तलघर में चारों युवा इस समय नंगे नहा रहे थे. उन्होनें अपना प्रिय संगीत चला रखा था और चारों उसका भी आनंद ले रहे थे. मार्क और डेविड ऊपर से कई सारी बियर की बोतलें ले आये थे और इस समय सब बियर, संगीत और स्नान का आनंद ले रहे थे. शैली पहले ताल से बाहर आयी और फिर अपने आपको पोंछने के बाद संगीत कुछ तेज किया और नंगी ही उसकी ताल पर थिरकने लगी. उसे देख अन्य तीन भी शीघ्र बाहर निकले और उसके साथ नाचने में व्यस्त हो गए. शैली डेविड की बाँहों में समाकर नाचने लगी तो ऐलिस ने मार्क का साथ किया. यूँ नाचते हुए एक दूसरे के चुंबन भी लेने लगे और जब उनसे रहा नहीं गया तो कमरे की ओर चल पड़े. 69 के आसन में दोनों भाई बहन की जोड़ियाँ एक दूसरे को संतुष्ट करने में जुट गयीं.
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भाई बहन के प्रेम का दृश्य मनमोहक तो था ही, अपितु रोमांचित और उत्तेजित करने वाला भी था. हालाँकि कमरे में चार थे परन्तु इस समय प्रेमी जोड़े केवल अपने साथी के ही विषय में सोच रहे थे. चूत में चलती सरपट जीभ का उत्तर लौड़े पर चल रही जीभ उसी लय में दे रही थी. चूत की चाशनी को पीते हुए अपने लंड के स्वाद को चखाने का आनंद ही अलग था. अब परिस्थिति ये थी कि लड़के ऊपर से अपने लंड अपनी बहनों के मुंह में डाले हुए थे और अपने नीचे फैली हुई चूत का सेवन कर रहे थे. डेविड ने शैली को ऊपर आने के लिए कहा. शैली ने बिना किसी संकोच पलटते हुए उसके लंड को मुंह में ले लिया.
अब डेविड के मुंह के आगे शैली की टपकती हुई चूत थी. उसकी जीभ ने आगे बढ़कर स्वयं को शैली की चूत में डाला और फिर एक ऊँगली से उसे भेदने लगा. शैली की बढ़ती हुई चूसने की गति ने उसे बता दिया कि उसे भी ये अच्छा लग रहा था. अपनी गीली ऊँगली को डेविड ने बाहर निकाला और शैली के गांड के छेद तो ढूंढकर उसके अंदर धीरे से सरका दिया. शैली ने मुंह से लंड निकालते हुए एक हल्की सी आह भरी और उसका शरीर कुछ कंपकपाया. फिर उसने अपना ध्यान डेविड के लंड पर केंद्रित कर दिया.
मार्क और ऐलिस एक दूसरे को चूम रहे थे. मार्क का खड़ा लौड़ा ऐलिस की चूत के ऊपर रगड़ खा रहा था और ऐलिस उसे चूमते हुए अपनी चूत में डालने का प्रयत्न कर रही थी. मार्क ने उसकी इस कठिनाई को दूर किया और अपने हाथ से लंड को ऐलिस की तपती चूत में डाल दिया. मार्क और ऐलिस एक दूसरे को चूमते हुए चुदाई में लीन हो गए. ये चुदाई शारीरिक नहीं बल्कि मन को मिलाने के लिए थी. दोनों किसी प्रकार की शीघ्रता में नहीं थे. मार्क एक मंथर गति से ऐलिस को चोद रहा था. दोनों एक दूसरे में तन मन से समाये हुए थे. शैली ने डेविड के लंड को मुंह से निकाला और अपने शरीर को ऊपर उठाकर डेविड के लंड के दोनों ओर पाँव किया।
उसकी ओर प्रेम से देखकर बोली, “मैं तेरा लंड अपनी गांड में ले रही हूँ. इस आसन में गांड मरवाने में बहुत आनंद मिलता है.”
डेविड: “यू नो, आई कैन फक योर आस एवरीडे.”
शैली: “यस, बट आई वांट इट ओनली सम डेस. लाइक टुडे.” ये कहते हुए शैली ने अपनी गांड में डेविड के लंड को बिठाया और हल्की गति से उस पर बैठती गयी. जब वो रुकी तो उसकी गांड में डेविड का लंड जड़ तक समाया हुआ था. उसने अपनी बात समाप्त करते हुए कहा, “यू कैन फक मॉम इन हर आस व्हेन यू वांट, शी लव्स इट.”
डेविड: “आई नो. आई लव हर आस टू. पर अभी तुम्हारी गांड की बात चल रही है.”
शैली धीमी गति से डेविड के लंड को अपनी गांड से चोदने लगी. आगे झुकते हुए उसने डेविड के होंठ अपने होंठों से चूमे और डेविड ने अपने हाथों से उसके मम्मे मसले. दोनों एक दूसरे में खोये हुए थे. जैसे ये कोई साधारण जीवन का अंग हों. इसी प्रकार की चुदाई में दोनों जोड़े न जाने कितने समय तक एक दूसरे को आनंद देते रहे. कोई शीघ्रता या तीव्रता नहीं दिखा रहा था. ये प्रेम का बंधन था जिसमे शरीर केवल साधन थे. युवा तन एक दूसरे में समाये हुए कितनी ही देर तक एक ही आसन में चुदाई करते रहे. किसी ने कुछ भी बदलने के बारे में विचार भी नहीं किया. समय के साथ मार्क और डेविड झड़ने के निकट पहुँच ही गए.
डेविड का तो लौड़ा गांड में था तो उसे अपना रस वहां छोड़ने में कोई संकोच नहीं था. पर मार्क ऐलिस की चूत में नहीं झड़ना चाहता था. और इसीलिए उसने अपने लंड को बाहर निकालते हुए अपने रस को ऐलिस की चूत के ऊपर छोड़ा. ऐलिस ने अपने हाथों से उसे अपनी चूत और जांघों पर मला और मार्क को ऊपर खींचकर फिर से उसे चूमने लगी. शैली ने अपनी गांड से बहते हुए रस को बाथरूम में जाकर धोया और लौटकर डेविड की बाँहों में समा गयी. दोनों एक दूसरे को चूमते रहे. कुछ देर बार उठकर सबने एक बियर और ली और संगीत की धुन पर थिरकने लगे. रात में अभी और चुदाई शेष थी. प्रेम का दृश्य पूर्ण हो चूका था, अब वासना का क्रम था.
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रिसोर्ट में नववर्ष का समारोह:
अगले छह दिन कब निकल गए पता ही नहीं चला. इस बीच नई कंपनी का पंजीकरण किया गया जिसमे ईव को निदेशक रखा गया. जैसन के आग्रह पर मिशेल भी इसमें एक और निदेशक बनी. एंजिल का इंटरव्यू लेने के बाद ईव ने उसे नियुक्त कर लिया. पहले उसे जैसन और रिचर्ड उसके काम के बारे में ईव के साथ समझाने वाले थे. जैसन ने अपने ठहरने का समय दो सप्ताह आगे बढ़ा दिया था. उसके अन्य साथी अपने पूर्व निर्धारित समय के अनुसार ३० दिसंबर को अपने देश लौट गए. उन्होंने भी कई सारे नए अनुबंध किये थे, जिन पर उन्हें लौट कर काम करना था. जैसन के आगे स्थगित हुए कार्यक्रम के अनुसार भी कुछ कार्य उन्हें संभालने थे.
एंजेल ने २ जनवरी से काम पर आना था और उसके बाद घर के चारों बड़े व्यस्त होने वाले थे. मिशेल ने भी ईव के साथ काम सीखने का निश्चय किया था. रिचर्ड और जैसन भी कम्पनी में पार्टनर थे, परन्तु उनकी भूमिका केवल सलाहकार की ही थी. सम्पूर्ण अधिकार ईव और उसकी अनुपस्थिति में मिशेल के पास ही थे. हर रात नए नए समीकरणों और सम्मिश्रणों के कारण सबके तन और मन सेक्स की ओर से संतुष्ट थे. वैसे भी डेविड और मार्क शिरीन और एंजेल को भी बीच में चोद लेते थे.
