राहुल अपने लेपटोप में बैठा नेहा के फोल्डर को खोला देख रहा था ,सभी विडिओ लगभग एक से थे और किसी में भी परमिंदर नेहा के साथ सेक्स नहीं कर पाता ,पर हां ये सभी विडिओ नेहा के प्रति राहुल के विचारो को बदलने के लिए काफी थे ,नेहा के बूब्स और उसकी योनी तक का दर्शन राहुल को हो गया था ,कभी एक दो उंगली भी अन्दर कर डी गयी थी ,पर सेक्स के लिए नेहा कभी राजी नहीं हुई ,राहुल को अब ये देख गुस्सा तो आता पर ना जाने कौन सी ताकत उसे अपना हाथ अपने लिंग पर ले जाकर उसे मरोड़ने पर मजबूर कर देती थी,पर अभी भी एक आखरी विडिओ बाकि था …राहुल ने फिर धडकते दिल से उस विडिओ को ओपन किया ….विडिओ लगभग रात 8 बजे की थी और तारीख आयशा के केस से कुछ महीने पहले का ,विडिओ की लम्बाई देख राहुल भी दंग था विडिओ 8 घंटे की थी यानि शाम 8 बजे से सुबह के 4 बजे तक
कुछ देर तक एक खाली रूम दिखता है ,रहूल ने रूम पहचान लिया ये विक्की नानू का रूम था ,फिर परमिंदर और नेहा अंदर आते है ,नेहा को देखकर राहुल की सांसे रुक जाती है ,नेहा ने आज एक लाल रंग की साड़ी पहने हुई थी ,मांग में सिन्दूर था और गले में मंगलसूत्र,कमर पर एक पतला करधन झूल रहा था और हाथ लाल रंग की चूडियो से भरे हुए थे ,वही पर परमिंदर भी शेरवानी पहने था ,राहुल के मुह खुला का खुला रह गया ,
‘मदेरचोद ये क्या बकरचोदी है ,ये दोनों शादी भी कर लिए ,शायद ये दीदी को शादी का झासा देकर चोदेगा ,’चोदेगा शब्द जेहन में आते ही राहुल का नाग फुंकारने लगा
दोनों बहुत खुस थे और आते ही दोनों एक दुसरे के गले से लिपट गए ,परमिंदर दीदी के कमर पर अपना हाथ फेर रहा था और दीदी भी एक प्यारी स्माइल के साथ उसके गले में अपनी बान्हे डाली थी तभी रूम के डोर पर एक दस्तक होती है ,नानू और विक्की वहा आते है और नेहा बिस्तर पर बैठ जाती है ,सब कुछ बिलकुल नार्मल लग रहा था ,नानू के हाथो में एक सेम्पियान
की बोतल थी ,
‘आज मेरे दो दोस्त एक हो गए इस ख़ुशी में जाम हो जाए ,’नानू ने बोतल दिखाते हुए कहा
‘यार आज लेट हो गया है ,प्लीज कल करते है ना ,पता नहीं घर में क्या बहाना बनाना पड़ेगा ,’
‘अरे लेट हो गया ,आज हमारी शादी हुई है और तुम घर कैसे जा सकती हो ,आज कुछ बहाना बना कर रात यही रुको और हमारी सुहागरात का क्या होगा ,’परमिंदर ने नेहा को अपने बाजुओ से पकड़ते हुए कहा ,नेहा के चहरे पर एक स्माइल आ गयी
‘बच्चू सुहागरात तो असली शादी के बाद ही होगी ये मंदिर वाली शादी के बाद नहीं ,जब हम दोनों अपने परिवार के आशीर्वाद से शादी करेंगे ,’नेहा ने अपना सर परमिंदर के कंधे पर रख दिया ,पर ये सुनकर नानू का चहरा उतर गया ,लेकिन विक्की ने आगे होते हुए कहा ,,
