इतने में मेरा फ़ोन बजा- कुसुम का फोन था
अरे आप निकले कि नही, कहा हो, यहाँ garden में आना है प्रोग्राम शुरू होने वाला है।
मैने कहा बस पांच मिनिट में आता हू।
और मै सीधा garden में पहुँच गया।
मुझे मेरे ससुर garden के गेट पर मिल गये। मैने उनके पैर छूकर पूछा पापा ये सब इतनी जल्दी और अचानक से क्यो कर दिया। वो मुझसे बोले बेटा अरुण वो डॉक्टर दामाद है उन्होंने ये रिश्ता बताया है और जूली की सगाई जिस लड़के से हो रही है वो उनके कजिन uncle का लड़का है और उसकी मेडिकल शॉप है उन्होंने ही रिश्ता फिक्स किया है. ये सगाई एकदम साधारण तरीके से और कम लोगों की उपस्थिति में होनी थी. इस में सिर्फ़ घर के खास लोग बुलाए गए है, और पूरा खर्चा वो ही कर रहे है। और मेरे ससुर मुझे garden के अंदर ले गये।
मै अंदर पहुँचकर अपनी certified पत्नी मतलब प्यारी कुसुम और प्यासी बेटी रिंकी को ढूढ़ने लगा।
तभी मेरी नजर कुसुम पर पड़ी।
मेरी बीवी कुसुम माल की तरह बन-ठन कर बैठी थी. उसने गुलाबी रंग की नेट वाली साड़ी के साथ डीप नेक वाला ब्लाउज पहना हुआ था. इस ब्लाउज में से उसके आधे से ज्यादा लगभग साठ प्रतिशत दूध दिख रहे थे, सिर्फ़ निप्पल दिखना बाकी रह गए थे. कुसुम अपने पसंदीदा गुलाबी रंग की साड़ी में वह बला की खूबसूरत लग रही थी।
लंबे काले घने रेशमी बाल, होंठो पर डार्क गुलाबी लिपिस्टक, होंठो के हल्का सा ऊपर छोटा सा काला तिल कुसुम के होंठो को कामुक बना रहे थे, उसके इन्ही कामुक होंठो को देखकर मेरे मुह में पानी आ गया, उसके माथे पर लगी गुलाबी बड़ी सी तिलक जैसी डिजाइन वाली चमकीली बिंदी, कानों में हिलते हुए बड़े से झुमके, उसके गोरे चेहरे की छोटी सी नाक में चमकती सोने की गोल nose ring कुसुम के चेहरे पर चार चंद लगा रही थी।
मेरी शादी में मेरी मम्मी के द्वारा अपनी बहू को दिया गया कुसुम के गले में चमकता हुआ बड़ा सा सोने का नेकलेस उसके स्तनों की घाटियों पर चमक मारता हुआ स्तनों के अंदर जाने का रास्ता दिखा रहा था।
गर्मी के कारण पसीने की वजह से उसका ब्लाउज भीग गया था जिसकी वजह से उसके अंदर की गुलाबी रंग की ब्रा नजर आ रही थी। जो कि बड़ा ही मनमोहक लग रहा था।
कुसुम कि चिकनी गोरी पतली कमर में साड़ी में दबा हुआ मोबाइल फोन उसकी कमर को देखने के लिए आकृषित कर रहा था।
कुसुम कमर के नीचे साड़ी को कुछ हद तक टाइट ही लपेटती है जिससे कि उसके कमर के नीचे का गांड का घेराव कुछ ज्यादा ही उभरा हुआ नजर आ रहा था । ईस तरह से साड़ी पहनने की वजह से उसके अंगों का उभार और कटाव साड़ी के ऊपर भी उभर कर सामने आ रहा था। जिसे देख कर हर मर्द ललचा रहा था कुसुम अपने बालों की लटकती हुई दो लटो को सवारने मे लगी हुयी थी।
कुसुम पूरी तरह से तैयार होने के बाद बेहद खूबसूरत नजर आ रही थी अगर ऐसे में कोई भी इंसान देख ले तो उसके मन में कुसुम को पाने की लालसा जाग जाए।
मैं अपनी बीवी कुसुम का ये कामुक रूप देख कर एकदम से गर्मा गया. लेकिन मुझे मालूम था कि अभी इसे हाथ लगाना भी सम्भव नहीं है.
