You dont have javascript enabled! Please enable it! कर्ज और फर्ज | एक कश्मकश - Update 8 - KamKatha
कर्ज और फर्ज एक कश्मकश - Erotic Family Sex Story

कर्ज और फर्ज | एक कश्मकश – Update 8

———— सच का सामना ——————-

मै बड़ी ही उलझन और कश्मकश में सोचने लगा,

“” खूबसूरत कमसिन् जवान लड़की का पापा होने में कुछ भी गलत नही है,

लेकिन सौतेली खूबसूरत कमसिन् जवान लड़की का पापा होना मेरे लिए एक अभिशाप बनना शुरु हो गया था,

समय रात के 10:35 सभी यात्रीगढ कृपया ध्यान दें गाड़ी संख्या 12152 पूर्वा एक्स्प्रेस प्लेटफॉर्म नंबर 1 पर आ रही है।

इस आवाज को सुनकर हमारा ध्यान टूटा हम अपनी अपनी सोच से बाहर निकल आये। और अपने बैग लेकर आती हुई ट्रेन पर चढ़ने के लिए तैयार थे। प्लेटफॉर्म पर भीड़ कम थी, ज्यादातर स्टूडेंट ही नजर आ रहे थे जो शायद रिंकी की तरह neet का टेस्ट दे कर अपने घर जा रहे थे।

ट्रेन आ गयी और हल्की धक्का मुक्की करते हुए मै और रिंकी ट्रेन में चढ़ गये। पर इस हल्की धक्का मुक्की में भी हमारे जिस्म आपस में फिर से एक दूसरे के बदन सटकर छुअन का अहसास करने लगे।

कोच के अंदर हम अपनी सीट पर पहुँच गये। हमारी एक सीट मिडिल और एक लोअर वाली थी। हमने सामान सीट के नीचे रख दिया और एक दूसरे से दूरी बनाते हुए बैठ गये। रिंकी विंडो में से बाहर देख रही थी हमारे चेहरे पर एक खुशी और एक चिंता दिख रही थी।

हमारे चेहरे की खुशी की वजह अभी तक हम दोनों पापा और बेटी के बीच जो हुआ था और हम दोनों को चिंता इस बात की थी आगे हमारा रिश्ता का क्या अंजाम होगा।

तभी
हमारे सामने वाली सीट पर तीन लड़किया और एक लड़का आकर बैठ गये उनकी उम्र भी 20-22 साल की होगी और वो भी रिंकी की तरह neet टेस्ट देकर आ रहे थे।

ट्रेन चलने लगी, और बाहर अंधेरा हो गया रिंकी ने मेरी तरफ देखने लगी। मैने उससे धीरे से कहा कपड़े चेंज कर के आना हो तो चली जाओ तो उसने मुझे smile देते हुए कहा रहने दो अगर सुबह की तरह फिर से पाजामी मेरी टांग में अटक गयी तो प्रॉब्लम हो जायेगी। हम दोनों की हंसी छूट गयी, उसने अपना मोबाइल निकाल कर अपनी इंस्टा वीडियो देखने लगी, और वीडियो देखते हुए बार बार हस रही थी।

मुझसे रहा नही गया तो उससे पूछा क्या हुआ तो वो बोली कुछ नही, मैने फिर पूछा बताओ ना तो वो मेरे पास सरक कर आ गयी और मेरे हाथ मे हाथ डालकर मुझे इंस्टा वीडियो के कॉमेंट दिखाने लगी।

जो उसने आज थोड़ी समय पहले उस पार्क में जो मेरे साथ वीडियो बनाई थी उस पर
उसकी frnds ने बड़ी सारी रोमांटिक comments

“” जैसे nice couple, तेरा boyfreind मस्त है, मुझे भी ऐसा boyfrnd चाहिए, इसका कोई भाई है क्या। मुझे जलन हो रही है, काश मेरा वाला भी ऐसा होता, जवानी की कहानी बढ़ी, होंठो को चूमकर दिल की हसरते पूरी कर देती रिंकी,
Ohh सेक्सी आगे क्या हुआ। “”
बहुत सारे cooment लिखे थे।

