‘तुम मुझे यु जलील नही कर सकते मैं ये नहीं करुँगी,’दि ने सुबकते हुए कहा,शायद सामने वाले बन्दे ने भी कुछ कहा हो मुझे सुनाई नहीं दिया,’भाग जा मादरचोद बहुत देखे तेरे जैसे,और मेरे भाइयो की बात कर रहा है तू ,तेरी हिम्मत कैसे हुई रुक साले बहुत झेल लिया तुझे अब तो तेरा लंड काट के तेरे मुह में ठुसुंगी,’और दि ने लेपी बंद कर दि पर कुछ अपसेट लग रही थी,मुझे समझ नहीं आ रहा था की अभी तो ये सुबक रही थी अभी इतनी हिम्मत कहा से आ गयी मुझसे ये देखा ना गया और मैं उठ कर दि के सामने बैठ गया,
‘ये क्या है दि आप किसको धमकी दे रहे हो आप रो क्यों रहे हो,’दीदी मेरे अचानक जग जाने से थोड़ी डर सी गयी पर थोड़ी देर में रिलेक्स हो गयी ‘भाई कुछ भी तो नहीं ‘
‘दि आप प्रोब्लम में है और मुझे नहीं बता रही मतलब कुछ तो बहुत ही गलत है,मुझे तो उसी समय समझ आ गया था जब आप ने मेरे साथ सोने से इंकार कर दिया था ,अब आप चुपचाप बताओगी या मुझे अपनी कसम देनी पड़ेगी,’
‘भाई प्लीज ‘दीदी ने अपना सर पकड़ते हुए कहा ‘दीदी प्लीज ‘ मैंने भी उनके गालो को चुमते हुए कहा,और दीदी जो अभी तक इतने टेंशन में थी वो हसने लगी,
‘ओके तो सुन पर पहले ये वादा कर की इसे सुनने के बाद तू कुछ भी उल्टा सीधा नहीं करेगा मैं ही पूरा मसला सम्हाल्लुंगी ,तू कुछ भी नहीं करेगा,तुझे मेरी कसम है,कसम खा मेरी दीदी ने मेरा हाथ अपने सर पे रख दिया,’
‘ओके अब बताओ’
‘तो सुन बात ऐसी है की हमारा एक सीनियर है परमिंदर नाम से यही होस्टल में रहता है और विक्की नानू का दोस्त भी है,उसकी बड़ी चलती है कॉलेज में इसलिए विक्की मुझे उससे मिलवाया मैं उससे देखा के ही इम्प्रेस हो गयी साले की क्या मस्त बॉडी है और बहुत अच्छा दिखता है,पर साला कमीना निकला,पहले दिन से लाइन मारने लगा मुझे भी लगा की ऐसा बंदा तो अपने लिए ही है,कुछ दिन साथ घूमना फिरना चला पर सब ही नार्मल था बट याद है जब मैं कॉलेज के एक दोस्त की बर्थ डे पार्टी में गयी थी,’
मुझे याद आया ये कुछ दस दिन पहले की बात थी,’हा दि याद है,’मैं चिंतित सा सुन रहा था,
‘बस उसी दिन हम ड्रिंक किये हुए थे और उसने मुझे अपने ग्रुप से अलग एक रूम में ले गया और मुझे प्रपोस कर दिया,मैं ड्रिंक के नशे में थी मुझे कुछ समझ नहीं आया और उसने मुझे किस कर लिया ,’दीदी रोने लगी और मैं स्तब्ध सा सुन रहा था,
‘मैं पूरी तरह मदहोश थी भाई,उसने मेरे….दीदी थोड़ी ठिठक गयी,वो मेरी कुछ पिक्चर ले लिया जो मुझे किस करते हुए और थोड़ी हरकत की उसने बट मैं समय पर सम्हल गयी और वहा से भाग गयी,उस समय तो मैं वापस आ गयी पर उसके बाद से वो मुझसे बड़ी रोमांटिक बाते करने लगा मुझे लगा वो मुझसे प्यार करता है पर मैं गलत थी मुझे कुछ दिन पहले पता लगा की वो तो कई लडकियों की साथ …छि और उसके कारन कई लडकिया कॉलेज तक छोड़ने को मजबूर हो गयी,मैंने उससे रिश्ता तोडना चाहा तो उसने वो सारी पिक्स मुझे भेजी जो उसने उस दिन ली थी और मुझसे गन्दी गन्दी बाते करने लगा,और वो मुझे अपने रूम बुलाना चाहता था,ताकि मेरे साथ भी…’दीदी का रोना बड गया था और मेरा चहरा लाल टमाटर जैसा हो चूका था,मैं इतने गुस्से में था की मेरा सारा शारीर काप रहा था दीदी को शायद इस बात की भनक लग गयी वो मेरे सीने से चिपक गयी मैंने अपना हाथ उनके सर पर रखा ,