इसलिए मैंने उसे आंखों से ही आँख मारकर मस्त दिख रही हो का नॉटी style में इशारा किया।
मेरी बीवी कुसुम ने मेरी तरफ देखा और आंख मार कर एक सेक्सी कातिल मुस्कुराहट भाव से मुस्कुरा दी. मैं समझ गया कि इसने मेरी चेहरे का रंग देख कर जान लिया है कि मैं उसे आँखों से ही चोद रहा हूँ.
फिर हम दोनों पास पास आ गये, उसने मुझसे कहा ऐसे आँखों से मत देखो ऐसा लगता है कि अभी खा जाओगे मुझे। मुझे हसी आ गयी और मैने कहा अपनी बीवी को देख रहा हूँ किसी और की नही ।
तभी पीछे से मेरी आँखों को किसी ने अपने नरम और मुलायम हाथो से बंद कर दिया।मुझे अपनी बंद आँखों में ही किसी लड़की का अहसास हो रहा था, उसके बदन से निकलने वाली perfume की खुशबू मुझे रोमांचित कर रही थी। एक मिनिट बाद उसने मेरी आँखों से अपनी उंगलियों को हटाया तो मैने पीछे मुड़कर देखा तो मेरे तोते उड़ गये।
मेरे सामने एक काली पार्टी-ड्रेस पहने हुए,
मेरी साली प्रीति खड़ी थी। उसकी ड्रेस का कपड़ा सिल्की सा था, जिसे देखते ही मै तड़प गया. ड्रेस में क्लीवेज थोड़ा सा गहरा था (इतना ज्यादा भी नहीं कि कुछ दिखे) जिससे प्रीति की क्लीवेज-लाइन का थोड़ा सा आभास मिल रहा था और ड्रेस की लंबाई भी स्कर्ट या हॉट-पैंट्स के मुकाबले कम थी. पर सबसे ज्यादा उत्तेजक बात यह थी कि ड्रेस के चिकने कपड़े ने प्रीति के बदन से चिपक कर उसके उभारों को तो निखार ही दिया था लेकिन साथ ही उसकी ब्रा-पैंटी की आउटलाइनस् भी साफ़ नज़र आ रहीं थी.
तो जीजू? कैसी लग रही हूँ मैं? ये ड्रेस ली थी मैंने… प्रीति ने चहक कर पूछा.
‘अच्छी है…’ मै ऊपर से नीचे तक उसे देखते हुए बोला, प्रीति को हल्की सी लाज भी आई पर वह खड़ी रही.
उसकी गोरी-गोरी बाँहें और जांघें देख मुझे थोड़ी देर पहले घटना याद आ गई थी।
मै मन ही मन सोचने लगा
‘ओह्ह मैं तो भूल ही गया था कि कितनी चिकनी है ये कमीनी…’प्रीति का ड्रेस उसके घुटनों से थोड़ा ऊपर तक का था.
हालांकि प्रीति कुसुम से बड़ी थी लेकिन दिल्ली में रहने और टेंशन फ्री लाइफ के कारण कुसुम से उम्र में छोटी दिख रही थी।
फिर दोनों बहनो कुसुम और प्रीति ने एक दूसरे को देखकर खुशी से खिल उठी, प्रीति तो कुसुम की तारीफ करते नही थक रही थी।
कुसुम के लिए भी एक तरह से यह बड़ी फक्र वाली बात थी, क्योंकि अगर किसी औरत की तारीफ एक मर्द करता है तो वह अलग बात होती है,,,,, क्योंकि मर्द अपने फायदे के लिए ही औरत की तारीफ करता है,,,, उसी औरत से जब अपने मतलब की कोई चीज चाहिए रहती है तभी वह औरत की तारीफ करता है। लेकिन एक औरत जब किसी औरत की तारीफ करें तो जरुर उस औरत में कोई न कोई बात जरुर होती है जो दूसरी औरतों को भी आकर्षित करती है। इसलिए कुसुम प्रीति की बातें सुनकर प्रसन्नता से गदगद हो हो रही थी।
प्रीति मुझसे बोली
‘जीजू हमारी पिक्स तो क्लिक कर दो इन ड्रेसेस में प्लीज…फ्रेंड्स को भेजूंगी और जलाऊँगी… हीही…’ प्रीति ने अपना फोन मेरी तरफ बढ़ाया.
