You dont have javascript enabled! Please enable it! दीदी और दोस्त – Update 25 | Incest Story - KamKatha
दीदी और दोस्त – Incest Story written by ‘Chutiyadr’

दीदी और दोस्त – Update 25 | Incest Story

(दो महीने के बाद )

डॉ और मैं दोनों एक होटल के वेटिंग रूम में बैठे थे ,डॉ के चहरे पर चिंता के भाव थे वही आकाश बस कुछ करने को उतावला दिख रहा था ,

‘तुम सच में ये करना चाहते हो ,’डॉ ने चिंतित भाव से आकाश की और देखने लगे ,

‘मुझे कोई रोक सकता है क्या ,उसकी चमड़ी अपने हाथो से निकलने की कसम खायी है डॉ मैंने अब वो नहीं बच पायेगा मेरे हाथो से ,’मेरे चहरे पर एक दृठता के भाव दीप्तिमान हो गया था,

‘मगर वो बहुत ही पावरफुल है ,उसे यहाँ से उठाना बहुत मुस्किल होगा और क्या नेहा मानेगी की ये सब उसने ही किया है ,वो तो उससे प्यार करने लगी है ,तुम भी जानते हो ,’

‘मैं उन्हें सब बताऊंगा ,की क्या हुआ था ,और वो भी उसके मुह से कहलाऊंगा ,आप बस मुझे इजाजत दे ,’डॉ ने हां में सर हिलाया …मैं वाह से उठकर राहुल को कॉल लगता हु और

‘भाई तू तैयार है ,आज हमारा अंतिम संघर्ष है ,’

‘भाई क्या हम सही समय का वेट नहीं कर सकते यहाँ मुख्यमंत्री भी आने वाले है और बहुत पोलिश वाले भी है ,’मेरे चहरे की गंभीरता और भी बढ़ जाती है ,

‘नहीं तूने सोच कैसे लिया की अब जब मुझे पता है की दीदी की जिंदगी किसने बर्बाद की है मैं समय का इन्तजार करूँगा ,जो होगा वो होगा या तो मरेंगे या मारेंगे तू आ रहा है कई या मैं अकेले निपटाऊ उसे ,’राहुल मेरी बात से हडबडा गया था ,

‘भाई पागल है क्या साले साथ जिए है मरना पड़ेगा तो साथ ही मरेंगे ,और लवडे क्यों मरेंगे जब दीदी का प्यार हमारे साथ है,और वापस जाकर मुझे प्रीति को भी ठोकना है और तुझे भी तो आयशा को पटाना है ना..’मेरे चहरे पर एक हसी खिल गयी

‘भोसड़ीके चल प्लान शुरू करते है.,देबू कहा है (देबू एक कम्पूटर जीनियस है ,जिसके बारे में कहानी के शुरुवात में बताया गया था,)’

‘वो अपनी पोजीशन में है ,’

‘ओके’

मैं तेजी से कांफ्रेंस हल की तरफ बढता हु,बहार मुझे पास दिखने को कहा जाता है ,मैं पास दिखाकर आगे बढता हु ,मुख्यमंत्री का भाषण चल रहा होता है ,और अविनाश अभी उनके साथ ही होता है मैं गौर से स्टेज को देख रहा था,तभी एक शख्श के मोबाईल पर एक कॉल आता है और वो स्टेज से उतारकर निचे आ जाता है ,वो चलता हुआ लिफ्ट की तरफ बढता है और साथ में ही मैं भी सबसे नजर छुपकर उसके पीछे बढता हु वो लिफ्ट से ऊपर चला जाता है ,मैं स्क्रीन में देखता हु 5 वे फ्लौर पर लिफ्ट रुकी थी मैं पूरी ताकत से दौस्ता हुआ ऊपर जाने लगता हु ,वहा पहुचने पर मैं फिर राहुल को काल करता हु ,

‘हां 5वा फ्लोर है ,’

‘जनता हु बस दो मिनट ‘राहुल एक होटल के कर्मचारी के पोशाख में आता है उसके हाथो में इ ट्रे है ,’मैंने देबू को कॉल लगाया थोड़ी देर में ही उसने कॉल उठा लिया ,

‘हां वो अकेला है ,तुम लोग जा सकते हो ,’मैं राहुल को इशारा करता हु ,राहुल गेट के पास पहुचता है ,

‘सर रूम सर्विस ‘

‘नहीं चाहिए बाद में आना ‘अंदर से आवाज आती है ,

‘सर मेडम ने शेम्पियान का ऑर्डर दे दिया था वो थोड़ी देर में आने को कह गयी है ,’उस शख्श के चहरे पर एक मुस्कान आई (जैसा की मुझे लगा )

‘रुको ‘और उसने गेट खोल दिया राहुल सर झुकाए अंदर चला जाता है ,पर थोड़ी ही देर में

‘राहुल तू ‘राहुल उसे धक्का देकर गिरा देता है ‘

‘हां मदेरचोद मैं ‘मैं भागकर अंदर जाता हु और उसपरर घुसो की बारिश कर देता हु ,वो चिल्लाने को होता है पर मैं उसके मुह को दबा देता हु ,राहुल जल्दी से अपने ट्रे के निचे से एक बोतल निकलता है और उसे अपने रूमाल से गिला कर उसके नाक पर रख देता है ,वो शख्स थोड़ी छटपटाहट के बाद बेहोश हो जाता है ,मैं उसे गुस्से से भरा हुआ देखने लगता हु ,

‘मन तो करता है इसे अभी मार दू पर ….इसे तो दीदी ही मारेगी ,’मैं देबू को कॉल लगाता हु ,

