You dont have javascript enabled! Please enable it! कैसे कैसे परिवार – Update 62 | Erotic Incest Family Story - KamKatha
कैसे कैसे परिवार - Erotic Family Sex Story

कैसे कैसे परिवार – Update 62 | Erotic Incest Family Story

अध्याय ६२: दिंची क्लब के नए पंछी – 

मंजुल और राशि एक स्थान पर खड़े हुए थे. मंजुल सबीना की चाल देखकर मुस्कुराई क्योंकि उसकी चाल में जो लचक थी, उससे सिद्ध होता था कि उसकी गाँड की भीषण चुदाई हुई थी. सबीना उसे देखकर मुस्कुराई और जब वो निकट पहुंची तो उसके शरीर से मूत्र की गंध सूँघ कर मंजुल कुछ पीछे हट गई. पर राशि तो प्रबंधक थी, उसने सबीना का हाथ पकड़ा.

“मुझे आशा है कि तुम्हें पूर्ण आनंद मिला होगा. तुम्हारी गंध बता रही है कि तुम हर प्रकार का सुख उठा चुकी हो. तुम्हारा दिंची क्लब में स्वागत है, तुम्हें यहाँ असीम सुख मिलेगा. अब जाओ अगले सत्र में तुम्हारी प्रतीक्षा हो रही है.” राशि ने सामने का द्वार खोला और सबीना को एक चुंबन दिया.

“ये मत भूलना कि जब चाहो तुम रुक सकती हो. तुम्हारी सदस्यता पुष्ट हो चुकी है. इसीलिए कोई बंधन नहीं है. ओके?”

“जी.”

और पार्थ के साथ वो उस कमरे में चली गई.

“क्या लगता है मैडम? क्या वो सफल होगी?”

“सौ प्रतिशत. मुझे कोई संदेह नहीं है. चलो अब देखें वहाँ हो क्या रहा है.”

कमरे की तीव्र गंध ने सबीना और पार्थ को रोक दिया. पर कुछ मिनटों में वे इसके अभ्यस्त हो गए और आगे बढ़े. सचिन आगे आया और उसने सबीना को थाम लिया. पार्थ ने उसकी सराहना की. ये कमरे के बाहर का एक छोटा कमरा था जहाँ से अंदर दिखाई नहीं दे रहा था.

“आइये. आपको अब कुछ अंदेशा हो गया होगा कि आप यहाँ किसलिए आई हैं. जो अपने वीडियो में देखा था उसका आज आप लाइव शो देखेंगी.” पार्थ ने उसे समझाया. सबीना भी कोई नौसिखिया नहीं थी. सचिन उसकी हर विकृति का पोषण करने का संकल्प लिए था. उसने सचिन की ओर देखा.

“ये ध्यान रहे कि आप मात्र दर्शक हैं, जब तक कि आपको बुलाया न जाये.” इसके बाद पार्थ और सबीना को बाहर रोककर उसने अंदर जाकर घोषणा की.

“वो आ गई हैं!”

और इसके साथ उसने पार्थ और सबीना को भी अंदर बुला लिया.

अंदर एक महिला बैठी हुई थी. वो बोली.

“आओ सबीना, मुझे तुम्हारे लिए विशेष रूप से आमंत्रित किया है और मुझे इसमें अत्यंत आनंद मिल रहा है.”

सबीना कम प्रकाश में उस महिला को देख रही थी. फिर कमरे के बल्ब जल उठे और सबीना उस महिला को देखकर चौंक गई. वो एक विदेशी महिला थी, एक अभिनेत्री जिसने कुछ फिल्मों में कार्य किया था. अधिक प्रसिद्धि तो नहीं पाई थी पर नगर के एक प्रसिद्ध व्यवसाई से कुछ वर्ष पहले विवाह किया था. अब दोनों पति पत्नी कुछ दिनों विदेश में रहते थे. उनके पति का व्यवसाय उनके आने के बाद कई गुना उन्नति कर चुका था और ये कहा जाता था कि उनकी उन्नति में रीटा का बड़ा योगदान था. उनके घर की पार्टियाँ विख्यात थीं, पर उनमें अधिकतर केवल विदेशी अतिथि ही रहते थे. आज रीटा पचपन वर्ष की आयु में भी उतनी ही सुंदर थी जितनी तीस वर्ष पहले.

