You dont have javascript enabled! Please enable it! पिता की मौत के बाद मेरी आत्मा मेरे पिता के शरीर में घुसी – Uodate 15 - KamKatha
पिता की मौत के बाद मेरी आत्मा मेरे पिता के शरीर में घुसी - Erotic Incest Story

पिता की मौत के बाद मेरी आत्मा मेरे पिता के शरीर में घुसी – Uodate 15

अपडेट 15

तनु – अभी तो पार्टी शुरू हुई है वीर

नेक्स्ट सीन

“हा भाई वीर का गेम बजा डाल” ऊपर से ऑर्डर है रमेश भाई ने बोला है।

लेकिन उन्हें क्या पता था उनकी ये कॉल अंजली बैठी सुन रही थी।

अंजलि – now game start ramesh

अब आगे

महेश – अबे भाई रमेश भाई ने बोला है , वीर नाम के बंदे का गेम बजाना है।

रोनी – वो तो ठीक है, हमसे नहीं मतलब अपने को पैसे से मतलब है वो रोकड़ा देगा तो , काम शुरू होगा अपना।

महेश – में बात करता हूं, रमेश से तू तब तक वीर पर नज़र रख , सुना है वो भोसड़ापुर , गांड़ चौराहा मैं रहता है।

रोनी – में अपने शूटर लगा देता हूं, पैसे मिलते ही काम हो जाएगा।

इधर अंजली ये सुन कर खड़ी होती है और एक उसके पास एक कॉल आती है।

लडकी – हेलो मैम , जैसे अपने बोला था मैने सब पता कर लिया है, रमेश की एक बेटी है जिसका नाम दिव्या है, जो स्कूल की टीचर है।

अंजली – ओह और कुछ इंफोमेशन

लड़की – रमेश इसके साथ नहीं रहता ये अकेली रहती है, क्युकी रमेश को डर है कि इसके साथ रहने पर इसे कुछ हो ना जाए, लेकिन ये बहुत सीधी हैं बेचारी अकेली रहती है लेकिन डरती रहती है।

अंजलि – एड्रेस मुझे भेज इसका।

लडकी – लेकिन दीदी केयरफुल रहना ।

**********

राजेश – अबे मैडरचोद तेरे चक्कर में मेरी साक्षी भी नहीं मिली और ना अनु।

रमेश – लन्ड सी सकल के, मुझे कोनसा दोनो मिल गई , लेकिन अब तू देख पैसे मिल गया, कब बहुत जल्द वीर का गेम बजाना पड़ेगा, और वैसे भी वो वीर तो रहा नहीं और इस वीर से हमे लन्ड फरक नहीं पड़ता।

राजेश – हा साला वो वीर साला आग था जो किसी को भी जला के राख कर देता , हम साले का एक्सीडेंट करवाने में सारी हालत बिगड़ गई।

रमेश – आज ही वीर का गेम बजेगा और फिर अनु और साक्षी अपनी हर रात रंगीन करेंगी।

राजेश – और तनु

रमेश – भोंसड़ी के उसकी तरफ देखना भी मत , वर्ना वो जिंदा गाड़ देगी, साली इंसान है या डायन पता नहीं सुंदर इतनी है, लेकिन हर बार कुछ ना कुछ हो ही जाता है, उसके रहते कुछ हो ही नहीं पता।

राजेश – कही वो कुछ राज तो नहीं छुपा रही।

रमेश – मुझे ये सब तो नही पता लेकिन इतना जरूर जानता हुं, उसकी मर्जी के बिना उसे जिसने छूआ, वो कभी जिंदा नहीं लौटा।

राजेश – उसकी गुस्साई आंखे बात बात पर उसे गुस्सा आने, आखिर तुम हो क्या, तनु।

रमेश – याद है ना, जब हम दोनो ने वीर से जबरदस्ती उसे नींद की गोली दे कर सेक्स करने के लिया बोला था तो उसके बाद से वीर का दुबारा लन्ड खड़ा नहीं हुआ, और उसके अंदर जहर भी आ गया, जिसकी वजह से ये हुआ।

रमेश – छोड़ उसको बस तू इतना याद रख आज ही वीर का गेम बजेगा, सुना है मूवी देखने गया है।

**********

साक्षी मन मैं सोचती है कामिनी इतना सज कर आई है।

इधर वीर कार ड्राइव कर के मूवी थिएटर आ जाता है और मूवी थिएटर आ कर तनु और अनु बहुत खुश थी, वही काव्या तो खुशी से उछल रही थी।