नए वर्ष के लिए इस नए आयोजन के लिए सबने अपनी प्रसन्नता दर्शाई थी. हर वर्ष की एक जैसी समान पार्टियों से सब ऊब चुके थे. इस बार रिचर्ड के मित्र इवान स्टोन ने उन्हें एक विशिष्ट आयोजन में निमंत्रित किया था. रिचर्ड और इवान कॉलेज के दिनों से मित्र थे. परन्तु, इवान के दूसरे शहर में चले जाने के बाद उनका मेलजोल अब बहुत कम हो गया था. इवान और रिचर्ड को एक दूसरे के परिवार के बारे में लगभग हर बात पता थी.
मिशेल इवान और उसकी पत्नी हेलेन से मिली तो थी, परन्तु उन्हें वो इतने अंतरंग रूप से नहीं जानती थी जितना कि रिचर्ड. हेलेन भी रिचर्ड और इवान की ही कक्षा में थी, और जब रिचर्ड पढ़ाई के बाद अफ्रीका चला गया तो उनका संबंध टूट गया था. लौटने के उपरांत रिचर्ड ने जब इवान को ढूंढा तो उसने बताया कि उसने हेलेन से ही विवाह किया था. रिचर्ड को इसमें बहुत प्रसन्नता हुई थी. मिशेल और वो, इवान और हेलेन से मिलने उनके घर गए और विवाह के उपलक्ष में उन्हें अफ्रीका से लायी हुई हुई विशेष कलाकृतियां भेंट करी थीं.
शहर भिन्न होने के कारण अब मिलना कभी कभार ही होता था. परन्तु दोनों मित्रों ने अपने घर में जिस प्रकार का वातावरण है उससे एक दूसरे को परिचित करवा दिया था. हालाँकि वे कभी एक दूसरे के परिवार से इस प्रकार से अंतरंग नहीं हुए, पर उन्हें इस विषय में कोई खेद नहीं था. हेलेन के पिता की मृत्यु के बाद उसकी माँ अब उनके ही साथ रहती थी. उनके एक पुत्र था, फिलिप्स। एक बेटी भी थी, परन्तु उसकी अकाल मृत्यु ने हेलेन को झिंझोड़ दिया था. पिता और बाद में पुत्री की मृत्यु के पश्चात बहुत प्रयासों और मनोचिकित्स्कों के परामर्श और परिवार के अथाह प्रेम ने उसे जीवन को फिर से जीने का उत्साह दिया था.
इवान ने इस बार उन्हें इस विशिष्ट आयोजन में इसीलिए आमंत्रित किया था क्योंकि उसे लगता था कि अब उनके परिवारों के घनिष्ट होने का समय आ गया है. इस रिसोर्ट में वो सर्वोच्च पद पर था, और जिस प्रकार की गोपनीयता नव वर्ष की पार्टी के लिए रखी जाती थी वो अभूतपूर्व थी. रिसोर्ट एक किले की भांति सुरक्षित था और वहाँ पक्षी भी पर नहीं मार सकता था. इसकी नितांत आवश्यकता भी थी क्योंकि कुछ व्यक्ति जो यहाँ आते थे वे शहर, राज्य और कुछ देश के विख्यात लोगों में थे.
इवान की इन सब बातों से रिचर्ड ने अपने परिवार को अवगत कराया और उन्हें किसी भी मूल्य पर कभी भी वहाँ पर किससे मिले इसका उल्लेख नहीं करना है. अगर वो व्यक्ति कभी समाजिक परिपेक्ष में मिलें भी तो उन्हें अज्ञात समझकर ही बात करनी है. इवान के अनुसार इस नियम को विरोध उन्हें महंगा पड़ सकता है. इसी के साथ उसने ये भी बताया कि व्यवसाय हेतु सब एक दूसरे की सहायता करते हैं और उन्हें इससे लाभ मिलना सुनिश्चित था. घर के सभी लोगों ने गोपनीयता की शपथ ली और रिचर्ड ने इवान से उनके सम्मिलित होने की पुष्टि कर दी.
तीस दिसंबर प्रातः दोनों परिवारजन दो कारों में रिसोर्ट के लिए निकल पड़े.
बीच में एक बार रुकने के बाद वे सब साढ़े दस बजे रिसोर्ट को जाने वाली सड़क पर पहुंचे. ये मुख्य हाईवे से संबद्ध थी. उस सड़क पर कोई ५०० मीटर जाने पर एक बड़ा फाटक था जहां पर उनके पहचानपत्र और उनके आमंत्रणपत्र की जाँच की गयी. रिचर्ड का फोटो लेकर उसे अंदर से अनुमोदित किया गया और इस पूरे समय वे लोग कार में ही रहे. जाँच पूर्ण होने पर उनसे क्षमा मांगते हुए और उनका स्वागत करते हुए उन्हें रिसोर्ट के नियत स्थान पर पहुंचने के लिए आवश्यक निर्देश दिए गए. इसके साथ ही उन सबको एक नीले रंग का कड़ा (चूड़ीनुमा) पहनाया गया जिसे उन्हें पूरे समय पहने रहना था. इसके बाद दोनों कारें रिसोर्ट की ओर चल दीं.
रिसोर्ट उस फाटक से लगभग एक किमी अंदर था. पास पहुंचने पर उन्हें ऊँचे परकोटे से घिरा हुआ एक भवन का शीर्ष दिखाई दिया. उसके फाटक पर पहुँचने के बाद उनकी एक बार फिर से जाँच हुई. इसके बाद वो अंदर प्रवेश कर गए. अंदर जाने पर दो लड़कों ने आकर उनकी कार की चाबियाँ ले लीं और उन्हें पार्किंग टिकट दे दिए. जब वे अपना सामान निकालने को हुए तो लड़कों ने कहा कि वे इसका प्रबंध कर देंगे. आठों आगे बढ़कर स्वागतकक्ष में पहुंचे जहां उन्हें रिसोर्ट में पंजीकृत क्या गया और इस समय उन्हें जलपान भी कराया गया. उन्हें बताया गया कि इस समय बारह में से केवल तीन ही परिवार आये हैं परन्तु सांयकाल तक अन्य सबके आने का अनुमान है.
उन्हें चार कमरों के प्रवेश पत्र (card) दिए गए और एक सुंदर लड़की को उन्हें उनके कमरों में ले जाने के लिए नियुक्त किया गया. उनके एक कार्ड से सहायिका ने एक द्वार खोला और उन्हें आगे जाने के लिए कहा. सभी उस द्वार से अंदर चले गए. सहायिका उनके पीछे आयी. सभी सामने फैले रिसोर्ट को देख रहे थे जो बहुत ही संदर प्राकृतिक सौंदर्य से नहाया हुआ था.
“प्लीज, मेरे साथ आईये.” ये कहते हुए सहायिका उन्हें एक कमरे में ले गयी जो कि बाथरूम और स्नानागार थे. वहाँ पहुंचकर उसने अपने गाउन को उतारकर एक हँगर पर टांगा और उन सबसे भी अनुरोध किया कि वे भी अपने कपड़े उतारकर एक स्थान पर रख दें. उन्हें धोने के बाद उनके सामान में रख दिया जायेगा.
“इस स्थान के आगे किसी भी प्रकार के वस्त्र पहनने की अनुमति नहीं है. आज से १ जनवरी की दोपहर १२ बजे तक यही पोशाक रहेंगी. आपत्ति होने की स्थिति में उस व्यक्ति को इसके आगे नहीं ले जाया जा सकता है.”
किसी ने आपत्ति नहीं की और सभी अपने वस्त्र उतारकर दिए हुए डिब्बे में रख दिए. अब समस्या एक ही थी, कि मोबाइल फोन को ऐसे हाथ में रखना बहुत ही अटपटा था. परन्तु इसका समाधान एक छोटे से लटकने वाले बैग जिसमे केवल मोबाइल ही आ सकता था उन्हें दिया गया.
“आप मोबाइल के साथ अपने कमरे के बाहर नहीं निकाल सकते. इसीलिए आप इन्हें अपने कमरे में ही रखियेगा. इनके चार्जर आपको दे दिए जायँगे.”