‘तुम्हारे घर वाले मान जायेंगे ,तुम हिन्दू हो और ये सिख्ख ‘
‘यार कोई मानता थोड़ी है मनाना पड़ता है ,और नहीं माने तो आज के फोटोग्राफ कब काम आयेंगे ‘नेहा ने फिर एक प्यारी सी मुस्कान दि,
‘ओके ठीक है पर ये तो तुम्हे पीना ही पड़ेगा ,हमारे दोस्तों की शादी हुई है यार ऐसे कैसे छोड़ देंगे ,’विक्की ने फिर जोर दिया
‘जान प्लीज् ऐसा मौका फिर थोड़ी आएगा ,’परमिंदर भी नेहा के गालो पर एक पप्पी लेता हुआ बोला ,
‘ओके बाबु,मैं फ्रेश होक आ जाऊ ,’
‘हा but ये दुल्हन का लिबास मत उतरना बहुत मस्त लग रही हो इसमें ‘परमिंदर ने आँख मार दि और नेहा बाथरूम चले गयी ,
‘मदेरचोद बहुत हुआ आज तो साली का काम कर ही देते है ,साला कितना तद्फाएगी बे ‘नानू बड़े नाराज ढंग से कहा ,
‘हां परमिंदर आज इसका काम कर देते है ,कम से कम इंजेक्शन लगा के एक बार इसे स्वाद तो चखाना ही पड़ेगा वरना सारी मेहनत में पानी फिर जाएगा,’
‘हम्म ओके दारू में नशे की गोली डाल दे ,आज प्यार से या मार से काम तो इसका करके रहेंगे’ नानू के चहरे पर एक विजयी मुस्कान आ गयी थी ,विक्की ने जल्दी से ड्रिंक बनाया और एक में गोली डाल सब अपना अपना ड्रिंक पकड़ लिए पर नानू ने एक और गोली डाल दि ,
‘मदेरचोद ये क्या कर रहा है पूरी बेहोश हो गयी तो मजा क्या आएगा ,’
‘अबे साली ब्लैक बेल्ट है अगर हमपे टूट पड़ी ना तो माँ चोद देगी ,’परमिन्दर के होठो में मुस्कान आ गयी ,इधर नेहा अपने रूम से निकल कर आती है और परमिंदर के बाजु में बैठकर अपना ड्रिंक उठाती है ,सभी चेयर्स कर एक ही साँस में ड्रिंक पि जाते है ,पहला ही ड्रिंक नेहा के लिए आफत बन जाता है ,इतने मात्रा में नशे की गोली जाने के कारण उसका सर घूमने लगता है और वो परमिंदर के सहारे अपने को छोड़ देती है ,
‘ये मुझे क्या हो रहा है ,बहुत नींद आ रही है ,’
‘कुछ नहीं हुआ जान बस थकावट होगी और दारू का नशा ,’नेहा परमिंदर को फिर उन दोनों को देखती है और उसके आँखों से आंसू आ जाते है ,
‘तुम लोग …मेरे साथ दारू का नशा ऐसा नहीं होता ,’तीनो हसने लगते है नेहा उनकी हसी को जैसे पहचान जाती है और अपने शारीर को पूरी ताकत से ऊपर उठती है उसकी सांसे भारी हो रहे थे आँख बंद होने को थे ,पैर लडखडा रहे थे पर वो उठ कड़ी हुई और परमिंदर को देख कर ,
‘मैं तुमसे प्यार करती थी ,इतना जितना शायद किसी से नहीं किया और तुम ,’उसकी आवाज भी अब भरी हो चली थी उसकी हालत देखकर सभी की मुस्कान अब शैतानी हसी में बदल गयी थी ,पर नेहा तो नेहा थी उसने पास रखा बोतल उठा लिया और सीधे परमिंदर के सर में दे मारा ,
