अध्याय — 5 — गलती किसकी ——
अब अगले 4 दिनों तक मैंने कुसुम को पीछे से घोड़ी बना कर, नीचे से ऊपर से, साइड से शायद कामसूत्र में मौजूद काफी मुद्राओं में चोदा और उसे पूरे 4 दिन के हनीमून में उसे पेंटी तक पहने नहीं दी.
हम लोग खूब घूमे फिरे और इन यादगार पलों की स्मृति लिए नागालैंड रवाना हो गए.
देर रात को हम अपने घर पहुँचे मम्मी को मैंने अपने आने की जानकारी पहले ही दे दी थी। इसलिए वो जाग रही थी और दरवाजे खोलकर हमारा इंतजार कर रही थी। मै और कुसुम दोनों थक गए थे सीधे अपने बेडरूम में जाकर कपड़े पहने ही सो गए।
सुबह नौ बजे मेरी आँख खुली कुसुम बेड पर नही थी। मै रूम से निकलकर हॉल में बैठ गया। कुसुम किचिन में काम कर रही थी मेरी आहट सुनकर वो हस्ती हुई पानी का ग्लास लेकर मेरे पास आई। और बोली मम्मी पापा मंदिर गए है। रिंकी स्कूल गयी है बस अभी हम दोनों ही घर में अकेले है।
मैंने कुसुम को आँख मारते हुए कहा मैडम आप मुझे ये बता रही हो या इशारा कर रही हो और कुसुम की बाह पकड़कर अपनी गोद में बिठा लिया। और उसके दूधो को मस्कने लगा, वो मेरे लंड पर अपने चूतरो का दबाते हुए बोली। ये होटल का रूम नही है, घर है। और हनीमून खतम हो गया है। पूरे पांच दिन हनीमून पर मुझे पैंटी तक नही पहनने दी। सुबह से ही मेरी ढोलक बजाना शुरु कर देते थे।
मुझे ढोलक शब्द सुनकर बड़ी जोर से हसी आई। मैंने कहा ढोलक मतलब क्या। कुसुम अपने नितंबो को हाथ से दबाते हुए बोली ढोलक ये है। हम दोनों जोर जोर से हसने लगे। हाहाहा…….
“शादी के बाद जिंदगी में इन्ही हस्ते हुए पलों को ही रोमांस कहते है जो जबरदस्त सेक्स के बाद ही शुरू होता है और सेक्स के समय पति पत्नी संतुष्ट नही हुए तो रोमांस नही हो सकता है। पर ये सच है सेक्स से भी ज्यादा रोमांस आनंद देता है, मुझे आज ये समझ आया था।”
तभी पापा की स्कूटी की आवाज आई तो कुसुम मेरी गोदी में से उठकर किचिन में चली गयी। और मै पानी पीकर टॉयलेट चला गया। मम्मी पापा हॉल में बैठ गए कुसुम ने मम्मी से पूछा नास्ता लगा दू। हा
कुसुम ने नाश्ता लगाकर वापस किचिन में जाने लगी तो मम्मी ने उसको टोक दिया और बोली यहा बैठो बेटी मै तुमसे कुछ पुछू सच बताना। कुसुम बोली जी मम्मी।
मम्मी वो बोली बेटी तुम्हे पति व्रत पूजा करने में कोई परेशानी है, एक हफ्ता हो गया तुम्हारी शादी को तुमने अभी तक एक बार ही पूजा की है। ऐसा नही चलेगा बेटी बड़ी मुश्किल से खुशिया आई है क्यो अपने पति के प्यार को खोना चाहती हो। कल को अगर कुछ गलत हो गया तो फिर
“गलती किसकी” होगी।
मै सोचने लगा
जब नयी शादी होती है तो लड़को का भी घर में रहने का तरीका बदल जाता है। पहले में अपने रूम में कभी भी आ जा सकता था। और कभी भी दरवाजे बंद नही किये पर अब मुझे अपने रूम में ही मुझे डोर knok करके जाना पड़ेगा। शायद इसकी सबसे बड़ी वजह मुझे पत्नी के साथ गिफ्ट मिली प्यारी, खूबसूरत, जवान बेटी है। जिससे अभी तक मेरा ठीक से पापा वाला रिश्ता नही बन पाया है।
थोड़ी देर बाद कुसुम तैयार होकर आ गयी मुझसे बोली कुछ चाहिए आपको मैंने उसे देखा तो उसे देखता रहता गया। चॉकलेट कलर वाले बाल, हलका आंखों में काजल माथे पर सफेद चमक मारती बिंदी, हल्की लिपस्टिक, गले में हार, फिर जब नजर थोड़ी नीची गई तो ब्रा स्टाइल वाला ब्लाउज जिसमे ब्रा पहनने की जरूरत नहीं। कुसुम के दूध बड़े होने के कारण ब्रा वाले ब्लाउज में समा नहीं रहे थे। ब्लाउज में उसके सिर्फ निपल्स ही ढके थे पूरे स्तन और पीठ नंगी, केवल दो रंग की डोरी से पूरा ब्लाउज बंधा हुआ था। पारदर्शी सफेद क्रीम रंग वाली साड़ी, उस पर डिजाइन गजब की थी नीचॆ सफेद पेटीकोट, सफेद चमक मारती हुई चप्पल। मेरी नजर उस पर से हट ही नहीं रही थी। ब्यूटीफुल सेक्सी लेडी ओह माय गॉड मेरे मन में आवाज आ रही थी। इतने में रिंकी ने हस्ते हुए जोर से बोला ये आपका ही माल है। अब बस करो घुरना। हम सब बड़ी जोर से हसने लगे। रिंकी जीन्स और शर्ट पहने हुई थी। फिर मैंने कहा मुझे कुछ नही चाहिए। चलो अब देर हो गई। कहा चलना है। मेरी नजर बार बार कुसुम के ब्लाउज पर जा रही थी। जिसमे से उसके दूध ऊंचक ऊंचक कर निकल ने को बेताब थे। बलाउज और साड़ी में काफी गेफ था उसका पेट की नाभि अलग ही चमक रही थी। उसे कांख के बाल क्लीन शेव थे उसमे से परफयूम की खुशबू आ रही थी। गजब का परफ्यूम लगा था। अच्युली वो साक्षात सेक्स की देवी लग रही थी।
मैंने अपनी मोटर साइकिल पीलेटिनां निकाली और तीनो लोग बैठकर चल दिये रिंकी मेरे पीछे दोनों पैर डालकर और कुसुम उसके बाद बैठी थी। रिंकी के शर्ट में से निकल रहे उरोज मेरी पीठ पर ऐसे चिपके हुए थे जैसे धसनें की कोशिश कर रहे हो। रिंकी के स्तनों का साइज ज्यादा बड़ा नही था लेकिन हाथो में लेकर होठो से लगाकर चूसने लायक था। रिंकी के दूधों के स्पर्श से मुझे ये तो अहसास हो गया था कि अभि तक उसके दूधों का भोग नही लगा है क्योकि उसके दूध टाइट कसे हुए थे।
रिंकी के बदन में से भी कुसुम वाली खुशबू आ रही थी। रिंकी ने अपने मोबाइल से इंस्टा के लिए शॉर्ट वीडियो बनाने लगी। मुझे बड़ा ही अजीब लग रहा था। क्योकि आज तक मेरी बाइक पर मेरी मम्मी को छोड़कर कभी भी कभी लड़कीया नही बैठी थी। और वो भी इतनी खूबसूरत। हर कोई आने जाने वाला बस हमें ही देख रहा था।
हम एक मॉल में पहुँच गए, मॉल में बहुत भीड़ थी कोई डिस्काउंट औफर चालू था। ज्यादातर हॉट बोल्ड लेडी, लड़किया और भाभिया थी, पर मेरी कुसुम और रिंकी भी सब पर भारी थी। क्योकि सब बार बार उन दोनों देख रहे थे। कुसुम और रिंकी ने सामान वगेरा खरीदा और थैली मुझे पकड़ा दी। वो दोनों आगे चल रही थी। मॉल के अंदर बहुत से लोग इंस्टा वीडियो बना रहे थे। बस रिंकी भी मोबाइल निकालकर शुरु हो गयी। पहले तो वो अकेले के बनाती रही।
फिर उसने कुसुम को इशारा किया और कुसुम तो उससे भी एक कदम आंगे निकली वो उसकी मम्मी कम उसकी दीदी लग रही थी। कुसुम मेरे नजदीक आकर बोली ये बैग साइड में रखो और हमारे साथ वीडियो बनाते हुए एंजॉय करो। मैंने हस्ते हुए कहा मुझ गरीब आदमी को माफ करो। और कुसुम के हाथ जोड़ने लगा, पर मुझे नही मालूम था की रिंकी मेरे और कुसुम के बीच इस reaction का वीडियो बना रही थी।
फिर वो हस्ती हुई हमे वीडियो दिखाने लगी मै वीडियो देखकर बहुत खुश अपने आप को हीरो समझने लगा। और उन दोनों के साथ वीडियो बनाने लगा।
रिंकी ने मेरे और कुसुम के
एक से बढ़कर एक डांस वीडियो जिसमें कुसुम मेरे को पकड़कर डांस करती नजर आ रही थी।
“मार गयी मुझे तेरी जुदाई डस गयी ये तन्हाई, तेरी याद आई रातों में नींद नही आई”
फिर रिंकी ने कुसुम को मोबाइल दे दिया और रिंकी मेरे साथ डांस वीडियो बनाने लगी।
“आओ आकर चूम लो, हम जो रूठ जायेंगे तो हाथ मलोगे, तुम तो धोकेबाज हो'”
रिंकी कभी मुझे सीने से लगाती तो उसकी चूची मेरे सीने में चिपक जाती जिससे मेरा रोम रोम सिहर जाता। एक वीडियो में तो उसने मेरे साथ डांस करते हुए मुझे होंठों पर चूम लिया और मेरे हाथ पकड़कर अपने नितंबो पर रखकर ऐसे अपने कूलहे हिलाने लगी। जिससे मेरा लंड भी डांस करने के लिए मचलने लगा। मुझसे बर्दाश्त नही हो रहा था और मैंने अपनी कमर हिलाना शुरु कर दी। ये देखकर पीछे कुछ लड़के लड़की हसने लगे।
मैंने जब रिकॉर्ड वीडियो देखा तो मै चुदाई करने वाली style में कमर हिला रहा था। मुझे बड़ी शर्म लगी। पर रिंकी ने कुछ मुझसे नही कहा वो बोली once more.
