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पूर्णिमा की रात्रि – Update 7 | Incest Story

पूर्णिमा की रात्रि – Update 7

“हवलदार गिरफ्तार करो साले को” 

“क्या क्या क्यू आप ऐसा नही कर सकते” मां हड़बड़ी में बोली… 

“हटिए आप पता भी है कितना बड़ा हैवान है आप का पति”

“इशिता तुम अभी को लेकर अंदर जाओ अभी.. इशिता सुना नहीं मेने क्या कहा” पापा ने धीमी आवाज में मां की और देख कहा…

पापा को वो लोग ले जाने लगे.. मुझे उनकी बाते कुछ कुछ सुनाई दी “साब कैसा आदमी है इसी मस्त घरवाली होते हुए भी मुंह बाहर मारने निकल गया साला”

“पांडू घर में कितना ही अच्छा खाना बना हो कुछ लोगो को कभी अच्छा नही लगता”

“लेकिन साब भाभी क्या एक नंबर आइटम है अब रंगा भाई के हाथो केसे बच पाएगी बिचारी.. अपने पति के पाप की सजा इस बिचारी को मिलेगी” 

पुलिस पापा को लेके पुलिस स्टेशन निकल गई…

“मां आप फिकर मत करो में अभी मेरे दोस्त को लेके जाता हु वो वकील, चलिए आप भी आओ साथ में जाते ही पुलिस स्टेशन”

में और मां भी निकल गई पहले हम दोस्त के घर गई.. और उसे सब बताया…

की तभी एक वीडियो हमारे मोबाइल में आया.. जिसे देख हमारे होस ही उड़ गई.. मां के पैरो तले से जैसे जमीन ही खिसक गई.. मां की आखों से मोटे मोटे ऐसी  बहने लगे..

वीडियो में पापा एक औरत को बेरहमी से जबरन यौन संबंध बनाते साफ देख रहे थे..

पापा ने पहले उस औरत के कपड़े फाड़े फिर उसके एक एक अंग को पकड़ के चूम के काट के उसे तड़पाया और उसकी योनि में लिंग न डाल उंगली डाल और दर्द दिया और आखिर में औरत को बेरहमी से चोद चोद के पूरा निचोड़ डाला…

कुछ ऐसे…

औरत बार बार पापा से अपनी इज्जत की भीख मांगती रही लेकिन पापा के सर पे जैसे खून सवार हो वो उसकी दर्द भरी आवाज सुन के उस बिचारी औरत को और अधिक तेजी से चोद रहे थे..

औरत के आखरी शब्द सुन के तो मेरे होस उड़ गई..

“नही नही भगवान के लिए बस अंदर मत निकालना आप में सादी सुदा हु.. ऐसा मत करो बाहर निकल दीजिए बस अआह आह नही ये क्या किया”

लेकिन पापा उसके बाद भी नही रुके जैसे वायग्रा की गोली खा के कर रहे हो लगातार वो डालते रहे और औरत की आंखे बंद होने लगी… 

मुझे बाद में पता चला मां से की ये वही औरत है जो उनके क्लिनिक में आई थी और जिस के पति ने उनके साथ जबरदस्ती करने की कोशिश की थी और मां का ब्लाउज भी फाड़ दिया था…

मां को कुछ कुछ समझ आ रहा था..

मां कुछ देर सोचने लगी फिर रोते हुए बोली “सब मेरी गलती है सब मेरी गलती है..”

“मां आप की कोई गलती नही ना पापा की उन्होंने जो किया अपने होस में नहीं किया” 

मेरा दोस्त मुझे साइड ले गया और धीमे से कहा “देख भाई मुझे नही पता क्या मामला है सब लेकिन जो दिख रहा है वीडियो में उसे देख तो यही लगता है कि इंकल का बचाना बहोत मुस्किल है”

“भाई कूच भी कर लेकिन पापा को बाहर निकल यार.. तुजे नही पता होगा कुछ दिन पहले बस्ती के एक गुंडे ने मां का ब्लाउज फाड़ दिया था और उसका वीडियो वायरल हुआ था तभी से पापा बड़े गुम सुन रहते थे”

फिर हम पुलिस स्टेशन के लिए निकल गई.. हमारी कार में रास्ते में मेरा दोस्त.. मां वाली विडियो खोज के चुप के से देखने लगा और वो मां के सीने पे गंदी नजर से बार बार देख रहा था.. उसके मुंह देख ले लग रहा था जैसे उसे कुछ ऐसा दिखने को मिल गया था जो वो बहोत साल से देखने के सपने देख रहा था…

हम पुलिस स्टेशन पहुंचे तो पापा वहा नही थे.. किसी से कुछ पूछ पाते उतने में पापा का फोन आया..उनकी आवाज में डर था और बैचेनी “बेटा अपनी मां को लेके घर से निकालो अभी के अभी”

“पापा हम तो पुलिस स्टेशन आई है”

“बेटा वहा से निकल किसी को कुछ बोले बिना निकल जा.. जल्दी कर बेटा.. अपनी मां का ख्याल रखना बेटा….”

की पापा का फोन कट गया…

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