‘मदर चोद ,तुझे तो आज रंडी बनायेंगे साली आज तुझपर कोई रहम नहीं करेगा ,’पर्मिन्दीर उठकर अपने सर को देखता है जिससे खून बह रहा था और वो गुस्से से लाल हो जाता है ,वो नेहा के हाथ को पकड़ बोतल को फेक देता है जो आधी टूट चुकी थी ,और फिर तीनो मिलकर उसे बिस्तर में फेक देते है ,
‘नानू जल्दी से दवाई बना दे ,आज इसका मजा ऐसे लेंगे की इसे भी मजा आये ,एक बार इसे खून चखा देते है फिर खुद दौड़ी हमारे पास आएगी ,नेहा के हाथो को विक्की और पैरो को परमिन्द्र,नेहा उनकी बात सुन तो पा रही थी पर कुछ कर नहीं पा रही थी ,उसकी आँखों से अब भी आंसू आ रहे थे शारीर इतना निढाल हो चूका था की वो जिन्दा लाश सी लग रही थी ,दोनों ने उसे छोड़ दिया क्योकि अब वो कुछ करने की हालत में नहीं थी ,तभी नानू इंजेक्शन ले आता है और लगाने ही वाला होता है की ,
‘अबे रूक साले चुतिया है क्या ,पता नहीं इंजेक्शन लगते ही उसका नशा कम हो जायेगा ,और ताकत भी आ जाएगी साली हम लोगो को मार डालेगी ,पहले इसके हाथ को बिस्तर से अच्छे से बांध जब तक इसे मजा ना आना शुरू हो जाय और पैर छोड़ देना थोडा छटपटाएगी तो मजा आएगा ,’नानू ने तुरंत इंजेक्शन पास रखा और नेहा के हाथो को बांध दिया और नेहा को इंजेक्शन लगा दिया गया नेहा कुछ देर तक तो ऐसे ही पड़ी रही पर थोड़ी देर में ही उसने अपनी आँखे खोली,उसकी आँखे अब भी लाल थी और आंसुओ से भरी थी ,
‘क्या हुआ मेरी चिड़िया अब नहीं छटपटा रही तू अब तो ताकत आ गयी है ना ,’नेहा परमिंदर को देखने लगी ,
‘ऐसा क्यों किया तुमने मैं तुमसे प्यार करती थी ,’सभी हसने लगे और अपने कपडे उतरने लगे नेहा जिन्दा लाश सी सोयी हुई थी ,सभी नंगे होकर उसके पास आय ,नेहा ने सभी को क़तर दृष्टी से देखा लेकिन अपने को बचने के लिए पहली बार अपने हाथ पैरो को हिलाना चलू की पर कोई भी फर्क नहीं पड़ा ,
परमिंदर उसके पास आ कर उसके साड़ी को ऊपर करना शुरू किया विक्की और नानू उसके दोनों और उसे खा जाने वाली नजर से देख रहे थे ,
‘प्लीज परमिंदर प्लीज ऐसा मत करो मैं,प्लीज ‘नेहा अपने पैरो को छुड़ाने की कोसिस करने लगी और जोर जोर से रोने लगी ,वही ये देख सभी जोर से हसने लगे और नानू ने अपना हाथ से उसका पल्लू हटाया और उसकी गोलियों को देख कर एक आह भरी …
‘मदरचोद कब से इसे देखना चाहता था आज तो पूरा खाने को मिलेगा ,’और अपने हाथो से उसके ब्लाउज के ऊपर से ही उसे मसलने लगा ,नेहा बस रो रही थी और अपने को छुड़ाने की पूरी कोसिस कर रही थी ,
‘नहीं नहीं प्लीज् ,’परमिन्द्र ने उसकी साड़ी जन्घो से ऊपर कर दि और उसके जन्घो को चूसने लगा ,नेहा की छटपटाहट उसके मजबूत और भारी शारीर के आगे दब कर रह गया ,वो उसके जन्घो के बीच पहुचा तब तक नानू और विक्की उसके ब्लाउस के बटन खोल चुके थे और ब्रा निकल उसकी बड़ी बड़ी दूधिया स्तनों पर अपने होठो को लगाकर चूसने लगे थे ,नेहा बस मत करो कह कह रोये जा रही थी ,इधर परमिंदर ने जब अपने दांत उसके जन्घो में गढ़ा दिए नेहा एक जोर की चीख मरी पर विक्की ने उसका मुह दबा दिया ,परमिंदर उसी योनी को सूंघने लगा और जैसे ही उसने अपनी जीभ वहा लगायी वो खुश हो गया ,
