Update 23
साक्षी – ए तू जा पहले अपने गुबार को मना ले वर्ना मैं अन्दर चली जाऊंगी।
तनु – तूने तो इसे मना लिया , साक्षी।
साक्षी – 2 घंटे से मना रही तब मानी वर्ना ये भी गुबार बन कर बैठी थी।
तनु हस्ते हुआ अंदर चली जाती है,
अब आगे –
तनु जब अंदर जाती है, तो देखती है वीर टीवी देख रहा था।
तनु – नाराज़ हो मुझसे।
तनु – अच्छा जी हमे इग्नोर कर रहे है आप ज़रा हम भी तो देखे कब तक हमे ऐसे इग्नोर करते हैं।
ये कह कर तनु वीर के बगल बैठ जाती है और वीर उसे इग्नोर कर के टीवी देखता है।
तनु इतना भाव रुको अभी बताती हूं रुको।
वीर – हा जाओ, मेरी और 2 वाइफ है वो मुझे नहीं मना करेंगी, जाओ हू।
ये सुन कर तनु हस देती है और कहती है,”अरे बाप रे इतना गुस्सा अपनी तनु से”
तनु – मैं भी देखू कैसे दूर रहते हो।
ये कह कर तनु खड़ी होती है और अपना साडी उतार देती है और और ब्लाउज और पेटिकोट में आ जाती है।
तनु – साड़ी बड़ी गंदी हो गई थी।
तभी तनु अपना ब्लाउज उतारने लगती है और अपनी तिरछी नज़र से देखती है तो वीर उसे ही घुर रहा था जैसे अभी ही खा जाएगा।
और अब तनु बस ब्रा में और पेटिकोट मैं होती है ये देख कर के वीर बस तनु को घुर रहा था और खड़ा हो जाता है।
तभी तनु कहती हैं ,” बाबू क्या हुआ ये भी उतार दूं, हो जाए एक राउंड जल्दी से वैसे भी आपकी ही तो हूं ना”
ये सुन कर वीर हड़बड़ा जाता है और वापिस बैठ जाता है और तनु वही ब्रा मैं और ब्लाउज मैं ही गिर पड़ती है और हस्ते हुए।
फिर वो खड़ी हो कर कहती है अरे मैं भूल गई थी आप तो गुस्सा हैं, हा चलो अब जल्दी से साड़ी पहन लेती हूं।
तनु एक नई साड़ी निकाल लेती है और पहन लेती है।
तनु – क्या देख रहे हो।
वीर – मूवी
तनु – मूवी मेरी कमर मैं चल रही है क्या।
वीर वापिस अपनी नज़र टीवी पर गड़ा देता है और तनु हस्ते हुआ अंगड़ाई लेने लगती है और जब वो अंगड़ाई ले रही थी तो वीर की नज़र तनु की क़मर पर पड़ जाती हैं, दूध जैसी उसकी कमर और उस पर पतली से कमरबंद।

तभी वीर बस उसे ही देखे जा रहा था और उसकी नज़र का पीछा करते हुए तनु देखती हैं तो कहती है सुनिए जी
वीर- हा
तनु – आप गुस्सा है, ऐसा नहीं देखते कुछ कुछ हो जाएगा आपको।
वीर- कौन गुस्सा है
तनु – अरे आप गुस्सा था ना
वीर – न न नही तो मेरा मतलब हा
तनु मन ही मन हस रही थी और तनु उठ कर वीर के जस्ट बगल बैठ जाती है और वीर धीरे से उससे सट जाता है
तनु वीर की इस हरक़त से स्माइल करने लगती है।
तभी वीर की ओर तनु देखने लगती है और उसके ओर आगे बदने लगती है , और वीर को लगा तनु उसे किस करेगी तो वो अपनी आंखो को बंद कर लेता है।
थोड़ी देर में वीर को कुछ फील नहीं होता तो वो आंखो को खोल कर देखता है तो तनु बस रिमोट लेने आई थी।
वीर अब और गुस्सा हो जाता है और तनु के हाथ से रिमोट ले लेता है और उसका मुंह अब पूरा लाल हो गया था पकोड़े जैसा नाक फुली हुई थी।
और ये देख कर तनु बड़ी मुस्किल से हसी रोक पाई , अगर वो हस देती तो सब खराब हो जाता है।
तनु मन मैं कहती है देखू तो कितना दूर रह पाते है हमसे, पत्नी हूं तुम्हरी, तुम्हे अच्छे से जानती हूं बच्चू कैसे मनाते है , प्यार ऐसे ही नहीं हो गया है आपको हमसे।
तनु स्माइल करती है और वीर से कहती है “क्या हुआ रिमोट दे दो”
वीर – मुझे ये देखना है।
तभी साक्षी और अनु अंदर आती है और वीर से कहती है ये क्या देख रहे हो वीर।