सबने सहमति में सिर हिलाया. युवाओं को इसमें बड़ी समस्या दिख रही थी, पर अब तीर कमान से निकल चुका था. परन्तु गोपनीयता बनाये रखने के लिए इतनी सावधानी आवश्यक भी थी. वस्त्र निकालने के बाद सहायिका उन्हें उनके कमरों को ओर ले गयी, जो झोपडी नुमा थे. अपने कमरों में जाते हुए उन्होंने अन्य कुछ लोगों को भी घूमते देखा। सहायिका ने बताया कि रिसोर्ट के कर्मचारी एक लाल रंग का कड़ा पहने हुए हैं और उनके पास भी एक थैला है जिसमे आर्डर लेने ले लिए पेन और डायरी है. नीले रंग के कड़े पहने हुए भी तीन लोग दिखे पर उनके चेहरे नहीं दिख पाए.
कमरों के पास जाकर सहायिका ने उन्हें समझाया.
“आप के कमरे में आप चाहें तो फोन द्वारा कोई भी आर्डर दे सकते हैं. अगर आप बाहर हैं तो अपने जो कड़ा पहना है, उसे तीन बार थपथपाइयेगा तो आपके पास कोई आर्डर लेने हेतु आ जायेगा.”
उनके चेहरे पर आश्चर्य के भाव देखकर उसने समझाया कि उसमे एक छोटा सा ट्रांसमीटर है क्योंकि रिसोर्ट के बड़े होने के कारण कभी कुछ लोग यहाँ पर गुम हो गए थे उसके बाद ढूंढने में आसानी के लिए ऐसा किया गया था. उनके स्थान के सिवाय कोई और गतिविधि नहीं पता लगती, पर थपथप से कण्ट्रोल को पता चलता है और वो आर्डर के लिए किसी को भेज देते हैं. उसने रिचर्ड के कड़े पर तीन बार थपथप की. कुछ ही देर में एक कमरे का फोन बज उठा. इसके बाद वो चली गयी और कमरों को बाँटने के बारे में बात हुई.
जैसन: “बाँटने से क्या होगा, हमारी कोई भी वस्तु तो हमारे पास है नहीं. जिसका जहाँ मन होगा सो जायेगा. दो ही तो रातों की बात है.” बात सही थी और इसीलिए सबने स्वीकृति दे दी.
‘कुछ घूमा जाये?” अपने फोन कमरे में रखने के बाद वे सभी रिसोर्ट में घूमने के लिए निकल पड़े. कमरे में उन्हें रिसोर्ट का नक्शा मिला था जिसमे कहाँ क्या था दर्शाया गया था. मार्क ने तो सबसे पहले खाना खाने का ही प्रस्ताव रखा. देखा तो रेस्त्रां कुछ ही दूर पर था.
“एक बात और है, यहाँ रहने से चलना बहुत हो जायेगा. स्वास्थ्य के लिए अच्छा है.” रिचर्ड की बात पर किसी ने कुछ नहीं कहा.
रेस्त्रां पहुंचकर उन्होंने अपने लिए एक टेबल ली और बैठे ही थे कि रिचर्ड की आयु का एक व्यक्ति उनके सामने आ खड़ा हुआ.
“हैलो, रिचर्ड. लॉन्ग टाइम.”
रिचर्ड उठकर उसके गले लगने को बढ़ा फिर देखा कि दोनों नंगे हैं तो हाथ मिलाकर ही संतोष किया.
“इवान, दिस प्लेस इस कूल, माई फ्रेंड.”
इवान के साथ में एक सुंदर महिला थी, जो उसकी पत्नी हेलेन थी. और हेलेन के साथ में उनका बेटा फिलिप्स था. सबका परिचय कराया गया और इवान, हेलेन और फिलिप्स भी उनकी ही टेबल पर आ गए. बातों का जब प्रवाह आरम्भ हुआ तो दो घंटे तक यूँ ही चलता रहा. फिर इवान ने उन्हें रिसोर्ट घूमने के लिए हेलेन और फिलिप्स के हाथों सौंप दिया क्योंकि अब अन्य अथिति आने आरम्भ हो गए थे और उसे उन पर भी ध्यान देना था.
हेलेन और फिलिप्स सबको लेकर रिसोर्ट दिखाने के लिए निकल पड़े. उन्होंने बहुत देर तक इस रिसोर्ट की सुंदरता का अवलोकन किया. इसके बाद हेलेन उन्हें उनके कमरों की ओर ले जाने लगी. वे अन्य कमरों के सामने से निकल कर अपने कमरे की ओर चल पड़े. एक कमरे से उन्हें कुछ कोलाहल सा सुनाई पड़ा तो हेलेन ने बिना हिचक उस कमरे का द्वार खोला. अंदर का दृश्य देखकर सब रोमांचित हो गए. एक ४५ वर्ष की महिला को इस समय दो लड़के चोद रहे थे. उनके हाथों को देखकर ये स्पष्ट हो गया कि वे रिसोर्ट के ही कर्मचारी थे. महिला का चेहरा दरवाजे की ओर था और उसे देखकर मिशेल ने उसे पहचान लिया.
वो राज्य की एक सुप्रसिद्ध समाज सेविका थी, जिसका चेहरा आये दिनों टीवी और समाचार पत्रों में छाया रहता था. उसके इस रूप के बारे में किसी ने स्वप्न में भी नहीं सोचा होगा. इस समय उसकी चूत और गांड दोनों में लंड चल रहे थे और उसके चेहरे पर उन्माद के भाव दिख रहे थे. कमरे में एक आदमी ने बाथरूम में से कदम रखा. ये उसका पति था पर उसने उनकी ओर देखा भी नहीं जैसे ये कोई सामान्य घटना हो. बाथरूम में से एक सुंदर लड़की बाहर आयी और उसने उस आदमी का हाथ लिया और कमरे के बाहर निकलने को हुई तो उसने दर्शक मंडली देखी।
“हेलो हेलेन आंटी, मॉम अभी थोड़ी व्यस्त हैं, आपको कोई काम था क्या?”
“नहीं, हम तो यूँ ही आ गए थे.” ये मेरे मित्र हैं. ये कहते हुए हेलेन ने रिचर्ड और जैसन के परिवारों की ओर संकेत किया.
“हेलो, मैं @#$ हूँ.” उस आदमी ने अपना परिचय दिया. “आप सबसे मिलकर प्रसन्नता हुई. हम शाम को मिलते हैं.”
ये कहते हुए पिता पुत्री कमरे से निकल गए. हेलेन भी अब चलने को हुई तो उसने उस समाज सेविका से हाथ हिलाकर विदा ली. कमरे को यूँ ही खुला छोड़कर वे सब आगे बढ़ गए. अंदर चल रहे व्यभिचार को अपने मन से कोई भी निकाल नहीं पा रहा था. हेलेन उनके कमरे में पहुंचकर उन्हें बोली, “कमरे यहाँ पर लॉक नहीं किये जाते हैं. वैसे भी कमरे में सामान कुछ होता ही नहीं है, और बाहर सब वैसे भी नंगे ही रहते हैं. कुछ लोग इस प्रकार से अन्य लोगों के सामने चुदाई करने में अधिक आनंद पाते हैं. शाम को आपको अधिक पता चलेगा. अभी मुझे फिलिप्स की सेवा की इच्छा है, तो मैं आपकी आज्ञा चाहूंगी.”
ये बताकर हेलेन मिशेल को आंख मारकर फिलिप्स के साथ चली गयी.
“इतने बड़े रहस्य को गोपनीय कैसे रखते होंगे ये लोग? कर्मचारी अगर बाहर कुछ बोल दिए तो बहुत बड़ा स्कैंडल हो जायेगा.”
“मंत्री का बहुत दबदबा है, मुझे नहीं लगता कि कोई भी कर्मचारी अपने ऊपर उन्हें क्रोधित देखना चाहेंगे. वैसे भी अगर देखो तो उन्हें वेतन के साथ महिलाओं के साथ चुदाई का भी आनंद मिल रहा है. ऐसी नौकरी से कौन हाथ धोना चाहेगा.”
“और लड़कियां?”
“सम्भवतः वही कारण हो. कुछ लड़कियों को बड़ी आयु के आदमियों से ही अधिक सुख मिलता है.”
“तब तो आप दोनों की चांदी हो गयी. नई नई चूतें मिलने वाली हैं दो दिन.” मिशेल ने उन्हें छेड़ा.