मुझे भी ये कॉमेंट पढ़कर हसी आ गयी। मैने रिंकी से कहा तुम अपनी frinds को सच क्यो नही बताती की मै तुम्हारा पापा हू। तो वो मुझे आँखे मारते हुए बोली कोई जरूरत नही है और उनको कभी पता भी नही चलना चाहिए।

वो बार बार मोबाइल पर अपनी उंगली फेर रही थी जिससे मेरी बाह भी हिल रही थी। जिससे रिंकी के ब्रा में कसे हुए स्तन बार बार मेरी बाह से दबने लगे। और मुझे फिर से अपने बदन में पार्क वाला अहसास होने लगा। उसने अपना सर मेरे कंधे पर रख दिया।

थोड़ी देर बाद हमारे सामने बैठे लड़कियों में से एक ने पूछा रिंकी से आप वो ही हो सुबह neet टेस्ट देने आए थे। रिंकी ने कहा हा, पर आपको कैसे पता, तो वो लड़की बोली मै भी वही थी और आप दोनों जब पेड़ के नीचे वीडियो बना रहे थे तब सब आप दोनो को ही देख रहे थे।

मैने ये सुनकर अपनी बाह रिंकी की बाह में से निकाल ली,

वो लड़की ने रिंकी से इशारे में मेरी तरफ देखकर पूछा बॉयफ्रेंड है तो रिंकी भी इशारे मे बोली हा, उस लड़की ने अपनी उंगली से O (ओ)इशारा कर रिंकी से कहा nice choice.

मै रिंकी और उस लड़की के इशारों को समझ रहा था पर रिंकी के चेहरे की ख़ुशी देखकर कुछ नही बोला और ना चाहते हुए भी अपनी जवान कमसिन खूबसूरत बेटी का बॉयफ्रेंड बन गया।

ट्रेन अपनी रफ्तार से चल रही थी। रिंकी ने अपना हैंड बैग उठाया और वाॅश रूम के लिए चली गई। मै उन लड़के लड़कियों से बात करने लगा उन्होंने अपना नाम रोमा, सोमा, सीमा, और नितिन बताया।

जिसमे सीमा बड़ा सा चस्मा लगाए हुए पडाकू टाइप की लड़की थी और रोमा मोटी सी भारी शरीर की थी, सोमा जरूर कुछ सेक्सी लग रही थी। नितिन भी ठीक ठाक था। कुल मिला कर मेरी रिंकी के आगे वो सब फैल थे।

तभी रिंकी वापस आ गयी जैसे मैने उसकी तरफ देखा तो मै अपने होश खो बैठा।

रिंकी ने अपने सिर पर दुपट्टा ओढ़ लिया था
ट्रेन के डिब्बे की दूधिया रोशनी में उसका चेहरा दूध की तरह सफेद गोरा चमक आ रहा था। उसके माथे पर रेड ड्रेस से मैच करती लाल चमकती छोटी सी बिंदी, आँखों में हल्का काजल, नाक में छोटी सी सोने की nose ring होंठो पर हल्की लाल लिपस्टिक, रिंकी के गालो की चूमती उसकी जुल्फ की लट।

रिंकी सुबह की तराह एक बार फिर से अपना make up करके मेरे सामने खड़ी थी।

मेरी बेटी रिंकी मेरे सामने सादगी भरी सौंदर्य की मूरत बन कर खड़ी थी।

जैसे जैसे रिंकी के कदम मेरे पास आ रहे थे मेरी धड़कने तेज हो रही थी।

तभी अचानक से सामने बैठी सोमा ने उसका हाथ पकड़कर अपने और रोमा के बीच बैठा लिया। मै और रिंकी एक दूसरे की तरफ देख रहे थे।

नितिन मेरे पास बैठा था, तभी रोमा बोली आज की रात धूम मचाते है और कोई गेम खेलते हैं। वैसे भी 12 बजने वाले है और नींद आयेगी नही तो सोमा बोली अंताछरी खेले। और सब रेड्डी हो गये।

