You dont have javascript enabled! Please enable it! पिता की मौत के बाद मेरी आत्मा मेरे पिता के शरीर में घुसी – Update 42 - KamKatha
पिता की मौत के बाद मेरी आत्मा मेरे पिता के शरीर में घुसी - Erotic Incest Story

पिता की मौत के बाद मेरी आत्मा मेरे पिता के शरीर में घुसी – Update 42

Update – 42

साक्षी – ही ही ही ही , जानते हो ना कितना प्यार करती हो तुमसे।

सीड – हा हा जनता हूं मैने ही तो हंसना सिखाया।

साक्षी – उल्लू

तभी सीड की पकड़ साक्षी पर कस्ती जाती है और वो कहती है प्लीज़ 2 घंटे रुक जाओ ना।

तभी सीड उसे छोर देता है और साक्षी कहती है बस काम खत्म कर के चुटकी मैं आई फिर अच्छा से प्यार करूंगी।

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इधर गार्डन में अंजली और तनु , रूही और अनु बैठे हुआ थे।

अंजली सारी बात उन तीनो को बता रही थी।

अब आगे —–

“अब बताएगी भी क्यू रो रही हो” तनु की आवाज़ ने अंजली को हिला दिया।

अंजली डरते हुए धीरे धीरे कहती है ,” वो वो मैं सीड का बचपन देख रही थी”

रूही ,” हा तो आगे बताओ”

अंजली – वो वो वो वो

” ही ही ही ही ही अजय तू इतना क्यों डरता है , कुछ नही होगा चल ना “

अंजय ,” सीड के बच्चे तू जनता नही मेरा भाई बहुत मरेगा मुझे समझा”

“मेरे होते हुआ तुझे डरने की क्या ज़रूरत है हा” सीड के पत्थर पर खड़ा हो कर हस्त है।

तभी एक कार बहुत तेज टक्कर मारती है जिससे सीड गिस्ते हुए बहुत दूर चला जाता है उसका पूरा शरीर लहू लुहान हुआ पड़ा था।

जिस कार ने सीड को टोका था उसमें से दो लड़के उतरते है, जिसमें से एक लड़का बोलता है, ” अबे वीरू ये मर तो नहीं  गया “

वीरू – नही बे इतनी जल्दी नहीं जतिन सदियों पुरानी भड़ास है आज अच्छा से निकलेगी।

अजय – अंकल मुझे छोर दो , मुझे छोर दो मैं बड़ा हो कर बहुत पैसा कामूंगा तो आपको लौटा दूंगा , आप मुझे मत मारो मेरा भाई आपको पैसे दे देगा।

वीरू – बिल्कुल बिल्कुल तू डर मत तेरा भी हिसाब तो कायदे से किया जाएगा

वीरू – क्यो बे जतिन

हा हा हा हा हा हा

 ही ही ही ही ही ही

जतिन – कभी घोस खाया है बे लौड़े

सीड ने बड़ी मुस्किल से आंख खोली अपनी और कहा “नही “

वीरू – चल बे छोर तुझें छोर दूंगा , तुझे ज़िंदगी दे दूंगा बस एक काम कर अपने दोस्त को मार कर उसका घोस्त खा।

जतिन – thts not fair मेरे भाई ये तो गलत है ये हस्त चहरा उफ्फ चल बे छोर एक काम कर तू क्या नाम था तेरा अजय हा हा हा अजय तू अपने दोस्त को मार दे और चला जा कसम से सब ठीक हो जाएगा

वीरू – ये तो गलत है मेरा लड़का तो मरा हुआ है साला फट्टू अबे उठ कमोन ना

अजय – सीड सीड , माफ कर देना मेरा भाई

“अअःह्ह्ह मां  मुझे मत मारो , नही नही नही “

बंदूक की छीना छपती मैं अक्नक कही से गोली चलीं जो अजय के सीने को चन्नी कर गई।

तभी जतिन गुस्सा मैं एक लात सीड को मारता है और उसे कहता है बहन चोद मुझे वो चाहिए , जिसका लिया तेरी मां जिमेदार है बता कहा है वो , कहा है वो , खून का बदले खून

वीरू – साला धोखेबाज अपने ही दोस्त को मारा है तूने , इसके बाप को बोलो इसको ले जाए , अपने गुस्सा पर कंट्रोल करना सीख समझा