वीर – मुझे पसंद है
साक्षी – तुम्हे नापतोल का एडवरटाइजमेंट पसंद है।
वीर – क्या फिर वो हड़बड़ा कर कहता है हा मुझे पसन्द है लेना है अपने लिए ये
अनु – तुम्हे स्पोर्ट ब्रा लेनी है अपने लिए

चलो ठीक है साइज बताओ बुक कर देती हूं मैं
वीर अब जल्दी से चैनल बदल लेता है और साक्षी और अनु हसने लगती है और तनु बस मुस्करा रही होती है क्युकी उसे तो अच्छा से पता था वीर तो उसे देखे जा रहा था।
वीर अब बाहर आ जाता है।
अनु – अच्छा आओ गुस्सा मत हो स्पोर्ट्स ब्रा मत पहनना , आओ अंडरलाइन वाली ब्रा दिला दूंगी, आओ मेरा साइज हो जाए तो लेते जाओ आओ।
ये सुन कर तनु और साक्षी हसने लगती है।
साक्षी – तनु कामिनी मानने आई थी या और गुस्सा दिलाने।
तनु उसको और अनु को सारी बात बता देती है और अनु कहती है दीदी मजा आता होगा ना।
साक्षी – तू उसके साथ बाहर जा खाने के लिए कुछ लेती आना इसी बहाने।
तनु – हा ये सही रहेगा अकेले रहूंगी तो और मजा आएगा
वही ये सब सुन कर अनु कुछ सोचती है और मुस्कुराते हुए बाहर आ जाती है, और जैसे ही बाहर आती है वीर पर उसकी नज़र पड़ जाती है, वीर उसको देख कर उसके पास जाता है और तभी अनु उसको देख कर कहती है क्यो तुमसे कहा था कुछ दीदी को मानने को तुम जरा भी नही माने हा
वीर – आज पक्का मना लूंगा , अब एक हग कर लेने दो प्लीज
अनु – जी नहीं, बेशर्म वैसे भी मुझे अच्छा से पता है तुम्हारी दोनो वाइफ भाभीं है एक मैं ही हूं पतली कमरिया इसी लिया इतना उछल रहा है तू मेरा काम करो वर्ना सच्ची बता रही में क्राइम पेट्रोल मैं अगला एपिसोड तेरा आएगा।
वीर – क्या आएगा
अनु – गुस्साई पत्नी ने किया पति का कतल
वीर – ही ही ही ही
अनु – हस मत बंदर
तभी ये दोनो आगे बात करते की बाहर तनु और साक्षी आ जाती है, और इन दोनो को देख कर इनके पास आती है और साक्षी कहती है वीर तनु के साथ जा कर तू बाहर से खाना लेता आ और कुछ कपड़े लेते आना हम सब के लिए
वीर मान जाता है और तभी काव्या भागती हुई आती है और कहती उफ आप लोग भी ना मम्मी रुको मैं तैयार होती हूं, जल्दी से।
इतना सुन कर सब हस देते है तभी उसको पीछे से अनु पकड़ लेती है और कहती है क्यो बच्चू

इन सब को जाने दो आप और मैं कार्टून देखते है कोई रोकने वाला नहीं क्या कहते हो।
काव्या खुस हो कर कहती है अच्छा मम्मी आप अकेले जाओ
तभी ये दोनो निकल पड़ते है और तनु कार में आ कर बैठ जाति है और वीर उसको देख रहा होता है और तनु कहती है “क्या कार अपने आप चलेगी”
वीर कार ले कर निकल पड़ता है और दोनो जल्दी से एक होटल में रुकते है, वीर कुछ कहता उसके पहले तनु अंदर जानें लगती है और तनु को सब घूर घुर कर देखने लगते है और उसके जिस्म के खुशबू किसी को भी पागल करने के लिए बहुत थी।
तभी वीर ये देख कर के तनु का हाथ पकड़ लेटा है और तनु भी कस कर के थाम लेता है और वीर एक टेबल पर आ का बैठ जाता है और तनु उसका हाथ पकड़ हुए देख रही थी
तनु मन मैं कहती है मुझे आपको मानना आता है बच्चू।
तनु को वीर भी घूर रहा था और वीर को ऐसे घूरते देख तनु हस देती है और सब के सामने उठ कर वीर की गोद मैं बैठ जाती है।
और अब ऐसे वीर जब देखता है तो तनु उसकी आंखो में देख रही होती है।
वीर को अब बहुत अच्छा लग रहा होता है आज पहली बार उसे ऐसे प्यार का अनुभव हो रहा था, पहली बार वीर को किसी ने इतना प्यार का अहसास दिलाया था।
तनु – नाराज़ हो हमसे