“और तुम्हें कौन से नए लंड नहीं मिलने वाले?” रिचर्ड ने हँसते हुए उत्तर दिया. “चलो नहाकर अपने खेल खेलते हैं, बाद में क्या कार्यक्रम हैं कुछ पता नहीं है.”
जिसके मन में जहाँ मन हुआ उस कमरे में घुस गया और नहाकर बाहर निकला.
ईव ने सुझाव दिया, “जब यहाँ उन्मुक्त हैं तो क्यों न आज हम अपने कमरों के पीछे बने लॉन में ही चलें. हमने कभी खुले आकाश के नीचे चुदाई की नहीं।”
सबको ये बढ़ रुचिकर लगा. बच्चे कमरों में से चादर और तकिया ले आये. ऐलिस के हाथ में मोबाइल वाला थैला था, पर वो खाली था. उसे देखकर सबने उसे प्रश्नवाचक दृष्टि से देखा.
“पास द पार्सल. मैं वहाँ उल्टे मुंह बैठकर ताली बजायूँगी. आप पार्सल पास करोगे. जिस जिस के हाथ में पार्सल रुकेंगे, उनकी जोड़ी बनेगी. हाँ अगर दो पुरुष या दो स्त्री को मिलीं तो पार्सल फिर चलेगा. ओके, अब सब गोले में बैठ जाओ.” ये कहते हुए ऐलिस ने वो थैली जैसन के हाथ में दी और उनकी ओर पीठ करते हुए ताली बजाने लगी.
पहला पार्सल मार्क के हाथ में रुका.
दूसरा पार्सल मिशेल के हाथ में. मिशेल और मार्क की जोड़ी बन गयी और वो हट कर बैठ गए.
तीसरे पार्सल के साथ जैसन पकड़ा गया.
चौथे में इस बार रिचर्ड आया तो फिर से क्रम चला और इस बार शैली के हाथ में रुका. शैली और जैसन हट हए.
अब केवल ईव, रिचर्ड और डेविड ही शेष थे. और डेविड के हाथ में पार्सल रुकते ही सब जोड़े बन गए. डेविड को केवल ईव ही मिल सकती थी और इसीलिए रिचर्ड को ऐलिस के साथ का अवसर मिला.
“कुछ विस्मित करने वाली बात नहीं है, कि जैसा सबका मन था वैसे ही हुआ.”
ऐलिस ने अपना रहस्य नहीं बताया. वो कमरे की ओर मुंह करे बैठी थी और उसे कमरे की खिड़की में प्रतिबिम्ब दिख रहा था. उसने अपने मन के अनुसार जोड़ों को पार्सल के साथ छोड़ा था. एक गलती उसने पकड़े न जाने के लिए की थी. पर किसी को उसके इस छल का अंदेशा नहीं हुआ. अपने साथी को आलिंगनबद्ध करके सब चूमने में जुट गए. वे इस बात से अनिभिज्ञ थे कि रिसोर्ट के सुरक्षा केंद्र में उनकी इन गतिविधियों को टीवी पर देखा जा रहा था. तीन पुरुष और दो महिला कर्मी उनके इस खेल पर आंख लगाए हुए थे.
“मस्त माल हैं ये दोनों आंटियाँ , चोदने मिल जाएँ तो मजा आ जाये.” एक आदमी बोला।
“वैसे अंकल लोगों के भी लौड़े अच्छे बड़े हैं. मेरी तो चूत में पानी आ रहा है.” एक लड़की ने अपना विचार रखा.
रिकॉर्ड का बटन दबाकर वे अन्य स्थानों पर चल रही गतिविधियों को देखने लगे.
घास में चादर पर पारिवारिक सम्भोग में मग्न इस परिवार को इस बात का आभास नहीं था कि उनकी फिल्म बन रही है. ऐलिस रिचर्ड के लंड को चूस रही थी तो रिचर्ड उसकी चूत को. चार जोड़े इस समय 69 के आसान में अपने साथियों के जननांगों को चूमने, चाटने और चूसने में लगे थे. जैसन बहुत दिनों से एक कमी का अनुभव कर रहा था, उसे लगा कि आज वो अपनी इच्छा पूरी कर सकता है. इस विचार से उसने अपनी जीभ को कुछ आगे बढ़ाया और इस बार उसने शैली की गांड के भूरे छिद्र को चाटा। शैली चिहुंक पड़ी. उसने अपनी गांड कई बार मरवाई थी और उसे इस बात का ध्यान आया कि हालाँकि परिवार के सभी पुरुष उसकी गांड का आनंद ले चुके थे, पर किन्ही कारणों से उसके मामा इस सुख से वंचित थे. शैली ने जैसन को कई बार अपनी गांड को भूखी आँखों से ताकते देखा था. उसे भी लगा कि ये दिन और स्थान उसके मामा की इच्छा पूरी करने के लिए उपयुक्त है.
ईव डेविड के लंड को चूस कर पूर्ण आक्रोश में लेन में सफल हुई थी. उसके मन में इस समय ये उहापोह थी की वो इसे चूत में ले या गांड में. उसकी चूत बह रही थी तो गांड भी खुजला रही थी. उसने ये निर्णय डेविड के ऊपर ही छोड़ दिया. पर मिशेल ने निर्णय ले लिया था कि मार्क से गांड मरवाना ही उसकी प्राथमिकता थी. उसे ज्ञात था कि आज और कल उसे चूत चोदने वाले बहुत लौड़े मिलने वाले हैं. पर गांड कितने मारना चाहेंगे ये निश्चित नहीं था. वैसे भी दो तीन दिनों से उसकी गांड में कोई लौड़ा गया नहीं था और उसे इसकी कमी खल रही थी.
जैसन ने समय व्यर्थ न करते हुए शैली को एक तकिया के ऊपर अपने घुटनों के बल होने का निर्देश दिया. शैली ने बड़ी तत्परता से उसके इस निर्देश का पालन किया. उसकी चिकनी उभरी गांड को देखकर रिचर्ड से रहा नहीं गया और उसने उसे दोबारा चाटना आरम्भ किया, पर इस बार उसकी जीभ अंदर जाकर भी शैली की गांड को साफ कर रही थी. इसके बाद उसने अपने लंड को शैली की गांड के छेद पर लगाया. तो शैली बोल पड़ी.
शैली, “फक इट हार्ड एंड फ़ास्ट. जस्ट फक इट अंकल.”
जैसन कुछ आराम से उसकी गांड मारना चाहता था उसके इस कथन से उसने अपना मन बदल लिया और गांड में सुपाड़ा अंदर जाते ही एक लम्बे धक्के के साथ अपने लंड को शैली की गांड में जड़ तक बैठा दिया. धक्के के कारण शैली आगे की ओर गिरने को हुई पर जैसन ने उसकी पतली कमर को पकड़कर उसे संभाल लिया.
शैली, “गुड जॉब. नाउ फक मी. फक माई आस. आई लव इट.”
जैसन ने अब किसी प्रकार से भी कमी नहीं रखने का प्रण किया और शैली की गांड में पिस्टन के समान अपने लौड़े को पेलने लगा. शैली के मुंह से घुटी हुई सिसकारियां उसके कानों में एक अद्भुत संगीत का आभास करा रही थीं.
“वाओ, ये अंकल तो गांड मारने में बिलकुल दया नहीं दिखा रहा, मेरी तो गांड में खुजली हो रही है ये देखकर. इसके लंड से गांड मरवाना ही है मुझे.” सुरक्षा कक्ष में एक लड़की ने अपनी गांड खुजलाते हुए टिप्पणी की.
उसकी साथी लड़की हंस कर बोली, “तुझे आज तक कोई लंड दिखा है जिसे तुझे गांड में नहीं लेना हो? इन दो दिनों में तू सारे अतिथियों से गांड मरवाने वाली है.”
“तुझे क्यों जलन हो रही है? पर इस बार मेरी ड्यूटी यहां लगाकर इवान सर ने मेरा मूड ऑफ कर दिया.”
“क्या मजा खराब कर दिया तेरा?” ये स्वर इवान के थे जो कक्ष में निरीक्षण के लिए आया था.
