Update 8
मेरी धड़कने तेज थी और माथे में पसीना था,अभी 15 मिनट ही हुए थे और ऐसा लगा जैसे कई युग बीत चुके हो ,
मैं बहुत तेजी से कमरा नंबर 144 में पहुचना चाहता था लेकिन फिर भी मैं आराम से जा रहा था ताकि किसी को भी कोई शक ना हो ,5th माले पर वो एक ही कमरा था,जब मैं लिफ्ट में घुसा तो एक वेटर पहले से एक ट्राली में एक शेमपीएन की बोतल और कुछ स्ट्राबेरी के साथ मौजूद था,मेरे बटन दबाने से पहले ही उसने 5th फ्लोर का बटन दबा दिया ,मैं जानबूझकर 4th का बटन दबाया और उतरकर तेजी से सीढ़ियों से दौड़ता हुआ ऊपर पहुचा ,वेटर के अंदर जाने तक मैंने इंतजार किया और उसके जाते ही मैं कमरे के दरवाजे के पास पहुचा,वँहा से कुछ आवाजे तो आ रही थी लेकिन मैंने अपना काम किया,अभी दरवाजा खुला हल्का खुला हुआ था.मैंने एक रबर का टुकड़ा दरवाजे में लगा दिया ताकि जब वेटर जाए तो दरवाजा पूरा बंद ना होने पाए ,थोड़ी ही देर में वेटर वहां से चला गया और मैं फिर से दरवाजे के पास आया और रबर के टुकड़े के कारण दरवाजा लॉक नही था,मैं अंदर की आवाजे सुनने लगा …
“क्या कर रहे हो थोड़ा तो सब्र करो “
ये एक आवाज मेरी धड़कने रोकने को काफी थी,ये मोना की आवाज थी,साथ ही एक जोरो से हँसने की आवाज सुनाई दी ,दो लोग वँहा मौजूद थे ,
“अरे रानी जब से तुम्हे देखा है मैं तो पागल ही हो गया हु,मुझे तो अब भी अपने किस्मत पर यकीन नही आ रहा की तुम मेरे पास हो ,मान गए तुमको अब्दुल तुम तो यार कमाल ही निकले ..”मंत्री फिर से हंसा साथ ही मोना और अब्दुल भी ..
“अरे मंत्री जी अब तो हमारा नजराना दे दो “
“कमाल करते हो अभी काम पूरा कहा हुआ है अभी तो वो अभिषेक जिंदा है “
“क्या वो मेरे पति है “
मोना की आवाज में चिंता थी ..
“अरे मोना रानी अब छोड़ भी दो ,मंत्री जी के साथ रहो जीवन भर ऐश करो उस कंगाल में क्या रखा है …”
थोड़ी देर तक कमरे में कोई आवाज नही आयी ..
“लेकिन वो मेरा पति है कम से कम मेरे सामने तो ऐसा मत बोला करो “मोना ने बड़ी मासूमियत से कहा और मंत्री और अब्दुल दोनो ही हँस पड़े
“अच्छा बाबा तुम्हारे सामने नही करेंगे इसकी बात,अब्दुल तुम्हे क्या करना है तुम समझ जाओ और मेरी रानी के साथ मुझे थोड़ा समय बिताने दो “
“जी साहब ,मुझे पता था तुम यही फैसला करोगी “
अब्दुल जाने को मुड़ा ही था की ..
“आउच “मोना की आवाज आयी
“क्या हुआ “अब्दुल फिर से मुड़ा
“क्या मंत्री जी अभी से शुरू हो गए थोड़ा तो रुको मुझे जाने दो “दोनो हँसने लगे
“साले क्या चीज है ये थोड़ा भी इंतजार नही हो रहा है “
“आह रुको तो थोड़ा “
मोना की खिलखिलाने की और दौड़ाने की आवाज आयी ..
अब्दुल दरवाजे की ओर मुड़ चुका था ,उसने दरवाजा खोला की ..धड़ाम
मैंने उसे ऐसा लात लगाया की वो फर्श में जा गिरा ,मैं अब कमरे के अंदर था,मोना की साड़ी का पल्लू खुला हुआ था,उसके ब्लाउज में उसके वक्ष समा नही पा रहे थे और उसकी गोरी चमड़ी खिलकर दिखाई दे रही थी ,वक्षो के बीच की घाटी पर थोड़े थूक के निशान थे ,लगा की जैसे अभी अभी मंत्री ने उसके वक्षो को खाने की कोशिस की थी ,सभी का चहरा मुझे देखकर उतर गया था ,और मेरा चहरा गुस्से से तमतमा रहा था..