थोड़ी देर बाद हम खाने पीने कैफे में गए और खा पीकर बाहर आये तो एक लड़का कुसुम को बहुत देर से घूर रहा था। मैंने कुसुम की तरफ देखा तो समझ गया वो घूरने वाली चीज ही है क्योकि उसके कपड़े में उसके मादक और कामुक अंग अलग ही चमक रहे थे। मै कैफे का बिल देने लगा कुसुम और रिंकी आगे निकल गयी। मैंने देखा वो लड़का कुसुम के पास जाकर उससे बातें करने लगा और कुसुम भी उससे खिलखिलाती हुई बात कर रही थी। मै तुरंत भागता हुआ उनके पास आ गया।
मुझे देखकर कुसुम उस लड़के से बोली ये है मेरे दूसरे पति उस लड़के ने मुझसे हैलो बोला और कुसुम से बोला तुमने शादी कब की कुसुम बोली आठ दिन पहले तो वो लड़का बोला मै आठ दिन लेट हो गया। कुसुम बोली क्यो मेरी शादी में आने के लिए वो बोला नही शादी करने के लिए। कुसुम उसको हस्ती हुई बोली तुझे पजामे का नाडा बाँधना मैंने सिखाया है और अब इतने बड़े हो गए हो तेरे लिए कोई और ढूढ़ देती हू।
मै और रिंकी शांत खड़े होकर उन दोनों की बातें सुन रहे थे। मुझे बहुत गुस्सा आ रहा था। और मन ही मन उन दोनों को गालिया बक रहा था। मुझसे रहा नही गया मैंने कुसुम से बोला चलो चलते है। वो लड़का भी कुसुम के साथ चलने लगा। मै और रिंकी पीछे और कुसुम और वो आगे उन दोनों की हसी ठिठोली कि आवाज मॉल में जोर जोर से सुनाई दे रही थी हर कोई उनकी तरफ देखता हुआ जा रहा था।
मेरा खून खोलने लगा था। मैंने रिंकी से पूछा तुम इस लड़के को जानती हो वो बोली इसे मैंने अपनी नानी के घर पर देखा था जब मै बहुत छोटी थी मुझे ठीक से पता नही है।
हम मॉल के बाहर आ गए मै फुर्ती में बाइक लेकर आया और थोड़ा गुस्से में बोला चलो बैठो। और तेज स्पीड में सीधा घर। रास्ते में रिंकी के बदन का स्पर्श भी मुझे अच्छा नही लग रहा था।
मै सोच रहा था मैंने गलती कर दी बिना जांच पड़ताल किये एक रांड से शादी कर ली। मै कुसुम को मन मै हजारो गालिया दे रहा था। कोई जवान और हसीन लड़की जो कम उम्र में विधवा हो जाये वो 18 साल तक बिना लंड के कैसे रह सकती है।
पर दूसरी तरफ ये सोच रहा था जब मैंने शादी की पहली रात को इसे चोदा था तो इसकी चूत में से बहुत खून तो निकला था।
मुझे कुछ समझ नही आ रहा था मै ऐसा क्यो सोच रहा हू।
आखिर गलती किसकी है।
मै एक कहावत गुनगुनाने लगा-
” रांड, सांड और दासी, एक जगह के नही निवासी “
शाम के आठ बजने वाले थे, हम घर पहुँच गए बाइक खड़ी करके मै अंदर जाने ही वाला था की कुसुम बोली क्यो क्या हुआ मुह क्यो फूला है, कुसुम को तो पता ही नही था मै गुस्सा क्यो हू। वो मजाक में हसी और बोली ज्यादा खर्चा नही किया है मैंने।
और मुझे उसकी हसी अब छीनारो वाली हसी लग रही थी मुझसे उसके कपड़ो में अब नंगापन बदन देखा नही जा रहा था। मैंने उसको बोला जाओ अपना काम करो।
और बाइक उठाकर फिर निकल गया और नौ बजे के करीब वापस ये सोचकर आया की आज मै अपनी पत्नी कुसुम की गांड मारूंगा।
मै बेमन से खाना खाकर और मम्मी पापा रिंकी के सामने कुसुम पर खाने में नमक kam और मिर्च ज्यादा का बहाना बनाकर उस पर चिल्लाकर अपने बेडरूम में चला गया दस बजे करीब कुसुम आई दरवाजे बंद करके आँख बंद करके लेट गयी। मै समझ गया था कुसुम गुस्से में है।
मै उसके बगल में बैठ गया। और उसके गले में हाथ डाल कर उसके दूध को दबा दिया। वो गुस्से में बोली ये क्या है दूर से बात करो ना।
मैंने उसके करीब चिपकते हुए उसके दूध को दबाते हुए बोला आज तो गजब लग रही थी और उसे किस करने लगा। वो बहुत ज्यादा में गुस्से में आ गई और धोखे से एक थप्पड़ मेरे गाल पर मार दिया।
उसकी आंखों में आंसु थे वो रो रही थी।
“लड़की आँसू और हंसी लड़के से कुछ भी करवा सकते है”
मै कुसुम की आँखों में आँसू देखकर अपना सारा गुस्सा भूल गया। और उसको प्यार से बात करते हुए शांत करने लगा।
5 मिनट बाद वो बोली मेरी बात ध्यान से सुनो मेरा एमसी टाइम चल रहे हैं। अगर हमारे बीच सेक्स हुआ तो शायद मैं प्रेग्नेंट हो सकती हूं। और मै अभी प्रेग्नेट नही होना चाहती मै आपका प्यार अभी किसी से नही बाँटना चाहती। मैंने कहा हम सेक्स नहीं करेंगे सिर्फ ऊपर से।
उसने अपने होंठ मेरे होठ पर रख दिए। और मेरी जीभ को अपनी जीभ से लगाकर छूने लगी। मुझे मजा आने लगा में भी उसके दूध ब्लाउज के ऊपर से दबा रहा था। 2 मिनट किस के बाद में उसके ब्लाउज के बटन खोलने की कोसिस करने लगा तो उसने मेरा हाथ पकड़ लिया या बोली नहीं ये मत करो। बस ऊपर से मैंने कहा ऊपर से मजा नहीं आ रहा है। बस थोड़ी देर उसने कहा ब्लाउज साड़ी पहनने में समय बहुत लग जाता है। मैंने कहा मै पहना दूंगा तो वो हसने लगी। में उसके ब्लाउज खोलने लगा तो उसे मुझे कहा रुको और वो खुद अपना ब्लाउज खोलने लगी। उसने अपना ब्लाउज अलग कर दिया वो ब्लैक कलर की ब्रा पहने थी। ब्रा में उसके दूध समा नहीं रहे थे।
फिर मैंने उसे ब्रा नीचे से ऊंचा कर उसके दूध बहार निकल लिए। उसने अपने हाथ से ब्रा के हुक खोल कर ब्रा भी निकल दी उसके मस्त दूध मेरे हाथ में थे। में उसके दूध चूस रहा था। वो सिस्किया ले रही थी।
उसके निप्पल में से दूध निकलने लगा में पूछा ये दूध निकलने लगा वो बोली पी लो वो गरम हो चुकी थी। मेरा लंड भी खड़ा हो गया था। मैंने अब उसकी साडी नीचे से ऊपर करने के लिए उठाई तो उसने मेरा हाथ पकड़ लिया। वो बोली नहीं मेंने कहा बस दिखा दो उसे कहा nono
मैंने फिर दूध की चुसई शुर कर दी और उसके ऊपर चढ़ गया मेरा लंड उसके पेट को touch कर रहा था। लेकिन इस बार उसने मेरे लिंग को टच नहीं किया वो किस कर रही थी। तो फिर मेने ही उससे कहा मेरा लिंग पर भी किस करो ना। वो बोली चुप। वो हस रही थी। मेरे दिमाग में आईडिया आया क्यों न इसे लिंग दिखा कर चुसवाया जाए शायद तब कुछ करने दे। तो मैंने अपना पेंट उतरकर चड्डी के छेद में से लिंग निकाल लिया और उसे बोला ये भी किस मांग रहा है। वो मेरा लिंग पकडकर सहलाने लगी। स्किन ऊपर नीचे करने लगी। मैंने उसे टोका आराम से ऊपर नीचे मत करो फिर उसे मेरा लिंग अपनी नाक के पास ले जाकर सूघने लगी और धीरे से जीभ निकल कर चाटने लगी। मुझे बड़ा मजा रहा था।
तबी मेरे मुह से निकल पड़ा की वो लडका कौन था जिससे तुम मॉल में हसकर बात कर रही थी। वो बोली मेरी बहन प्रीति का देवर था। वो बहुत मजाकिया है प्रीती दीदी को जीजाजी कभी कभी उसे लाने के लिए भेज देते थे। वो अपनी शादी का कार्ड देने मम्मी के घर आया था। और मॉल में अपनी होने वाली पत्नी के लिए कुछ शॉपिंग कर रहा था।
मैंने कहा रिंकी से मैंने पूछा तो उसने कहा वो नही जानती।
कुसुम बोली क्योकि वो बहुत छोटी थी जब वो लड़का आखिरी बार हमारे घर आया था।
कुसुम बोली तुम ऐसे क्यों पूछ रहे हो मैंने कहा ऐसे ही। तो वो बोली ओहो जलन फील हो रही थी। मेने भी बोल दिया तुम हो ही इतनी प्यारी, मासूम, भोली तुम्हें तो हर लड़का पसंद करेगा। वो हस्ती हुई बोली मुझे सब पता है मेरा मज़ाक मत उड़ाओ।
मैंने कहा नहीं कसम से तुम बहुत प्यारी हो। वो बोली मेरे लिए दुनिया में आप से अच्छा कोई नहीं है मेरे शरीर और मेरे दिल पर ओनली आपका अधिकार है। कृपया मेरा साथ कभी मत छोडना। मुझे कभी धोखा मत देना। और उसकी आंखों में आंसू आ गए। और मेरे लिंग को छोड कर मुझे होंठों पर किस करने लगी। में भी उसे किस करने लगा।
2 मिनट किस करने के बाद वो बोली चलो अब सोते है। मैंने कहा मुझे बस एक बार वो दिखाओ ना। मेरा इशारा उसकी योनि पर था वो नहीं। pls समझो आज नहीं मेंने कहा सिर्फ देखना है बस वो बोली ठीक है सिर्फ देखना समजे और वो खड़ी हुई और उस ने अपनी साड़ी जो की खुल चुकी थी पूरी निकल दी उसकी सफेद रंग की पैंटी उसकी योनि को ढके हुए थी ।
उसने अपनी पैंटी थोड़ी नीची खिस्का दी मेने देखा उसे योनि पूरी गिली थी उसमे मैने अपनी उगली लगायी तो उसमे से लार सी निकल रही थी। मेने उससे पूछा तुम तो कह रही थी की एमसी से हो। वो बोली एमसी से नहीं हु दिन पूरे हैं।
अभी सेक्स करना सुरक्षित नहीं होगा। मेने कहा मतलब प्रेग्नेंट हो जाऐगी। वो बोली हा। मैंने कहा में पापा बनना चाहता हूं। तो वो आंख घूरते हुए बोली पहले अपने पापा से पूछ लो। मुजे हसी आ गई। हम हसने लगे फिर मेने अपनी जीभ उसकी योनि पर लगा दी। तो उसे मेरा मुह पकड लिया बोली नहीं करो pls। मैंने कहा थोडा सा और जीभ लगाकर उसकी योनि चाटने लगा। अजीब सी गंध थी में बता नहीं सकता पर अच्छा लग रहा था। मेरा पुरा मुह उसकी योनि से बह रहे लार से भर गया उसकी आंख बंद थी। मेरा लिंग एक दम ऊपर की ओर हो रहा था। फिर मेने लिंग को चड्डी के छेद में से निकाला और देखा वो इस बार कुछ ज्यादा ही फूल गया है। मैंने सोचा अब ठीक समय है इसे योनि में डालने के लिए पास में वैसलीन की शीशी रखी थी मैंने उसे उठाकर अपने लिंग पर लगाया। ये देख कर बोली नहीं मत करो में मर जाऊंगी। मैंने कहा कुछ नहीं होगा। उसे अपनी टांग मोड ली और पलट गई। मैंने उसे सीधा करने की कोशिश की लेकिन नहीं कर पाया वो मुझसे ज्यादा ताकतवर थी में सोचने लगा लड़की का अगर मन नहीं हो तो कोई भी माई का लाल उसे चोद नहीं सकता।
वो बोली pls मत करो उसे शायद अब बुरा लगने लगा था। मैंने उसे सीधा करने की फिर कोसिस की लेकिन इस बार में उसके एक थप्पड़ मार दिया था धोखे से।
पर मै मानने वाला नहीं था। मैंने उस से कहा कुसुम थोड़ा सा करने दो ना pls।
कुसुम की अलग सी आवाजे निकल रही थी ओह्ह्ह्ह, उउह्ह्ह बस करो उसे कुछ दर्द ज्यादा हो रहा था। तो में रुक गया मैंने पूछा क्या हुआ वो बोली बहार निकाल लो बहुत दर्द हो रहा है। मैंने कहा पिछली बार और हनीमून पर जब हमने किया था तब दर्द हुआ था पर तुमने एडजस्ट किया था। अब भी थोड़ा करो ना वो बोली अभि मेरा मूड नहीं pls बहार निकालो। तुम बस adjust करो वो चुप हो गई और मैने अपना लिंग को अंदर बहार करना शुरू कर दिया। और अपने हाथो से उसके दूध भी दबा रहा था। वो शांत होकर बस ओह्ह्ह्ह, उह्ह्ह, बस की आवाज निकल रही थी।
मेने एक चिज़ नोटिस की जब मैंने हनीमून में उसके साथ सेक्स किया था तो वो भी अपनी कमर हिला रही थी लेकिन इस बार वो लेटी हुई थी।
नो एक्सप्रेशन मुझे लगता है कि वो सेक्स करना नहीं चाहती थी। लेकिन मुझे क्या में लगा रहा 20 मिनट तक उसके ऊपर एक ही स्थिति में ढकके लगाते हुए मुझे महसूस हुआ कि अब मेरी घुटनो में दर्द होने लगा तो उसे बोला थोड़ा उठो ना। लेकिन उसने नहीं सुना। तो मैंने अपनी स्पीड और बढ़ा दी वो थोड़ी जोर से ओह्ह्ह pls बस करते हुए सिस्किया भर रही थी।
मेंने अपने लिंग को उसकी योनि में से निकालने ही वाला था की उसे अपनी टांगो की कैची बना ली या मुझे जकड़ लिया। मेरा
मेरा लिंग उसकी योनि के अंदर तक चला गया। मुझे लिंग में बहुत गीला से महसूस हो रहा था। जैसे मलाई चिपक गई हो.
