You dont have javascript enabled! Please enable it! बीवी के आशिक - Update 10 | Adultery Sex Story - KamKatha
बीवी के आशिक - Adultery Sex Story

बीवी के आशिक – Update 10 | Adultery Sex Story

Update 10
“थैंक्स जान तुमने मेरे ऊपर भरोषा किया और मेरा साथ दिया “

मोना मेरी बांहो में थी ,मैं लेपटॉप में वो चिप लगा कर उस दिन के वीडियो देखने वाला था ,

वो मेरे सीने से लग गई

“मैं तो आपके हर बात में साथ देने को तैयार हु,लेकिन अब की बार पहले से बताना 2 घंटे पहले नही ..”उसने एक हल्का मुक्का मेरे सीने में मार दिया ..

“क्या करू जान मैं खुद ही बेहद कंफ्यूज था की आगे क्या करना सही रहेगा,मंत्री ने पार्टी में बुलाया था और मैं जानता था की वो मुझे अपने साथ मिलने का ऑफर करेगा ,मेरे हाथो में तब भी कोई ठोस सबूत नही था की मैं उसके खिलाफ कोई केस भी दायर कर पाऊ ,मुझे तो उससे पुछताज का भी वारेंट नही मिलता,अब्दुल ने मुझे बताया था की उसके सारे किस्से चिट्ठे की जमा पूंजी उसके लाकर में है जो सिर्फ उसके फिंगरप्रिंट,आंखों की पुतलियों के स्कैन और दिल की धड़कनों के मिलने से ही खुलेगा,वो फाइल कोई आम फाइल नही है,कई लोगो की जान गई तब जाकर वो सब जानकारी इकठ्ठी हुई थी ,एक पत्रकार ने अपनी और अपने परिवार की जान पर खेल कर उसे इकठ्ठा किया था,आखिर उसे मंत्री ने मरवा ही दिया लेकिन उसे उन कागजातों में कुछ ऐसी चीजे भी मिली जो भविष्य में उसके काम आने वाला था,उसके अभी के कुछ दोस्तो के खिलाफ सबूत जिसके सहारे वो सबको डरा कर रखे हुए था,पत्रकार मेरा अच्छा दोस्त था और उसने मुझे इसके बारे में पहले ही बतलाया था,वो इस केस में मुझसे पहले से लगा हुआ था,वो मुझे सारे सबूत देता उससे पहले ही उसे मार दिया गया,मैं जानता था की मंत्री उस फाइल को और बाकी के दस्तावेजों को नष्ट नही करेगा,वो उसे कही ना कही सुरिक्षत रखा होगा,अब्दुल से मुझे उसका ठिकाना मिल गया,लेकिन मैं जानता था की वो कितना चालाक है,मंत्री को भी पता था की मैं सिर्फ एक केस के लिए उससे पंगा नही ले सकता,अगर मैं सीधे ही उसे गन पॉइंट पर लेता तो वो कभी यकीन ही नही करता की मैं उसे मार दूंगा,क्योकि उसे भी पता है की मैं इतना बड़ा चुतिया नही हु की जीवन भर के लिए बर्बाद हो जाऊ,वो भी तब जब मुझे मंत्री के जिंदा रहते ही सबूत मिल सकते थे…

मैंने दूसरा प्लान किया की मैं उसके सामने अगर अब्दुल को मार दु तो ,काफी सोचा और उसकी रिहल्सल भी की लेकिन मुझे फिर ही लगता था की वो फिर भी लाकर को नही खोलेगा और बिना लॉकर खुले मैं उसका कुछ भी नही बिगड़ सकता था,मैं उसी उधेड़बुन में था की तुम मेरे पास आयी याद है पार्टी से एक दिन पहले,तुमने मुझे रिझाना चाहा और कुछ बताने की बात भी कही ,अपना मोबाइल मुझे दिया,तुम्हारी हर अदा को ध्यान से देख रहा था और मेरे दिमाग में एक प्लान आया…