“रीटा?”

“यस माई डियर.” रीटा ने उनके ही समान एक गाउन पहना हुआ था. पार्थ ने सबीना की ओर देखा.

“रीटा जी हमारे क्लब की विशिष्ट सदस्या हैं. इन्हें भी मूत्र क्रीड़ा में उतनी ही रूचि है जितनी सम्भवतः आपको, या आपसे कई गुना अधिक. और इस क्लब में हैं तो लम्बे मोटे लौंड़ों से चुदने में भी उतना ही आनंद आता है.”

“ओह याह, आई लव टू बी फक्ड एंड पिस्सड अपॉन. आई लव बिग बिग कॉक्स एंड पार्थ है देम हियर इन द क्लब।”

“तो क्या आपके घर की पार्टियों में भी आप!” सबीना ने अचरज से पूछा.

रीटा ने अट्ठास किया, “ओह याह, ऑल्वेज़. यू सी डियर सबीना वी फॉरेनर्स लव दिस टाइप ऑफ़ शिट. एंड दे गिव माई हस्बैंड ए लॉट ऑफ़ बिज़नेस फॉर फकिंग मी एंड मोर टू पिस ऑन मी.”

“मेरी हिंदी भी उतनी ही अच्छी है, माई लवली सबीना. हम अंग्रेजों को इन सब खेलों में बहुत आनंद आता है. और मुझे चोदने और मुझे अपना मूत्र पिलाने के पुरुस्कार में वो मेरे पति को और अधिक व्यापार देते हैं.”

फिर वो गंभीर हो गई. उसने अपने सामने रखे एक प्लास्टिक के टब की ओर संकेत किया. ये टब अधिकतर लोग अपने घरों में रखते हैं जिसे हवा से फुलाया जा सकता है.

सबीना ने अब ध्यान दिया कि उस टब के पास में कुछ अधिक बड़े सोफे लगे हुए थे.

“ये अस्थाई है, राशि मेरे लिए आने वाली पार्टी से पहले एक उत्तम टब बनवा रही है, जिसमें चार लोग तक आ सकते हैं.” रीटा ने अपनी चूत सहलाते हुए कहा, “और सबका मूत भी. सोचो क्या आनंद आएगा. इस टब में से तो आधा छलक कर बाहर गिर जाता है.”

सचिन सबीना के भाव पढ़ने का प्रयास कर रहा था, पर उसे वहां आश्चर्य के अतिरिक्त कुछ न दिखा. उसने सोचा कि सम्भवतः सब ठीक होगा.

“कम हियर माई डियर एंड सिट हियर.” रीटा ने उसे अपने पास बुलाया. सबीना के बैठते ही उसने सबीना के चेहरे को अपने हाथों में लिया और एक गहरा चुंबन दिया. फिर उसका चेहरा चाटने लगी.

“हम्म्म, पार्थ तुम्हें अपना मूत्र पिलाकर लाया है न? आई लव इट.” पूरे चेहरे को चाटने के बाद रीटा ने अपना गाउन उतारा और टब में बैठ गई. सबीना के गाउन को एक ओर सरका कर उसकी चूत पर मुँह रखा और अपने दोनों हाथों से पार्थ और सचिन को संकेत दिया.

“सबीना डियर, प्लीज़ मुझे पिलाओ न अपना पानी!”

सबीना ने देखा कि पार्थ और सचिन भी नंगे हो गए थे. उसने अपनी चूत पर दबाव डाला और रीटा के मुँह में धार छोड़ दी. टब के दो ओर खड़े पार्थ और सचिन ने रीटा के ऊपर मूतना आरम्भ कर दिया. जब तीनों का जल समाप्त हुआ तो रीटा के बाल और पीठ भीगी हुई थी.