मे समझ गया उसका डिस्चार्ज हो गया है। तभी मेरे चुतर में एक अजीब सा महसूस हुआ मेरा बस निकलने वाला ही था तो मैने उसकी योनी में से लिंग निकालकर उसके पेट पर अपना पुरा पानी निकाल दिया। वो निढाल होकर लेटी रही। फ़िर जब उसने आँखे खोली तो उसे आँखों में आंसु थे।
वो बोली अब हटो, वो धीरे से उठी और अपनी ब्रा पैंटी उठाई वॉश रूम में चली गई। मैंने भी अपनी चड्डी उठाई और ऐसे ही पहनने लगा। वो वॉश रूम से आई या शीशे के सामने खड़ी होकर अपना मुह पोचने लगी मैंने बोला क्यो क्या हुआ कुछ बोलो ना वो बोली आज आपने जो किया है वो गलत है। एक पति का फर्ज पत्नी की खुशी में होता है और आपने अपनी जिस्म की भूख शांत करने के लिये एक ना सुनी।
मैने कहा क्यो मजा नही आया क्या। वो बोली छोड़ो आप सो जाए सच आपसे सुना नही जायेगा। मैने कहा बोलो
वो बोली मजा तो दूर मुझे ऐसा लग रहा था की आप मॉल में प्रीति दीदी के देवर से जो मैने हँसकर बात करने की गुस्सा मुझ पर निकाल रहे हो। और मेरा रेप कर रहे हो।
आप मुझे बस ये बताए आज जो हुआ उसमे गलती किसकी है।
वो बोली मजा तो दूर मुझे ऐसा लग रहा था की आप मॉल में प्रीति दीदी के देवर से जो मैने हँसकर बात करने की गुस्सा मुझ पर निकाल रहे हो। और मेरा रेप कर रहे हो।
आप मुझे बस ये बताए आज जो हुआ उसमे गलती किसकी है।
मुझे उसके इस सवाल का जबाब समझ नही आ रहा था। उसकी आँखों में आँसू थे। मुझे gulity फील हो रही थी मै सोच रहा था शायद मुझसे गलती हो गयी मुझे भी उसके साथ जबरदस्ती नही करनी थी। मै उसको बोला मै तुम पर कोई गुस्सा नही निकाल रहा था। मै तुम्हारा पति हू और तुमसे बेइंतहा प्यार करता हू। और तुम्हे खोने से डरता हू। अब चाहे तुम इसे जलन समझो या शक।
“दुनिया मै जो किसी से हद से ज्यादा प्यार करता है वो डरता भी है और अपने डर को छिपाने के लिए ही शक करता है”
कुसुम बिना कुछ बोले लाइट बंद करके मेरी तरफ पीठ करके आँख बंद करके सोने लगी। मुझे नींद नही आ रही थी रात भर करवट बदलते सुबह हो गयी। मै उठा घड़ी में देखा साढ़े छे बजे थे, मैने कुसुम के चेहरे की तरफ देखा वो एक मासूम भोली प्यारी गुड़िया की तरह सो रही थी, उसके गालो पर आँसू के निशान चमक रहे थे। मैने उसके गालो और माथे को प्यार से चूमा और बाथरूम चला गया। वापस आकर कपड़े पहनकर बेडरूम से बाहर जाने से पहले कुसुम के हाथ जो चादर में से बाहर निकल रहे थे। अपने चेहरे, गाल, और माथे से लगाने के बाद चूमकर चादर से ढक दिये।
सुबह के साढ़े सात बज गये थे हॉल में मम्मी पापा मंदिर जाने लिए निकल रहे थे। पापा मुझसे बोले बेटा अपनी बाइक की चाबी देना, मेरी स्कूटी रिंकी स्कूल ले गयी है। मैने कहा पापा आपने उसको स्कूटी क्यो दे दी। उसको स्कूटी चलाना कब आने लगा। कोई एसिडेंट कर दिया तो ऊपर से लाइसेंस भी नही है। पापा बोले अपनी मम्मी से पूछो उनके कहने पर ही मैने उसको स्कूटी चलाना शिखाई और आज चाबी दी है। तेरी मम्मी और रिंकी तो एक दूसरे की पक्की सहेली बन गयी है। उसकी हर बात मानती है जाने कोनसा जादू रिंकी ने कर दिया है।तेरी मम्मी और रिंकी दिन रात मोबाइल में नये नये कपड़े, मैकेप करके वीडियो बनाती रहती है और तो और भर रात अपने कमरे में दोनों सोती भी है की नही बस मुझे तो दोनों की हसी मस्करी की आवाजे आती है।
मम्मी पापा से बोली अब बस करो बहुत हो गयी शिकायत और मुझसे बोली चल हमारे साथ मंदिर। वो सब समझ गयी थी रात को मेरे और कुसुम के बीच झगडा हुआ है। मै मम्मी पापा के साथ मंदिर चला गया। मंदिर में दर्शन करने के बाद हम लोग थोड़ी देर मंदिर के बाहर बरामदे में बैठ गए। मम्मी मेरा उदास चेहरा देखकर बोलि बेटा तुम गुरु माता की बातो पर विश्वास करते हो मैने कहा हा वो जो बताती है वो सच होता है।
मम्मी बोली फिर तुम कुसुम को समझाओ कि वो पति व्रत पूजा शुरू कर दे। अभी समय है। तुम दोनों की जिंदगी में ये झगड़े कही ज्यादा बढ़ गये तो तुम दोनों को परेशानी होगी। मै सास हु उसे ज्यादा कुछ कहूंगी तो सब कहेगे कि अपनी बहू को परेशान करती हू। मैने मम्मी से कहा ठीक है।
फिर हम लोग घर पहुँच गए और नास्ता करके मै कॉलेज के लिए चलने लगा तो कुसुम ने मुझे टिफिन देते हुए मेरी तरफ बड़ी ही मासूमियत से देखने लगी मुझे उससे नजरे मिलाने में शर्मिंदगी फील हो रही थी। उसकी नजरों में मुझे रात का सवाल दिखा जिसका जबाब शायद मेरे पास नही था। मै टिफिन लेकर कॉलेज के लिए निकल गया।
मेरा कॉलेज में पढ़ाने में मन नही लग रहा था। दोपहर के दो बजे के लंच में मैने टिफिन खोला कि मेरे साले कुसुम का भाई का फोन आ गया। मैने कहा बोल रिंकू तो वो रुवासी आवाज में बोला अभी आप पुलिस थाने के पास आ जाओ। मै ये सुनकर तुरंत उसके पास चला गया। वो मुझे देखकर आँखों में आँसू लिए मेरे सामने खड़ा था। मैने पूछा क्या हुआ।
तो वो बोला जूली कुसुम की छोटी बहन अंदर है उसको ले आओ। मै बहुत डर रहा था क्योकि पहली बार थाने में जा रहा था। अंदर बहुत सारे लड़के लड़किया अपना मुह ढाके खड़े हुए थे। तभी सामने से एक लेडी इंस्पेक्टर आयी और मुझे गौर से देखने लगी। मुझसे बोली तुम अरुण हो मैने कहा हा। मै उसको देखकर डर गया तो बोली अरे पहचाना नही मुझे मुझे हम एक ही कॉलेज में थे। मै उसे पहचान गया और बोला हा। वो बोली अरुण तुम कैसे आये मैने कहा वो जूली नाम की लड़की है। तो उसने जूली को आवाज दी।
जूली को देखकर वो बोली ये होटल में एक लड़के के साथ बिना कपड़ो के नंगी पकड़ी गयी है। ये तुम्हारी कौन है मैने कहा हिचकिचते हुए कहा मेरी पत्नी की छोटी बहन और मेरी साली है। वो बोली क्या बात कर रहे हो तुमने कैसे परिवार में शादी कर ली। मैने कहा हो गयी बस।
फिर मुझे वो थोड़ा साइड में लेकर आई और मोबाइल में वीडियो दिखाने लगी वीडियो में जूली बेड पर जीन्स पहने हुए ऊपर से पूरी नंगी खड़ी होकर fetish girl की तरह बड़े ही सेक्सी style में मटक रही थी। जूली के बड़े बड़े चूचे कसे हुए और छोटे डार्क चोकलेटी निप्पल सीधे खड़े हुए थे। कोई लड़का नंगा बेड पर लेटा था उसकी आवाज आ रही थी और उसकी टांगे और उसके हाथ लंड सेहलाता हुआ दिख रहा था। तभी होटल के रूम के दरवाजे की आवाज आई और वो दोनों डरते हुए वीडियो बंद हो गया।
वो इंस्पेक्टर मुझसे बोली तुम बताओ ये अगर इंटरनेट पर ये लड़का डाल दे तो तेरी साली की जिंदगी बर्बाद हो जायेगी। मैने कहा मै उससे बात करूँगा पर अभी आप इसे छोड़ दे प्लीज। वो बोली ठीक है मै इसे छोड़ देती हू पर इसकी अब जल्दी शादी करा दो।
मैने उसे thnks बोला और कहा तुम अपनी फैमिली के साथ कभी आओ घर पर। वो बोली जरूर।
मै इंस्पेक्टर के साथ अंदर गया उसने उस लड़के को बुलाया और उससे कहा अपना नाम पता काम बता वो बोला संजय, बाइक के शोरूम में जॉब करता हू।
संजय को देखकर मैने सोचा बहंचोद इस शकल वाले चूतिये से मेरी सुंदर साली पट कैसे गयी।
तभी एक लेडी जूली से बोली तुझे ये चूतिया ही मिला था ना ही इसकी शकल अच्छी है और ना ही ये गांडू के पास पैसा है। एक हजार रुपए दे रहा था कि मुझे छोड़ दो तेरे साथ जो करना है करो। तुझे आशकी करनी ही है तो अपने जीजा जैसा हैंडसम, स्मार्ट लड़का पटा लेती। जूली भी उस लड़के की तरफ घूर के देख रही थी।
“आज कल किसी लड़की के सामने अगर कोई दूसरी लड़की अगर उसके प्रेमी की शकल सूरत को बुरा कहे तो उस लड़की को भी अपना प्रेमी बुरा लगने लगता है”
ये ही हाल जूली का था, जूली ने उस चूतिये को एक थप्पड़ मार दिया और गुस्से में बोली हट गांडू।
तभी वो इंस्पेक्टर जूली पर चिलाते हुए बोली तुम्हे शर्म नही आती होटल में नंगी होकर अपनी हवस बुझाने के चक्कर मे अपनी और फैमिली के लोगो को की तो इज्जत मत खराब करो। अब जाओ यहा से आज अरुण के कहने पर छोड़ रही हू।
मै जूली को लेकर बाहर आ गया। मेरे साले ने उसे देखकर हाथ उठाने की कोशिश की पर मैने रोक लिया। उससे से कहा चल घर। वो बोला पापा हॉस्पिटल में admit है जूली कि खबर सुनकर गिर पड़े मैने कहा तो चलो हॉस्पिटल वो बोला आप दोनों जाओ मै आता हू।
मैने जूली को बाइक पर बैठाया और चल दिया, रास्ते में मै सोचने लगा मेरे ससुर जैसे गरीब लोग बहुत गलती करते है। पहले तो एक खूबसूरत औरत से शादी की पहली गलती फिर अपनी बीवी से भी ज्यादा तीन खूबसूरत लड़किया पैदा कर दी। बड़ी लड़की अपने उम्र से दोगुने के साथ चली गयी, छोटी वाली होटल में नंगी पकड़ी गयी। बीच वाली मेरे पास है जिसका एक रूप कल में मॉल में देख ही चुका हू।
” लड़कीयो का गरीब होना कोई गलती नही है, लेकिन खुबसूरत लड़कियों का गरीब होना बहुत बड़ी गलती है “
मुझे भूख लग रही थी मैंने रास्ते में जूली से कुछ खाते है फिर चलते है और बाइक एक lovers कैफे पर रोक दी और cabin में बैठकर खाने का ऑर्डर दे दिया। और जूली से बोला अब मुझे सब सच बताओ । जूली धीरे से डरते हुए बोली जीजाजी मै और संजय होटल में सेक्स कर रहे थे। मैने बीच में उसे टोकते हुए कहा।
जूली मै अभि की तुम्हारी सेक्स की कहानी नही पूछ रहा हू। मुझे शुरु से सब बताओ जिससे मै समझ सकू कि
आखिर गलती किसकी है।
जूली की शर्ट के दो तीन बटन शायद पिटाई में टूट गये थे जिससे उसकी सिलेटी रंग की ब्रा में कसे हुए चूचे उसकी शर्ट की खुली बटन वाली जगह में से दिख रहे थे। ये देखकर मेरा लंड हलचल करने लगा।