सीमा बोली ऐसा है मैडम आप लोगों को जो खेलना है खेलो मै तो ऊपर सोने जा रही हूँ।
मै और नितिन एक साइड और मेरे सामने रोमा और सोमा के बीच मेरी दिल की धड़कन बढ़ाने वाली मेरी प्यारी बेटी रिंकी बैठी थी।

गाने का खेल शुरू हो गया मै और नितिन एक टीम में और रिंकी रोमा, सोमा एक टीम थी। नितिन भी खूब गाने पर गाना गाये जा रहा था।

पर मै और रिंकी अभी शांत ही थे, रिंकी क्यो शांत क्यो थी ये मुझे नही पता लेकिन मै इसलिए शांत था क्योकि मेरे अंदर अभी भी एक कॉलेज का प्रोफेसर वाला attitude था और वो लोग मुझे अपने स्टूडेंट ही लग रहे थे।

शायद इसीलिए मै बार बार उनको धीरेधीरे गाने की और सही गाने की सलाह दे रहा था। तभी रोमा मुझसे बोली अरुण तुम प्रोफेसर की तरह गाने की spelling क्यो चेक कर रहे हो हमारे साथ गाओ और एंजॉय करो रात का।

वैसे भी अरुण तुम उम्र में हम लोगो से तीन चार साल बड़े ही हो पर बातें एक mature आदमी की तरह कर रहे हो। हम इस उम्र में एंजॉय नही करेंगे तो कब करेंगे। और रात फिर लोटने वाली नही है, I think तुम्हे और रिंकी को भी हमे जॉइन करके इस पल के मजे लेने चाहिए।

मै रोमा की बातें सुनकर समझ गया वो सही कह रही है वेबजह मास्टर बनने की जरूरत नही है।

तभी च शब्द आया और रोमा सोमा ने रिंकी से कहा अब तुम गाओ।

रिंकी थोड़ा शर्माते हुए मेरी तरफ देखने लगी तो रोमा बोली अरे रिंकी तुम तो ऐसे शर्मा हो रही हो जैसे अरुण की नयी नवेली दुल्हन हो। ये सुनकर सबकी हंसी छूट गयी।
सोमा बोली रिंकी अब शुरू करो।

रिंकी ने मेरी तरफ देखते हुए गाना शुरू किया—–+

“” चेहरे से अब तेरे हटती नही अँखियाँ,
तेरा नाम ले लेकर छेड़े मुझे सखियाँ,
सखियों से अब मुझको पीछा छुड़ाना है “””

रोमा और सोमा आखिरी लाइन उसके साथ गाने लगी।

मुझे इस तरह रिंकी का गाना गाते हुए देखना अंदर तक घायल आ रहा था।
मेरे दिमाग में भी अपनी कॉलेज लाइफ मे लिखी शायरी याद आने लगी जो मैने अपने दिल में दबा कर रखी थी। कभी होंठो पर नही आई थी।

अपनी हसीन बेटी रिंकी की आँखों को देखकर मेरे होंठो पर अल्फाज आ गये और मै भी धीरे से रिंकी की आँखों में देखकर बोल उठा

“”ये निगाहें जो खूबसूरत सी नजर आ रही है
मुझे पता है ये तबाही की ओर ले जा रही है।””

मेरी शायरी सुनकर सोमा बोल पड़ी वाह वाह तुम तो शायर भी हो।

तभी नितिन बोला अरुण गाने का गेम है और अब हमको अब ह से गाना है तुम गाओगे या मै गाऊ।

मैने भी रिंकी के चेहरे की तरफ देखते हुए गाना शुरू किया।

“” हम लाख छिपाये प्यार मगर दुनिया को पता चल जायेगा “”

फिर से सब मिलकर अगली लाइन गाने लगे

“” लेकिन छिप छिप कर मिलने से मिलने का मजा तो आयेगा “”