सीड को घर लाया जाता है जहा वो अपने रूम में मौजुद था।

सीड –  बहुत दर्द हो रहा प्लीज़ मुझे हॉस्पिल ले जाइए

” आओ चलो फिर रूम में “

रूही – आगे भी तो बता ना

अंजली – उसके बाद रूम बंद हो गया था और बस चीखे थी।

 अनु – दीदी मैं

” ही ही ही ही ही पापा नही ना ही ही ही ही “

“काव्या की बच्ची तू रुक मैं अभी तुझे बताऊंगा”, ये कह कर सीड उसे दौड़ा लेता है।

“ही ही ही ही पापा “

काव्या पूरे छत पर दौड़ा भाग मचा देती है और सीड उसे पकड़ता रहता है पीछे पीछे।

तभी उन सब की नज़र साक्षी पर पड़ती है जो वही जमीन पर लेटे लेटे हसी जा रही थी

तनु – वो हस कर सब भुला दिया है , तो छोर

अंजली – मुझे ये नही कहना था

तनु – मुझे तो सोना ही नही था थोड़ी देर के लिए सोई तो मेरे पति को रुला दिया हटो

ये कह कर तनु वहा से चली जाति है, अनु मुंह फूला कर बैठी थी जिसका चहरा गुस्सा से लाल था

रूही – तुझे क्या हुआ अब , गुस्सा मुझे भी आ रही है लेकिन हम कुछ नही कर सकते, तनु भी जान कर सरप्राइज़ थी।

अंजली – तनु को सब पता था, वो बस कंफर्म कर रही थी।

अनु – हुंह हुंह गंदा पति मैं सब भूलवा दूंगी हुंह।

इधर ये सब ऊपर आ जाती है आज इन सब ने सीड के लिए जो प्यार था वो और बड़ गया खास कर एक सक्स की नजरों मैं, क्युकी बाकियों के लिए तो वो प्यार वैसे ही बहुत था।

तनु – अरे क्या हो रहा है इधर हा।

काव्या – देखो ना मम्मा मैने टीवी मैं देखा था , जब कोई उदास होता है तो उसके ऊपर पानी फेक कर बोल दिया जाता है “its pupuk”

उसकी ये बात सुन कर रूही उसे गले लगा लेती है और हसने लगती है और अनु अंजली पेट पकड़ लेती है “pupuk”

अंजली – आगे

काव्या – तो मैं सोची की पापा पर pupuk कर देती हूं , पापा भी हस देंगे लेकिन मेरे पास पानी नही था तो मैं कोल्ड ड्रिंक गिरा दी और बोली बोली its pupuk अब पापा को लगता है ये वाली कोल्ड ड्रिंक पसन्द नही आई दूसरी से pupuk करना था

तभी रूही कहती है मेरी बच्ची को मत दौड़ाओ समझे बस pupuk कर रही थी वो।

इधर बाकी सब हसीं जा रहे थे और तभी कुछ लड़कियां अंदर आती है।

जैसे ही अंदर आती है वो सब तो उनकी नजर ही अटक जाती है पांच एक से बडकर एक, तभी उनकी नज़र सीड पर पड़ती है तो वो उसे ही घूरने लगती है क्युकी उसकी शर्ट गीली हो गई थी, तो उसने उतार दी थी।

तभी उसके सामने अनु खड़ी हो जाती है।

*Fufu*

“मेरे वाले को मत घूरो समझी ये मेरा है जाओ” अनु की ये आवाज़ सुन कर बेचारी वो सब झेप जाति है और सीड हंसते हुए शर्ट वापिस पहन कर अनु को लेकर चला जाता है।

“अनु कुछ भी बोलती है , तुम बोलो क्या हुआ” साक्षी की आवाज आतीं है

“वो दीदी मैं बुलाने आई थी आप सब के बिना मैं नही जाऊंगी संगीत में” वो लड़की बोलती है।

*उह्ह्ह उह्ह्ह्ह उह्ह्ह्ह्ह *

सीड ने अनु का मुंह दबा रखा था जिसे ये आवाज़ आ रही थी।

लड़की कहती है “अरे जीजू उसका मुंह छोर दो”

साक्षी – तुम चलो हम सब आते है।

उसके जाते ही सब रूम मैं जाते है और काव्या को सीड उठा लेता है pupuk अच्छा था।

इधर साक्षी और तनु सीड के गले लगे हुआ था, जो उसे अपना प्यार जाता रही थी।

तभी सीड मैं दोनो की कमर की जकड़ लेता है।

तभी वो दोनो फिर चली जाति है तैयार होने और तभी सीड नहाने चला जाता है क्युकी उसके ऊपर कोल्ड ड्रिंक गिर गई थी।