मैने इधर उधर देखा तो वेटर हमारा ऑर्डर लेकर आ रहा था तो मैने जल्दी से अपनी शर्ट उतारी और जूली से कहा तुम अपनी शर्ट वॉशरूम में बदल लो और मेरी पहन लो। वो अपनी चूची को देखकर तुरंत समझ और मेरी शर्ट अपने सीने से लगाकर चली गयी और मुझे अपनी शर्ट देते हुए बोली। जूली ने मुझे धीरे से दबी हुई आवाज में कहा जीजाजी आप बहुत अच्छे हो, मैने कहा कैसे वो बोलि मै बहुत डर गयी थी। पर आपने सब ठीक कर दिया। मुझे थोड़ी हसी आ गयी।
मै अब जीजा साली के रिश्ते वाले मजाक के मूड में आ गया और जूली को छेड़ते, चीढाते हुए बोला जूली सब ठीक से कहा हुआ कुछ और अच्छा भी हो सकता था। वो शर्मा गयी, हम दोनों mature जो थे। ये सुनकर जूली हसने लगी और उससे रहा नही गया और मेरे से चिपक्कर बैठ गयी उसने अपना एक हाथ मेरे हाथ में डाल दिया जिससे उसके बड़े और कसे हुए दूध् मेरे बाह से touch हो रहे थे। मेरा लंड उचकने लगा था। मैने उससे कहा जूली सच बताना ये सब कब और कैसे शुरु हुआ। जूली ने कहा जीजाजी आज मै आपको अपनी पूरी कहानी बताती हू।
मुझे दो साल पहले फेसबुक पर उस चूतिये संजय से मुलाकात हुई और हम बाते करने लगे। वो मुझे मिलने की बोलता पर मै मना कर देती। अभी आपकी दीदी की शादी हो गयी और उसने मुझे मिलने के लिए होटल में बुलाया वो असाम् से आया था। मैने उसकी बात मान ली।
मैने जूली से कहा तुम इतनी अकल नही है लड़का लड़की को होटल में किसलिए बुलाता है, छोटी बच्ची हो क्या।
जूली बोली मुझे पता है, वो क्या है कुसुम दीदी की शादी के बाद मै आठ दिन से उस लड़के से फोन सेक्स करने लगी थी। और मेरे अंदर भी उससे मिलने की बेताबी होने लगी थी। पर वो चूतिया निकलेगा मुझे नही पता था और ये सब हो गया।
मैने कहा जूली तुम इतनी सुंदर हो तुम्हे वो पसंद कैसे आ गया। जूली बोली मुझसे गलती हो गयी।
आज मेरी उम्र 26 के करीब हो गई है। पिचले कई सालो से मैंने लिंग नही देखा और ना ही मैंने उम्मीद की थी। इसलिए मै अपने आप को रोक भी नही पायी।
मै जब होटल में पकड़ गयी तो मैने सुसाइड करने का सोच लिया था।
लेकिन अब मुझे फिर से जीने की इच्छा हो रही है आपने मुझे कितना supprt किया काश अगर आप मेरे जीजाजी ना होते तो मैं आपसे शादी करती। इतना कह कर वो शांत हो गई।
मैने पूछा क्या हुआ कोई समस्या हो तो बताओ ना में हु ना pls।
वो बोलि जीजाजी nothing लेकिन मैने उसके दूध को दबना शुरू किया और उसकी शर्ट नीचे से उठा दी उसके निप्पल कड़क हो गए थे।
उसने फिर से मेरे लंड को पकड़ लिया और धीरे से बोली जीजाजी आपका लिंग ज़िप खोलकर बहार निकालो ना।
मैंने अपने जींस की बटन खोल दी।
उसने फुर्ती से मेरा ज़िप खोल कर मेरे चड्डी में से मेरा लंड बहार निकल लिया और जोर से मुट्ठी भर कर पकड़ लिया। जैसे ही उस ने लंड को मुट्ठी में पकड़ आ मेरे लंड का पानी निकल गया। उसका पूरा हाथ मेरे वीर्य से भर गया वो बड़े गोर से मेरे लंड को देख रही थी। मुझे शर्मिंदी फील हो रही थी।
उसे धीरे से कहा जीजाजी अपनी जींस की पॉकेट में से रुमाल निकलो। मेने रुमाल निकालकर उसे दे दीया। उसने बड़े प्यार से मेरे लिंग को साफ किया। लिंग की त्वचा पीछे खीच कर साफ करने लगी।
और रुमाल से साफ करने के बाद मुझसे बोली अब में वाश रूम जा रही हूं। हाथ धो कर आती हूं। मैंने बोला में भी चलता हूं। और मैने लिंग जींस के अंदर किया। आप लोग समझ सकते हैं लंड में से वीर्य निकल जाए तो फिर क्या मनोदशा होती है। मेरी पूरी काम वासना खतम हो चुकी थी। मै सोच रहा था की क्या जूली के साथ अभी कैफे में मैने जो किया उसमे मुझसे कोई गलती तो नही हो गयी।
हम शांत थे. वो बोली जीजाजी अगर आपको कुछ और खाना है तो मंगा लो नही तो हॉस्पिटल चलते है पापा को देखना है। शाम के 6 बज चुके थे.
मैने बाइक उठाई और जूली को बैठाकर निकल पड़ा।
अक्सर गरीब फैमिली में छोटे घर और एक ही कमरा होने की वजह से पापा मम्मी सेक्स करते समय ये क्यो भूल जाते है कि उनके बच्चे भी बड़े हो गए वो उन्हे सेक्स करते हुए देख रहे है।
आखिर गलती किसकी है।
जूली, वो चूतिया संजय, मेरे सास ससुर।
मुझे आज अपनी जिंदगी में एक नई और सच्ची सीख मिली।
“अगर हमारी मिडिल क्लास फैमिली की बहन, बेटी, मम्मी, भाभी या कोई भी लड़की को हम चुदते हुए देख ले या उसकी शिकायत मिले तो गुस्से में आकर उसे मारे पीटे और गाली गलौज ना करे। बल्कि उसे प्यार से समझाए और उससे बात करके ये जानने की कोशिश करे कि वो कब से और क्यो चुदने के लिए तड़प रही थी, उसकी वजह जाने, और उसकी चुदाई की तड़प को समझे, और आहिस्ता आहिस्ता उसके करीब जाये और उसकी चुदाई करके उसकी तड़प खतम करे। जैसे मैने अपनी साली जूली के साथ किया, और उसकाे उस चूतिये के चगुल से आजाद करवाया।
Othrwise हमारी मिडिल क्लास फैमिली की बहन, बेटी, मम्मी, भाभी किसी भी चूतिये से चुदवा कर आ जायेगी और हम बस उसका वीडियो देखते रहेगे।”
मै जूली को लेकर हॉस्पिटल पहुँच गया वो मेरा हाथ पकड़कर मुझसे धीरे से बोली जीजाजी आप आज अपने घर मत जाना प्लीज। मुझे उसकी आँखों में फिर से डर दिखाई दे रहा था। मैने उसके हाथ के ऊपर हाथ रखकर कहा मै तुम्हे ऐसे हाल में छोड़कर नही जाऊंगा।
हम हॉस्पिटल के अंदर चले गए सब शांत थे। मेरे ससुर जरनल वार्ड में दीवाल के पास वाले बेड पर आँख बंद करके लेटे हुए थे। बेड के पास एक दो फुट चोड़ी और पांच फुट लंबी बेंच या टेबल पर मेरी सास और साला रिंकू बैठा हुआ था। मेरी सास ने मुझे बैठने को बोला और रिंकू खड़ा हो गया। मैने फल की थैली अपने साले रिंकू को दे दी। जूली मेरा हाथ पकड़े हुए थी मैने जूली को भी बैठने का इशारा किया। मैने सास से पूछा अब कैसे है पापा डॉक्टर ने क्या बोला। मेरी सास बोली अब ठीक है अभी डॉक्टर देखकर गए है बीपी बढ़ गया था।आज रात को observation में रखेगे और कल डिस्चार्ज कर देंगे। मेरी सास दांत मीसते हुए धीरेधीरे जूली को कोसने लगी। आ गयी करमजली मुह काला करके, मेरे तो नसीब ही फुट गए जो ऐसी औलाद मिली है। पहले बड़ी वाली लड़की ने नंगा नाच दिखाया जैसे तैसे उससे पिंड छूटा अब ये नंगा नाच दिखाने लगी। और कोसते कोसते मेरी सास ने एक घूंसा जूली की पीठ पर मार दिया और बोली जहर दे दे अपने पापा को ऐसे घुट घुट के मत मारो।
मेरी सास ने मेरा हाथ पकड़ लिया और बोली बेटा तुम इसे यहाँ क्यो ले आये इसे तो कुआ में ढकेल आते इसी के कारण पापा की ये हालत हुयी है।
मुझे अंदर ही अंदर हँसी भी आ रही थी और बुरा भी लग रहा था।
मै बीच में सास को रोकते हुए बोला जो हो गया सो गया अब आगे की सोचो क्या करना है। मेरी आवाज सुनकर मेरे ससुर ने आँखे खोल ली। मैने जूली को इशारा किया कि थोड़ा दूर चली जाए क्योकि फिर से जूली को देखकर ससुर का बीपी ना बढ़ जाये।
ससुर जी ने मुझे देखा और हल्के से मुस्कुराये मैने कहा पापा अब आप जल्दी से जूली के लिए एक अच्छा सा घर देखिये अब उस की शादी करा देते है। ससुर से बोला आप पैसे की चिंता मत करो मै सब बंदोबस्त कर दूंगा। वो मेरी तरफ देखने लगे। मेरे ससुर मेरे हाथ जोड़ने लगे और आँखों में आँसू भर कर बोले तुम जैसा दामाद पाकर मै धन्य हो गया जो अपना फर्ज बेटे की तरह निभा रहा है।
शाम के सात बज गए थे मै सास से बोला मम्मी आप और जूली घर चले जाये मै और रिंकू यही रात भर रुकेंगे। सास बोली नही बेटा मै रुकती हू।
फिर मै खड़ा हुआ और वार्ड से बाहर निकलने लगा मैने रिंकू से कहा तुम जूली को लेकर घर चले जाओ ये लो बाइक की चाबी और घर से पापा की कोई शर्ट लेते आना।
“जूली की शर्ट मुझे टाइट हो रही थी।”
मै वापस वार्ड में जाने लगा तो जूली ने मुझे पीछे से जोर से भीच लिया उसकी चुचिया मेरी पीठ पर चिपक गयी। उसके हाथ मेरी छाती पर थे। मैने उसके हाथो को पकड़कर उसे अपने जिस्म से अलग करते हुए उसके गाल पर हाथ फेरते हुए कहा चिंता मत कर मै सब ठीक कर दूंगा।
मै वापस सास के पास बैठ गया और दीवाल से टिककर पूरे वार्ड का मुआयना करने लगा। मेरे बगल वाले बेड पर एक बुजुर्ग लेटे हुए थे और उनके साथ एक मेरी सास की उम्र की औरत और एक नयी शादी शुदा भाभी जो शायद उनकी बेटी या बहू होगी उसके गोद में एक छोटा बच्चा था।
मेरे ससुर ने आँख बंद कर ली। मेरी सास मुझसे बोली बेटा कुछ खाना पीना हो तो बैग में से निकाल दू। मैने कहा नही मेरा टिफिन है रात को खा लूंगा।
फिर मैने अपने घर फोन लगाया और पापा को सब बात बताई। मेरी सास ने मेरी मम्मी से बात करने लगी। मै उनकी बातें सुन रहा था। मेरी मम्मी सास से बोल रही थी कुसुम को आप समझाए पति व्रत पूजा करे नही तो उसके और अरुण के दूरियाँ ना बढ़ जाए और कल मेरे और कुसुम के बीच खाने की टेबल पर हुई अनबन के बारे में बता दिया।
आधे घंटे बाद रिंकू आ गया और कपड़े की थैली मुझे देते हुए बोला ये लीजिये शर्ट और tshirt जो पसंद हो वो पहन लेना। दस मिनिट बैठने के बाद रिंकू से मेरी सास ने कहा जा घर जूली अकेली होगी। रिंकू ने मुझे बाइक की चाबी दे दी।
मैने कहा रुक रिंकू चल मै भी जरा बाहर होकर आता हू। मैने रिंकू से कहा जूली अब कैसी है वो बोला वो तो खा पीकर ऐसे खुश लग रही है जैसे कुछ हुआ ही नही। मैने पूछा अभी क्या कर रही थी। वो आपकी और कुसुम दीदी की शादी की एल्बम और हनीमून के फोटो देख रही थी।