गाने का गेम जारी था और जैसे गाने रोमांटिक होते जा रहे थे मै और रिंकी अपने पापा बेटी के रिश्ते को भूलते जा रहे थे।

आधे घंटे बाद कोई बड़ा स्टेशन आ गया और ट्रेन रुक गयी। मै और नितिन ट्रेन से उतरकर नीचे आ गये। और खाने पीने के लिए कोल्ड ड्रिंक चिप्स लेने लगे।

नितिन मेरे से धीरे से बोला अभी मजा कम आ रहा है अरुण कुछ और ज्यादा एंजॉय करते है, मैने कहा मतलब उसने धीरे से simran off orange फ्लेवर एक छोटी सी बोतल शराब की निकाल कर कोल्ड ड्रिंक की बोतल में भर दी और मुझसे बोला ले पी।

पहले मै उसको मना किया पर बाद में सोचा थोड़ा सा पी लेता हूं और मै और नितिन दोनों ने एक एक बड़े बड़े घूँट में पी कर बोतल खतम कर दी।

मैने नितिन से पूछा तेरी क्या स्टोरी तुम अंदर बैठी लड़कियों में से किसी के बॉय फ्रेंड हो। वो बोला अरुण जो ऊपर सो रही है सीमा वो मैरी बेहन है, नीचे जो सेक्सी सोमा और रोमा उसकी सहेली है मै सोमा को पसंद करता हूँ पर मुझे हमेशा भैया बोल कर confuse करती है।

मै तेरी तरह लकी नही हू जो रिंकी जैसी चाँद जैसी खूबसूरत gf मिली।

हम आपस में बातें कर रहे थे तभी सोमा भी ट्रेन से नीचे आ गयी और उसने भी हमारी बात को आगे बढ़ाते हुए मुझसे बोली अरुण अब हम फ्रेंड्स तो बन ही गये है। इसलिए मै एक फ्रेंड्स की तरह तुमसे पूछ रही हूँ तुम रिंकी को प्यार करते हो या नही।

मै सोमा की बात सुनकर चोंक गया और अपना टीचर वाला दिमाग से सोचने लगा सोमा ऐसा क्यो पूछ रही है, उसको रिंकी ने तो नही ऐसा पूछने के लिए भेजा है।

मेरी गहरी सोच देखकर सोमा बोली मै समझ गयी ज्यादा मत सोचो।

क्योकि प्यार के इकरार में जब सोच गहरी हो जाये तो वो प्यार नही होता।

“मेरी गहरी सोच के तीन कारण थे एक मै, दूसरा रिंकी और तीसरा हमारे बीच बाप बेटी का रिश्ता”

जो सोमा को पता नही था, तभी बीच में नितिन हस्ते हुए बोल पड़ा अरुण अगर तुझे रिंकी से प्यार नही है तो हम शुरू करवा देते है। ये सुनकर सोमा भी बोली good idea.

सोमा मेरे हाथ पकड़कर मुझसे कहने लगी अरुण रिंकी तुझे बेइंतहा प्यार करती है, ये उसकी आँखों में साफ दिखता है, और मै खुद एक लड़की हू इसलिए उसके दिल की बात बहुत ही अच्छे से समझती हूँ।

नितिन फिर मजाक मे बोला सोमा मेरे दिल की बात कब समझोगी, सोमा बोली shut up. नितिन भैया।

अरुण तेरी प्रॉब्लम भी मुझे जो लग रही है वो शायद तेरी और रिंकी की age diffrence. क्योकि तुम रिंकी से पांच छे साल बड़े दिखते हो पर अरुण age is not warrier in love.