इससे पहले की कोई कुछ हरकत करता मैंने अपने कमर से पिस्तौल निकाल ली और अब्दुल की ओर तान दिया ..
थोड़ी देर तक कमरे में सन्नाटा रहा …
मैं गुस्से से इतना कांप रहा था की मैं कुछ भी बोल नही पा रहा था…
“मैं जानता हु की वो फाइल तुम्हारे पास इसी कमरे में है उसे मुझे दे दे “
मेरी बात को सुनकर मंत्री थोड़ी देर तक शांत रहा लेकिन फिर उसके चहरे में अजीब सी मुस्कान आ गई और देखते ही देखते वो हँसने लगा…
“साले मुझे तो लगा की तू अपनी बीवी को इस हालत में देखकर मुझे मरना चाहता है ,हा हा हा ..तुझे फाइल चाहिए साले चूतिये चला गोली ,देख तेरी बीवी तो मेरी हो ही गई अब तेरी नॉकरी भी गई समझ,गोली चलाएगा,जानता भी है मैं कौन हु इस स्टेट का मंत्री हु ,तेरा बाप हु ,और गोली चला कर क्या साबित करेगा,की तेरी बीवी रंडी थी या उसका मंत्री के साथ अवेध संबंध था इसलिए गोली चला दिया,उम्र भर जेल में सड़ेगा और मैं तेरी बीवी के साथ ऐश की जिंदगी जियूँगा ,तू कुछ नही उखाड़ सकता मेरा ,चल जा तुझे जान से नही मरता,जीने देता हु और तेरी नॉकरी से भी नही निकालता तुझे,तू इसका पति ही बनकर रहना ,और मेरी तरफ से तुझे बहुत सारा पैसा एक फ्लेट और प्रमोशन भी मिलेगी,बस उस केस को भूल जा और तेरी बीवी आज से मेरी रखैल होगी ,लेकिन साथ तेरे ही रहेगी …”
उसकी बात सुनकर मैं मोना की ओर देखने लगा,मेरे चहरे से गुस्सा कम हो चुका था और मेरी आंखों में पानी आ चुका था…
“इनकी बात मान लो अभी देखो तुम कुछ भी तो नही खो रहे हो और बदले में तुम्हे इतना कुछ मिल रहा है ,और रही मेरी बात तो हमारा रिलेशन पहले की ही तरह रहेगा,बस मैं कभी कभी इनके पास आया करूंगी जब जब ये मुझे बुलाएंगे …”
मोना ने बड़े ही प्यार से मुझसे कहा,उसकी बात सुनकर मेरी गन नीचे होने लगी ,मंत्री के चहरे में मुस्कान बड़ी हो रही थी ,वही अब्दुल भी अब उठ रहा था,
“अरे अभिषेक साहब ,मंत्री जी से दोस्ती आपको मालामाल कर देगी,और मेरा यकीन करो ये बात सिर्फ हमारे बीच ही रहेगी किसी को कानो कान खबर भी नही होगा की क्या हुआ है और क्या होगा …”
मेरी गन अब पूरी तरह से नीचे थी,
“शाबास अब देखो हम तुम्हे कहा से कहा पहुचा देते है …”मंत्री के होठो की मुस्कान और भी गहरा गई थी और उसने मेरी ओर ध्यान ना देते हुए सीधे मोना की कमर में हाथ डाला और उसे खिंचकर अपने से सटा लिया,उसके वक्ष मंत्री के सीने में जा धंसे ,वो भी हल्के से हँसी ..
“अगर तुम्हे ये पसंद नही तो तुम जा सकते हो या हमारे साथ ही रहो और तुम भी इंजॉय करो ..”
मंत्री की बात सुनकर अब्दुल भी हँसने लगा
“अरे अभिषेक साहब आजकल का तो कल्चर ही है ऐसा ,बीवी को दूसरे के साथ देखकर मर्द अपना…”
वो बोलते बोलते रुक गया और उसकी आंखे मुझपर ही जम गई क्योकि मैं अपने जेब से साइलेंसर निकाल कर अपने गन में लगा रहा था …
“ये क्या कर रहे हो ..देखो मंत्री जी का आफर बहुत अच्छा है सोचो जरा ..”अब्दुल और कुछ बोलता इससे पहले ही ..’धाय धाय धाय ‘
तीन गोली उसके सीने में उतर गई ..मोना तुरंत ही मंत्री से अलग हो गई ..