लेकिन मैने उसके बोलते ही अपना फोन, जो अभी मेरे हाथ में ही था, का कैमरा ऑन कर लिया था. प्रीति अपना पोज़ बनाते हुए बोली,
‘अच्छा फिर मुझे सेंड कर देना पिक्स बाद में…’
‘हम्म…’ मै उसका फोटो खींचते हुए मन में बोला. चिड़िया पिंजरे में आ बैठी है.
प्रीति के पोज बनाते हुए हिलने डुलने से
जबकि उसकी ड्रेस का कपड़ा उसके बदन से चिपकना शुरू हुआ था (क्योंकि चिकने मैटेरियल से बने कपड़े में बदन से होने वाले घर्षण से ऐसा होता है). जिसे देखकर फोटो खींचते वक्त मेरा हाथ एक बार काँप गया .
दोनों सेक्सी बहनो कुसुम और प्रीति की फोटो खीचने के चक्कर में मै अपनी प्यारी बार्बी डॉल रिंकी को भूल गया और एकाएक मुझे याद आया तो मैने कुसुम से पूछा वो रिंकी किधर है दिख नही रही है, कुसुम बोली वो नही आई है, सब आपकी ही गलती है ना सुबह से मुझसे झगडा करते और ना ही मै उसको डांटती। मेरी बेचारी फूल सी प्यारी बेटी अपनी मम्मी से ही रूठ कर घर में अपनी दादी के पास रह गयी।
कुसुम की बात सुनकर प्रीति बोली अरे कुसुम इसमें हम पैरेंट्स की कोई गलती नही है, आजकल के बच्चे जिद्दी हो गये। मेरी बेटी मिनी भी तेरी रिंकी की उम्र की है, वो भी नही आई है उसे नानी के घर में अच्छा नही लगता है बोलती है नानी के घर में privacy नही है बस एक छोटा सा कमरा है और मुझे अलग रूम में रहना सोना अच्छा लगता है, मै नानी के घर में सबके सामने रातभर मोबाइल नही चला पाती और वो भी नही आई है।
प्रीति कुसुम से भावुक होकर बोली हम तीनों बेहनो ने अपने पापा मम्मी के साथ एक ही छोटे से कमरे में पूरी बचपन से लेकर जवानी निकाल दी और एक दूसरे के कपड़े पहनकर ना जाने कितने ऐसे फंक्शन attend किये थे।
प्रीति कुसुम को सीने से चिपका कर बताने लगी कुसुम मै अब भी वो दिन नही भूली हू।
आज हमारे पास इतनी खूबसूरत ड्रेस है, लेकिन एक समय था जब हमारे पास सिर्फ एक ही सुंदर ड्रेस होती है और जब कही से किसी funtion का invitation आता था तो हम दोनों बहनो का मुह उतर जाता था। और एक दूसरे का मुह देखकर सोचते थे की सुंदर ड्रेस कौन पहनकर जायेगा। जूली और रिंकू तो छोटे थे पर हम दोनों जवानी की देहलीज पार कर चुके हम उम्र थे
तब हमारे पापा advise देते थे कि तुम दोनों में से पहले प्रीति वो सुंदर ड्रेस पहनकर अपनी मम्मी और रिंकू के साथ चली जाये और वापस आकर वो ही ड्रेस पहनकर कुसुम और जूली मेरे साथ चले।
प्रीति की बात सुनकर कुसुम भी बोली हम तीनो बहनो को अपने पापा से कभी कोई शिकायत नही की। और कभी भी कोई शिकायत नही करेंगे। हम तीनो बहनो को अपने पापा पर गर्व है और हम उनका कर्ज कभी नही उतार सकते है। हम उनकी खुशी के लिए कुछ भी कर सकते है।
ये हमारी बेटियां क्या समझेगी। कुसुम और प्रीति दोनों की आँखों में हल्के से आँसू आ गये।
मैने दोनों के मुरझाये हुए चेहरे देखकर माहौल को खुशनुमा बनाते हुए कहा अब यही खड़ी रहोगी या अंदर मुझे नये साढू से भी मिलवाओगी।
प्रीति, कुसुम मुझे अंदर लड़के वालो के कमरे में ले गयी मेरा परिचय करवाने के लिए, हम करीबी होने के कारण मैं उसके साथ उसके कमरे में चला गये। प्रीति और कुसुम बाकी औरतों में बैठ गयी.