‘भाइयो दवाई असर कर गयी साली की चूत पानी छोड़ रही है वो भी किसी ऐसे रंडी जैसे जिसे लवड़ा लेने का भूख चड़ा हो …’सभी हसने लगे वही नेहा नहीं नहीं कहते हुए अपने को ढीला छोड़ दि सभी समझ चुके थे की वो अब हार मान चुकी है ,और परमिंदर ने उसकी पेंटी निकल कर नानू की और फेक दि ,नानू उसे अपने नाक से लगा कर सूंघने लगा ,
‘वाह साली में बात तो कुछ खास है,ले साली अभी अपने चुद का पानी सूंघी है ,’नेहा अपने सर को घुमाने लगी पर नहीं जबर्दारती उसके नाक ने पेंटी को रगड़ दिया ,
‘भाई अब इसे नंगी कर ही देते है ,’नानू उतावला हो रहा था ,
‘साले पहले साली की चूत तो चाटने दे फिर देखना साली कूद कूद कर चुद्ववायेगी ,’नेहा असहाय सी बस उसे देख रही थी उसकी सिसकिया अब भी जारी थी पर शारीर इतना उत्तेजित महसूस कर रहा था की वो खुद चाहने लगी थी की कोई उसकी योनी को सह्लाय ..
परमिंदर ने जैसे ही अपनी जीभ नेहा की योनी पर लगाया नेहा की पहली ख़ुशी की आह निकल गयी जिसे देख सभी खुस हो गए ..
नेहा के आँखों से अब भी आंसू बह रहे थे और दिल दुःख रहा था पर वो अपने जिस्म के हाथो मजबूर महसूस कर रही थी ,परमिंदर जोर जोर से नेहा की योनी को चूस रहा था और नेहा की सिस्कारिया लम्बी हो रही थी ,
‘आअह्ह्ह्ह अआह्ह्ह नहीं नहीं आआअह्ह चुऊऊउसोओओओओओओ मत प्लीज्आआआअ ‘इधर नानू और विक्की भी अपनी सभी मनोकामना पूरी कर रहे थे नेहा का कोई ऐसा अंग नहीं बचा जहा ये दोनों ने अपने होठो से चूसा ना हो नानू नेहा के प्यारे चहरे को अपने थूक से गिला चूका था वो अपने होठो को उसके होठो के पास लता पर नेहा अपना चहरा हटा लेती है ,इतने में परमिंदर अपने लिंग को नेहा की योनी में रगड़ता है ,नेहा आँखे खोलकर उसे देखती है पर कोई विरोध नहीं करती ,तभी नानू ने कहा
‘भाई पहले दवाई खा लेते है,रात भर मजे करेंगे हम भी ,100mg की ला दू ‘
‘साले लवड़ा सूज जायेगा और तीन लोग है ये ले पाएगी ,’विक्की ने चिंता जाहिर की
‘अरे आज तो ये सब ले लेगी ‘परमिंदर ने स्माइल किया और तीनो ने दवाई खा ली
परमिंदर फिर रगड़ने लगा और नेहा मचलने लगी …
‘बोल प्लीज डालो ,अबे वो केमरा इधर ला इसके मुह के पास ,नेहा के आंसू अब सुख चुके थे उसे अब किसी से कुछ भी मतलब नहीं था ,केमरा नेहा के चहरे पर फोकस होता है ,
‘प्लीज डाआआअ लोओओओ ‘नेहा ने ये कहकर आंखे बंद कर ली और परमिंदर ने धीरे से अपना लिंग अंडर कर दिया ..