मैने रिंकू से कहा बाइक ले जा सुबह ले आना। और मै चाय के होटल पर चाय पैक करवाकर वापस हॉस्पिटल आ गया। मैने चाय सास ससुर को दे दी और खुद भी पीने लगा।
रात के साढ़े नौ बज गए थे। मेरी सास ने मुझसे कहा बेटा टिफिन में से खाना निकाल देती हू तुम खाना खा लो मैने कहा ठीक है और हाथ धोने चला गया। वापस आकर खाना खाने लगा मेरी सास ने पूछा तुम्हारा कुसुम का क्या झगडा हुआ था मैने कहा कुछ नही तो वो मुझे एक चिट्ठी देते हुए बोली ये तुम्हारे टिफिन में से एक चिट्ठी निकली जिसमें sorry लिखा था। चिट्ठी पढ़कर मुझे बहुत खुशी हुई। मेरी सास ने मुझसे कुसुम से बात करने के लिए फोन लगाने को कहा मैने उन्हे फोन लगाकर दे दिया। वो फोन लेकर वार्ड से बाहर चली गयी। आधा घंटा हो गया था मै खाना खाकर टेबल पर सीधा लेट गया। मेरे ससुर का बेड वार्ड के कोने में दीवाल के पास था जिससे हमें थोड़ी privacy मिल गयी थी मतलब हम पर किसी की नजर नही पड़ रही थी।
11 बज गए मेरी सास फोन लेकर आई वो काफी टेंशन में थी और मुझसे बोली बेटा अगर तुम्हे कुछ परेशानी हुआ करे या कुछ चाहिए तो मुझसे कभी भी बोल सकते हो तुम मेरे दामाद नही मेरे बेटे हो मै तुम्हारी मम्मी हूँ। कुसुम तो शुरु से ही थोड़ी attitude वाली लड़की रही है। मैने कहा मम्मी ऐसी कोई बात नही है।
मै सोचने लगा आखिर मेरी सास ने कुसुम से क्या बात की है जो मुझसे ऐसे बोल रही है तो मैने उनसे बोला अभी खाना खाया है थोड़ा बाहर घूमकर आता हू। और मैने call रिकॉर्डिंग में जाकर सुनने लगा।
मेरी सास को कुसुम रात वाली बात बता रही थी कि मैने उसके ऊपर बिना गलती के खाने को लेकर सबके सामने चिल्लाया और उसके साथ जबरदस्ती गुस्से में सेक्स किया। उसका मूड खराब था। ये सुनकर मेरी सास उसको समझा रही थी बेटी शादीशुदा जिंदगी में सेक्स के लिए मूड नही बनाया जाता है। सेक्स तो खराब मूड ठीक कर देता है, और तुझे किस्मत से इतना अच्छा पति मिला है इतना प्यार करता है उसको खुश करना तेरा फर्ज है। अभी तेरी उम्र ही क्या है जो तू सेक्स लिए मना कर रही है। एक दो बच्चे हो जायेंगे फिर तेरे से अपने आप ही दामाद दूर भागेगे। मै तेरी मम्मी हू मुझसे पूछ तेरे पापा ने पिछले 18 सालों से मुझसे सेक्स नही किया और मै आज भी सेक्स करने के लिए तरस रही हू।
ऐसे ही हाल बच्चे हो जाने के बाद सब लड़कियों का होता है। फिर तुम्हे अपने पति के साथ जबरदस्ती करनी पड़ेगी। तब भी तेरे पापा की तरह वो बहाने बनाकर सो जाया करेगा।
और अभी बेटी अगर तू अपने पति के साथ करने के लिए ऐसे आनकानी करेगी तो फिर वो किस के साथ सोयेगा। कुसुम ने चिढ़ते हुए कहा मम्मी आप सुला लो अपनी गोद में, आपको अपने मासूम दामाद की ज्यादा फिक्र हो रही है, वैसे भी अभी वो आपके पास ही है। हा नही तो।
जब से सुन रही हू मेरा प्यारा दामाद, मै तो अब कुछ हू नही। आपको भी भूत चढ़ा है और आपके लाडले दामाद को भी दोनों मिलकर अपना भूत उतार लो। कुसुम मम्मी की बातो को सुनकर irritate हो रही थी।
ये सुनकर मेरी सास बोली वाह बेटी वो कहावत सही है
“जब किसी को ज्यादा अच्छा खाना मिल जाए तो वो खाता कम फैलाता ज्यादा है”
कुसुम बोली मम्मी मुझे क्या उनसे प्यार नही है, मै अपनी गलती मानकर उनको टिफिन में sorry लिखकर चिट्ठी भेजी, सोचा वो पढ़कर खुश होकर मुझे फोन करेगे, मै उनके फोन का इंतजार करती रही, शाम आठ बजे अपने पापा को फोन किया, और बात करके काट दिया। मुझे फोन नही कर सकते थे, मै उनकी पत्नी हू वो मुझे ब्याह कर लाए है खरीदकर नही लाये। एक फोन कर देते तो मुझे कितनी खुशी होती।
और मुझे अब सबसे ज्यादा गुस्सा इस बात पर आ रहा कि हम दोनों पति पत्नी के बीच की बात थी आपसे मेरी शिकायत करने की क्या जरूरत थी।
और अब रात के साढ़े दस बजे आप मुझे पति पुराण पढ़ा रही है। सुबह मेरी सास पति पूजा करने को कहती है।
ये सुनकर मेरी सास बोली
मेरी तो दोनों बेटियां पगला गयी हैं लाज शर्म तो बेच खाई है और कुसुम इतना घमंड अच्छा नही है।
कुसुम तुमसे तो बात ही करना बेकार है वो मेरा दामाद है मुझे अब उसकी खुशी के लिए जो ठीक लगेगा वो करूँगी। फोन काटो और सो जाओ अकेली, यही तेरी किस्मत में लिखा है।
मैं कुसुम और सास की काल रिकॉर्डिंग सुनकर सोचने लगा कुसुम ठीक कह रही है मुझे उसको फोन करना चाहिए था। अभी फोन करता हू। लेकिन फिर ख्याल आया वैसे भी वो गुस्से में है अगर अभी फोन लगाया तो समझेगी कि सास ने बोला होगा और मुझ पर और भड़क जायेगी। सुबह बात करता हू। और वापस हॉस्पिटल के वार्ड में आ गया।
मेरी सास कुछ सोच रही थी। उनकी सोच का कारण मुझे पता था। मैने पूछा क्या हुआ पापा कि चिंता मत करो वो ठीक हो जायेंगे। वो बोली बेटा वो बात नही है तेरे पापा को नर्स नींद की गोली खिला गयी है वो सो रहे है। मैने कहा आप भी सो जाओ, मै अभि बैठा हू।
तभी बगल वाले बेड पर हसीन भाभी का जो बच्चा था वो रोने लगा। तो वो भाभी ने हमारी तरफ करवट लेकर उसे अपने स्तनों को खोलकर दूध पिलाने लगी। वो हमारी तरफ देख रही थी। मेरी नजर उस भाभी के बड़े बड़े दूधों पर थी। मुझे ये समझ नही आ रहा था जब उसका बच्चा एक स्तन के निप्पल से मुह लगाकर दूध पी रहा है, तो भाभी ने अपने दोनों स्तनों को क्यो खोला है, मुझे तो नही दिखा रही है क्योकि मेरी सास को स्तनों को दिखाने से कोई मतलब नही है उनके पास तो भाभी से अच्छे और सुडॉल् स्तन है। पर मुझे क्या भाभी दूध दर्शन करा रही है तो करो।
मेरी सास हसीन भाभी के घूरते हुए दूधों पर मेरी नजरों को भांप गयी और मुझसे बोली बेटा वो कपड़ो की थैली देना मै बाथरूम होकर आती हू। मै तो बस हसीन भाभी के दूध दर्शन करने में मस्त था, काफी देर हो चुकी थी उस भाभी का बच्चा सो गया था और भाभी के दोनों बड़े बड़े थन जैसे चूचे दूध की बूदों से लिसे हुए पलंग से नीचे लटक रहे थे। भाभी अपने मोबाइल में लगी हुई थी।
मुझे अपनी सास की याद आई उन्हे क्या हो गया अभी तक वापस क्यो नही आई, मै उन्हे बुलाने के लिए उठने वाला ही था कि सामने से वो ढीली ढालि मैक्सी पहने हुए फ्रेश होकर अपने नितंबों को हिलाते हुए चली आ रही थी।
मै सास को देखता ही रह गया वो अपना सलवार कुर्ता बदलकर मेरे सामने मैक्सी पहने खड़ी हो गयी थी उनके दूध मैक्सी में ऐसे लटक रहे थे जैसे पेड़ पर पपीता। मेरा लंड एक दम टाइट होने लगा था। मेने जींस पेहनी हुई थी मुझे बैठने में परशानी हो रही थी। सास बोली बेटा अब देखते ही रहोगे या मुझे बैठने के लिए जगह भी दोगे। में खिसक गया और वो मेरे पास आकर बैठ गयी। मैने कहा मम्मी ये ड्रेस क्यो चेंज कर दी । वो बोली बेटा वो कुर्ता टाइट फील हो रहा था जिससे गैस बन रही थी। मेने कहा ठीक है।
मेरी नजर कभी उस भाभी के खुले हुए थनों पर और कभी मेरी सास के मैक्सी में लटक रहे पपीतो पर जा रही थी। सास मेरी उलझन समझ गयी थी, वो उस भाभी से बोली बेटी बच्चा दूध पीकर सो गया है अपने कपड़े ठीक कर लो।
मै अपना मन मार कर चुपचाप बैठ गया, तो मेरी सास बोली बेटा तेरे मोबाइल में कोई गेम जैसे लुडो वगेरा होगा तो चालू कर हम दोनों खेलते है।
मैंने मोबाइल में लुडो लगा दिया मेरी सास ने अपनी मैक्सी जांघो तक ऊँची चढ़ा ली, और पालती मारकर बैठ गयी। जिससे मुझे उनकी नंगी नंगी मोटी मोटी मांसल जांघे दिखने लगी। मैक्सी में उनके बटन लगे हुए थे, बटन के बीच के गेफ् में से उनके स्तन मैक्सी में बाहर की ओर लटक रहे थे। मुझे नही पता वो ऐसा जानबूजकर कर रही थी या नही। क्योकि वो एक छोटे बच्चे की तरह बड़े मस्ती में लुडो खेल रही थी।
हम तीन चार बाजी लुडो की खेल चुके थे, रात के एक से ज्यादा बज गए थे पूरे वार्ड में मरीज और अटेडरो की खराटो की आवाज आ रही थी। वो भाभी भी सो चुकी थी।
मेरी सास बोली बेटा पेट में गैस कुछ ज्यादा बन रही है हल्का दर्द भी हो रहा है, तो मैने कहा मै नर्स को जगाकर दवाई ले आता हू। तो वो बोली मत जगाओ नर्स को वो दवाई देने में आनाकानी करेगी। तुम जरा बैग में से तेल कि सीसी लेकर हल्की मालिश कर सकते हो।
मैंने कहा बिलकुल मेने उनको टेबल पर लेटाया और उनकी मैक्सी जो जांघो तक थी वहा हाथ लगा कर मालिश करने लगा। मै वैसे भी अपनी सास की मोटी मोटी मांसल जांघो को हाथ लगाकर उत्तेजित हो चुका था। फिर मैंने उनसे कहा टांग ऊपर नीचे करो जिनसे उनकी मैक्सी बिलकुल ऊपर पेट तक चली जाएगी और मुझे चूत देखने को मिल जाएगी। मेरी सास मेरी बात मान गयी।
सास ने जैसे ही टाँगे ऊपर की तो उनकी मैक्सी उनके पेट तक आ गई और मुझे उनकी चुत दिखने लगी, जो पूरी भूरे बालो से ढकी हुई थी। मेरा लंड खड़ा हो चुका था। मेने फिर टांगे नीचे की फिर ऊपर की पूछा मम्मी कैसा लग रहा है अब। वो बोली अच्छा। मेने फिर थोड़ा सा तेल लेकर उनकी झांघो पर लगाते हुए उनकी चूत की तरफ उगली ले जाने लगा उनकी आंखे बंद थी। मेरे हाथो में उनके चुत के बाल टच हो रहे थे। जैसे ही मैं उनकी चुत में हाथ लगाने वाला था की वो अचानक से मैक्सी नीचे कर के बैठ गई और बोली अब ठिक हू बस करो। मेरी हसरत अधूरी रह गई। और वो बोली बेटा अब आराम है और वो अपनी टांगे सिकोड़ कर दीवाल की तरफ करवट करके बोली बेटा दो बज गए होंगे अब तुम भी थोड़ा आराम कर लो मै इस तरफ करवट करके उनके साथ लेट गया।
