You dont have javascript enabled! Please enable it! पिता की मौत के बाद मेरी आत्मा मेरे पिता के शरीर में घुसी - Uodate 3 - KamKatha
पिता की मौत के बाद मेरी आत्मा मेरे पिता के शरीर में घुसी - Erotic Incest Story

पिता की मौत के बाद मेरी आत्मा मेरे पिता के शरीर में घुसी – Uodate 3

Update 3

सुबह जब साक्षी की नींद खुलती है तो वो देखती है वीर एक तकिए को हग कर के लेटा हुआ है

साक्षी – हाए मेरे बंदर रात भर तड़पते रहे बस

ही ही ही ही ही

फिर वीर भी उठ जाता हैं और गुस्सा मैं साक्षी को देखता है

साक्षी की तरफ आता है

साक्षी – अरे क्या हुआ मैने क्या किया

वीर – रुको तुमको बताता हूं मैं

साक्षी उठ कर भागने लगती है , और उसके पीछे ही वीर भागता है

साक्षी – अरे सुनो तो

वीर – क्या सुनो हा

तभी साक्षी बेड के पास रुक जाती है और वीर उसके ऊपर ही गिर पड़ता है

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वीर पहली बार अपनी मां के ऊपर लेटा था और उसके चूचे उसके सीने में फील हो रहे थे

और ऐसा होते ही वीर की सास बहुत तेजी से ऊपर नीचे होने लगती है और वीर को ऐसे सास लेता देख साक्षी को हसी आ जाती है

साक्षी – आराम से सास लो ही ही ही ही

वीर के हाथ पैर कांपने लगते है और वो धीरे धीरे से कापते हुए हाथों से साक्षी के गाल को छुने जाता है तभी साक्षी कहती है ओ मेरे बच्चा मुझे कुछ चुब रहा है 😂😂

इतना सुन कर वीर फिर से काप जाता है और ये देख कर साक्षी कहती है चलो हटो मजा बहुत ले लिया मेरा

साक्षी फिर उसको अपने ऊपर से फेक देती है और कहती है जब देखो मेरे पीछे पीछे पड़े रहते हो बड़े आए

वीर – मैं तुमसे डरता नी समझी मेरा जो दिल करेगा वो करूंगा तुम पत्नी हो मेरी मेरा हक बनता है तुमसे प्यार करना का आ

इसके पहले वो कुछ और कहता वीर देखता है की साक्षी उसको ही घूर रही है जो लोहे की रेलिंग पर हाथ रख कर खड़ी थी

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वीर जैसे ही ये नजारा देखता है उसकी गांड़ ही फट जाती है और वो कूदते हुए वापिस पीछे हो जाता है

तभी साक्षी उसकी तरफ बढ़ती है और कहती है कुछ कह रहे थे ना तुम वो मैं सुन नी पाई जरा फिर से बोलना

वीर – देखो तुम मुझे ऐसे डराया मत करो देखो मरना मत प्लीज तुम मुझे प्यार करने क्यों नी देती जब देखो दूर रहती हो सोते टाइम hug भी नी करने देती

साक्षी – अच्छा ठीक है दिन भर मुझे खुश रख कर दिखाओ अगर मैं खुश हुई तो बहुत प्यारा हग दूंगी और रात को जैसे तुम चाहो वैसे सोने दूंगी

फिर साक्षी वहा से जाने लगती है और वीर भी उसके साथ चल कर आगे आता है जैसे ही वो दूर गई वीर कहता है बड़ी आई हूं!!!