“पार्थ माई लव, शी इज़ वेरी वेरी टेस्टी.” फिर सबीना से पूछा, “इस खेल में मेरी सहभागी बनोगी?”

सबीना उस सुंदर विदेशी महिला को देखकर मुस्कुराई.

“यस, श्योर.”

“गुड़ गर्ल.”

पार्थ ने पूछा, “सो व्हाट इज़ योर प्लान रीटा मैडम? शी विल सिट एंड वाच. और ज्वाइन इफ यू वांट.”

“नो ज्वाइन, लेट हर वाच. आई विल कॉल हर व्हेन आई नीड हर.”

पार्थ ने कहा, “ओके, आई ऍम गोइंग नाउ एंड योर रोमियो विल कम इन ए फ्यू मिनिट्स.” पार्थ ने अपना गाउन पहना और बाहर चला गया. बाहर जाकर उसने दस बारह गहरी साँसे लीं तब जाकर उसके फेफड़ों से दुर्गंध दूर हुई. धंधा भी मनुष्य से क्या क्या करवाता है. ये सोचते हुए वो अपने कमरे में स्नान करने के लिए चला गया.

पार्थ के जाने के बाद रीटा फिर आकर सबीना के पास बैठ गई और उसे चूमने लगी. सबीना पहली बार अपने ही मूत्र का स्वाद ले रही थी. रीटा ने सचिन को एक ओर बैठने के लिए कहा और वो जाकर बैठ गया.

“स्वीटहार्ट, मेरे घर की पार्टियाँ भी मेरी चुदाई के ही लिए होती हैं. उनमें मेरे अतिथियों की साथिनें भी जुड़ती हैं, पर हर खेल में नहीं. और उनमें कई खेल होते हैं जो यहाँ नहीं की जा सकतीं हैं. पर अधिकतर पुरुषों के लौड़े इस क्लब के रोमियो की तुलना के नहीं होते. यही कारण है कि मुझे यहाँ भी परम सुख मिलता है और वहाँ भी. अगर चाहोगी तो किसी पार्टी में तुम्हें भी आमंत्रित करुँगी पर अभी नहीं. जब तुम अपनी सीमाएँ तय कर चुकी होगी तब, और तब भी अगर तुम उन पार्टियों की सीमा तक पहुँच जाओगी.”

रीटा ने सबीना के चेहरे पर आये भाव देखे तो बोली, “नहीं नहीं, हम मूत्र से अधिक नहीं बढ़ते और न ही बढ़ेंगे. पर वहाँ पुरुष भी मूत्रपान करते हैं और ये यहाँ सम्भव नहीं था. पर अब यहाँ भी दो अफ़्रीकी रोमियो आये हैं जिन्हें उससे कोई वितृष्णा नहीं है. तो यहाँ आना अब और आनंददायक हो गया है.”

“तुम्हारा कार्य मैं तुम्हें बताती हूँ.” रीटा ने उसकी आँखों में आँख डालकर बोला, “तुम्हारा कार्य ये है कि तुम मेरी चूत और गाँड को साफ सुथरा रखोगी जिससे मुझे चोदने वाले रोमियो के लौंड़ों की मोटाई का मैं पूरा आनंद ले सकूँ। क्या तुम ये कर सकती हो?”

“हाँ.”

“गुड़, और क्योंकि मैं बिना विराम चुदाई करुँगी तो जब मुझे मूतना होगा तो तुम स्वयं को प्रस्तुत करोगी.”

“हाँ.”

“और मेरे साथ स्नान करोगी।”

“जी.”

“ये पानी वाला स्नान नहीं है. ओके?”

“ओके”

“तुम चाहो तो सचिन से चुद सकती हो, पर मेरे आनंद में कोई कमी नहीं रहनी चाहिए. और तुम सचिन का मूत्र नहीं पियोगी, उस पर केवल मेरा अधिकार है.”