में अजीब सा महसूस कर रहा था और मुझे नींद भी नही आ रही थी। मै उठा और पेशाब करने चला गया, वापस आया तो देखा मम्मी की मैक्सी की ऊपर की दो बटन खुली थी उनकी सफेद ब्रा दिख रही थी और उनकी मैक्सी जांघो तक ऊपर थी। मुझे मेरे मेरे लंड में हलचल फील हुआ और कंट्रोल नही हुआ और जाकर उनके बगल से बैठ गया और उनके दो मैक्सी के बटन और खोल दिए जिनसे उनके सफेद ब्रा में बंद दूध दिखने लगे। और उनकी मैक्सी को भी ऊंचा कर दिया जिससे उनकी भूरे बालो वाली चूत दिखने लगे। मम्मी पैंटी नही पहने थी । फिर मैंने मम्मी के ब्रा ऊपर की पट्टी से अपनी उंगली उनके निपल्स पर टच करने की कोशिश की लेकिन ब्रा के हुक टाइट थे तो उंगली अंदर नहीं जा रही थी।
फिर मम्मी की ब्रा के हुक खोलने की कोसिस की लेकिन उन्होनें करवट ले ली अब उनका मुह मेरी तरफ था। और मैं थोड़ा नीचे खिस्क कर उनके ब्रा में बंद दूध पर मुह लगा कर किस करने लगा तब अचानक से वो हिली मै डर गया और आंख बंद कर ली। उन्होने करवट बदलते हुए अपने दूध पर हाथ लगाया तो उठ कर बैठ गई और में धीरे से आंख खोलकर देख रहा था। अंधेरे की वजह से। अपनी मैक्सी के बटन बंद करें और मैक्सी नीचे करके उठकर बैठ गई। मुझसे पूछा बेटा कितने बज गए। मैने मोबाइल में टाइम देखा और बोला साढ़े चार बजने वाले है।
मुझे ये बात नही पता चली क्या वो सब समझ गई थी या नहीं।
वो बोली बेटा अगर तुमको सोना है तो सो जाओ. उन्होंने टांग ऊपर करके पालती मारकर बैठ गयी और अपनी गोदी में मुझे लेटने को फोर्स करने लगी। मैने मना किया। लेकिन वो नही मानी तो में अपनी सास की गोद में लेट गया उन्होंने चादर से मुझे ढक दिया। लेकिन मुझे भुख लग रही थी। मेने पूछा बैग में कुछ खाने को है। वो बोली बेटा बैग में कुछ नहीं है। मैने कोई बात नही, सास के मैक्सी में कैद बड़े बड़े पपीते जैसे स्तन ने मेरे मुह को पूरा ढक लिया उनके स्तनों का वजन एक एक किलो से ज्यादा होगा। उन्होंने चादर इस तरह डाल दी जैसे कोई मम्मी अपने बेटे को दूध पिला रही हो।
मुझे पता नहीं चला हम कब मेरी आँख लग गयी।
मेरे और मेरी सास के बीच जो हुआ था उसमें गलती किसकी थी
मेरी, सास की, कुसुम की, या मेरी कुंडली में लिखी मेरी किस्मत की।
उन्होंने चादर इस तरह डाल दी जैसे कोई मम्मी अपने बेटे को दूध पिला रही हो।
मुझे पता नहीं चला हम कब मेरी आँख लग गयी।
मेरी सास भी मुझे गोद में लिए बैठे हुए सो रही थी।
सुबह के साढ़े पांच बजने थे, मुझे अपने ससुर की आवाज सुनाई दी। मै सास की गो में से उठा तो वो भी जाग गयी, और उन्होंने पूछा क्या हुआ बेटा, मैने कहा पापा आवाज दे रहे है, तो उन्होंने ससुर से पूछा क्या हुआ वो आँख बंद किये हुए थे। वो बोले टॉयलेट जाना है। मेरी सास ने ससुर को पकड़कर टॉयलेट ले गयी। मैने कुसुम को एक गुड मॉर्निंग मैसेज डाल दिया। मै आधा जगा सा बैठा हुआ वार्ड को देखने लगा।
ससुर के बेड के बगल वाली हसीन भाभी भी बैठी हुयी मुझे देख रही थी, उनके गोद में बच्चा सो रहा था, मै और भाभी शायद दोनों एक जैसी हालत में थे हम दोनों ही मजबूरी में हॉस्पिटल मे अपनी रात खराब कर चुके थे। भाभी का makeup फीका पड़ गया था और उनके चेहरे की चमक कम हो गयी थी।
उनका बच्चा फिर से जाग गया और रोने लगा तो भाभी ने रात की तरह मेरी ओर मुह करके मुझे दूधो के दर्शन कराते हुए बच्चे को दूध पिलाने लगी। बच्चा रो रहा था और भाभी के स्तनों के निप्पल को मुह में नही ले रहा था। भाभी उसके मुह में जबरदस्ती निप्पल को डाल रही थी। ऐसे करने से उनके स्तनों में से दूध की पिचकारी बच्चे के मुह और उनके हाथो पर चल रही थी। बच्चा चुप नही हो रहा था। तो भाभी ने उसको बेड पर लिटा दिया और अपने दोनों स्तनों को खोले हुए उस पर चिल्लाते हुए बोली। पीले दूध नही तो मै किसी और को पिला दूँगी। (भाभी का इशारा मेरी तरफ था) मै भाभी की बात और उनके दूध दर्शन करके पुरा जाग गया और मैने हल्की सी smile दे दी। पर बच्चे के रोने की वजह से रोमांटिक माहौल नही बन पा रहा था। तभी में हिम्मत करके भाभी के पास चला गया और भाभी को बोला बच्चे को पोट्टी आ रही होगी और आप दूध पिला रही है। भाभी मुझे smile देते हुए बोली आपको बड़ा अनुभव है। भाभी के स्तनों को मैने पास से देखा वो मेरी पत्नी कुसुम से बड़े और भारी भरे हुए थे, भाभी के स्तनों की ठीक से खिचाई, दबाई, और निचोड़ा नही गया था। उनके स्तनों के निप्पल चूड़ी के आकार के गोल और भूरे थे। उनकी स्तनों की निबोली एक इंच की बड़ी और मोटी थी। मैने लगभग दो मिनिट तक भाभी पूरे स्तनों का मुआयना किया। भाभी अपने स्तनों को मुझे बड़े इत्मिनान से दिखा रही थी। पर बच्चा रो कर रंग में भंग कर रहा था।
फिर भाभी ने बच्चे की चड्डी उतार दी। और बच्चे ने ढेर सारी पोट्टी कर दी थी, जिसकी बदबु से मेरा पूरा रोमांस छू हो गया और मै दूर होकर ससुर के बेड पर बैठ गया। पीछे से मेरा साला रिंकू हाथ में बैग लेकर आकर मेरे पास खड़ा हो गया। मैने उससे पूछा तुम क्यो आये वो बोला आपके और मम्मी पापा के लिए नास्ता चाय लाया हू।
वो भाभी अपने बच्चे को लेकर टॉयलेट चली गयी।
मेरे सास ससुर भी आ गए सास ने रिंकू से बैग लिया और चाय नास्ता निकालकर ससुर और मुझे देने लगी। और मुझसे कहा बेटा आज तो जूली ने रिकॉर्ड तोड़ दिया सुबह छे बजे ये सब बना दिया। रिंकू बोला जूली दीदी सुबह पांच बजे जग गयी थी और मुझे भी जगाकर बोली ये नास्ता जीजाजी को दे आ पर मै ही अब छे बजे आया हू।
सास हस्ती हुई बोली वाह क्या जीजा साली का प्यार, है जो लड़की आठ बजे जगती थी वो पांच बजे जग गयी। वाह वाह कमाल है। हम सब हसने लगे।
आधे घंटे बाद ससुर मुझसे बोले बेटा डॉक्टर तो दस बजे आयेंगे जब तक तुम और मम्मी नहा धोकर आ जाओ, और खाना बन गया होगा वो भी ले आना। यहाँ रिंकू है ही अपने पापा के पास। मैने कहा ठीक है और गाड़ी पर सास को बैठाकर ससुराल की ओर चल दिया।
मेरी ससुराल हॉस्पिटल से आधे घंटे का रास्ता था, सुबह की ठंडी हवा से मेरे अंदर ताजगी आ गयी थी। सास के बड़े बड़े थन जैसी स्तन मेरी पीठ पर सटे हुए थे, जिससे मेरा रोम रोम मचल रहा था। मै सोच रहा था बाइक बनाने वाले ने क्या चीज बनाई है वो incest sex lover रहा होगा क्योकि बाइक पर बैठाकर हम अपनी परिवार की मम्मी, दीदी भाभी के मदमस्त स्तनों का स्पर्श बड़ी ही आसानी कर सकते है।
पांच मिनिट बाद हम घर पहुँच गए।
मैने गाड़ी खड़ी की मै और सास एक दूसरे को देखकर smile देते हुए अंदर चले गए। मैने सास से कहा मम्मी मै पहला ऐसा लड़का हू जो शादी के दस दिन में अपनी ससुराल तीसरी बार आया हू वो भी अपनी पत्नी के बिना। मै और सास हसने लगे।
सास ने जूली को आवाज देते हुए कहा बेटी जल्दी से कुछ नास्ता और बना दे जब तक तेरे जीजा नहा धोकर आते है। जूली मुझे देखकर ख़ुशी के मारे फूल कर कुप्पा हो गयी।
मै आपको पहले ही बता चुका हू मेरी ससुराल में एक कमरा, किचिन, छोटा सा आंगन जिसमें लैट्रिन बाथरूम बना हुआ है, आगन में ही नल लगा है और नहाने धोने के लिए ड्रम मे पानी भरा रहता है।
मैने बाथरूम में बाल्टी में पानी भर दिया और बोला मम्मी पहले लैट्रिन करके आता हू।
लैट्रिन बाथरूम attach थे, मै लैट्रिन करके बाहर आया और तोलियां से हाथ पोछने लगा तभी मेरी सास बोली बेटा तुम पांच मिनिट बाद नहा लेना मै लैट्रिन करके आती हू।
आप लोगो को तो पता ही होगा जब प्रैशर बनता है तो सब भूल जाते है यही हाल मेरी सास का था। मैने कहा मै आंगन में नहा लेता हू आप आराम से लैट्रिन जाये।
मैने आंगन में कपड़े उतारकर सफेद सूती चड्डी पहने खड़े होकर नहाने लगा।
मैने एक बाल्टी पानी अपने ऊपर डाल ली और साबुन लगाने लगा। मेरी नजर सामने खड़ी मेरी साली जूली पर पड़ी उसका मुह खुला था और आँखे फटी थी वो मेरे जिस्म को निहार रही थी और कल्पना में डूबी थी।
मै जूली को अपने जिस्म को निहारते हुए देखकर उत्तेजित होने लगा था मेरा लंड चड्डी में खड़ा हो गया था। और मै जूली को आगोश में लेने के लिए उसकी ओर चल पड़ा।
अचानक मेरी वासना टूटी और मैंने अपने कदम वापस खींच लिये। अन्दर से बाथरूम का दरवाजा खुलने की आवाज आई।
मेरी सास लैट्रिन करके बाथरूम से बाहर आ गयी। मैने जल्दी जल्दी नहाया और कपड़े पहनकर कमरे में बैठ गया। मेरी सास ने जूली से कहा जीजा को नास्ता दे दे बेटी जब तक मै नहाकर आती हू और अपने ब्लाउस पेटीकोट लेकर बाथरूम में घुस गयी।
मै अपना मोबाइल देखने लगा क्योकि कुसुम का गुड मॉर्निंग मैसज का reply नही आया था। शायद अभी तक कुसुम ने मैसजे पढ़ा नही था।
जूली मेरे पास आकर खड़ी हो गयी।
मैने बिना उसे देखे पूछा क्या हुआ।
“नाश्ता लाई हूँ !”
मैने जूली की तरफ देखा, तो कुसुम को भूल गया और कहा वहीं रख दे !” जूली की आवाज ही मुझे सेक्सी लगने लगी थी।
जूली मेरे सामने ढीली tshirt और लोवर में खड़ी थी उसके दोनों हाथ उसकी लोवर के चूत वाले हिस्से पर थे। जैसे अपनी मुट्ठी बन्द कर के अपनी चूत दबा ली हो।
“क्या हो गया जूली? बड़ी बेताब लग रही हो?” मैने उसे चूत दबाते देख कर पूछ लिया।
“वो बोली बस जीजू, कुछ देख लिया था और अब उसे लेने की इच्छा होने लगी है।”
उसका इशारा मेरे लंड को नहाते हू देखने से था।
मै उसका इशारा समझ गया
मैने कहा
“हमें बताओ, हमारी साली को क्या चाहिये? हम देंगे !”