वीर – नहीं, बस थोड़ा बुरा लगा।
तनु – सॉरी, देखो आपकी जान ऐसे सॉरी बोल रही है ना

वीर – ही ही ही ही कोई बात नहीं लेकिन ऐसे मुझसे गुस्सा क्यो थी, मैने क्या किया था तुम्हारा, मैं तो बस तुमसे प्यार करता हूं , तुम्हे पता है मैं तुमसे प्यार करता हू
तनु – सोरी ना, वो मैं तुमसे कुछ छुपा रही थी और प्यार करते करते उगल दी, इसलिए गुस्सा लग गई , मैं भी चाहती हूं गुस्सा ना हू लेकिन मैं चाह कर भी अपने आप को नहीं बदल सकती।
वीर – तो मत बदलो ना, मैं तुमसे ऐसे प्यार करता हूं जैसी तुम हो, बदल कर प्यार करूंगा तो वो प्यार थोड़ी होगा, तुम जैसे हो हमे पसंद हों , वैसे भी अगर मैं तुम्हारे बारे मैं सब जान गया तो भी मुझे फर्क नहीं पड़ेगा
तनु – पक्का फरक नहीं पड़ेगा
वीर – प्यार करती हो हमसे
तनु – जान से ज्यादा करती हूं
वीर – तो प्यार मेरी तुम तो मेरी वाइफ हो अगर प्यार है तो मुझे तुम जैसी हो एक्सेप्ट हो बस मेरी हो वैसे भी अब तो मेरी वाइफ बन गई हो अब तो झेलना पड़ेगा ना।
तनु – awww कुत्ते झेलने पड़ेगा , रुको बताती हूं
वीर तभी उसकी कमर जकड़ लेता है और तनु से नज़रे नहीं मिलाता
तनु – वैसे अब बताओ क्या बात है।
वीर – कुछ तो नही
तनु – तुम्हे पता है अगर तुम अपनी वाइफ को छोड़ कर कही भागने का प्लान है तो उसे वही भूल जाना वर्ना वापिस खीच के लाउंगी और बहुत मरूंगी।
वीर – केकेके क्या मतलब
तनु – मुझसे कुछ छिपा नहीं सकते बच्चू, मैं तुम्हारी वाइफ हूं समझे पहला प्यार बेशक साक्षी से बहुत करीब हो लेकिन मैं यहां रहती हूं (उसके दिल पर उंगली रखते हुआ)
वीर – हा
तनु – वैसे साक्षी और अनु हम सब से इतना प्यार करने के लिए शुकिया हम सब को जीना सिखाना के लिया बहुत बहुत थैंक्यू पति जी अब हम सब आपके हो गया।
वीर – हा
तनु – अब बताओ
वीर – मतलब
तनु – तुम्हारी पत्नी हुं, जानती हूं तुम्हे अच्छा से साक्षी और अनु के टाइम अगर तुम्हारा नियत ना बिगड़े तो समझती हूं , लेकिन मैं स्पेशल हूं, अगर मेरी टाइम नियत ना बिगड़े मतलब कुछ बात है।
वीर – मुझे नहीं पता हटो मेरे ऊपर से
तनु – बताओ
वीर – बहुत अजीब हो रहा हमेशा कोई न कोई मेरा पीछा करता रहता हैं , मुझे मारने की कोशिश करता है मैं तुम्हारे साथ रहना चाहता हूं हमेशा लेकिन वो मुझे मार देंगे मैं तुमसे बहुत प्यार करता हूं तनु , साक्षी और अनु की बकिती कुछ नहीं भुला मैं।
तनु वीर की आंखो में देखती है और उसकी आंखो से आसू पूछती है और कहती है इतना सब कुछ दिल में दबाए बैठे थे हा
वीर – हा
तनु – तुम कही नहीं जाओगे, मतलब कही नहीं वैसे भी तुम्हे क्या लगता है तुम्हारी तनु नॉर्मल है।
वीर बस टूक टुकी लगाए उसे देख रहा था।
तनु – प्यार करती हूं तुमसे तुम्हारी साक्षी और तनु के होते तुम्हे कौन छू लेगा, मैं अभी कुछ बता नहीं सकती बट यकीन करो मेरा कोई तुम्हे कुछ नहीं कर सकता समझें।
वीर – कभी कभी तुम्हारी बात पहेली जैसी लगती है, लेकिन तुम जैसी भी हो हमे पसन्द हो इसीलिए तुम मुझे पसंद हो।
तनु – हा हा पता है तुम्हारी पहली नज़र से ही देख रही हूं चुपके चुपके मुझे घूरते था, साक्षी के साथ गांव आए थे तब भी मुझे घूर रहे थे, तुम्हे क्या लगता है मुझे पता नहीं होता था।
वीर उसकी बात सुन शरमा जाता है
तनु हस्ती है और कहती है बता दूं साक्षी को की जब इसे पता नही था की मैं इसकी वाइफ हूं तब से लाइन मार रहा है चुपके चुपके घूरता पीछा करता।