“जी”

“अब तुम जाओ और मेरी चुदाई का खेल देखो. रोमियो आते होंगे.”

सबीना सचिन के पास जा बैठी.

“आप को सच में कोई समस्या नहीं है न? इनकी चुदाई बहुत विकृत और भीषण होती है. और मूत्र का खेल भी बहुत गंदा होता है.”

“नहीं, मैं देखना चाहती हूँ कि मेरी क्या सीमा है. क्या कल में भी यही खेल खेलना चाहूँगी?”

“ओके. पर जब भी चाहो हम जा सकते हैं.”

“इसकी आवश्यकता नहीं है. मैं देखूँगी।”

इतने में ही द्वार खुला और आठ रोमियो अंदर आये. सबीना को ये देखकर अचरज हुआ कि इनमे चार अफ़्रीकी थे.

“दस इंची क्लब: दिंची क्लब” सचिन ने कहा.

आठों रोमियो ने अपने गाउन हटाए और सबीना की आँखे फ़ैल गईं. सबके लौड़े एक से बढ़कर एक थे. उसे क्लब के नाम का अर्थ अब समझ आ गया और चूत से पानी बहने लगा.

दो रोमियो आगे बढ़े और उन्होंने रीटा को पकड़कर सोफे पर बैठाया और अपने लंड उसके सामने कर दिए. रीटा ने एक बार सबीना की ओर देखा और उसे आँख मारी फिर लंड चूसने में व्यस्त हो गई. दो चार मिनट के बाद वो रोमियो हटे और उनका स्थान अन्य दो ने ले लिया. इस क्रम में सारे लंड चूसकर वो उठ खड़ी हुई. उसने सबीना की ओर देखा और रोमियो को कुछ कहा. उनमें से एक सबीना के पास आया.

“मैडम ने कहा है कि वो व्यस्त होंगी इसी कारण हममें से कोई आपको बुलाएगा।”

“ओके. मैं आ जाऊँगी।”

सचिन सबीना की अधीरता देख रहा था. अब उसे पूर्ण विश्वास हो गया कि सबीना क्लब का सबसे अधिक उपयोग करने वाली सदस्याओं में से एक रहेगी और क्लब की प्रगति में पूरा योगदान करेगी. दूसरी ओर सबीना कुछ और ही सोच रही थी. उसे रीटा में अपनी अम्मी दिखाई दे रही थीं जिनकी अगर क्लब में प्रविष्टि हो गई तो इसी प्रकार से लम्बे मोटे लौंड़ों से भरपूर चुदाई होगी. उसका ध्यान निगार की ओर न जाकर फिर अपनी ननद फातिमा की ओर चला गया. पर सामने खेल अगले चरण में था.

एक रोमियो सोफे पर बैठ गया था और रीटा उसके ऊपर चढ़ चुकी थी. चूत में लौड़ा लेने के बाद वो कुछ देर कूदी फिर एक अन्य रोमियो ने उसकी गाँड में तेल लगाया और अपना लंड पेल दिया. रीटा की आनंदकारी चीख कमरे में गूँज उठी. रोमियो रीटा की चुदाई की शैली जानते और जो नए थे उन्हें पीछे रखा गया था. दोनों रोमियो पूरी शक्ति के साथ रीटा की चुदाई करने में जुट गए. कोई पाँच मिनट के बाद एक रोमियो ने सबीना को बुलाया और वो उठकर चल दी.

सारे रोमियो एक ओर हो गए और सबीना ने रीटा की चूत और गांड को चाटकर उसे अगली चुदाई के लिए उपयुक्त बना दिया. वो अपने स्थान पर लौट गई और दो अन्य रोमियो रीटा की चुदाई करने लगे. ये क्रम कुछ देर चला, चुदाई होती, सबीना सफाई करती फिर अगले रोमियो चुदाई करने लगते। इस शृंखला के समापन पर रीटा टब में बैठ गई और उसे सब ओर से रोमियो ने घेर लिया, सबीना को पूरा दृश्य दिख नहीं रहा था पर वो अनुमान लगा सकती थी क्योंकि लौंड़ों से मूत्र की धार अवश्य दिख रही थी. अपना निवारण करने के बाद रोमियो हटे और उन्होंने बियर पीनी आरम्भ कर दी. अब उनके अगले निस्तार के लिए जल जो एकत्रित करना था.