“सॉरी सर, मैं तो मजाक कर रही थी.”
पर दूसरी लड़की अब मजे ले रही थी. “ये कह रही थी कि इस बार अपनी गांड अधिक लौडों से नहीं मरवा पायेगी क्योंकि आपने इसकी ड्यूटी यहाँ जो लगा दी है.”
“हम्म, चलो देखते हैं, कुछ हो पाए तो. वैसे मेरा भी मन है किसी की गांड मारने का तो तुम्हारी अभी की इच्छा तो मैं पूरी कर ही देता हूँ.” ये कहकर इवान ने उस लड़की को कुर्सी के ऊपर झुकाया और एक ही बार में अपने लंड को उसकी गांड में उतार दिया.
“उई माँ. आह. सर अब मारो मेरी गांड. वैसे सामने भी यही चल रहा है.” इवान ने अब तक टीवी की ओर देखा नहीं था और वहाँ देखकर उसे अपने मित्र के परिवार को चुदाई में संलग्न देखकर सुखद आश्चर्य हुआ. उसकी ऑंखें ऐलिस की गांड पर टिकी थीं जो इस समय घोड़ी की मुद्रा ले रही थी. ऐलिस की गांड के उभार देखकर उसके मुंह में पानी भर आया और उसने अपने सामने झुकी लड़की की गांड में ताबड़तोड़ लंड चला दिया.
अब ये इस रिसोर्ट के लिए सामान्य बात थी, तो अन्य सभी उनकी ओर ध्यान न देकर अपने काम पर ही केंद्रित थे.
इवान का ध्यान रह रह कर टीवी पर चल रहे उसके मित्र के परिवार पर जा रहा था. इस समय सुंदर पृष्ठ ऊपर उठे हुए थे और उन सब में एक एक लंड पिला हुआ था. उसे इस बात का दुःख हुआ कि वो उनकी बातें नहीं सुन सकता था. वहाँ चादर पर चारों महिलाएं अपनी गांड में लंड लिए हुए सिसकारियां ले रही थीं और अपने अपने घुड़सवार को प्रोत्साहित कर रही थीं. मार्क और डेविड जिन्हें अपनी माँ की आयु की स्त्रियों में अधिक रूचि थी अपने लंड धुआंधार रूप से चला रहे थे. रिचर्ड और जैसन को भी इन दोनों बालाओं की गांड मारने में अत्यंत सुख मिल रहा था. शाम होने को थी और सूर्य ढलने लगा था. चारों लंड अपने अपने रस को अपनी घोड़ी की गांड में विसर्जित करने लगे. वो उनके पास ही ढह गए और लम्बी गहरी साँसों के साथ समाप्त हुए कार्यक्रम का सुख अनुभव करते रहे.
इसके बाद सब उठे और बच्चों ने चादर और तकिये उठाये और कमरों में जाकर उन्हें धोने के लिए डाल दिया. रिचर्ड ने फोन पर चादरें बदलने का अनुरोध किया और फिर बाथरूम में जाकर मुंह हाथ धोकर सब बाहर आकर खड़े हो गए. कुछ ही देर में दो लड़कियाँ आयीं और उन्होंने चादरें और तकिये बदले और उनकी ओर मुस्कराते हुए चली गयीं. लड़की की गांड मार लेने के बाद इवान ने लड़की को विश्वास दिलाया कि वो उसकी गांड में अधिकतम लंड डलवाने का प्रयत्न करेगा. इसके बाद वो अपने ऑफिस गया जहां उसने पाया कि लगभग सभी अतिथि आ चुके हैं. उन्हें सात बजे रेस्त्रां में आमंत्रित करने के बाद वो अपने परिवार के पास लौट गया.
अपने कमरे में पहुंचा तो देखा कि फिलिप्स हेलेन की गांड मार कर अपने लौड़े को उसकी गांड में से निकाल रहा था. उसने अपना सिर हिलाया और सोचा कि बाप बेटे को गांड मारने का कितना शौक है. और उसे हेलेन के ऊपर भी गर्व हुआ जो गांड मरवाने में कभी पीछे नहीं हटती थी.
फिलिप्स इवान को देखकर मुस्कुराते हुए बोला, “हाय डैड, माँ की गांड मारनी है क्या?”
इवान ने हेलेन की गांड से रिसते हुए फिलिप्स के रस को देखा और उसे कहा कि अब समय नहीं है, और वैसे भी वो अभी सुरक्षा कर्मी लड़की की गांड बजा कर आया है.
“वेल डन, डैड.”
इवान ने हेलेन को पुकारा, “हनी, सात बजे के पहले हमें रेस्त्रां पहुंचना है, तो तैयार हो जाओ. नेताजी भी आ चुके हैं अपनी पत्नी और बेटी के साथ. तो मैं उन्हें मिलने के बाद तुम दोनों को वहीं मिलूंगा. हम दोनों को ही सबका स्वागत करना है, तो जल्दी करो.”
हेलेन, “नो प्रॉब्लम, जानू। बस मैं अभी तैयार होती हूँ. बस मेकअप ही करना है. हम औरतों को देर तो कपड़े पहनने में होती है, जिसकी आज कोई आवश्यकता ही नहीं है.”
ये कहते हुए दोनों हंस पड़े. फिर इवान ने फिलिप्स को बोला, “तुम्हारा काम है रिचर्ड के परिवार को लेकर आना. वैसे उन्हें स्थान पता है, परन्तु पहली बार आये अतिथि को साथ लाया जाता है.”
फिलिप्स ने ये कार्य सहर्ष स्वीकार किया और अपनी माँ के ही साथ बाथरूम में घुस गया. उन दोनों के बाहर आने पर इवान भी तैयार हुआ और मंत्रीजी के बंगले के लिए निकल गया.
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मंत्रीजी का बंगला रिसोर्ट से कुछ दूर था, बंगला क्या था एक महल ही समझो. उनके बंगले पर अलग सुरक्षा थी और उनसे मिलने के लिए उनकी अनुमति के बिना अंदर जाना असम्भव था. इवान चूँकि रिसोर्ट का सर्वोच्च अधिकारी था तो उसे बंगले में किसी भी समय जाने के अनुमति प्राप्त थी, परन्तु मंत्रीजी को उसके आने की सूचना देने के बाद ही. बंगले के दो गेट थे, एक जो कुछ दूरी पर मुख्य सड़क पर खुलता था और दूसरा रिसोर्ट में. मंत्रीजी के सरकारी सुरक्षाकर्मी पहले गेट के बाहर ही रोक दिए जाते थे. इसीलिए उन्हें मंत्रीजी के क्रियाकलापों के बारे में कोई ज्ञान नहीं था.
गेट पर पहुंचने पर सुरक्षाकर्मी ने मंत्रीजी को फोन पर बताया कि इवान आये हैं और उनसे अनुमति मिलने पर गेट खोलकर इवान को सैलूट करके उन्हें प्रवेश दिया. गेट से भी उनके बंगले का मुख्य द्वार कोई आधा किमी था. इवान कई बार आश्चर्य करता था कि उनके पास इतना धन कैसे आया, पर उसने कभी भी अपने विचार मुखर नहीं किये. मुख्य द्वार पर पहुंचकर उसने घंटी बजायी और रिसोर्ट की ही एक लड़की ने उसे अंदर प्रवेश दिया. लड़की की लिपस्टिक उसके सुंदर चेहरे पर बिखरी हुई थी. उसने इवान को भव्य बैठक में एक सोफे पर बैठाया. मंत्रीजी अभी बाहर नहीं आये थे. वो कमरे की भव्यता का अवलोकन कर ही रहा था कि उस लड़की ने उसके हाथ में उसकी प्रिय शराब का पैग थमा दिया. इसमें कोई अचरज नहीं था, मंत्रीजी इन सब का कोई संज्ञान नहीं लेते थे.
“आप और कुछ लेंगे?” लड़की के द्वीअर्थी वाक्य को समझने में इवान को देर नहीं लगी. उसने विनम्रता से मना किया और अपनी ड्रिंक की चुस्कियां लेने लगा.
कुछ ही मिनट बीते होंगे कि मंत्रीजी भी आ गए. वे भी रिसोर्ट की ही वेश भूषा में थे, अर्थात पूर्णतया नंगे. उनकी ऊँची कद काठी पर काली घनी मूछें थीं और उनका लंड अभी भी तना हुआ था और उस पर कुछ नमी थी जिसके कारण वो अभी भी चमक रहा था.