‘आज तो उसने हद ही कर दि भाई,उसने मुझे अपनी बिना कपड़ो की पिक मांगने लगा,मैंने मन किया तो उसने धमकी दि की वो मेरी पिक्स को कॉलेज में फैला देगा,मैं डर के रोने लगी लेकिन उस बहन के लवडे ने एक गलती कर दि ,दीदी मेरे सीने से निकल चुकी थी उनके भाव पूरी तरह से बदले हुए लग रहे थे,वो अब गुस्से में दिखाई दे रही थी,
‘उसने मेरे भाइयो को गाली दे दि,अब तो गया काम से ‘
‘दि प्लीज मुझे एक बार मौका दो मै मेरी भुजाये उसे मसलने के लिए तड़फ रही है,’
दीदी को मेरे गुस्से का अंदाजा हो चला था,उन्होंने मुझे एक हग दिया और मेरे चहरे हो अपने चुम्मन के पूरा गिला कर दिया,
‘भाई तूने मेरी कसम खायी है ना तू फिकर मत कर मैं उसे ऐसा सबक सिखौंगी की वो मुझे क्या किसी भी लड़की को धोखा देने की नहीं सोचेगा,चल अब सो जा,पता नहीं तुझे ये बता के मेरा मन बहुत हल्का हो गया है,अब तो मैं आराम से सो जाउंगी और मेरा प्यारा भाई रात भर गुस्से में जागेगा,’दीदी खिलखिला के हस पड़ी,दीदी की बेफिक्री देख कर मैं भी थोडा सा हल्का हो गया,मुझे पता था दीदी जो करेगी ठीक ही होगा उनके पास मुझसे जादा दिमाग है ये तो सब जानते है,मैं भी अब दीदी से लिपट कर सोना ही बेहतर समझा,दीदी तो थोड़ी देर में ही सो गयी पर मैं ना सो पाया,
दीदी की लेपी अभी भी बंद नहीं थी मैंने उससे खोला और हिस्टरी देखने लगा पहले हिडन फाइल को खोजा थोड़ी देर में एक हिडन फोल्डर मुझे मिला जिसमे कुछ फोटोज थे मैं समझ गया ये यही फोटोज है,मैंने उसे अपने मोबाईल में डाला लेपी बंद की और सो गया,लेटे लेटे मैं उन फोटोज को देखने लगा.
पहला फोटो दीदी को एक लड़का किस कर रहा था देखने से ही पता लग रहा था की दीदी भी उसके सरूर में है,उनकी आँखे बंद थी,दीदी ने एक वाइट् कलर की फ्रोक पहने हुई थी,
दुसरे फोटो को थोडा निचे से खीचा गया था जिसमे वो दीदी के बूब्स दबा रहा था,तीसरे में उसके हाथ फ्रोक के अंदर थे ,चोथे में दीदी के सफ़ेद पेंटी के अंदर,पांचवे में उसने दि के बूब्स को बहार ही कर दिया और छटवे में उन्हें चूसने भी लगा,उसके बाद की कोई पिक नहीं थी शायद इतना होने के बाद दि को होश आया हो और वो उसे छोड़ कर भागी हो,
फोटोज देख के मेरा दिमाग तो घूम ही गया मेरा धयान दीदी पर गया वो इतने चैन से सो रही थी,वो एक ढीली सी टी शर्ट और छोटी निकर पहने हुई थी जाने क्यों मेरा हाथ उनके बूब्स पर चला गया मैं उन्हें महसूस करने लगा उन्होंने कोई ब्रा नहीं पहने थी उनकी पूरी गोलाई और नरमी के अहसास ने मुझे झकझोर सा दिया मैं ये क्या कर रहा हु ,पर मैं रुका नहीं मैंने उन्हें सीधा लिटाया और उनके ऊपर चढ़ गया,मेरे तने लिंग को अहसास होते देर ना लगी की उनकी निकर के निचे भी कोई अन्तः वस्त्र नहीं है मैं उनके ऊपर चढ़ तो गया पर उनके मासूम से चहरे को देखकर मेरा तना लिंग शांत हो गया मैं उनके प्यार में डूब सा गया मैंने अपने हाथो से उनका चहरा पकड़ा और उनके चहरे चूमना चालू किया धीरे धीरे मेरे लार से उनका चहरा गिला हो गया और दीदी कसमसाई ,