वो बोली
“बस जीजू आप ही दे सकते हो !” और मुझे एक रहस्मयी मुस्कान से देखने लगी।
मैने अन्दर चडडी नहीं पहने थी। क्योकि मेरी चड्डी नहाने से गीली होकर सूख रही थी। और अपने ससुर का पजामा पहनकर बैठा था। पाजामा लण्ड की जगह से उभरा हुआ था। मैंने जूली को अपना लण्ड को निहारते हुये पकड़ लिया। । सच पूछो तो मै भी जूली को ही निहार रहा था।
मै जूली से चिपक कर बैठ गया। उसने भी कसर नहीं छोड़ी ! वो मेरी जांघों से सट कर मेरे लिये चाय निकालने लगी। तभी उसकी एक बांह मेरी कमर से लिपट गई और वो मुझे प्यार करने लगी। मेरी नजरें तो अब बदल चुकी थी, मैंने मौके का फ़ायदा उठाया। मैंने उसके होंठों पर चूम लिया।
भला वो कहाँ पीछे रहती, उसने तो अपने होंठ मेरे होंठों से ही चिपका दिये।
मैं तो अपने होश ही खो बैठा। मुझे एक सुनहरा अवसर मिल रहा था। मैंने मौका हाथ से जाने नहीं दिया। इस पार या उस पार ! बस मेरा नन्हा सा नासमझ दिमाग यही सोच पाया।
जूली ने मेरे पजामे में हाथ डाल दिया, मेरे कड़क लण्ड को पकड़ लिया।
मै हतप्रभ सा रह गया। मुझे भी शायद लण्ड पर एक मीठा सा सुखद अहसास होने लगा।
मै बोला
“जूली, तुम कितनी प्यारी हो, कितनी मस्त हो !” मेरे स्वर में वासना का पुट था।
मेरे हाथ उसकी गदरायी भरी हुयी छातियों के उभार पर आ गये। जूली ने भी अपने संतरो जैसे उरोज मेरे सामने की ओर कर दिये। जूली की चूचियाँ मैने धीरे से सहला दी। उसके मुख से एक सिसकारी निकल पड़ी।
जूली सिसकरिया लेते हुए बोली
“जीजू, मैंने आपका लण्ड देख लिया था, बस वही चाहिये !” उसने वासना से भर कर कहा।
मेरा लण्ड ऊपर-नीचे कर के मुठ सी मारने लगी।
मुझे सामने अलमारी में रखी कुसुम की पूरी फैमिली तस्वीर पर पड़ी तो।
मुझे ना जाने क्यो ये गलत लगने लगा मैने उससे कहा
“देख जूली, मजाक नहीं करना, माना कि जीजा साली का रिश्ता ऐसा ही होता है, पर बस मजाक को मजाक ही रहने दे।”
जूली के नासमझ दिमाग को एक झटका सा लगा। वो बोली जीजू आप सही तो कह रहे है, आप तो दीदी के लिये बने है, मैं यह क्या करने लगी थी। उसे बड़ी शर्मिन्दगी सी हुई। वो अपना चेहरा छुपा कर कमरे से भाग गयी।
मेरी सास भी नहाकर पेटीकोट ब्लाउस पहनकर कमरे में आ गयी और साड़ी पहनने लगी। सास के अंदर शायद अब शर्म कम हो गयी थी, उनके ब्लाउस में से स्तनों का आकार बड़ा और सुडॉल् लग रहा था।वो मुझसे बोली बेटा मै बाजार से सब्जी लेकर आती हू तुम क्या खाओगे। मैने कहा जो आपको ठीक लगे।
तभी मेरे मोबाइल पर मेरे पापा का फोन आने लगा मैने उनसे बात की वो बोले हम लोग हॉस्पिटल आ रहे समधी जी को देखने और कुसुम ने खाना भी बना दिया नौ बजे तक पहुँच जायेंगे।
मैने अपनी सास को बताया और कहा आप भी चाय नास्ता कर लो हम भी निकलते है आठ बज गए है। सास ने जूली को आवाज दी और चाय मांगने लगी वो किचिन में थी, जूली चाय लेकर आई। उसके हाथ पर रुमाल बंधा हुआ था, मेरी सास ने पूछा हाथ में क्या हो गया। वो बोली भिंडी काटते हुए कट गया।
मैं और जूली एक दूसरे को देख रहे थे हम दोनों की नजरो में एक दूसरे से बहुत से सवाल थे जिसके जबाब हम दोनों के होंठो के पास नही थे।
सास ने चाय नास्ता किया और हम हॉस्पिटल के लिए निकल पड़े जाते जाते कुसुम ने मुझे एक चिठी दी मैने चिठ्ठी खोलकर पढ़ी उसमें लिखा था।
“खून से लिख रही हू स्याही मत समझना,
आपकी प्यारी साली हू पराई मत समझना'”
जूली ने सच्ची में अपने खून से लिखा था।
मैने जूली से कहा जल्दी मिलेंगे अपना ख्याल रखना।
जूली शायराना अन्दांज में बोली ” इंतजार रहेगा आपका”
मैने जूली की आँखों में प्यार और आँसू देखकर थोड़ा सोच में था और अपनी सास के महकते हुए बदन के स्पर्श और मुलायम स्तनों की छुअन को भूलकर मैं फुल स्पीड में गाड़ी चला कर हॉस्पिटल पहुँच गया।
वार्ड में साफ सफ़ाई हो रही थी मरीज के attndar बाहर खड़े थे, मैने इधर उधर देखा तो वो हसीन भाभी अपने बच्चे को गोद में लिए खिला रही थी उसकी मम्मी या सास जो भी हो वो भी वही थी। मेरी सास उनके पास जाने लगी तो मैं भी चल दिया। वो भाभी के बच्चे को दूर से इशारे से खिलाने लगा। वो भाभी तो एक्सपर्ट थी वो बच्चे को मेरी गोद में देने लगी मैने अपने हाथ बच्चे को गोद लेने के लिए बढ़ाये तो भाभी ने जानबूजकर अपने स्तनों का स्पर्श करा दिया।
और मेरी आँखों में देखते हुए बच्चे के गाल पर ऐसे kiss करने लगी की जैसे मुझे kiss कर रही हो भाभी की साँसों की हवा मेरे गाल पर महसूस हो रही थी। मेरी सास भाभी के साथ वाली महिला से बातें करने लगी।
भाभी के बच्चे को मैने गोद में लिया हुआ था, भाभी मेरी तरफ देखते हुए बच्चे को तोतली आवाज में खेलते हुए बोली दूध पीना हो तो बोलो , ऐसे देखते ही रहेगा क्या। मै भाभी का इशारा समझ रहा था।
वार्ड की सफाई हो गयी थी और हम अंदर वार्ड में चले गए। मेरा साला रिंकू और मेरे ससुर बेड पर बैठे थे, वो ठीक दिख रहे थे, रिंकू हमें देखकर खड़ा हो गया। मै और सास बेंच पर बैठ गए। मैंने कहा डॉक्टर आये तो रिंकू बोला अभी नही। मै वार्ड के दरवाजे की तरफ देखने लगा।
पांच मिनिट बाद वार्ड के दरवाजे पर
मेरे सामने लाल रंग की चमकदार साड़ी में तीखे नैन नक्ष लिए, माथे पर लाल रंग की बड़ी सी बिंदिया, आंखों में गहरा काला काजल, कानों में लहराती हुई बालियाँ और खुली हुई लहराती जुल्फें, स्लिम सपाट चिकना पेट में गोल गहरी नाभि, कमर में आधा साड़ी से दबाये हुए रेडमी नोट मोबाइल, नागिन जैसी लेहरति हुयी चाल, मदमस्त करते हुए मटकते हुए नितंब, हाथो में खनकती हुई चूड़िया, एक मदमस्त नवयौवना चली आ रही थी।
जिस मरीज के बेड के पास से वो गुजर रही थी, वो लेटां हुआ मरीज बेड पर बैठ जाता। जो मरीज के attandar उन्हे कुछ खिला पिला रहे थे वो attandar अपने हाथ मरीज के मुह की जगह आँख और नाक में घुसा रहे थे। वार्ड में ड्यूटी दे रही नर्स एकाएक अपनी ड्यूटी भूलकर बस उसे है देख रही थी।
वो साक्षात गजगमिनी, कमायानी, और सौंदर्य की देवी सीधी मेरे पास आकर खड़ी हो गयी और बोली बस बहुत हो गया। अब नयन सुख मिल गया हो तो थोड़ा खिसक जाइये।
मै उसकी आवाज सुनकर एकदम से बोल पडा ओ तेरी ये तो मेरा माल है, (कुसुम)। मेरी बात सुनकर मेरे सास, ससुर, साला बड़ी जोर से हस पड़े। मेरी सास ने मेरी पीठ पर प्यार से एक चपत लगा दी और बोली बेटा माल क्या बोल रहा है, तेरी पत्नी है कुसुम।
कुसुम मुझे घूर के देख रही थी उसने मेरी जांघ पर नोच दिया। तभी मेरे मम्मी पापा खाने का सामान लेकर आ गए। मै और कुसुम बेंच से उठकर बेड के दूसरी तरफ बैठ गए। जहा वो हसीन भाभी बैठी थी।
दोनों समधी आपस में हालचाल पूछते हुए बात करने लगे। मेरे ससुर कुसुम को बड़े ही प्यार से देख रहे थे, उनके चेहरे पर बहुत खुशी झलक रही थी।
क्योकि मेरे ससुर ने कुसुम को पिछले 18 सालों में एक अंदर से दुखी विधवा लड़की के रूप मे देखा था, यहाँ तक की कुसुम की पहली शादी के बाद भी वो दुखी और नीरस नजर आती थी। लेकिन मुझसे शादी के बारह दिन बाद कुसुम को आज देख रहे थे। जो पूरी तरह से खुश, सज संवरकर श्रृंगार किये हुए उनके सामने हस्ती हुई बैठी थी।
“” बहुत सी लड़किया शादी के पहले सादा सिंपल रहती है, लेकिन शादी के बाद एकदम से उनका रंग, रूप, अदा, फैशन करने का तरीका बदल जाता है, वो सेक्सी, हॉट, बोल्ड हो जाती है, जिन्हे हम सेक्सी और हसीन भाभी कहते है.
अगर आप लोगो को ये देखना हो तो कुछ दिनों बाद राखी का त्यौहार रक्षाबंधन आने वाला है तो आप हसीन नयी शादी हुई लड़की को देख लेना””
मेरी पत्नी कुसुम भी शादी के बाद हॉट सेक्सी फैशनेबल हो गयी थी।
थोड़ी देर बाद डॉक्टर आये और ससुर को डिस्चार्ज दे दिया। हम अपने सामान की पैकिंग करने लगे। एक सुंदर गोरी सी नर्स आई और मुझसे बोली आप मेरे साथ अंदर कैबिन में चलिए, मैने कुसुम को छेड़ते हुए कहा मैडम ये मुझे अपने साथ अंदर कैबिन में ले जा रही है, परमिशन दे दीजिये। वो नर्स हसने लगी। कुसुम चिढ़ते हुए बोली वो दवाई देने के लिए ले जा रही है, आई बात समझ में।
मेरी और कुसुम की हसी मजाक देखकर वो हसीन भाभी कुसुम से बोली ये आपके कौन है। कुसुम बोली ये मेरे पतिदेव है,
वो भाभी बोली ओह तो ये आपके पति है, कुसुम बोली क्यो आपको भी अंदर कैबिन में ले जाना है,
भाभी— नही नही
कुसुम — तो इसमें आह भरने की कोनसी बात है ।
कुसुम मुझसे बोली अब आप यहा क्यो बैठे है।
मैने कहा मै बैठकर ये सोच रहा मै किसके साथ कैबिन में अंदर जाऊ।
मेरा जवाब सुनकर नर्स, भाभी, और मै तीनो हँसने लगे।
कुसुम का पारा गरम वो उठी और अपना मोबाइल कमर में घुसेड़कर नर्स से बोली चलिए और मेरी बाँह पकड़कर मुझे अपने साथ ले जाने लगी।
हॉस्पिटल से डिस्चार्ज होकर मेरे मम्मी पापा अपने घर, और सास ससुर, साला अपने घर, ऑटो में बैठकर निकल गए।
मैने कुसुम से कहा मैडम आपको कहा ले जाना है, वो आँख दिखाते हुए मेरे बाप यहाँ से चलो पहले फिर बताती हू।
मैने कुसुम को बैठाया और फिल्मी हीरो की तरह एक किक मारी कुसुम मेरी पीठ पर चिपक गयी। हम दोनों हस्ते हुए बाहर रोड पर आ गए। कुसुम बोली मुझे पापा के घर जाना है और उस जूली की बच्ची को दो थप्पड़ लगाने है, उसकी वजह से पापा को हॉस्पिटल में admit होना पड़ा।
मैंने कहा अब माफ कर दो उसे गलती हो गयी थी। कुसुम बोली तुम उसके वकील मत बनो शांति से गाड़ी चलाओ।
थोड़ी देर कुसुम बोली हॉस्पिटल में रात भर बड़ी अच्छी गुजरी होगी उस भाभी के साथ। मैने कहा नही ना, मन तो कर रहा था पर तुम्हारे डर से हिम्मत नही हुई। कुसुम बोली अच्छा जी।
मै कुसुम को खुश करने लिए गाना गाते हुए गाड़ी चलाने लगा।
वैसे भी “सारे शहर में आप सा कोई नही कोई नही। ” हम दोनों ससुराल पहुँच गये।
कुसुम ने पहले सास ससुर से इधर उधर की बात की फिर जूली को लेकर घर की छत पर चली गयी मै भी पीछे पीछे चला गया।
वो जूली को समझाते होते हुए बोली घर की लड़की मोबाइल पर किसी लड़के से बात करती है तो उसके मम्मी और बहन को पता रहता है पर उसे कुछ बोलते नही है, इसका मतलव ये नही है कि तुम कुछ भी करो।