“ये ..ये क्या किया तुम्हे अभी जानते हो तुम्हारे ऊपर …”
मोना भी बोलते बोलते रुक गई थी मैंने गन मंत्री की ओर कर दी थी ..
उसके चहरे का रंग उड़ चुका था..
“साले पागल हो गया है क्या,मंत्री को मरेगा …जिंदगी भर जेल में सड़ेगा ..”
“वो फाइल कहा है मादरचोद …”मेरा चहरा गुस्से से तप रहा था और मैंने बहुत ही तेज आवाज में उसे धमकी दी ,वो थोड़ी देर तक शांत हो गया लेकिन वो था बड़ा ही कमीना ..
“साले मुझे मरेगा ,ले मार लेकिन तुझे पूरा जीवन लग जाएगा उस फाइल को पाने में ,तू कभी मुझे गुनहगार साबित नही कर पायेगा,ले देख यंहा है वो फाइल ..”
उसने एक लॉकर को दिखाया ,
“ये मेरे फिंगर प्रिंट,मेरी आंखों की पुतली और मेरे दिल की धड़कन से ही खुलती है इसे तोड़ा तो फाइल खुद ब खुद ही नष्ट हो जाएगी,अब खोल ले इसे मुझे मार कर भी नही खोल पायेगा इसे “
मंत्री दहाड़ ..
मेरी हालत रोने वाली हो गई थी ..मेरे आंखों से आंसू झर रहे थे ,और इस हालत में भी साला मंत्री मुस्कुरा रहा था जैसे उसे अब भी यकीन था की मैं उसे कुछ नही कर पाऊंगा ..
“अभी प्लीज् इनकी बात मान लो ये बहुत ही पावरफुल है ,देखो अब्दुल को मारा तो मार दिया,इसे वो सम्हाल लेंगे ,लेकिन समझो मेरी बात को ..”वो मेरे पास आ रही थी
“चुप कर मादरचोद रंडी “
मैंने उसके गालो में एक जोरदार झापड़ लगाया और दूर जा गिरी..
“तुझे कितना प्यार किया था मैंने,तुझे अपनी जान समझा,और तू …मेरे मरने से भी तुझे कोई फर्क नही पड़ता ना ,क्या ऐसी जरूरतें है तेरी जो मैंने पूरा नही किया…”
मैं गुस्से से कांप रहा था और मेरे आंखों से पानी की धार बह रही थी ,
“मेरी बात सुनो अभी “
इससे पहले की वो कुछ कहती …’धाय धाय धाय…’
तीन गोली उसके सीने में जा धंसी ,खून के फुहारे फूटने लगे और…..और मैं दहाड़ मारकर रोने लगा,लेकिन थोड़ी ही देर में मैंने फिर से गन मंत्री के ऊपर ठिका दिया ,
अब वो भी डर से कांप रहा था …पहली बार उसके चहरे में इतना डर आया था ..
“तुम मुझे नही मार सकते ..”
इस बार मैं हंसा लेकिन उस हँसी में बेहद ही तकलीफ भी मौजूद थी ..
“मेरे पास अब रखा ही क्या है जो मैं खुद को बचाऊंगा,तुमने इतने निर्दोष लोगो को मरवा दिया ,मेरी बीवी जिसे मैं जान से ज्यादा प्यार करता था उसे तुम्हारे वजह से मैंने अपने इसी हाथो से मार दिया,तुम अब कितना जीने की आशा कर रहे हो ……..”
वो डर से कांपने लगा था ..
“एक ही चारा है तुम्हारे पास ,ये लॉकर खोलो और खुद को पुलिस के हवाले कर दो ,वरना जान से जाओ,मेरे पास कुछ खोने को नही है की मैं तुम्हे जिंदा छोड़ दूंगा …”
वो कांपता हुआ भागा और फाइल निकाल कर मेरे हाथो में दे दिया ,मैं उसे पलट कर देखने लगा,इतना सबूत उसे फांसी में चढ़ाने को काफी था,फांसी नही तो उम्रकैद तो हो ही जाएगी …
“बाय बाय मंत्री जी “
मैंने गन उसके ऊपर टिकाई और ‘कट कट ‘
दो गोलियां चलाई लेकिन गन में गोली नही थी लेकिन उस कट कट की आवाज सुनकर मंत्री जी के पेंट में पेशाब जरूर हो गया …………….