Pyaar Ke Bandhan – Update 23
रवि ने कहा ऐसी कोई बात नहीं है तभी नताशा ने कैंप वाली बात अपने मम्मी पापा के सामने बोल दी तो नंदिनी ने तुरंत उसे जाने की परमिशन दे दी
दोनों बहने खाना खाने के बाद अपनी पैकिंग में लग गई और नकुल अपने कमरे में आकर बैठ गया उसका मन अशांत था वह अपने पापा की हरकत को भूल नहीं पा रहा था और सोच रहा था कि कल जब दोनों बहने चली जाएगी तो वह इस बारे में अपनी मां से बात करेगा
अगली सुबह वह उठकर नताशा के रूम में जाता है वह सीधा जाकर नताशा को अपने से चिपक लेता है और उसके होठों से लेकर उसके गले तक चूमना शुरू कर देता है
नताशा से भी रहा नहीं जाता वह भी मदहोश हो जाती है और अपने भाई के सीने से लग जाती है
नकुल :दीदी तुम दोनों लोग आज यहां से चली जाओगी फिर मैं इतने दिन अकेला क्या करूंगा कम से कम तुम तो मेरा ख्याल राखी रही थी अब मेरे इस लंड का क्या होगा
नताशा मुझे भी समझ नहीं आ रहा मेरे भाई मैं अभी तुम्हारे लंड के बिना कैसे रहूंगी मुझे तो दिन रात इसे छूने की आदत हो गई है भाई मुझसे बर्दाश्त नहीं हो रहा अभी चलो और मुझे चोद दो मेरा तो मन कर रहा है कि तुम मुझे पटक पटक के चोद और मैं पूरे घर में चिल्लाओ मुझ पर बिल्कुल रहम त करना मेरे भाई
नकुल मुझे पता है दीदी कि आपकी चूत पानी भर रही है और जैसा आपने कहा हमारा पहला मिलन अनोखा होगा इसलिए कोई जल्दबाजी नहीं करना चाहता
नकुल :पर दीदी अभी के लिए अपनी चूत का पानी पिला दो
नताशा :हां मेरे भाई बोल कैसे पिएगा
नकुल :दीदी कमरे में चलो और अपनी चूत मेरे मुंह में रख दो बाकी मैं खुद कर लूंगा
नताशा तुरंत उसे कमरे में खींच कर ले आई और अपना नाड़ा खोल के अपना सलवार उतार दिया और अपनी पैंटी में उतार दी और नकुल का मुंह अपनी चूत में लगाकर दबाने लगी
नताशा : मेरे भाई पूरा पानी पिया आह आह आह….. पूरा अंदर जीभ डालकर मेरी चूत को चाट नताशा बिल्कुल पागल हो चुकी थी उसे रहा नहीं जा रहा था उसका मन था कि अपने भाई से वह आज ही चुद जाए नकुल ने चाट – चाट कर उसकी चूत साफ कर दी क्या रसीली चूत थी नताशा की
नताशा: भाई अपनी पैंट उतार दे मुझे तेरा लंड चूसना है मेरे मुंह में अपना पानी निकाल दे मुझे भी तेरा पानी पीना है नकुल बिना देर करें अपना लंड नताशा के मुंह में दे देता है नताशा उसको बेतहाशा चूमने लगती है और उसका सुपड़ा अपने मुंह में लेकर चूसने लगती है नकुल का लंड बड़ा था लेकिन नताशा उसको अपने गले तक लेकर जा रही थी
नताशा भाई मुझसे बर्दाश्त नहीं हो रहा मुझे अभी के अभी जो चोद दो मैं मर जाऊंगी अगर मुझे यह लंड नहीं मिला
नकुल से भी अब बर्दाश्त नहीं हो रहा था उसने एक झटके में अपना वीर्य निकल और नताशा के मुंह में भर दिया नताशा ने एक भी बूंद को बाहर नहीं गिरने दिया वह पूरा माल की गई और अपनी जीभ निकाल कर नकुल को दिखाने लगी, देख भाई तेरा अमृत पूरा पी लिया है अब जल्द ही मेरी चूत को भी इस पीला अमृत से भर दे
नकुल बस कुछ दिन और दीदी फिर तो मैं तुम्हें दिन रात छोडूंगा यह कहकर वह अपनी बहन ऊपर करता है और उसकी जीत को चूसने लगता है अपने ही माल का स्वाद से अपनी बहन के मुंह से बहुत अच्छा लग रहा था
नकुल नताशा को कहता है की दीदी तुम दोनों का जाने का टाइम हो गया है जल्दी से तैयार हो जाओ नताशा भी अपना मुंह साफ करके अपना सामान लेकर तैयार होने के लिए रूम में चली जाती है