इधर साक्षी नहाने के लिया चली जाती है और वीर भी अपना काम करने लगता है स्वाति के पास कॉल कर के उसको सब समझा देता है

स्वाति – ओके सर मैं सब संभाल लुंगी आप आराम से जाइए

इधर साक्षी नहा कर के आती हैं और वीर को देखती है जो उसको घूर रहा था और उसके होठ कप रहे थे

साक्षी – यार मैं तो तुमसे बहुत परेशान हूं अब क्या हुआ है बोलो

वीर – वो वो क्या तुम जींस पहनोगे

साक्षी उसको देखती है ।

वीर – नी नी कोई बात नी मत पहनो मन नी है तो

साक्षी – पहन लेती लेकिन मेरे पास नी है और जो थी वो अब टाइट आती है

वीर – मैंने लाया है आपके लिए वो पहन लो प्लीज

साक्षी – अच्छा ठीक है अब जाओ तैयार होने दो

वीर – थैंक्यू जान

और फिर वीर वहा से निकल जाता है और थोड़े टाइम बाद साक्षी तैयार हो कर नीचे आती है जिसे देख कर ही वीर देखता रह जाता है

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साक्षी – चले अब मुझे देख चुके तो

वीर – थोड़ा सा देख लो तो इतना गुस्सा

साक्षी – पड़ोसी की बीवी नी हूं तुम्हारी ही बीवी हूं मैं चलो

फिर दोनो निकल पड़ते है मॉल की तरफ

साक्षी – सुनो मेरे ससुराल कुछ भी नाटक मत करना समझे कोई कुछ भी कहे डाट तो सुन लेना चुप चाप

वीर – ही ही ही ही ही मैं सब संभाल लूंगा प्यार करता हूं तुमसे

साक्षी – शायद वहा मैं तुम्हारी मदद ना कर पाऊं तो कुछ भी कांड मत करना वहा तुम मेरा साथ चाहते हो तो मेरे घर वालो के सामने साबित कर देना की मेरे लिया कुछ भी कर सकते हो

वीर – हा ठीक है शायद मैने बीते कुछ दिनों में ऐसा कर दिया है जिससे सब मुझसे नाराज़ है ना

साक्षी – अभी का टाइम देखो पुरानी बात छोड़ो मिटी डालो उसमें

इधर ये दोनो मॉल कब आ गए पता ही नी चला और जैसे ही दोनो अंदर आए वीर ने साक्षी को बोला की हम मूवी देखेंगे आज है ना सारे कपल देखते है मूवी अब हमारी पारी हुर्रे

साक्षी – आज नी लेट हो रहा है ना जब वहा से लौट कर आएंगे तो साथ मैं देखा जाएगा और प्रोमिस एक gf और bf की तरह देखने दूंगी

वीर उदास हो कर कहता है कोई बात नी जैसे तुमको सही लगे

और साक्षी के साथ चुप चाप चलने लगता है और साक्षी उसका हाथ पकड़ लेती है और वीर अब स्माइल कर के उसके साथ चलने लगता है।

फिर दोनो एक ड्रेस की दुकान पर जाते है

सेल्स गर्ल – मेम क्या दिखाना है आपको

साक्षी – साड़ी मैरिज के लिए

साक्षी फिर वहा साड़ी पसंद करती है और वीर को कहती है तुम भी ड्रेस ले लो अपनी पसंद के जो जो तुम पसंद हो

वीर भी कपड़े ले लेता है और दोनो बिलिंग करवाते है तो सारे ड्रेस देख कर साक्षी हैरान हो जाती है

फिर साक्षी कार मैं वीर से कहती है क्या है ये सब हा

वीर – तुमने ही कहा था जो पसंद हो लेते आना

साक्षी – बहस मत करो मैने तुम्हारे लिया कहा था तुम मेरे लिए सारी ड्रेस ले आए हो क्यो

वीर – मैं इन ड्रेस में तुमको देखना चाहता हूं तो ले आया

इधर वीर और साक्षी घर आते है और तभी साक्षी के dad का फोन आ जाता है जो कहते है 5 मिनट मैं तैयार रहो आने के लिए

फिर दोनो गांव के लिया साक्षी के घर के लिए निकल जाते है जहा वीर ड्राइव कर रहा था वही साक्षी उदास बैठी थी

साक्षी मन में सोचती है काश सब ठीक हो गांव में तुम एक बार गांव से मेरे बन कर आना प्लीज सब को बता देना की तुम मेरे से कितना प्यार करते हो वो सब कर सकते हो मेरे लिए मेरे साथ पाने के लिए तुम एक न्यू वीर हो जो मेरे इतने करीब आया है