“कैसे हो इवान?” उन्होंने आगे बढ़कर इवान से हाथ मिलाया. फिर उस लड़की की ओर देखकर कहा, “तुम्हें मैडम बुला रही हैं.”
“जी सर.” ये कहते हुए वो लड़की पलक झपकते ही बंगले के अंदर चली गयी.
“मैं अच्छा हूँ, सर. आप कैसे हैं?”
“जैसा हमेशा रहता हूँ, बिल्कुल चंगा. कल के आयोजन की सभी तैयारियां हो चुकी हैं?”
“जी सर, अपने जैसा आदेश किया था उसके अनुसार शो के लिए स्टेज की व्यवस्था कर दी है, कल सुबह उस पर पूरी सज्जा भी कर देंगे.” ये कहते हुए इवान रुक गया.
मंत्रीजी ने भांप लिया कि इवान के मन में कोई प्रश्न है.
“तुम ये सोच रहे होंगे कि इस बार मैंने सारे आयोजन प्रबंध तुम्हारे ऊपर न छोड़कर स्वयं अपने ऊपर लिया है. है न?”
“जी सर.”
“बात ये है कि $%^& शहर की एक प्रसिद्ध फाइनैंसर से मेरी एक डील हो रही थी. उन्होंने एक नए क्लब में निवेश किया है. वो भी हमारी तरह का ही विशिष्ट क्लब है, परन्तु वो केवल महिलाओं के लिए है.” ये कहते हुए मंत्रीजी ने इवान को पैनी दृष्टि से देखा.
“जी.”
“तो बात ये है कि उन्हें भी किसी प्रकार का संरक्षण चाहिए है, अन्यथा उन्हें कभी भी शासन बंद कर सकता है अगर उनकी गोपनीयता भंग हुई तो. फिर हमारी ये डील हुई है कि हमारे रिसोर्ट और उनके क्लब के बीच एक समझौता किया जाये जहाँ पर वे अपने कर्मियों को हमारे रिसोर्ट में विशेष प्रयोजनों के लिए उपलब्ध कराएँगे और इसके लिए वे मेरे संरक्षण में रहेंगे.”
“ये तो बहुत ही अच्छी बात है सर. आपको इसके लिए मेरी ओर से बधाई.”
“बात यहाँ तक ही नहीं है, उन्होंने अभी हाल ही में एक अतिविशिष्ट आयोजन किया था, जिसके बाद उन्हें मैंने भी अपने रिसोर्ट में उसी प्रकार का शो करने के लिए मना लिया है. महंगा तो है, परन्तु आनंद बहुत आने वाला है.”
“जी सर.”
“तुमने बॉलीवुड की अभिनेत्री “केके” को तो देखा ही होगा, जिसने अपनी आयु से कहीं अधिक आयु के अभिनेता से विवाह किया है.”
इवान का गला सूख गया, उसने अपने ग्लास से दो घूंट लिए और गले को गीला किया.
“जी”
“अभिनेता का पुत्र अपनी सौतेली माँ की चुदाई करता है, क्यूंकि अभिनेता अब कुछ विशेष समय और परिस्थितियों में ही अपनी पत्नी को चोद सकता है. उसका लंड अपनी पत्नी को औरों से चुदते हुए देखने पर ही खड़ा होता है. तो कल उनका शो है.”
“ओह शिट.” इवान के मुंह से अनजाने में ही अपशब्द निकल गया. पर मंत्रीजी ने उस पर कोई टिप्पणी नहीं की.
“वो फाइनेंसर और क्लब का मालिक भी मेरे साथ ही आये हैं और अभिनेत्री, अभिनेता और उनका बेटा भी. इसी कारण मुझे आने में देर हुई. वे सभी अब आते ही होंगे.”
इवान इस समय सकते में था. वो प्रसिद्ध अभिनेत्री से मिलने का उसे अवसर मिलने वाला है. तभी मंत्री जी की बेटी बैठक में आयी और उसके साथ एक युवक था, जिसका चेहरा अभिनेता से मिल रहा था.
“पापा, मैं इन्हें रिसोर्ट दिखा दूँ?” ये कहते हुए वो आकर मंत्रीजी की गोद में बैठ गयी.
“लोग पहचान लेंगे तो कल के कार्यक्रम की गोपनीयता समाप्त हो जाएगी. वैसे भी ये तीनों नए वर्ष के पहले दो दिन यहीँ हैं, तो अच्छा होगा कि उस समय दिखाओ.”
“ओके, पापा.” कहकर मंत्रीजी को एक गहरा चुंबन देकर वो खड़ी हुई और युवक के हाथ को पकड़कर बोली, “जैसा पापा ने कहा, अभी नहीं. तो चलो हम कुछ अपना खेल खेल लेते हैं.”
वो दोनों अभी वहाँ से हटे ही थे कि मंत्री जी की पत्नी ने एक सुंदर मध्यम आयु की स्त्री और एक हृष्टपुष्ट नवयुवक के साथ बैठक में प्रवेश किया.
“हैलो इवान, कैसे हो?” मंत्रीजी की पत्नी ने इवान के पास आकर उसके होंठ हल्के से चूमकर पूछा.
“मैं अच्छा हूँ, मैडम. आप कैसी हैं?”
मंत्री जी की पत्नी शिखा उनसे आयु में कोई दस वर्ष कम थीं और उनकी दूसरी पत्नी थीं. पहली पत्नी के देहांत के पश्चात् मंत्रीजी ने कुछ वर्ष बाद उनसे विवाह किया था. वो उनकी पुत्री की शिक्षिका थीं और उनको मिलाने में उनकी पुत्री का ही हाथ था.
“इवान, मैंने कितनी बार कहा है की मुझे शिखा ही पुकारा करो. इन्हें चाहे जैसे भी पुकारो, पर मेरे लिए ऐसे सम्बोधन की कोई आवश्यकता नहीं है.”
इवान ने मंत्रीजी को देखा तो उन्होंने अपने कंधे उचकाए और उसे इसकी अनुमति दे दी.
“ओके, शिखा जी.”
“चलो, ये फिर भी चलेगा. हेलेन कहाँ है? और तुम्हारा लड़का कहाँ है. उसकी मुझे बड़ी याद आती है.”
“जी हेलेन आज के कार्यक्रम के लिए रेस्त्रां में गयी है, फिलिप्स नए अतिथियों को लेकर वहीँ आएगा.”
“हाँ, इन्होने बताया कि तुमने इस बार अपने मित्र के परिवार को बुलाया है. और ये भी की उनमे दो जवान लड़के भी हैं.”
“जी”
शिखा को नवयुवकों से चुदवाने में बहुत आनंद मिलता था. मंत्रीजी अब ५५ वर्ष के थे, और उनकी चुदाई की क्षमता आज भी शिखर पर थी. ४५ वर्ष की शिखा को उनसे तो सुख मिलता ही था, पर वो रिसोर्ट में अपने जवान लड़कों से चुदवाने की लालसा को पूरा करती थी. यहाँ से दूर, उसे कभी भी किसी और के साथ नहीं देखा गया.
“आओ, मैं तुम्हें मिलाती हूँ. ये हैं रूचि आहूजा, जो कि हमारी नयी पार्टनर हैं, और ये हैं पार्थ जो एक क्लब के मालिक हैं, रूचि के साथ.”
इवान ने पार्थ से हाथ मिलाया और फिर रूचि से.
“आपसे मिलकर बहुत ख़ुशी हुई. मुझे सर ने आपके क्लब के बारे में संक्षेप में बताया है. मुझे विश्वास है कि हमारे संबंध अच्छे रहेंगे.”
“मुझे भी ये विश्वास है.” पार्थ ने उत्तर दिया. रूचि इवान की ओर बस देखती रही मानो उसे पढ़ रही हो.
शिखा: “तो मेरे विचार से हमें रेस्त्रां चलना चाहिए.”
इवान अभिनेत्री से मिलना चाहता था, तो पूछ उठा.
“मंत्रीजी ने कहा कि आपके अन्य अतिथि भी हैं.”