लेकिन मैं तुम्हे किसी मुसीबत में नही डालना चाहता था,रात भर मैं सोचता रहा की आखिर कैसे मैं मंत्री को फ़साउ और सुबह मैंने तुम्हे पार्टी में जाने की बात कही ,तुम खुस थी और तुम्हारे चहरे की उस खुसी ने मुझे और भी सोचने को मजबूर कर दिया,दिन भर सोचने के बाद मैंने ये प्लान बनाया की मंत्री के ठरकीपन और मुझसे बदला लेने की लालसा का फायदा उठाया जाए…

मैंने अब्दुल को सब प्लान समझाया मुझे ये भी पता था की तुम मेरा साथ दोगी,और वही हुआ जो होना था,मंत्री को तुहारी अदांओ से लगा की तुम अब्दुल को पहले से जानती हो ,अब्दुल ने तुम्हारे बारे में कुछ गंदी बाते उससे कही,और वो झांसे में आ गया ,सही कहते है की हवस आदमी के दिमाग को मार देती है ,यही उसके साथ भी हुआ,

लेकिन सबसे बड़ी बात थी की उसे कैसे यकीन हो की मैं सच में उसे मार दूंगा,क्योकि वो साला बेहद ही दिमाग वाला आदमी है,इतना बड़ा घोटाला कर के बैठा था लेकिन सब जानते हुए भी कोई उसकी ओर उंगली नही उठा पता,सभी जानते थे की वो कितना कमीना है लेकिन मुख्यमंत्री तक उससे डरता था,कारण था उसका दिमाग,इसलिए मुझे ये कदम उठाना पड़ा ताकि उसे लगे की अब मेरे पास खोने के लिए कुछ भी नही है और मैं उसे मारने में देती नही करूंगा….”

मोना मेरे बात को ध्यान से सुन रही थी ,और मेरी आंखों में देख रही थी ,

“लेकिन मैंने तो सोचा था की आप अगर मुझे किसी के साथ देखोगे तो आप भी उत्तेजित हो जाओगे लेकिन आपका गुस्सा तो बिल्कुल ही ओरिजनल था,कही कोई झूट मुझे दिखाई नही दिया ..”

मैं मुस्कुराते हुए मेरी जान को देखने लगा..

“मजा तब आता जब तुझे भी मजा आता,लेकिन उस दरिंदे के साथ तुझे देखकर मेरा खून खोल गया था,मैं संचमे गुस्से में जल रहा था,लेकिन तुमने सही एक्टिंग की ..”

वो हल्के से हँसी

“मुझे तो लग रहा था की मेरे ऐसा करने से आप थोड़ा उत्तेजित हो जाओगे..”

मैं भी हँस पड़ा,

“वो तो हो जाऊंगा लेकिन अभी ,ये वीडियो फिर से देख के साला मेरी बीवी की साड़ी उतार रहा था,और वो कमीना अब्दुल ..”

मोना हँस पड़ी

“सही कहा अब्दुल भी ऐसे मेरे सीने को देख रहा था की खा ही जाएगा,शायद इसीलिए मंत्री को हमारी एक्टिंग इतनी सच्ची लगी क्योकि असल में हम सभी कही ना कही इमोशन को जी रहे थे…”

मोना की बात सुनकर मैंने मोना को जोर से जकड़ लिया..

“और तुझे उसके सीने से चिपककर बड़ा मजा आ रहा था..”

उसने एक बहुत ही सेक्सी आह भरी ..

“मंत्री की जगह अगर अब्दुल होता तो शायद ज्यादा मजा आता “

मैंने उसे और जोरो से जकड़ा

“तेरी तो ..”

मैं उसे लिटा के उसके ऊपर चढ़ गया और उसके खिलखलाने की आवाज से पूरा कमरा गूंज गया

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