वीर – नही प्लीज़ मत बताना
तनु – ही ही ही ही ही पागल
तभी तनु की आंख लाल हो जाती है और कहती है प्रोमिस आपको कुछ नही होने दूंग
वीर – देखो मैं नहीं जानता तुम क्या हो लेकिन इतना तो बहुत पहले से जानता था कि तुम नॉर्मल नहीं हो लेकिन बस मेरा साथ मत छोड़ना शायद आगे कुछ ऐसी बात निकल कर आए जिससे सब हमसे दूर हो जाए और हमे पापी बोले , लेकिन तुम साथ देना मेरा।
तनु – पत्नी हूं तुम्हारी समझे अब जो भी होगा पत्नी ही रहूंगी समझे मिस्टर sid
तनु – अब बस चुप मेरे हो बस मुझे पता है तुमने कुछ हिंट दिया साक्षी को ले कर लेकिन अब तो पति हो तो चिल मैं स्भाल लुंगी लेकिन अच्छा लगा सुन कर मैं पहली पत्नी हूं।
वीर की आंख नम हो गईं उससे इतना प्यार का अहसास तनु ने दिलाया था।
तनु उसके ऊपर बैठ कर उसे अपने सीने मैं लगा लेती है और मुस्कुराती है

तनु – पागल चुप ऐसे उदास नहीं होते ना अब तो हसने के दिन है अब हर रात सुहागरात और दिन बस बेड तोड़ देना है हम दोनो को मिलकर, अब बाहर नहीं जाना आपको
वीर – पहला कौनसा जाने देती थी।
तनु – ही ही ही एक बार सब ठीक हो जाए फिर जाने देना।
वीर – तुम्हे कैसा पता था की मेरे ऊपर खतरा है।
तनु – शाह

प्यार करो बस बाकी चीज टाइम के साथ जान जाओगे लेकिन तुमसे बहुत प्यार करती हूं , तुमने प्यार का अहसास दिलाया हमे।
तनु – अच्छा जी मतलब मैं संभाल लुंगी तो तुम अपना डंडा चुभाने लगे।
वीर – आई लव यू
तनु – आई लव यू टू पागल तुम्हे भी मानना कोई आसान काम नही है।
तनु मन मैं सोचती है तुम सच में बहुत प्यारे हो वीर तुम हर पल मुझे एहसाह दिलाते हो प्यार की तुम नई नई वजह देते हो प्यार की “कभी बेटी को अपना कर , कभी प्यार जाता कर , कभी गुस्सा सह कर, अभी तुम्हे पता है मैं इंसान से बड़ कर कुछ हूं तुम्हे फिर भी फर्क नहीं पड़ा और कुछ जानना नहीं है”
तनु – तुम्हे तो कभी प्यार की कमी नहीं होने दूंगी पागल लड़का
वीर – सुनो
तनु- क्या
वीर – कार मैं प्यार करोगी
तनु – धत
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रचन – खाना अच्छा था ना।
अंजली – हा बहुत अच्छा था, क्यो।
रचना – चलो अब घूमने चलते है रात को फिर तुम्हे सब बता दूंगी अपने बारे मैं बस मेरा साथ मत छोड़ना
अंजलि – चलो
रचना – अंजलि चलो मेरी कार से चलते है इस टाइम कोई बॉडीगार्ड नहीं रहते।
अंजली – अच्छा चलो
रचना – ही ही ही ही चलो
अंजलि – बहुत खुश हो।
रचना – बचपन का सपना था, अब पूरा होने की उम्मीद जगी है
अंजलि – प्रोमिस होगा।
रचना – चलो फिर चलते है
अंजली और रचना घूमते घूमते एक घर के पास आ गया।
अंजलि यहां क्यों रोक दी कार
रचना – चलो ना अंदर
अंजली – पता नहीं ऐसा क्या सरप्राइज़ देना है आपको
रचना – प्रोमिस आपको disappoint नही करूंगी
अंजली अंदर जाती है तो उसके सामने रोहित और लड़की बैठे होते है
रचना जल्दी से गेट बंद कर देती है।
रचना – वेलकम मिसेज वीर अंजली
अंजली अपनी नम आंखों से रचना को देख रही थी
रचना – कामिनी औकात दिखा दी अपनी
अंजली कुछ और कहती उसके पहले रूही उसके पास भागते हुए आती हैं
रूही – दीदी मुझे बचा लो दीदी ये मुझे मार देंगे दीदी , मेरा बेटा को मार देंगे दीदी
इससे पहले कुछ और कहती रूही रचना ने बंदूक से हवा में फायर किया
ही ही ही ही ही ही
“गेम शुरू हो चुका है अंजली मेरे भाई को मार दिया कामिनी अब तेरी बारी”