सामने टब में रीटा अधलेटी सी थी और अपने ऊपर टब में एकत्रित मूत्र हथेलियों से डाल रही थी. कुछ पी भी रही थी, कुछ चेहरे पर डालकर जैसे उसे धो रही थी. सबीना को हँसी आ गई, पर उसने अपने मुँह पर हाथ रखकर उसे दबा लिया. और ये अच्छा किया क्योंकि उसके हाथ हटते ही रीता ने उसकी ही ओर देखा. उसकी मुस्कुराहट ने सबीना को भी प्रसन्न कर दिया.

फिर रीटा खड़ी हुई और उसे एक रोमियो ने एक तौलिया दिया जिससे उसने शरीर पोंछा और फिर सोफे पर बैठ गई. एक बियर उसे भी थमा दी गई. उसने सबीना को बुलाया और उसे सामने बैठने की आज्ञा दी. सबीना के पेट में चूहे कूदने लगे. रीटा ने उसके सिर पर प्यार से हाथ फेरा और मुँह खोलने के लिए कहा. सबीना के मुँह खोलते ही सबीना के मुँह में रीटा ने मूत्र त्याग कर दिया. कुछ चेहरे पर भी गिरा. इस पूरे समय रीटा सामान्य रूप से बियर पीती रही. जब उसका त्याग समाप्त हुआ तो उसने सबीना को निर्देश दिया कि वो मुँह न धोये, न पोंछे. सबीना ने सिर हिलाया और अपने स्थान पर लौट गई. सचिन ने कुछ न कहा, क्योंकि वो इसका अनुमान लगा चुका था.

सभी रोमियो बियर का सेव करते रहे और जब उन्हें लगा कि अगली बार के लिए पर्याप्त हो गयी है तो रीटा के पास आ गए. एक अफ़्रीकी रोमियो रीटा के सामने बैठ कर उसकी चूत चाटने लगा.

“कम ऑन मोम्मा, गिव मी योर पिस!” उसने कहा.

उसने नूर और आमिर को ये करते हुए देखा था तो इतना भी अचरज नहीं हुआ. उसे उस रोमियो को चूत चाटते देख अवश्य आश्चर्य हुआ क्योंकि उसमें से लंड निकले थे. रीटा ने उस रोमियो की इच्छा पूरी की और एक और बियर की माँग की. उसने बियर लेकर सबीना को देखा और हाथ से बियर उठाकर चियर्स किया. सचिन ने उठकर दो बियर लीं और एक सबीना को दी और एक स्वयं पीने लगा.

“ये राउंड बहुत साहसी है. रीटा की क्षमता का आप लोहा मान जाओगी.” सचिन ने कहा. सबीना जो रीता कि दुहरी चुदाई देख चुकी थी ये सोचने लगी अब क्या होगा.

“हमें पास जाकर देखना होगा.” सचिन ने उठते हुए कहा और सबीना के साथ रीटा के निकटतम लगे सोफे पर दोनों जा बैठे.

“ओके, बॉयज! नाउ फक मी तो हैल एंड बैक!”

एक रोमियो सोफे पर जा बैठा और रीटा उठकर उसके लंड पर बैठ गई. एक रोमियो अब उसे सामने आ खड़ा हुआ जिसका लौड़ा रीटा के मुँह में गुम गया.

“अब देखो!” सचिन ने धीरे से कहा.