‘आअह्ह्ह्ह माँ ह ह ह अआह्ह्ह ‘नेहा सिस्कारिया लेने लगी पर उसे दर्द नहीं मजा आ रहा था वो अपनी आंखे बंद किये हुए थी और परमिंदर धीरे धीरे अंदर बहार कर रहा था ,कैमरे का फोकस अब उनकी योनी और लिंग ले मिलन को दिखा रहा था फिर वो अपनी जगह में चला गया परमिन्द्र की स्पीड बदने लगी की नेहा की आवाज में जान आने लगा ,
‘आह्ह्ह आह्ह्ह अह्ह्ह्हा अह्ह्ह हां हां हां माँ माँ आहाह्ह्ह आह्ह्ह आह्ह ‘नेहा की आहे ,परमिंदर का धक्का और योनी में लिंग के मिलन से उठी कामरस के चिप चिप की आवाज एक ले में थी ,बाकि दोनों जाने अपनी मनमानी कर रहे थे कुछ देर बाद विक्की जाकर सिगरेट जला लाया और खड़ा होकर कस मरने लगा ,तभी नेहा का मोबाईल बज उठा ,विकी ने देखा की आकाश का फ़ोन है ,उसने परमिंदर को रोका और नेहा को कहा
‘सुन बोलना दोस्त के यहाँ हु ,कल आउंगी ,’नेहा ने बड़ी मुस्किल से आँखे खोली ,परमिंदर धीरे धीरे धक्के दे ही रहा था जिसके वजह से नेहा की आँखे मजे से खुल ही नहीं रही थी ,विक्की ने उसे रोक दिया और गुस्से से देखकर उसे नहीं का इशारा किया ,
‘हां भाई ,मैं एक फ्रेंड के घर में हु ,कल आउंगी प्लीज् मम्मी को बता देना और मना भी लेना ,’नेहा बड़ी भरी आवाज में कहा ,उसके आँखों से आंसुओ की धार भी बहने लगी तो परमिंदर ने फिर धीरे से एक धक्का लगाया ,नेहा का मुह खुल गया और वो उसे याचना के भाव से देखने लगी और नहीं करो करके सर हिलाया ,
‘दीदी ये आपकी आवाज को क्या हो गया है ,ऐसे क्यों बात कर रही हो .’
‘भाई सॉरी मैंने थोड़ी ड्रिंक की है और सो रही हु ,प्लीज् बाबु सॉरी’ बोलते ही नेहा फफक कर रो पड़ी विक्की के चहरे की हवाइया उड़ गयी पर जब उसे समझ आया की आकाश सोचेगा की शराब पिने के कारन रो रही है तो उसे तसल्ली हुई ,पर परमिंदर का हरामी दिमाग ऊस रोने का फायदा उठाने के लिए धीरे धीरे फिर से अन्दर बहार करने लगा ,
‘प्लीज ,’नेहा ने परमिंदर को देख कर कहा ,और जैसे ही उसने एक जोर से झटका दिया नेहा आह को दबाने के लिया जोर से सॉरी बोल पड़ी ,परमिंदर को इसमें मजा आया और वो थोड़ी तेजी से अन्दर बहार करने लगा ,नेहा का दिल अपने इस हाल पर रो पड़ा और वो जोर से रोने लगी ,
‘प्लीज भाई भाई सॉरी भाई सॉरी भाई ,,प्लीज मुझे माफ़ कर दो भाई मैं अब ये सब नहीं करुँगी बस आज भाई बस आज भाई ,प्लीज ‘नेहा परमिंदर के धक्को के धून में बोल रही थी और रो रही थी ,लेकिन इधर आकाश की हालत उसे देख ख़राब हो गयी ..;.