मै अपने डॉक्टर साढू के साथ बैठ गया
मेरे डॉक्टर साढू प्रीति के पति कुर्ता पजामा पहने हुए खड़े थे, प्रीति और उसके पति डॉक्टर साहब की उम्र में 15-18 साल का अंतर था इसका कारण ये था कि प्रीति उनकी दूसरी पत्नी थी और दोनों ने ही अपनी मर्जी से love maarige की थी।
शायद इसलिए प्रीति आज 38 साल की खूबसूरत नवयोवना नजर आ रही थी और उसके पति डॉक्टर साहब 60 की उम्र के बुजुर्ग नजर आ रहे थे।
लेकिन मेरे ससुर के एक अच्छे दामाद का फर्ज मेरे डॉक्टर साढू ने ही निभाया है, उन्होंने अपनी शादी प्रीति से की, फिर अपनी साली कुसुम की शादी मेरे जैसे handsome, पढ़े लिखे लड़के जो goverment college में प्रोफेसर है, से करवाई, और अब छोटी साली जूली की शादी अपने कजिन छोटे भाई से करवा रहे है, जो एक मेडिकल शॉप चलाता है।
वाकई सच्ची में प्रीति के पति, मेरे डॉक्टर साढू एक आदर्शवादी भले व्यक्ति है, मै उनका ही अहसान मानता हूँ उन्ही की वजह से मुझे कुसुम जैसी खूबसूरत पत्नी मिली है।
थोड़ी देर बाद मैने देखा कि मेरा डॉक्टर साढू (प्रीति का पति)कुछ परेशान सा है. प्रीति ने पूछा- क्या हुआ? तो वो बोला- प्रीति मेकअप वाला नहीं आ पाया, उसका एक्सीडेंट हो गया है.
मैं मज़ाक़ में बोल पड़ा- बस्स इतनी सी बात … मेरी बीवी कुसुम और तेरी साली ने मेकअप करने का का कोर्स किया है … तू कहे तो उससे मेकअप करने को बोल दूं?
मेरी बात को प्रीति और उसने गम्भीरता से ले लिया और बोला- अच्छा हुआ कुसुम सब जानती हैं. मैं कुछ सामान बैग में लाया हूँ. प्लीज़ कुसुम से मेरे भाई और अपने होने वाले नये साढू का मेकअप करने बोल दो.
अब मैं फंस गया … मेरी पत्नी कुसुम कि सगी बहन और मेरी साली की सगाई का मामला था, तो इस कारण से मैं भी उसे मना नहीं कर पाया.
मैंने कुसुम को आवाज़ दी और उसे साढू की परेशानी बता दी.
वो बोली- मैं मेकअप करना जानती तो हूँ … पर मैंने आज़ तक किसी लड़के का मेकअप नहीं किया है. साडू बोला- अरे कुसुम … आज सगाई का मैटर है … आपसे जैसा ठीक लगे … आप बस कर दो.
कुसुम ने मेरी तरफ देखा, मैंने उसे हां में इशारा कर दिया.