अब एक रोमियो रीटा के पीछे आ गया. सबीना ने सोचा था कि वो लंड गाँड में डालेगा पर उसकी आँखें फ़टी रह गईं जब उस लम्बे मोटे लौड़े ने भी चूत में प्रवेश करना आरम्भ किया. रीटा के सामने खड़े रोमियो ने अपना लंड रीटा के मुँह से निकाल लिया.

“हाय अम्मी!”

कुछ क्षणों के परिश्रम के बाद वो लौड़ा भी चूत में समा गया. फिर दोनों ने अंदर बाहर आने जाने का कार्य आरम्भ किया. “उफ्फ उफ्फ आई आई !” के स्वरों से रीटा ने उनका स्वागत किया. उसकी इन उत्साह से भरे शब्दों ने दोनों रोमियो की गति बढ़ाने में सहयोग दिया. कुछ ही देर में दोनों दस इंच से बड़े और मोटे लौड़े रीटा की चूत में तीव्रता से आने जाने लगे. कुछ देर में उन्होंने गति कम की और लंड निकाल लिया. उन्होंने सबीना को देखा जिसने जाकर अपना कर्तव्य निभाया. और अगले दो रोमियो फिर से रीटा की चूत में समा गए. ये क्रम भी पिछली प्रकार से चला और आधे घंटे में समाप्त हुआ.

रीटा फिर जाकर टब में बैठ गई. पर इस बार सबीना को सब कुछ दिखाई दे रहा था और रीटा के मुँह, चेहरे और सीने पर गिरती मूत्र की धाराओं ने उसकी चूत में उफान ला दिया. पर अब वो कुछ करने की स्थिति में नहीं थी. उसका मन अब बार बार अपनी अम्मी अमीना को रीटा के स्थान पर चित्रित कर रहा था. रीटा अपने ऊपर गिरती हुई धार को अमृत के समान पीने का प्रयास कर रही थी. टब में अब पिछली बार के साथ नया माल भी जुड़ता जा रहा था. कमरे में अब गंध आने लगी थी. पर एग्जॉस्ट पंखे उसे बाहर करने का प्रयत्न कर रहे थे. रोमियो अपना कार्य सम्पन्न करने के बाद अगली बार के लिए बियर पीने लगे. उनमें से एक ने आकर सबीना और सचिन को भी बियर दी. सचिन अभी बियर पी ही रहा था कि मंजुल आई और नाक सिकोड़ते हुए बोली कि राशि ने सचिन को बुलाया है. और वो सबीना के पास रुकेगी. सचिन चला गया.

मंजुल: “कैसा लग रहा है ये खेल?”

सबीना: “मुझे तो बहुत रोमांचक और उत्तेजक लग रहा है. इसकी तो मैंने स्वप्न में भी कल्पना नहीं की थी.”

“अब वो सपने भी पूरे हो जायेंगे जो तुमने देखे भी नहीं.” मंजुल ने उसकी ओर आँख मारते हुए कहा तो सबीना फिर से कल्पना लोक में चली गई.

जब सचिन राशि के कार्यालय पहुँचा तो पार्थ भी वहाँ था.

“सचिन,” सचिन के बैठने के बाद राशि बोली, “हमें कार्यक्रम ने कुछ परिवर्तन करना होगा. तुम्हें सबीना से पूछना होगा कि अगर वो भी रीटा वाली क्रीड़ा का आनंद उठाना चाहती है तो उसे आज रात ही करना होगा. मेरी कुमुद से बात हुई अभी. तुम जानते हो कि सबीना के उद्घाटन के लिए हमने आज क्लब में उसके कर्मियों को आने से रोका था. कुमुद ने मुझे कहा है कि अगर हम उन्हें कल भी क्लब नहीं आने देंगे तो कार्य पार्टी के पहले सम्पन्न नहीं हो पायेगा” कुमुद उस आर्किटेक्ट की पत्नी थी जिसके माध्यम से क्लब का नवीकरण किया जा रहा था, और जो स्वयं भी क्लब की सदस्या थी.