तभी ट्रेन ने अपना सायरन दे दिया, सोमा मेरा हाथ पकड़कर चलते हुए बोली अब ट्रेन में जैसा हम लोग कहे तुम वैसा ही करना और हम ट्रेन में फिर चढ़ गये।

ट्रेन ने अपनी रफ्तार पकड़ ली, और मेरी धड़कनो की रफ्तार भी बढ़ने लगी थी, मै सोच रहा था ये सोमा और मोटी रोमा, ना जाने क्या करने वाले है।

हम सब ने कोल्ड ड्रिंक और चिप्स खा लिए थे और खाली बोतल में फेकने वाला था तो सोमा बोली एक गेम खेलते हैं मै बोतल गोल गुमानुगी जिसकी तरह बोतल का मुह आया उसे में जो बोलूँगी वो करना पड़ेगा।

पहले हम दो टीम बनाते है एक टीम अरुण और रिंकी की दूसरी में मै, रोमा और नितिन

मेरा टीचर दिमाग फिर सोचने लगा

ये “” लड़किया neet test पास नही करने वाली, ये तो बस मस्ती करने आई है “”

तभी बोतल घूमी और मै फस गया और वो तीनो एकसाथ बोले अरुण और रिंकी खड़े होकर बाहों में बाहे डालकर डांस करेगे।

रिंकी उनकी बात सुनकर खुशी से उछल पडी और बोली i am reddy.

रिंकी ने मेरा हाथ पकड़कर मुझे भी खड़ा कर दिया और मेरी बाहों में बाहे डालकर हल्के से हिलने लगी।

वो तीनो बैकग्राउंड में गाना गाने लगे।

मुझे अपने अंदर डबल नशा का असर होने लगा पहला रिंकी की खूबसूरत आँखों का दूसरा फ्री की शराब का।

मै बहकने लगा

अब मै रिंकी से बिल्कुल चिपक गया था. रिंकी के कुर्ती और ब्रा में कसे हुए स्तन मेरी छाती से स्पर्श कर रहे थे. मेरा तना हुआ लंड रिंकी की पेट से हल्के से नीचे चिपक कर रगड़ मार रहा था.

मैने रिंकी को अपनी बाहों में जकड़ लिया।

उसने भी अपने हाथों से मेरे सिर को पकड़ लिया।

मेरा बायाँ हाथ उसके नितम्बों पर था और दायाँ उसकी पीठ पर।

उसकी आँखों में लाल डोरे खिंच गये और उनमें नशा सा उतर आया था और मैं जितना उनमें देखता, उतना ही नशा मुझ पर भी चढ़ रहा था।

और फिर हमारे होंठ एकदम से पास आये और मैंने उसके ऊपर के होंठ को अपने होठों से दबा लिया, उसने मेरे निचले होंठ को!

हमारी साँसें मिल गई, फिर हमारी जीभ मिली, अब मेरे दाँये हाथ ने उसकी पीठ से हठकर उसके गर्दन के ऊपर के बालों को जकड़ लिया।

हमारी साँसें मिली, हमारी खुशबू मिली, हम एक दूसरे को पी जाना चाहते थे।

मैं उस समय ना जाने कौन सी दुनिया में था जहाँ सिर्फ़ वो थी और मैं।
यह रिंकी का पहला चुम्बन था।

फिर मैं उसके चेहरे, गर्दन, छाती पे पागलों की तरह चूमने लगा और वो आँखें बन्द करे आहें भर रही थी।

उसके बगलों से आती डियो और पसीने की मिली-जुली खुशबू मुझे पागल कर रही थी।

उसने शर्म के मारे अपना मुँह अपने हाथों से ढक लिया।

तभी रिंकी ने फिर से अपने होंठ मेरे होंठों पर रख दिए और मुझे किस करने लगी.

मै इस बार ऐसे चिहुंक उठा … मानो मै रिंकी के होंठो के इस हमले के लिए तैयार ही नहीं था.

रिंकी के धीरे-धीरे किस करने के बाद मैने अपने आप सोच लिया कि आज जो हो रहा है, होने दिया जाए.

अब मुझको तो मानो गुलाब के फूलों का रस चूसने मिल गया था. मै लगातार रिंकी के रसीले होंठों का रस चूसता चला गया.
इसका नतीजा ये निकला कि धीरे-धीरे .

रिंकी की चूचियां मेरी छाती से रगड़ने लगी थीं इससे धीरे-धीरे रिंकी के अन्दर भी उत्तेजना जागती जा रही थी.