‘सारे कैमरे हैक है ,’

‘कब के तुम्हारा ऊपर आना किसी ने नहीं देखा अब जल्दी निकालो इससे पाहे की होटल स्टाफ को पता लगे की कैमरे हेक है मैं बस उन्ही कैमरे हो हेक कर रहा हु जिसमे तुम्हारी फुटेज आने वाली होगी वरना उन्हें पता चल जायएगा ,’

‘गुड ‘मैंने फोन रखा,राहुल उस शख्स को दो तीन घुसे लगा देता है ,

‘चल जल्दी कर ,इसे तो आज दिनभर और मनभर मारना है ,’राहुल एक काला कपडा निकल कर उसके सर को ढक देता है और उसे हम उसे ट्रे के निचे डाल देते है राहुल और मैं उसे लेकर लिफ्ट में पहुचते है और फर्स्ट फ्लोर पर ही रुक जाते है,मैं उसके सर से काला कपडा हटा कर उसे कंधे में डालकर पीछे की सीढियों से निचे जाने लगता हु राहुल लिफ्ट में ही ट्रे लेकर निचे जाता है किचन में ट्रे छोड़कर वहा से भागता है और सीधे मेरे पास बेसमेंट में पहुचता है ,तभी देबू का काल आता है ,

‘सालो उसका मोबाईल स्विच ऑफ करो और बेसमेंट में बने टॉयलेट में जा कर छुपो जब तक सभी मंत्री यहाँ से बहार नहीं चले जाते कार लेकर मैं वह नहीं आ सकता सभी कार की चेकिंग हो रही है ,डॉ भी मेरे साथ ही है ,’

हम वह के टॉयलेट में जा छुपते है ,लगभग एक घंटे हो चुके थे की वो शख्स थोड़ी हलचल करने लगता है ,

‘अबे दवाई की शीशी कहा है ,’मैं राहुल की तरफ देखता हु ,

‘भाई वो तो मैंने फेक दि डस्टबिन में ‘मैं उसे घुर के देखता हु वो मुझे आँखों से ही सॉरी कहता है की मेरे चहरे पर एक मुस्कुराहट आ जाती है और मै राहुल को इशारा करता हु वो बहार जाता है,

‘कोई नहीं है ‘और मैं उसे एक जोरदार घुसा मरता हु वो फिर बेहोश हो जाता है ,अब राहुल के चहरे में भी एक स्माइल थी ,कुछ देर बाद देबू का कॉल आया ,

‘हा हम तैयार है ,कार लेके आ रहा हु ,’

‘ओके ‘

कार आने पर मैंने फिर से उस शख्स को कपडे में ढँक दिया और कार में डाल दिया डॉ के चहरे पर एक विजयी मुस्कान थी ,और देबू कार से बहार आता है , और मेरे गले लगता है ,

‘थैंक्स दोस्त ‘वो मुझे दीदी का मोबाईल वापस करता है

‘भाई मैं अपने प्यार के लिए कुछ भी कर सकता हु ,’उसके भोले चहरे पर अब एक चमक थी पहली बार था जब देबू ने खुलकर दीदी को अपना प्यार स्वीकारा था ,

‘भाई तो आज से तू मेरा जीजा है,बस अब दीदी को पटा लईयो मैं तेरे साथ हु ,’और मैं एक बार फिर से देबू के गले मिलता हु ,देबू के चहरे में शर्म था ..मैं राहुल को दीदी का मोबाईल देते हुए

‘राहुल तू दीदी को लेकर गोदाम पहुच मैं इसे लेकर वहा पहुचता हु ,’राहुल आश्चर्य से मुझे देखता है

‘मैं साले दीदी को ये खुसखबरी तू क्यों नहीं देता ,’मैं थोडा गंभीर था

‘नहीं भाई वो सब बताने की मुझमे हिम्मत नहीं है ,मैं जनता हु तू ये कर सकता है ,दीदी को बस इसका नाम मत बताना वरना वो यहाँ नहीं आ पायेगी ,और जब मेरे बारे में बताएगा तो उन्हें यकीं दिला देना की मैं बिलकुल ठीक हु ,और तुझे अगर मारे तो कुछ झापड़ खा लेना ,’राहुल के चहरे पर एक हसी तैर गयी ,

‘साले तेरे लिए तो गोली भी खा लू ‘राहुल आगे बढकर मेरे गले लग जाता है और वहा से निकल जाता है ,इधर हम भी अपने ठिकाने पर पहुचते है और एक खुर्सी पर उसे बांध देते है ,कला कपडा अभी भी उसके चहरे को ढंका था ,इधर राहुल दीदी को सब बताता है ,की कैसे हमें उसके बारे में पता चला पर वो नहीं बताता की वो शख्स कौन है ,दीदी सच में उसे दो झापड़ लगा देती है जिसे राहुल मुस्कुराते हुए झेल लेता है और दीदी उससे लिपट के रोने लगती है ,अब उसके शख्स से मिलने की नहीं मेरे पास पहुचने की जल्दी है ,

‘ना जाने मेरे भाइयो ने मेरे लिए कितनी तकलीफ उठाई है ,अब चल जल्दी मुझसे एक पल भी इन्तजार नहीं हो रहा है ,मुझे मेरे भाई को पहले देखना है ,’राहुल का चहरा अब भी लाल था पर होठो पर एक मुस्कान थी ,

‘उस दरिन्दे को देखना है या आकाश को ,’राहुल ने शरारती मुस्कान से पूछा

‘पहले तो मेरे भाई को ,अब चल ना ‘दीदी ने भी मुस्कुराते हुए कहा ….

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