इधर सीड के जाते ही उसके तनु और साक्षी बाहर आती है जो पुरी कयामत लग रही थी।

तभी दोनो रूही और अनु आती है और ढूंढने लगती है आजू बाजू

तभी तनु की आवाज़ आती है चलो अभी तो बेचारे को नहा कर तैयार हो जाने दो।

अनु – दीदी मैं क्या सोच रही हो

साक्षी – hnji

अनु – कोई उसके लिए भी रुका रहे ना अकेले डर जाएगा।

साक्षी – नही डरेगा हम है , और अंजली भी अंदर नहा रही है

अनु – दीदी अचानक से मेरे ना पेट दर्द कर रहा आप जाओ

साक्षी – अनु को उठा लेती है और ले कर चल देती है चल बदमाश।

तभी वो आगे निकल जाती है और तनु पीछे रह जाती है।

तभी रूही कहती हैं “दीदी आप। आराम कर लो चल भी नही पा रही क्यो”

तनु – वो वो पैर में मोच आ गई

उसकी ये बात सुन कर साक्षी हस देती है।

इधर सीड नहा कर बाहर आता है तो जींस और शर्ट पहन लेता है

तो रूम मैं परफ्यूम लेने घुसता है तो उसकी नज़र कपडे पहन रहे अंजली पर पड़ जाती है।

सीड – सोरी मुझे ऐसे

इसके पहले सीड कुछ और बोलता पीछा जाता  उसके कानो मैं आवाज़ आती है।

“चुप चाप अंदर आओ और गेट लॉक करो”

सीड – जज जी

अंजली – जजज्ज जी

सीड अंदर आता है और अंजली उससे कहती है “इतना नाराज़ हो हमसे”

सीड – तुमने डाटा ही ऐसे

अंजली – किसने बोला मैने डाटा झूठे मैं अपने पति से ऐसे ही बात करती हूं , कोई दिक्कत।

सीड – आई लव यू तुम डाट लो , चाहो तो मार लो अकेले मत रहा करो हस्ती रहा करो तुम्हारी वजह से 2 लोग और उदास होते है।

अंजली – हा अब उनकी ज्यादा फिकर होती है तभी उनके लिए मेरे पास आए हो ना।

सीड को चुप देख कर अंजली उदास हो जाती है और दिल से सोचती है मैने ये दूरी बना दी मैं ही इसे मिताऊंगी

अंजली – वैसे कौन 2 लोग

सीड – मैं और हमारे फ्यूचर बेबी वो शिकायत करते है मेरी मम्मी का ख्याल क्यो नही रखते।

अंजली सीड की बात सुन कर उसके आंखो से आसू टपक पड़ते है, और रोवासी आवाज मैं कहती है ,” मैं इतनी खास हूं तुम्हारे लिए , क्यो चाहते हो मुझे इतना हा क्यो , मेरी किस्मत खराब है “

सीड – किस्मत खराब थी अब नही है। समझे ये सब मत सोचा करो।

अंजली  रोते हुए सीड के गले लग जाति है और कस कर उसे थाम लेती है ये अंजली तो टूट चुकी थी , हार चुकी थी तुमने एक शरारा दिया ये छेड़ना ये तंग करना ये प्यार करना तो आपने सीखा दिया।

अंजली – आई लव यू सीड बहुत प्यार करती हूं तुमसे।

सीड – इतनी मेहनत और कुटाई के बाद फाइनल

अंजली – अरे दुष्ट तो अब हो गई ना तुम्हारी तो झेले हमे

ये कह कर वो ब्लाउज़ की डोर बंद करने लगती है

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जिसे आंखे फाड़े सीड घूर रहा होता है और धीरे धीरे आगे जा कर उसकी कमर पकड़ कर जकड़ लेता है।

उसके ऐसे पकड़ने से ही अंजली की सिसकी निकल पड़ती है इतना कस कर उसे जकड़ा था सीड ने उसकी गर्म सास उसे अपने पिट पर फील हो रही थी।।

आज उसे किसी ने जकड़ा था उसका अपना पति उसे जकड़ कर खड़ा था उसके रोम रोम पर अब सीड का हक था आज वो बहुत खुश थी, एक पत्नी के होने का अहसास से।

अंजली मन मैं सोच रही थी कोई है जो मुझे प्यार करने के लिए तड़प रहा है , कोई है जो मुझे अब जब मन तब प्यार करेगा और उसे मैं कभी नही रोक सकती।

वही सीड ने अंजली की कमर को दबोच रखा था और धीरे से बोला आई लव यू मेरी अंजू, वैसे अब तो मैं चाहे जो करू आपके साथ आप क्या करोगे अब , मेरी जान बन गई है आप।

उसकी ये बात सुन कर अंजली जोर जोर से कांपने लगती है और सीड उसकी कमर को प्यार से सहलाता है।

अंजली के मुंह से बस इतना निकला , यू टू  ये भी बहुत धीरे जिससे सीड बहुत मुस्कील से सुन पाया।

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अनु – दीदी क्यो नही आई

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To be continued…..

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