“”जैसी करनी वैसी भरनी का third result””
मैने और कुसुम ने जब जूली के होने वाले पति को देखा तो हम दोनों का मुह खुला रह गया। और मै दबी हसी हस्ते हुए बोला ये तो गंजा है, इसके बाल ही नही है।
कुसुम मुझसे बोली चुप करो, बहुत हो गया लड़के का उम्र , रंग, नैन, नक्स तो ठीक है, बस बाल ही नही है, वैसे भी आजकल बाल झड़ने की बीमारी बहुत फैल रही है। बेचारे अच्छे handsome 70% लड़को के बाल झड़ने की वजह से गंजे हो गये है।
मैने कहा कुसुम बस एक फ़ायदा है
जब शादी के बाद जूली से झगडा होगा तो उसके बाल नही होने की वजह से बच जायेगा।
फिर कुसुम ने उसका मेकअप करना शुरू कर दिया.
कुसुम ने उस के गालों पर क्रीम लगाना शुरू कर दिया. मैं उसी रूम में उस के बाजू में बैठ गया.
काफी सारे लोग बार बार रूम में आ-जा रहे थे तो मेरी नजरें कुसुम की तरफ से हट गईं.
मैं मोबाइल में टाइम पास करने लगा और ये भूल गया कि मेरी बीवी कुसुम माल की तरह सजकर आई है … तो मेरा होने वाला साढू भी इसका मजा लेगा .
कुछ देर बाद मुझे ध्यान आया तो मैंने कुसुम की तरफ देखा.
मेरी बीवी कुसुम भी अपने मम्मों को बिल्कुल उसके चेहरे पर लगा लगा कर उसका मेकअप कर रही थी.
ये बात आप खुद सोचिये कि एक खुले ब्लाउज में से कोई औरत अपने दूध किसी मर्द के चेहरे के करीब लाकर दिखाएगी तो उस मर्द का क्या हाल होगा.
खैर मेरी नज़र पड़ी तो मैंने देखा कि वो कुर्सी पर बैठा था और मेरी बीवी कुसुम झुककर एक हाथ उसकी जांघ पर रख कर … तो दूसरे हाथ से उसके गालों को मसल मसल टचअप कर रही थी.
मैंने सोचा कि होने वाला साढू है … ये अपनी सगाई में थोड़े ही कुछ ऐसा वैसा सोचगा.
पर मुझे अब अपने आप पर गुस्सा आ रहा था। सब मेरी ही गलती थी मुझे जो ज्यादा मुह चलाने की आदत है और इसी वजह से बिना कुछ सोचे समझे अपनी सुंदर बीवी को उस गंजे के गालों पर हाथ फेरने के लिए मजबूर होना पड़ा। कुसुम सच कहती है मुझे ज्यादा ही अपनी मास्टरी झाड़ने की सजा मिल रही है।
“”जैसी करनी वैसी भरनी का fourth result””
मैंने ये सब देखा और अनदेखा करके दरवाजे के पास आ गया. और गुस्से में जानबूजकर कमरे में आते हुए मैंने नीचे रखे एक पानी के गिलास को लात मार दी. गिलास के गिरने की आवाज़ से दोनों दूर हट गए.
मैंने खुद के कपड़े ठीक करने का ऐसा नाटक किया जैसे मैंने ग्लास देखा ही नहीं.
मैंने साढू से कहा- भाई कितना मेकअप थोपेगा … अपनी साली और मेरी पत्नी को भी शादी का मज़ा ले लेने दे. वो मेरी बीवी कुसुम को हंसते हुए देख कर बोला- आप वाकयी बहुत अच्छा मेकअप करती हैं …
वो मेरे सामने कुसुम को आंख मारते हुए चला गया. कुसुम भी मुस्कुरा दी. शायद कुसुम मुझे दुनिया का सबसे चूतिया पति मान रही थी.
उसकी बात पर मैं कुछ कह पाता कि वो उठ कर अपने घरवालों के साथ चला गया.