‘भाई क्या कर रहा है,’मैंने उनके नाजुक होठो पर अपनी उंगली रख दि ,’दि कुछ मत बोलो’
दि ने अधखुली आँखों से मुझको देखा और अपने होठो पर मुस्कान ला कर मुझे अपने बांहों में लपेट लिया अब मैं और भी तीव्रता से उनका गाल चुसे जा रहा था अनजाने ही मेरा हाथ उनके उजोरो पर चला गया और मैंने उन्हें हलके से मसल दिया दीदी के आँख अब पुरे खुल चुके थे वो मेरी इस हरकत पे आश्चर्य से भर गयी थी,
‘क्या कर रहा है,हट यहाँ से पागल हो गया है क्या,’अचानक मुझे मेरी स्थिति का आभास हुआ मैंने अपना हाथ तो हटा लिया पर हटा नहीं ‘दि प्यार करने दो ना प्लीज
‘क्या मतलब प्यार करने दो ऐसे प्यार करते है क्या पागल मेरे बूब्स दबा रहा है तू शर्म है की नहीं कुछ मैं तेरी दीदी हु गर्ल फ्रेंड नहीं,’दीदी ने मेरा चहरा अपने हाथ में ले रखा था और मुझे पुरे आश्चर्य से देखे जा रही थी मेरे चहरे पर सिर्फ मुस्कान थी,
‘सॉरी दीदी,’मैंने पुरे मासूमियत से अपने कान पकड़ लिए,दीदी अभी भी आश्चर्य में डूबी हुई थी पर मेरे कान पकड़ने पर उन्होंने मुझे मरना शुरू कर दिया और साथ में हसने भी लगी..थोड़ी देर में ही शांत हो गयी और मुझे अपने ऊपर खीच लिया और खुद मेरे ऊपर आ गयी,मेरे बालो को सहलाने लगी,
‘भाई जनता है तूने क्या किया,मैं जानती हु तेरा इरादा गलत नहीं था मेरा भाई तो मेरे बारे में गलत सोच भी नहीं सकता पर क्या हुआ था तुझे,’
‘मैंने आपकी और परमिंदर की पिक्स देखी,पता नहीं क्यों पर आपके बूब्स देख के मुझे उसे महसूस करने का मन किया इसलिए मैं उन्हें दबा रहा था,फिर आप पर इतना प्यार आया की आपको किस करने लगा,बस सॉरी डी शायद मैंने सीमाए लाँघ दि’पहली बार मुझे थोडा दुःख हुआ और मेरे आँखों से आंसू की बुँदे निकल पड़ी.दीदी ने फोरन वो आंसू पि लिया
‘तू पागल हो गया है,इसी लिए तुझे राहुल और मैं कहते है तुझे एक गर्ल फ्रेंड की जरूरत है,अब आंसू बहाना बंद कर,यार मैं जानती हु तू अब बड़ा हो गया है और ओपोजीट सेक्स के प्रति आकर्षण तो स्वाभाविक है,और उनके अंगो के बारे में जानने की उत्सुकता भी स्वाभाविक है लेकिन इसका ये मतलब ये नहीं तू अपने दीदी के ही पर्सनल पार्ट को टच करने लगे,’दीदी बड़ी स्वाभाविक थी और चहरे पर मुस्कान लाये हुए थी,
‘लग रहा है राहुल से बात करके तेरे लिए बंदी ढूँढनी पड़ेगी ,राहुल को बताउंगी तू क्या कर रहा था,’मेरी तो फट के चार हो गयी
‘डी प्लीज ऐसा मत करना वो क्या सोचेगा,मुझे मर डालेगा’
‘क्यों तूने कुछ पाप किया है क्या,’
‘नहीं’
‘तो डर क्यों रहा है,’
‘दि वो क्या सोचेगा ‘ दि हसने लगी
‘मेरे पागल भाई मैं किसी को नहीं बताउंगी तुझे पागल दिखाती हु क्या,और अब भी तुझे प्यार करना है या सो जाये 4 बज चुके है,’
‘दि पता नहीं आपको देखता हु तो लगता है बात चूमता ही रहू,’मैंने बड़ी मासूमियत से कहा
‘इसीलिए तो तू मेरा प्यारा भाई है,जो दिल में आया बोल दिया ,अभी तक बच्चा ही है,,मेरा प्यारा बच्चा’,अब दीदी मेरे ऊपर झपट पड़ी और चूम चूम के मुझे लाल कर दिया थकने के बाद ही हम सो पाए…..