मै अपनी जिस बेटी के प्यार सेअभी तक बच रहा था … अब उसी के चुम्बनों से मुझको मज़ा आने लगा था. मैने उसके होंठों को चूमने के साथ साथ छोटे-छोटे स्तनों को दोनों हाथ से पकड़ कर धीरे-धीरे दबाना शुरू कर दिया था.

अब तो रिंकी मदमस्त हो चली थी और उसने अपने होंठों से मेरे होंठों को जोर से चूमना और चूसना शुरू कर दिया था. इसी क्रम में मेरा मुँह खुल गया तो रिंकी ने अपनी जीभ को मेरे मे मुँह में डाल दी .

रिंकी की जीभ की गर्माहट से मै मचल उठा और मैने भी रिंकी की जीभ का स्वागत करते हुए अपनी जीभ को उससे लड़ाने लगा.

अब मै कभी अपनी जीभ उसके मुँह में देता, तो कभी उसकी जीभ अपने मुँह में लेकर चूसने लगता.

रिंकी मेरे आगोश में अपने आपको पूरी तरह से समर्पित कर चुकी थी.
उसके लिए यह किसी मर्द का पहला चुंबन था, जिससे वह मदांध होकर पूरी तरह से खो चुकी थी.
रिंकी इस पल को पूरा एन्जॉय करने लगी थी.

मै रिंकी की चूचियों को दबाते दबाते अब उसकी आंखों में प्यार से देखने लगा था.
इससे रिंकी को शर्म आ गई और उसने अपनी आंखें नीचे कर लीं.

मैने रिंकी की चूची दबा कर पूछा- क्या हुआ रिंकी?

रिंकी चुप रही मगर उसकी नजरें कहने लगी थी कि मैं समर्पण कर चुकी हूं.

मै भी रिंकी की निगाहों से यह समझ चुका था कि रिंकी अब गर्मा गई है और इसकी चूत तो आज मेरे लंड के नीचे आ ही जाएगी.

अब मैने फिर से उसके होंठों को जोर से चूसा और उसकी चूचियों को जोर से दबा दिया.

धीरे-धीरे इस हार्ड चुसाई में हम भूल चुके थे कि मै उसका पापा और वो मेरी बेटी है । और हम दोनों चलती ट्रेन में अजनबी दोस्तो के सामने खड़े होकर एक दूसरे को kiss कर रहे है।

इस समय मेरे हाथ रिंकी के जिस्म को कसने लगे थे.

रिंकी को मेरी उम्र का भी कोई ख्याल नहीं रहा था. जबकि शायद
पहले वो सोचती होगी कि कोई भी पहली बार मेरे साथ kiss करेगा तो वो जवान और हम उम्र मेरा हस्बैंड ही होगा.
पर आज उसकी उम्र से दोगुनी उम्र का आदमी जो रिश्ते में उसका पापा है उसके साथ kiss करने में लगा था.

रिंकी भी इसका आनन्द ले रही थी. वो अपना हाथ मेरे बालों में सहला रही थी. उसकी हालत ऐसी हो गई थी … जैसे वो कह रही हो कि और जोर से चूस लो.

चूंकि रिंकी का यह पहली बार था, तो वो खुल कर तो कुछ नहीं कह पा रही थी लेकिन अपने हाथों से लगातार यह अहसास दे रही थी कि उसे मजा आ रहा है और उसे और भी मजा चाहिए.

अब तक यह सारा कांड चलती ट्रेन में खड़े हुए ही हो रहा था.

अचानक से नितिन, रोमा, सोमा के गाने की आवाज बंद हो गयी। हमारे कानों में ट्रेन की खड़ खड़ती आवाज के साथ एक नयी आवाज सुनाई देने लगी।

कुसुम कुसुम ओ कुसुम (मेरी पत्नी और मेरी बेटी रिंकी की मम्मी का नाम) ये देख क्या हो रहा है, कैसे ये एक दूसरे के मुह से मुह लगा कर दीवानों की तरह एक दूसरे को चूम रहे है।

जारी है………

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