छोटी बच्ची नही हो तुम आइंदा कोई भी गलती मत करना समझी।
मैने बीच में बोल दिया वो आजकल की लड़कियों को फेसबुक ने बिगाड़ दिया है। फेसबुक पर मेरी प्यारी जूली उस लड़के की बातो में फस गयी थी अब वो फेसबुक use ही नही करेगी मै इसकी जिम्मेदारी लेता हू।
कुसुम हस्ते हुए मुझसे बोली प्रोफेसर साहब आपका फेसबुक तो में आज रात को logout करूँगी। अब घर चले हम दोनों को ड्यूटी पर भी जाना है। हम तीनो हसने लगे। मैने जूली के गाल पर प्यार से हाथ फेरा, उसने मेरे हाथो को हल्के से चूम लिया।
मै और कुसुम अपने घर आ गए और मैने पूछा रिंकी कहा है।
कुसुम वो तो स्कूल गयी है। और मै अपने कॉलेज पढ़ाने चला गया।
शाम को अपने दोस्त से मिला उसने पूछा और अरुण साहब कैसी कट रही है रातें कुसुम भाभी के साथ।
उसको मैने अपने कुसुम के बीच हुआ दुखड़ा सुनाया वो बोला बांकी सब ठीक है पर तुम अपनी wife को थोड़ा change over dose दो मतलब रात में कुछ नया try करो। मै समझ गया और मेडिकल से mango flavor condom लेकर घर चला गया।
रात को खा पीकर अपने कमरे में कुसुम का इंतजार करने लगा।
थोड़ी देर बाद कुसुम कमरे में आई। मै उसे देखते ही रह गया उसने एक हलकी नीला रंग की एक नाइटी मैक्सी पहन रखी थी। जो उसके घुटनो के ऊपर तक तक थी। उसकी मोटी झंघे चमक रही थी। उसके चूतर बड़े बड़े तरबूज की तरह नाईटी में से अलग से बहार निकल रहे थे। उसके दूध एक दम बड़े फूले ऊंचे लग रहे थे। नाइटी ट्रांसपेरेंट थी जिसे उसके निप्पल एकदम नुकीले बहार की और तने हुए थे। में ये रूप देखकर टेंशन में आ गया। मैंने सोचा आज तो कुछ नया try करे बिना काम नहीं चलेगा। तबी कुसुम ने स्माइल देते हुए पुछा क्यो कया हुआ कैसे लगी ड्रेस मेंने कहा सेक्सी लेडी वाह। मैंने पूछा ये कहा से मिली वो बोली माल में से खरीदी है। मैंने कहा कितने की है वो बोली 1750 रुपये की है। मैने कहा इतनी मेहगी।
वो बोली अपनी पत्नी को तोहफा में ही दे दो। मैंने कहा ठीक है मैडम पर आज आपका इरादा कुछ ठीक नहीं लग रहा है। वो बोली हा आज तो हमारी ये हनीमून वाली रात समझो मेंने कहा मुझ गरीब को क्यों मारना चाह रही हो। वो हंसी और मेरे पास आकार बिस्तर पर बैठ गई और अपने होठों को मेरे होठों पर रख कर किस करने लगी। में भी शुरू हो गया हम दोनो एक दोसरे को किस करने लगे वो अपनी जीभ से मेरी जीभ पकड़ने लगी, मेरे होठों को काटती, चूसती, फिर में उसके दूध को दबाता हुआ उसे नाइटी से बाहर निकाल लिया। और जोश आ गया में दूध दबा कर पीने लगा। वो बोली आहिस्ता से ज्यादा जोर से मत दबाओ आराम से पियो। वो भी जोश में थी मेरे पीठ को कस कर पकडकर मेरी गरदन और कान पर किस, करते हुए दांतो से काट रही थी। फिर मेने उसे नाभी पर किस करते हुए उसे योनि पर आ गया मैंने देखा उसमें योनि में से लार सी टपक रही है।
पर मुजे अच्छा लगा और में उसकी योनि को चाटने लगा। वो जोर जोर से आहें भर रही थी। मैंने उसकी योनि की त्वचा को अपनी उनग्लियान से खोला और उसमे अपनी जीभ घुसा दी। वो और जोश में आ गई। मेरा लिंग चड्डी में से मैंने बहार निकाला था। कुसुम ने मुझे ऊपर खीच लिया में उसके ऊपर आ गया। वो मुझसे ज्यादा ताकत वाली थी उसने एकदम से मुजे पलट दिया और मेरे ऊपर चढ़ गई और मेरे निपल्स को दांतों से काटने लगी। मुझे बड़ा ही मजा रहा था। मैंने कहा मेरे छाती में बाल है आराम से करो वो बोली ये मेरा जंगल है और मैं उसकी रानी और मेरी नाभी को किस करते हुए मेरे लिंग पर पहुच गयी।
मेने झाँटे नहीं बनायी थी। वो बोली ये काट लिया करो मुह में जाति है। और मेरा लिंग सूघंती हुई लिंग को मुह में रख लिया मुझे ऐसा लगा जैसे उसे लिंग नहीं कोई कुल्फी नजर आ रही हो।
लिंग को एकदम मुह के अंदर तक ले गई। 1 मिनट तक रखी रही। में समज गया ये बहुत प्यासी है। लिंग को छोडने का नाम ही नहीं ले रही है।
दोस्तो मेने एक बात नोटिस की जो लेडी या लड़की सिंपल और सादा रहती वो सेक्स के मामले में कुछ ज्यादा ही सक्रिय होती है। मुझे मेरे लिंग में अकडन सी महसूस होने लगी थी। शायद मेरा वीर्य निकलने वाला था। तबी में उठा और पेशाब करने चला गया मेरा लिंग तना हुआ था। में मन में सोच रहा था आज कुसुम की प्यास बिना बुझाए लिंग ढीला हो जाता तो उससे बुरा लगता है। में वापस कमरे में आया हम दोनो नंगे थे 11:30 बजे चुक थे मेरा लिंग ढिला हो चुका था।
कुसुम मुझसे आकार मुझसे चिपक गई। में उसके निपल्स को शेहला रहा था। उसने कहा अब शुरे करे। मैंने कहा सोच लो वो बोली करो ना सोचना क्या है। उसने मेरे लिंग को पकडकर हलके से दबा दिया। मेरा लिंग टाइट होना लगा था। तबी उसकी नजर कंडोम पर पड़ी वो बोली ये भी लाए थे। मेने कहा हा। वो कंडोम का पैकेट देख कर बोली ये मैंगो क्यों छपा है इस पर मैंने कहा ये फ्लेवर है। वो बोली मतलब मेने कहा इसको लिंग में पहनने के बाद लिंग चूसोगी तो पता चलेगा।
उसने कहा वाह क्या बात है। और उसने पैकेट में एक कंडोम निकला उसमे से आम की महक आ रही थी। फिर उसने कहा ये लगाओ ना। मैंने अपने लिंग पर कंडोम चड्ढा लिया कुसुम ने मेरे लिंग के ऊपर तक कंडोम की रबर चड्ढा दी।
और धीरे से मुह में रख लिया मैंने कहा क्यों कैसा लगा, उसने कहा स्वाद तो आ रहा है। मैने कहा ठीक तो फिर।
वो लिंग को धीरे धीरे चाटने, चुसने लगी। फिर मेने सोचा कही ऐसे ही चुसने से विर्या ना निकल जाए।
तो मैंने कहा कुसुम आज कुछ नया करे वो बोली क्या, मैने उसके नितंबो का सेहलाते हुए उसकी गांड की तरफ इशारा किया। वो मेरा इशारा समझ गयी वो मुझे चूमते हुए सेक्सी कातिलाना अंदाज में बोली जो भी करना है बस शुरू करो।
आप लोग सोच रहे हैं मेरी पत्नी कुसुम एक चुदॆल टाइप की लड़की हैं। तो मैं आपको बताना चाहता हूं। हर लड़की कुसुम की तरह ही होती है। हर लड़की की सेक्स इच्छा कुसुम की तरह ही होती है। लेकिन लड़की की जब शादी हो जाती है तो वो अपनी सेक्स इच्छा दबा लेती और पति की इच्छा से सेक्स करती है। कुछ पति मेरी तरह अपनी पत्नी की इच्छा की कदर करता है। लेकिन कुछ सिर्फ अपनी इच्छा के हीसब से सेक्स करते हैं। पत्नी इसलिय कुछ नहीं बोलती क्यूंकि उसके पति उसे चुदैल न समझे।
अगर आपको ट्रस्ट नहीं है तो आप गर्लफ्रेंड बनाये फिर उसके साथ सेक्स करिए तो आप समझ जाएंगे आपकी गर्लफ्रेंड भी अपने शरीर के तीनो छेदो में सेक्स करने के लिए तैयार हो जाती है। आज कल लड़के और लड़कियां लव मैरिज करना पसंद करते हैं कयो की लव मैरिज में शादी से पहले ही कपल जिस्म के तीनो छेदों का भोग कर लेते हैं। वो ओरल सेक्स, एनल सेक्स, और योनि सेक्स का पूरा मजा लेते है। पर जब ऐसे कपल शादी करते हैं तो उनकी शादी लंबी नहीं चलती है। कयकी शादी के पहले ही पत्नी को ओरल सेक्स, गुदा सेक्स की आदत पड जाति है पर पति केवल योनि संभोग ही करता है। जिससे अक्सर झगड़ा होने लगता है। आप लोगो ने सुना होगा लव मैरिज जब टूटती है तो अक्सर लड़की एक ही वजह बताती है की मेरी शादी के बाद अब पहले जैसा प्यार नहीं रहा। मतलब पहले की तरह सेक्स लाइफ नहीं रही।
मै कुसुम का अंदाज देखकर खुश हो गया और कुसुम को vasline की शीशी देकर बोला इसे लगा लो। उसने vasline निकल कर अपनी अगुली में लेकर अपनी टांगे चोड़ी कर अपनी गुदा में लगाने लगी। मेरा लिंग एक दम तना हुआ था। फिर घोड़ी की स्टाइल में बैठ गई। में जमीन पर खड़ा होकर उसकी गुदा में लिंग घुसाने लगा टोपा गया ही था की वो जोर से चिल्लाई में रुक गया मैंने कहा क्या हुआ वो बोली रेहन दो दर्द हो रहा है। मेने कहा ठिक है।
फिर वो शांत थी में कंडोम को निकलने ही वाला था की वो बोली एक बार ट्राई और करे। मैंने कहा ठीक है। फिर मैंने अपने हाथों से बहुत सारी vasline लेकर उसकी गुदा में लगा दी। और उगली से अंदर बहार कर के होल को देखने लगा। थोड़ी देर उन्गली करने के बाद में पुचा अब करू वो बोली हा। फ़िर मैंने लिंग उसकी गुदा में डालकर हिलने लगा। 5-6 मिनट धीरे-धीरे हिलते हुए मेरा वीर्य निकल गया और मैंने धीरे से अपना लिंग निकला तो कुसुम की गुदा में से टट्टी भी निकलनॆ लगी। मेरे लिंग भी टट्टी से खराब हो गया था।
कुसुम बोली ये क्या हुआ हम दोनो की हंसी छूट गई.कमरे में बदबू भर गई। वो धीरे से उठी और चूतर टेढे करते हुए चल रही थी। मेने पुचा ये चाल को क्या हुआ ऐसे टेढ़ी क्यो चल रही हो। वो कराहती हुई बोली आप ने जो गांड मार दी मेरी.मुजे इतनी हसी आई क्या बताउ। फिर सब साफ करने के बाद हम दो नंगे ही एक दोसरे से चिपक कर सोने लगे। वो अपना बंद आंखों से ही मुझसे बोली अब दोबारा नहीं करेंगे। मेने पुचा क्यो क्या हुआ। उसने कहा ऐसा लग रहा है जैसा अभी भी कुछ गुदा में फसा हुआ हो, मैंने कहा मतलब तो वो बोली मतल जब टट्टी करते है और टट्टी अटक जाए। में कैसे बताउ में तुम्हारे को कुछ अजीब सा लग रहा है पाद भी एकदम से निकल रहा है जैसा हवा गुब्बारे में से निकल जाती है।
मैंने कहा दर्द भी हो रहा है क्या वो बोली दर्द तो इतना नहीं है। पूरी गुदा चिकनी सी है। कुछ रिस रहा हो। मैंने कहा vasline की वजह से ऐसी चिकनी लग रही होगी। मैंने कहा ये बताओ कि मजा आया की नहीं वो बोली मजा तो आया ऐसा लगा जैसा गुदा में गुदगुदी हो रही थी। मैंने कहा योनि में और गुदा में कुछ अंतर था वो बोली योनि में ऐसा महसूस होता जैसा कुछ नरम सी रॉड अंदर जाति रहे। लेकिन गुदा में ज्यादा अंदर लेने पर उतना मजा नहीं होता। मेने पुचा ज्यदा मजा किसमे आया वो बोली मुझे नहीं पता सोने दो। मैंने कहा बस ये बताओ तुम् खुश हो, उसने कहा मैं खुश हूँ। और मुझे किस करते हुए टाइट हग करते हुए सोने लगी।
हमारी गुदा सेक्स लाइफ की शुरुआत हो गई थी। अब हम सप्ताह में एक बार गुदा सेक्स करते हैं। आप में बहुत से लोग अविवाहित होंगे में उन्हें बताना चाहता हूं। की मैरिड लाइफ में सेक्स वीक में 1-2 बार ही होता है। क्यूंकी लाइफ में जिम्मेदारी ज्यादा हो जाती है।
जारी है…….