोद पाया होता…..
मैने अपना मोबाइल से फिर उठा लिया….और उस चारपाई की तरफ बढ़ने लगा….उस फ्लश लाइट की रोशनी मे वीना का साँवले रंग का जिस्म बहुत ज़्यादा चमक रहा था… जैसे ही मे उसकी तरफ बढ़ा….वीना पीछे की तरफ धीरे-2 लेट गयी….उसकी पिंक कलर की नाइटी उसके घुटनो तक ऊपर चढ़ि हुई थी….जो सब हो रहा था..वो मोबाइल मे रेकॉर्ड होता जा रहा था….मैने उसकी जाँघ पर हाथ रखते हुए उसकी नाइटी को धीरे-2 ऊपर सरकाना शुरू कर दिया….
उसने अपने बाजू से अपने चेहरे को ढक रखा था….जैसे ही उसकी नाइटी उसकी कमर तक ऊपर उठी….और उसकी चूत बेपर्दा हुई, तो उसने शरमा कर करवट बदल ली..और फिर पेट के बल लेट गयी….आज मे पहली बार उसके बाहर की तरफ निकले हुए सुडोल चुतड़ों को पूरी लाइट मे देख रहा था….मैने उसके चुतड़ों पर अपने हाथ की हथेली रखते हुए धीरे सहलाना शुरू कर दिया….”श्िीीईईई उम्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह” वीना एक दम से सिसक उठी…..
जैसे ही मेरे ठंडे हाथ उसके चुतड़ों पर लगे….उसका पूरा बदन कांप गया…मैने फिर उसी हाथ से उसकी नाइटी के स्ट्रॅप्स को पकड़ कर उसके कंधो से सरकाते हुए उसकी बाहों से निकाल दिए….उसकी चुचियाँ भी अब बाहर आ चुकी थी….पर चारपाई पर बिछाए हुए बिस्तर पर धँसी हुई थी…मैने वीना की जाँघो को फैलाया और खुद उसकी जाँघो के बीच मे बैठ गया….और फिर उसे हाथ से गाइड करते हुए, धीरे-2 डॉगी स्टाइल मे ले आया…..वीना भी मेरे हाथ के इशारे से डॉगी स्टाइल मे आ चुकी थी…..
मेरे एक हाथ मे मोबाइल था…इसलिए मे सिर्फ़ एक हाथ का इस्तेमाल कर सकता था…इस बात से अंज़ान वीना भी मेरा पूरा साथ दे रही थी….कि रोशनी के बहाने मे सब कुछ रेकॉर्ड कर रहा हूँ….मैने अपने खाली हाथ से वीना की चूत की फांको को पकड़ कर फैला दिया…उसकी चूत का छेद और फांके दोनो ही उसकी चूत से निकल रहे गाढ़े पानी से लबरेज थी….”ओह्ह वीना तुम्हारी चूत तो पहले से बहुत गीली है…..देख साली कैसे पनियाई हुई है…..” मैने अपनी एक उंगली को वीना की चूत मे घुसा दिया….वीना मस्ती मे एक दम से सिसक उठी…..”शीईइ इओह्ह्ह्ह तुषार जी…. ये मुई तो शाम से पनिया रही है….” मैने धीरे-2 अपने उंगली को वीना की चूत के अंदर बाहर करना शुरू कर दिया….”क्यों शाम से क्यों पानी छोड़ रही है तेरी बुर ? “
वीना अब मदहोश होती जा रही थी…..”आपके लंड को याद करके…” वीना ने सिसकते हुए कहा….”तो घुसा दूं तुम्हारी बुर मे….”
वीना: हाआँ जल्दी कीजिए ना….शाम से बहुत खुजला रही है…..
मैने वीना की फांको के बीच अपने लंड के सुपाडे को सेट किया….और धीरे-2 लंड के सुपाडे को उसकी चूत के छेद पर दबाने लगा….अगले ही पल वीना की चूत ने लंड के सुपाडे को चूम कर अंदर ले लिया….वीना ने खुद ही अपनी गान्ड को पीछे की और धकेलना शुरू कर दिया…मेरे लंड का सुपाडा उसकी चूत की दीवारों से रगड़ ख़ाता हुआ अंदर घुसता चला गया…और कुछ ही पॅलो मे मेरा पूरा साढ़े 7 इंच का लंड वीना की चूत की गहराइयों मे समा गया….
वीना: ओह्ह्ह्ह तुषार रुक क्यों गये जी आप….पेलिए ना मेरी बुर को….
वीना ने अपनी गान्ड को धीरे-2 हिलाते हुए कहा….मैने अपने लंड को सुपाडे तक वीना की चूत से बाहर निकाला और फिर कुछ पालों बाद ज़ोर दार धक्का मार कर एक ही बार मे अपना पूरा लंड उसकी चूत की गहराइयों मे उतार दिया…..”ओह्ह्ह्ह उम्ह्ह्ह्ह्ह सीईईईई हइई तुषार जी बहुत मज़ा आता है……ज ज जब अपना लंड मेरी बुर मे ठोकते हो….”
मैने वीना की गान्ड को सहलाते हुए फिर से अपने लंड को धीरे-2 बाहर निकालना शुरू कर दिया…..और इस बार अपना पूरा लंड उसकी चूत से बाहर निकाल लिया…फिर चारपाई से खड़ा होकर वीना के फेस के पास आकर खड़ा हो गया…वीना अभी भी वैसे ही डॉगी स्टाइल मे थी….उसने फेस उठा कर मेरी तरफ देखा….तो मैने अपना एक पैर उठा कर चारपाई पर रखते हुए अपने लंड को उसके होंठो के पास लेजाते हुए कहा…
मे: देख वीना तेरी बुर के पानी से मेरा लंड कैसे गीला हो गया है….