इतने में गांव आ जाता है और दोनो की कार घर के बाहर रुकती है घर पूरा शादी की तैयारी से सजा हुआ था

वही साक्षी के बाप खड़ा था बंदूक ले कर उदय भान

और इसके बगल उसका बेटा राज और हमारी तरफ दौड़ कर आती है अनु साक्षी की बहन जिसकी शादी है

और वही बहोत से और लोग थे साक्षी के चच्ची मधु और चाचा सूर्य भान

वही दूर से छत पर खड़ी थी एक औरत ये कोई और नी ये साक्षी की बुआ राखी है और उनके पीछे एक लड़की खड़ी वीर को घूर रही थी तनु

और बहुत से गेस्ट और साक्षी के भाई राज के ससुराल वाले दोस्त लोग भी आए थे वो गांव में घूमने निकलते थे

तभी हमारे पास साक्षी की बहन अनु आती है

अनु – दी दी दी आप आ गई ही ही अब दोनो बहने मस्ती करेंगे खूब सारी

तभी राज और उदय भान आते है

और चिल्लाते हुए कहते है रुको

राज – दी आप अंदर जाइए और वीर को यही छोड़ दीजिए

साक्षी – में अपने पति को छोड़कर नी जा सकती

उदय भान – ये यह से जिंदा नी जाएगा समझी तू

राज – अनु तू अंदर जा इसने मेरी दी को दर्द दिया रुलाया इतनी बेदर्दी से मारा

साक्षी – अब हमारी लाइफ अच्छी चल रही है तो क्यों आप मेरी जिंदगी खराब करना चाहते है

उदय भान – ठीक है दिया एक मौका इसको यही कच्चे घर गरमी में रहना पड़ेगा जमीन मैं एक टाइम का खाना खाने पड़ेगा और शादी तक ये कर सका तो मैं दोनो को अलग नी करूंगा कभी एक नौकर बन कर रहना पड़ेगा बोल

साक्षी – क्या बकवास है नौकर सब के सामने

राज – हा नौकर शादी तक शादी बाद हम तुमको परमिशन दे देंगे इसने तुझे 15 साल नौकर बना कर रखा आज तू 33 साल कि है अब इसे भी नौकर बन कर रहना होगा जितना दर्द तुझे दिया गया इसे सहना होगा तूने ही ये मदद मागी थी ना

साक्षी अपने बाप को कुछ नी कह सकती थी क्योंकि वीर ने उसके साथ ऐसी ऐसी हरकते की थी जो अब उसके नए पति sid को चुकानी पड़ेगी

साक्षी मन मैं सोचती है एक बार यह से निकल चले वीर वादा रहा तुमको तुम्हारी साक्षी बहोट प्यार देगी वही ये सब सुन कर साक्षी समझ गई की ये वीर नौकर बनाना बरदाश नी करेगा वो भी सभी के सामने

तभी वीर कहता है मुझे मंजूर है मैं साक्षी का पति हूं और ये साबित कर के रहूंगा की उसके लिए मुझसे अच्छा कोई ni रहेगा और मैं साक्षी को अपने साथ वापिस ले जाऊंगा

उदय भान – ये तो 15 दिन बताएगा समान उठा और घर के बाहर बने तबले मैं जा कर सामान रख और काम शुरू कर महमान आने वाले है याद रहे ये 15 दिन तू नौकर है

अनु – चलो दीदी कपड़े दिखाती हूं और राज की वाइफ भाभी से भी मिलवाती हूं सब आएं है यहा

राज वीर को ताबेला देखा देता है जहा पर गाय और भेस बंधी थी

वीर अंदर जाता है तो देखता है अंदर बस बदबू है लेकिन एक कोने थोड़ी सी साफ जगह है वहा बदबू नी है

वीर अपना सामान वहीं रख देता है और शाम तो हो ही गई थी तभी साक्षी के बाप की आवाज आती है मर गया क्या ताबेल मैं सामना कोन रखेगा तेरा बाप कार से सामन निकाल
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