‘दीदी दीदी कुछ नहीं हुआ मत रोवो प्लीज मैं हु ना ,मैं सब ठीक कर दूंगा प्लीज दीदी ,,’लेकिन नेहा यही बोले जा रही थी ,नेहा सॉरी कहे जा रही थी और इधर परमिंदर की स्पीड बढ रही थी आकाश की धड़कन भी तेज होने लगी वो दीदी दीदी बोले जा रहा था ,आकाश से अब सहन नहु हुआ
‘दीदी आप कहा हो मैं आपके पास आ रहा हु ,दीदी बोलो किस दोस्त के पास हो दीदी ‘
ये सुन नानू और विक्की की हालत ख़राब हो गयी पर परमिन्द्र दे दानादन ठोके जा रहा था और नेहा भी सॉरी भाई कहकर जोरो जोरो से रो रही थी
‘दीदी मैं आ रहा हु ‘और वो पल आया जब की परमिन्दर ने एक जोरदार पिचकारी से नेहा की योनी को भिगो दिया ,और नेहा के मुह से निकल
‘नहीं (नेहा जोर से चिल्लाई की आकाश भी डर गया )नहीं भाई (नेहा ने खुद को सम्हालते हुए कहा )’परमिंदर एक विजयी मुस्कान लेकर खड़ा हुआ और नेहा की योनी से परमिंदर का वीर्य बहार आने लगा ,
एक और पिचकारी और छुटी और जिसका रंग सीधे लेपटोप के स्क्रीन में पड़ा राहुल ने तुरंत विडिओ पौस करके उसे पोछा ना जाने कब उसका हाथ अपने लिंग पर पहुच चूका था ,वो रिलेक्स होकर फिर से विडिओ स्टार्ट किया ,
नेहा थोडा सम्हाल चुकी थी ,वो थोडा सम्हालते हुए बोली
‘भाई तू मुझे माफ़ कर दिया ना ‘
‘हां दीदी आप क्यों पागल हो रही हो ,मेरी दीदी कोई गलत काम नहीं कर सकती,आपको क्या हो गया है ऐसे क्यों बोल रही हो दीदी ,’आकाश भी अब रो रहा था उसका रोना सुनकर नेहा को अपनी गलती का अहसास हुआ ,
‘माफ़ कर दे भाई मैं खुद को रोक नहीं पायी ,मत र्रो भाई अब मैं ऐसा नहीं करुँगी भाई ,तू और राहुल तो मेरी जान हो राहुल से भी माफ़ी मांगूंगी जब समय आएगा ,भाई माफ़ कर दे एक मीठी सी पप्पी दे मुझे मैं कल आती हु ,’आकाश सम्हला और एक किस नेहा को देता है नेहा भी एक किस उसे देती है और बाय बोल भीगी आँखों से फोन रखती है ,
अब तक दीदी का मेरे लिये और अपने लिए प्यार देखकर राहुल की आँखे भी नाम हो चुकी थी उसे अपने से बहुत ही घृणा होती है ,और वो विडिओ को फ़ास्ट मोड़ में दल देता है ,
फोन रखने के बाद नानू और विक्की नेहा पर टूट पड़ते है थोड़ी देर रोने के बाद नेहा को भी वासना का बुखार चढ़ता है ,और तीनो उसे हर तरह से रात भर कई बार चोदते है ,नेहा का पूरा शारीर वीर्य से भीगा दिया जाता है और कई जगहों में काटने का निशान होता है ,तीनो लड़के भी उत्तेजक दवाई के असर में जानवरों की तरह और बिना थके कई घंटे तक ये खेल खेलते है ,अंत तक सब की हालत मुर्दों जैसी हो जाती है और लगभग 4 बजे सुबह के नानू मुस्किल से उठकर विडिओ बंद करता है ,,,,राहुल ग्लानी से भरा होता है पर नेहा के जिस्म को याद कर उसे बेहद उत्तेजना होने लगती है वो एक अजीब कशमकश में फस चूका था,…,