“पर इसका अर्थ ये है कि आज रात तुम्हें भी क्लब में ही रुकना होगा.”

ये सुनकर सचिन ने आपत्ति की और पार्थ से बोला, “भाई, मैं तीन दिन से घर नहीं गया हूँ. मॉम बहुत चिढ़ी हुई हैं. आप समझते हो न कि उन्हें शान्त करने के लिए मुझे जाना होगा.”

पार्थ, “सचिन मैं समझ रहा हूँ. राशि मैडम आंटी से बात करेंगी और हमने ये सोचा है कि निखिल और एक अन्य रोमियो को तुम्हारे घर भेज देंगे. मेरे विचार से इस प्रबंध से आंटी का क्रोध शान्त हो जायेगा.”

“अगर ऐसा है तो आप अभी बात करो,प्लीज. अगर वो न मानी तो मुझे भी क्षमा करना.”

राशि ने रमोना को फोन लगाया और स्पीकर पर कर दिया.

“हैलो राशि मैडम, मुझे कैसे फोन कर लिया आज.”

“तुम्हारी सहायता चाहिए, रमोना.”

“बोलिये.”

राशि ने संक्षेप में उसे समस्या बताई. और फिर समाधान भी. कुछ देर तक दोनों और चुप्पी रही.

“राशि मैडम, सचिन का स्थान कोई नहीं ले सकता है.” रमोना बोली तो राशि निराश हो गई.

“पर इस बार के लिए मैं ये प्रबंध स्वीकार करती हूँ. परन्तु आगे से उसे आप दो दिन से अधिक मत रोकना, प्लीज. और आपका दो रोमियो का प्रस्ताव मुझे स्वीकार है. कल सुबह सचिन को तड़के भेज देना, तो दो से भले तीन का भी आनंद ले लूँगी।”

पार्थ, राशि और सचिन ने थम्ब्स अप किया और राशि ने स्वीकृति दे दी. फिर फोन काटा.

राशि आगे बोली, “तीन दिन और भी उन्हें आने से रोकने वाले हैं, क्योंकि राखी, अमीना और निगार का उद्घाटन भी पार्टी के पहले ही करना था.” राशि ने कहा

“ठीक है, वो जितनी उत्साहित हैं, मुझे नहीं लगता कि वो आज रात के लिए नहीं मानेंगी. पर मैडम मेरा एक सुझाव है.”

“बोलो.”

“क्यों न हम राखी मैडम के उद्घाटन करने के बाद उन्हें मंजुल या नूतन के घर पर आगे के कार्यक्रम के लिए ले जाएँ. इससे एक दिन बचेगा और मुझे नहीं लगता कि पार्थ भाई को सुबह सुबह उनका उद्घाटन करने में कोई समस्या होगी. सात से दस के बीच ये कार्य निपट जायेगा और क्लब में काम किया जा सकता है.”

“और रही बात सबीना की अम्मी और निगार की, उनका भी एक ही दिन में सुबह और रात को उद्घाटन करने के बाद उन्हें नूतन और मंजुल के घर ले जाया जा सकता है. इस प्रकार दो दिन की बचत होगी.”

राशि और पार्थ एक दूसरे देखकर मुस्कुराये.

“ये सुझाव अच्छा है. पर निगार की मूत्र क्रीड़ा सम्भव नहीं होगी क्योंकि उस कमरे में काम चल रहा होगा.”

“तो सबीना के घर कर लेंगे, मुझे नहीं लगता इन सब में कोई समस्या है. हाँ क्लब के नियम कुछ विशेष परिस्थितियों के लिए परिवर्तित किये जा रहे हैं, पर इसमें कोई आपत्ति नहीं होने चाहिए.”

“ओके तुम जाओ और अपनी गर्लफ्रेंड को सम्भालो. रीटा अब अपने पूरे फॉर्म में आ रही है. तुम्हारा सबीना के निकट रहना आवश्यक है.”

सचिन लौट आया और मंजुल बाहर चली गई.

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क्रमशः

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