“यू नौटी. तुम्हें केके से मिलना है. चलो मैं तुम्हें मिलवा देती हूँ, वैसे वो अभी कुछ व्यस्त है.”
उसकी बात सुनकर रूचि और पार्थ मुस्कुरा उठे और मंत्रीजी की खिलखिलाहट निकल गयी. इवान को कुछ संकोच हुआ. तब तक शिखा उसे हाथ से पकड़कर घर में अंदर ले गयी.
इवान इस बंगले में कई बार आया था परन्तु वो बैठक तक ही सीमित रहा था. घर के अंदर की भव्यता को देखकर वो चकित था. शिखा उसके हाथ को थामे हुए गलियारे के अंतिम कमरे की ओर पहुंची और रुक गयी.
“इवान, जो तुम इन बॉलीवुड वालों के बारें में विचार रखते हो, ये उनसे बहुत भिन्न हैं. हम लोग भी उन्मुक्त सेक्स के पक्षधर हैं, परन्तु जो गंदगी और घिनौनापन इन लोगों में है, उसे हम कभी नहीं पा सकते. जिस केके से तुम मिलना चाहते हो उसका असली रूप भी देख लो.”
ये कहते हुए शिखा ने दरवाजा खोला और इवान को अंदर ले गयी. अंदर का दृश्य देखकर न केवल इवान भौचक्का रह गया बल्कि उसके मन में जो इस जोड़े के प्रति भाव थे वो एक ही क्षण में तहसनहस हो गए. बिस्तर पर केके तीन लड़कों से एक साथ चुदवा रही थी. हालाँकि उसका चेहरा नहीं दिख रहा था पर शिखा ने बताया था कि ये केके ही है. एक लंड उसकी चूत में, और एक गांड में था. एक लंड उसके मुंह में था. इवान इनमे से किसी भी लड़के को नहीं पहचानता था. उसने उनकी कलाइयों में अतिथि वाले कड़े देखे. पर उसको केके के इस रूप को देखकर उतना आश्चर्य नहीं हुआ, जितना उस अभिनेता को देखकर.
अभिनेता के गले में एक कुत्ते का पट्टा पड़ा हुआ था और वो घुटनों और कोहनियों के बल बैठा हुआ था, उसका चेहरा उसकी पत्नी की ओर था. उसके पट्टे को एक लड़की ने अपने हाथों में थमा हुआ था और उसके सामने एक बड़ा सा कुत्तों को खाना खिलाने वाला कटोरा था. इवान इस दृश्य को अपने मन में समाहित कर ही रहा था कि गांड मारने वाले लड़के ने अपना लंड केके की गांड से निकाला। वो झड़ने वाला था. उस लड़की ने कुत्ते वाला प्याला उठाया और उस लड़के के लंड के आगे लगा दिया. इवान को अब समझ आ रहा था कि यहाँ क्या होने वाला है. उस लड़के ने अपने लंड को झटकते हुए अपना वीर्य उस कटोरे में डाल दिया. जब उसका लंड झड़ चुका तो लड़की ने वो कटोरा अभिनेता के सामने रख दिया.
“कम ऑन, डैड, ड्रिंक योर डाइट. मॉम की गांड से सीधा निकला है.”
ये कहते हुए उसने पट्टे को एक झटका दिया और अभिनेता उस कटोरे में भरे वीर्य को पी गया. इवान का मन मचल उठा. चुदाई करना अलग बात थी, पर अपने पिता और पति का यूँ तिरिस्कार करना बिलकुल अलग. जब अभिनेता अपना कटोरा साफ कर चूका तो लड़की ने उसे शाबाशी दी. हालाँकि वे इवान और शिखा को देख चुके थे, पर किसी ने उनकी उपस्थिति का संज्ञान नहीं लिया. इवान ने शिखा को ओर देखा और सिर से संकेत दिया कि उसे अब कुछ नहीं देखना। शिखा ने उसको साथ लिया और कमरे के बाहर निकल गयी और कमरा बंद कर दिया.
“इतनी गंदगी है इन लोगों के अंदर!”
शिखा ने कुछ नहीं कहा. बैठक में पहुंचकर मंत्रीजी ने उसके चेहरे के भाव पढ़ लिए और बात बदल दी.
“वैसे अँधेरा हो चुका है और रेस्त्रां जाने का भी समय होने वाला है. इवान कृपया तुम रूचि और पार्थ को अपने साथ ले जाओ. इनका परिचय में कल सबको दूंगा. आज इन्हें केवल मेरे अतिथि के रूप में ही मिलवाओ.”
“जी.” इवान की दबी हुई हामी को सुनकर मंत्रीजी बोले, “हर बार जो हमें दिखता है वो पूर्ण सत्य नहीं होता. अन्य लोगों के जीवन या उनकी शैली पर विचार न करते हुए हमें ये देखना चाहिए कि हम अपने वातावरण में कितने सुखी है.”
इवान रूचि और पार्थ को लेकर बंगले से निकल गया और रेस्त्रां की ओर चल पड़ा. रूचि इवान के मन के भाव को समझ पा रही थी. उसने चलते हुए इवान का हाथ पकड़ा और उसे दबाया.
“अपने मन को शांत रखो, जिस प्रकार का रिसोर्ट आप चला रहे हो, सम्भव है इस प्रकार की विकृतियां आपको देखने के लिए मिलती रहें. अपनी व्यक्तिगत और व्यावसायिक मान्यताओं को अलग रखिये. जो दिखता है वो बिकता तो है, पर वो सच कितना होता है इसका अनुमान लगाना असम्भव है.”
इवान इतना अनुभवी होने के बाद भी कुछ सकते में था. पर उसने रूचि की ओर देखा और मुस्कुराकर कहा, “धन्यवाद, आप सच कह रही हैं. मैं उसके बारे में इतने अच्छे विचार रखता था कि उन्हें बिखरता देख कुछ कष्ट हुआ है. पर अब मैं ठीक हूँ. पर वो लड़के कौन थे?”
“उन्हें शो के लिए हम लाये हैं. वे हमारे क्लब से हैं.”
“ओके”
वे अब तक रेस्तराँ पहुंच चुके थे. अंदर अभी कुछ ही लोग थे क्योंकि अभी सात बजने में समय था. अंदर जाने पर विदित हुआ कि केवल हेलेन, फिलिप्स और रिचर्ड का परिवार आ चुके थे. अन्य केवल सेवाकर्मी ही थे. हल्का मद्धम संगीत बज रहा था. और वातावरण बहुत ही रोमांटिक था. रेस्त्रां में टेबलों के बीच में अच्छी दूरी बनाई गयी थी. रेस्त्रां में दस सीटों के पाँच टेबल थीं और छह सीटों की दस. आठ लड़के लड़कियां सेवा के लिए तत्पर खड़े थे.
इवान ने सबसे पहले रूचि और पार्थ को हेलेन से मिलाया और कुछ देर तक हेलेन और रूचि बातें करते रहे. इवान अन्य आयोजनों को देखने के लिए आगे चला गया तो हेलेन ने पार्थ और रूचि को रिचर्ड के परिवार से मिलवाना उचित समझा. जैसे ही वो पार्थ को लेकर उनकी टेबल पर पहुंची मिशेल और रिचर्ड के मुंह खुले रह गए. उन्हें समझ नहीं आया कि वे क्या कहें. हेलेन समझ गयी कि वे एक दूसरे को पहचानते हैं. पार्थ ने रिचर्ड को नमस्ते किया और डेविड को अलग आने के लिए कहा. डेविड उठकर पार्थ के साथ चला गया और हेलेन रूचि को सबसे परिचित करवाने लगी.
पार्थ और डेविड रेस्त्रां के बाहर आये.
“हे डेविड, पहली बात कि चिंता बिलकुल मत करो. ये बात मेरे आगे कहीं नहीं जाएगी. अगर तुम चाहो तो.”
“क्या कहना चाहते हो.” डेविड को लगा कि पार्थ उन्हें ब्लैकमेल करना चाह रहा है.
“जिस प्रकार से सम्भवतः तुम्हारे परिवार में चुदाई चलती है, हमारे परिवार में भी वही होता है. ये तुम्हें इसीलिए बता रहा हूँ कि तुम्हे किसी प्रकार का डर न रहे.”