कुसुम ने अपने बैग से लिपस्टिक निकाली और अपने होंठों पर लाली लगा कर मेरे सामने अपनी अपनी कमर मटकाती हुई बाहर के लिए चल दी.
मैं भी बाहर आ गया.
जल्दी ही सगाई कि तैयारीयां शुरू हो गयी
जब जूली को गार्डन में लाया गया तो मैं उसे देखता ही रह गया उसने गुलाबी रंग की साडी पहनी थी जो सेमी ट्रांसपेरेंट थी उसने साडी को नाभी के थोडा सा नीचे तक पहना था जिसकी वजहसे उसकी कमर के दीदार हो रहे थे उसपे मैचिंग कलर का “V” शेप का ब्लाउज पहना था मगर उस ब्लाउज में से उसके उभारोंके बीचमे से उसका क्लीवेज दिख रहा था और क्या गजब का क्लीवेज दिख रहा था ।
मेरी नज़र तो हट ही नहीं रही थी उसने बाल खुले छोड़े थे जिस वजहसे कुछ जुल्फे उसके चेहरेपे आ रही थी जो उसे परेशान कर रही थी और वो बार बार उसे पीछे किये जा रही थी उसने अपने लबों पर हलके गुलाबी कलर की लिपस्टिक लगायी थी गालोंपे हल्का गुलाबी फाउंडेशन लगाया था हाथोंमे गुलाबी कलर की चूड़ीयां पहनी थी
उसके इस लिबास को मैं भूल नहीं सकता मैं उसे तब तक देखता रहा । फिर वो स्टेज पर बैठी रसम शुरू हो गयी घर की औरतोंने उन दोनों का तिलक किया बाद में एक दुसरे को रिंग पहना दी इस तरह से जूली की सगाई हो गई इसके बाद जूली कमरे के अन्दर चली गई।
मै और कुसुम साथ साथ ही बैठे थे,
मैंने देखा कि मेरी बीवी कुसुम अपने पल्लू को काफी गिराए हुए बैठी थी जिससे कुसुम की नेट की साड़ी से अन्दर दिखने वाले बोबे दिखा रहे थे.
और मेरा साढू स्टेज से अपनी होने वाली बीवी को छोड़ कर मेरी बीवी को ताड़े जा रहा था.
तभी वहा फंक्शन के फोटो निकालने वाला फोटो ग्राफेर् सभी मेहमानों के फोटो निकालने के लिए आ गया। उसे देखकर कुसुम मुझसे बोली अरुण फोटो वाले को उधर थोड़ा ले चलो हम लोग अपनी अच्छी सी फोटो खिचवाते है।
मैने फोटो वाले से बात करके कुसुम के साथ थोड़ा भीड़ से दूर फोटो खिचवाने आ गया।
कुसुम ने उससे पहले सिंगल फोटो खिचने को बोली कि मेरा सिंगल फोटो खींचो… फिर हम दोनो का खींच लेना… वो बोला ठीक हे और मे साइड वही बेठ गया और वो मेरी बीवी कुसुम को एक साइड पर खड़ा करके उसके पीछे का सीन लेने लगा. फिर उसने मेरी बीवी को कहा की आप बीच मे आ जाए और खड़े केसे रहना हे वो बताने लगा।
उसने पहले तो मेरी बीवी के हाथ को छुआ फिर उसे कहा बस ऐसे ही खड़े रहना फिर वो फोटो खिचने लगा लेकिन कुसुम के बाल, गाल से लग रहे थे तो फोटो नही अच्छा आ रहा था फिर वो कुसुम के पास जाकर उसके हाथ से बाल को साइड पर कान के पीछे करने लगा ऐसे करते कभी कभी वो मेरी बीवी के गाल को छू लेता था.