“ओह, दैट इस ग्रेट.” फिर वो कुछ सोचकर बोलै, “पर सागरिका की तो शादी हो रही है.”
“वहाँ भी वही चलता है. और इसीलिए हमारे परिवार अब कई बार मिलजुल कर चुदाई करते हैं.”
“तो अब क्या होगा.”
“मैं चाहता हूँ कि तुम्हारा परिवार भी इसमें सम्मिलित हो जाये. सोचो, आठ में से चार परिवार अगर ऐसे मिलजुल कर रहें तो.”
“चार? पर ये तो तीन ही हुए.”
“सरप्राइज़! शेट्टी परिवार में भी यही चलन है.”
“होली शिट, वर्ल्ड इस गोइंग क्रेजी, ब्रो।”
“यस, इट इस. नाउ लैट अस गो इनसाइड. यू कैन टैल योर फॅमिली.”
“या, मैन. दे विल बी सरप्राइज़्ड लाइक हैल.”
इसके बाद दोनों अंदर चले गए. जहाँ पार्थ रूचि की ओर मुड़ा, डेविड अपने परिवार की टेबल की ओर चला गया. कुछ ही देर में उन आठों की आश्चर्य से खुली ऑंखें पार्थ को देख रही थीं. पार्थ ने उन्हें आंख मारी और मुस्कुरा दिया. रूचि ने उससे पूछा कि मामला क्या है तो उसने बताया कि वो भी उनके ही पड़ोसी हैं और ये साफ है कि उनके घर में भी पारिवारिक सम्भोग की प्रथा है. रूचि ने इस बार उनकी ओर देखा. फिर उनकी ओर मुस्कुराते हुए हाथ हिलाया. मिशेल ने उसका उत्तर दिया.
जैसे ही सात बजे एक एक करके अन्य अतिथि भी रेस्त्रां में आने लगे. रेस्त्रां में नियुक्त लड़के उन्हें उनकी टेबल पर बैठा रहे थे और लड़कियां उनके ड्रिंक्स का आर्डर ले रही थीं. आधे घंटे के भीतर ही रेस्त्रां में लगभग सभी लोग आ चुके थे. उनके सबके बैठने के बाद कुछ ही देर में मंत्रीजी, उनकी पत्नी और पुत्री भी आ गए. सबने खड़े होकर उनका स्वागत किया. वे तीनों ने हर टेबल पर जाकर सबसे मिले और सबका स्वागत किया. देख के ये साफ था कि वे सबको भली भांति जानते थे. मंत्रीजी सभी महिलाओं से आलिंगन करके मिल रहे थे और शिखा और उनकी पुत्री मनीषा पुरुषों के साथ आलिंगनबद्ध हो रही थीं.
इवान ने रेस्त्रां में अब कुल ५० लोग थे. इनमें २४ पुरुष थे और अन्य स्त्रियां. पुरुषों में आठ लड़के थे और अन्य प्रौढ़. महिलों में भी १६ महिलाएं थीं और १० लड़कियां थीं. जैसे जैसे मंत्रीजी का परिवार एक परिवार से मिलता, वे लोग बैठते जा रहे थे. अन्य लोगों से मिलकर अंत में मंत्रीजी का परिवार रिचर्ड के परिवार से मिलने आया.
“आप आज पहली बार आये हैं इसीलिए मैं आपसे मिलने अंत में आया हूँ. मुझे आपके बारे में इवान ने बहुत कुछ बताया है. मैं आपसे व्यापार के संबंध में भी कुछ बातें करना चाहूंगा, और इसके लिए आपको मैं कल अपने बंगले पर आमंत्रित कर रहा हूँ. अब आप सब आज के भोजन का आनंद लें. मैंने इवान से कहा है कि वो सभी से आपका परिचय करवा दे. जो कुछ ही देर में करने वाला है. आप अपनी प्रिय ड्रिंक लें. मैं आपके पास कुछ देर में फिर आऊंगा.”
ये कहते हुए मंत्रीजी अपनी टेबल पर चले गए. सभी लोग अपनी ड्रिंक्स पी रहे थे. इवान ने माइक लिया और सबका ध्यान आकर्षित किया.
“आप सबका हमारे रिसोर्ट में फिर स्वागत है. मुझे प्रसन्नता है कि इस बार की थीम, जिसे हमने प्रकृति कहा है, आप सबने इस ठंड में भी स्वागत किया है. हम इस बात के लिए धन्य हैं कि हमारे यहाँ इतनी तीव्र ठंड नहीं पड़ती है, परन्तु इस समय कुछ तापमान कम हो रहा है. इसीलिए यहाँ हीटर चला दिए गए हैं. आप सबके कमरे भी इस समय गर्म किये जा रहे हैं.”
“जैसा आप सब जानते हैं की ये हमारा पाँचवाँ नव वर्ष का आयोजन है और इस बार मंत्रीजी ने एक अति विशिष्ट आयोजन किया है. मैं अपनी ओर से उनका इसके लिए आभार व्यक्त करता हूँ. आज हमारे बीच आठ नए अतिथि हैं, जिनमे से चार अफ्रीका के निवासी हैं. मैं आप सबको उनका परिचय देता हूँ. मैं आपसे विनती करूंगा कि उनके परिचय के उपरांत आप सभी एक एक करके उन्हें भी अपना परिचय दें.”
ये कहते हुए इवान ने रिचर्ड के परिवार के बारे में बताया और कुछ जैसन के परिवार के बारे में भी. इसके बाद हर परिवार ने उनसे मिलकर अपना परिचय दिया. सबसे मिलते मिलते, उन्हें दो परिवारों से रात्रि के लिए आमंत्रण मिला. किसी किसी को अलग आमंत्रण भी मिला. अर्थात कुछ परिवार उनके किसी एक या दो सदस्यों को ही आमंत्रित करने के इच्छुक थे. उन्होंने कहा कि वे कुछ विचार करके उन्हें बताएंगे. मंत्रणा में ये निश्चित हुआ कि अलग अलग परिवारों से मिला जाये जिससे कि उनके बारे में अधिक ज्ञान हो सके. ये तय होते ही उन्होंने पास खड़ी सेविका को ये बात इवान को बताने के लिए कहा.
कुछ महिलाएं जाकर मंत्री जी की टेबल पर बैठ गयी थीं और उनके साथ चुहल कर रही थीं. उनके हाव भाव से प्रतीत होता था कि वे उनके साथ रात बिताने में इच्छुक हैं. पर मंत्रीजी के कुछ बताने के बाद वे कुछ उदास हो गयीं. खाना खाने के पश्चात् एक गाड़ी से सबको उनके निश्चित स्थान (जहाँ उन्हें रात बितानी थी.) छोड़ा गया. मिशेल को इवान के कमरे में छोड़ा गया. अन्य सभी परिवार वाले भी अलग अलग परिवारों के साथ चले गए. आज वे अन्य परिवारों के पारिवारिक सम्भोग में सम्मिलित होने वाले थे.
मंत्री जी आज केके की चुदाई करने वाले थे, तो उनकी पत्नी शिखा ने जिस परिवार के साथ जाना चुना था उसी में डेविड भी गया था. वहीं जैसन वाले परिवार में उनकी पुत्री आयी थी. सभी लोग अपने गंतव्य पर पहुंच चुके थे.
आज रिसोर्ट के हर कमरे में चुदाई का संग्राम होना था.
और जो कल होना था वो अभी तक अनुसूचित था, जिसे केवल रूचि, पार्थ और मंत्रीजी ही जानते थे. पार्थ रूचि के साथ उसके कमरे में गया था. उन्होंने किसी के साथ जाने की आवश्यकता नहीं समझी थी. वैसे भी उन्हें कल के कार्यक्रम के बारे में और मंत्रीजी के साथ व्यवसाय के बारे में चर्चा करनी थी. बाहर सर्दी बढ़ रही थी. पर रिसोर्ट के उन कमरों में जहां लोग थे, इस समय गर्मी थी, न केवल हीटर द्वारा उर्जित, बल्कि उनके शरीरों से निकलता वासना का ज्वर तापमान को बढ़ाता जा रहा था.
अभी केवल शाम ढली थी, रात तो जवान हुई थी.