लेकिन मुझ को बहुत गुस्सा आ रहा था।
इसी तरह उसने दो चार बार हाथ लगा दिया गाल पर. ऐसे ही उसने एक फोटो ले ली, फिर उसने मुझे कहा की आप भी आ जाए. आप दोनो का ले लेता हूँ… फिर उसने मुझे कुसुम के पीछे खड़ा रखा और मेरा एक हाथ कुसुम के बोब्स और दूसरा हाथ जांघ पर रखवाया वो ऐसे करके मेरी बीवी के बोब्स और जांघ को छू लिया था. वो भी बहुत खुश नज़र आ रहा था.
फिर उसने हम दोनो के एक तस्वीर खीच ली. कुसुम के साड़ी का पल्लू पीछे की तरफ था तो उसने कहा के मेडम ये आप आगे ले लोगे तो बहुत अच्छा फोटो आएगा… आपका फोटो मे बेठे हुए पोज़ मे ले लेता हूँ…
कुसुम ने कहा ठीक हे… फिर उसने मेरी बीवी को कैसे बैठना हे वो बताया और हाथ को पकड़ कर कहा रखना हे वो भी बताया. उसने पहले कुसुम का एक हाथ पकड़ कर उसके बोब्स के पास ले गया ओर वहा पर हाथ रखवाया और इसी तरह उसने लेफ्ट बोब्स को तोड़ा दबा लिया. फिर उसने दूसरा हाथ हाथ गाल पर रखने को कहा और गाल को छू लिया. बाद मे उसने कुसुम का फोटो खींच लिया.
फिर वो मेरे करीब आ गया और उस फोटो जो डिजिटल केमरा से खीचा था वो मुझको दिखाने लगा. इसी दोरान कुसुम उसके पीछे खड़ी थी और फोटो देख रही थी और वो कुसुम के बोब्स को कोहनी से छू रहा था.
मैने उससे पूछा फोटो कब मिलेंगे तो
फिर उसने दो दिन बाद इस funtion के साथ कहा.
मै और कुसुम जाकर फिर से कुर्सी पर बैठ गये।
मै और कुसुम जाकर फिर से कुर्सी पर बैठ गये।
कुछ देर बाद प्रीति अपनी शादी शुदा ननंद और जूली की कुंवारी कुछ सहेलियों के साथ और ज्यादा सज धज कर आई और आते ही शुरू हो गई- आप तो बड़े अकड़ू हैं? आपकी साली जूली के लिए आपके पास समय ही नहीं है, मुझे पता है आपकी बीवी खूबसूरत है लेकिन वो तो हमेशा आपके साथ रहने वाली है लेकिन साली के दर्शन तो ससुराल आने पर ही होंगे !
मैंने हाथ पकड़ कर उसे अपने पास बैठाया और बोला- क्या हुआ मुझे पूरी बात तो बताओ। तो वो बोली आप सबसे मिल लिए लेकिन आपकी छोटी साली साहिबा जूली देवी से तो आप मिले नही। जिसकी वजह से ये सब फंक्शन हो रहा है।
मैने कहा
देखो, प्रीति ! साली तो आधी घरवाली होती है इसलिए शुरू का आधा दिन मेरी बीवी कुसुम के लिए था और अब बचा हुआ आधा दिन सिर्फ और सिर्फ आपके और जूली के लिए है, मैं कोशिश करूँगा कि आप और जूली दोनों के दिल की हर ख्वाहिश को पूरा करूँ वो भी आप दोनों की तसल्ली होने तक !
तो प्रीति ने कहा- देख लीजिये? आपने मेरी और जूली की हर ख्वाहिश को पूरा करने का वादा किया है ! पीछे मत हटना?मैंने कहा- अजी हम तो सिर्फ आगे ही बढ़ते हैं ! पीछे हटना तो हमने सीखा ही नहीं ! आप दोनों तो सिर्फ अपनी ऊँगली हमें पकड़ा दीजिये बाकी तो हम खुद पकड़ लेंगे।
तो वो मुस्कुरा कर बोली- काफी बदमाश लगते हैं? खैर, अभी आप और कुसुम यहाँ मत बैठो चलो मेरे साथ जूली से मिलवाती हू।
अब मुझे लगा कि मामला पट सकता है।
जारी है।