वीर सब की नज़र से बच कर चुपके चुपके से तनु को ही घूर रहा था, जो आज सच्ची कहर ढा रही थी।

तनु उसकी नज़र भाप कर हस्ते हुआ आगे निकल जाती है और काव्या का हाथ पकड़े रहती है।

तनु का मूवी देखना बहुत पसंद था इसलिए वो जल्दी से आगे जा रही थी, तभी वीर ने उसको पकड़ लिया।

वीर – अरे रुको ना, थोड़ा टिकट तो लेने दो।

तनु – तो ले कर आओ जल्दी, बाद में घूर लेना।

वीर ये सुन कर चल देता है और कहता है मैं ही मदर चोद हूं, रोकने की क्या जरुरत थी।

तभी वीर टिकट लेने गया , और सब को ले कर थिएटर में गया और बहुत ही अच्छी मूवी की टिकट लिया था।

साक्षी और तनु धीरे से कहती है ज्यादा रोमांटिक तो नहीं है मूवी वर्ना दिक्कत होगी, क्युकी काव्या भी है।

वीर नहीं ज्यादा रोमाटिक नहीं है फिर सब लाइन से बैठ गया और एक वीर के आजू और बाजू तनु और साक्षी थी।

जैसे ही मूवी शुरू हुई, लाइट ऑफ हुई।

वीर ने अपना सर टर्न कर लिया तनु की तरफ़ वही तनु बेफिक्र हो कर मूवी देख रही थी।

तभी वीर की नज़र उसकी तरफ कर के उसको ऊपर से नीचे घूरता है।

खुले बाल , लिपस्टिक होठ, प्यारी सी क़मर जो किसी को भी दीवाना बना दे।

तभी वीर धीरे से अपना हाथ तनु की कमर पर रखता है और तभी तनु अपनी नज़र घुमा कर वीर को देखती है और कहती है मूवी देखो अच्छी है, मुझे तो घर पर और दिन भर देखते रहते हो।

वीर – मूवी तो मैं दुबारा भी देख सकता हूं, लेकिन चहरा और नागिन से आंखे दुबारा नहीं देख सकता, वर्ना तुम हमेशा गुस्सा रहती हूं।

तभी तनु मूवी देखने लगती है और कहती अगर मुझे देखा अब तो रात को तुम्हारे बगल नहीं सोऊंगी।

ये सुन कर वीर का खोपड़ा हिल गया और अजीब सा फेस बना कर मूवी देखने लगता है।

और भून भुनाता है बड़ी आई , में डरता हूं क्या जबरदस्ती सोना पड़ेगा, मेरे साथ।

लेकिन वीर गलती से भी तनु की तरफ नहीं देख रहा था।

तनु – मूवी के टाइम नो डिस्टरबेनेस, वर्ना मूड बदल जाएगा मेरा वैसे भी आज तुम्हारी लाइफ का बेस्ट दिन होगा ही ही ही ही, मूवी खत्म होने के पहले।

तभी वीर की नज़र बगल में बैठी साक्षी पर जाती है जो मूवी देखते टाइम हस रही थी और बहुत खुश थी।

इसका हस्त चहरा देख कर उसकी सास थम गई , और उसे वो सीन याद आता है जब हर रोज साक्षी मार खाती और रोती थी तब उसके चहरा पर नूर नहीं बस खौफ होता था।

तभी ये सोच कर वीर की आंखों में आसू आ गए था।

और वीर ने धीरे से उसके बाल सहलाए।

वही उसकी इस हरकत से साक्षी उसकी तरफ देखती है और कहती क्या है उदास क्यों हो किसी ने कुछ कहा क्या।

वीर – आपकी इस हसी और खुशी के लिए मैं बहुत तड़पा हूं, मैं राहू या ना राहू लेकिन तुम्हारी इस खुशी को कभी कम मत होने देना।

तभी साक्षी अपनी सीट से उठ कर वीर की गोद मैं बैठ जाती है और कहती है दिमाग मत खराब करो समझे।

और वही साक्षी की इस हरकत से वीर की सास तेज़ चलने लगती है और वीर का लन्ड अब साक्षी को अपनी मोटी गांड़ पर फील होने लगता है।

साक्षी – क्यो हालत खराब मेरे बैठते ही, ही ही ही।

और ये सच भी था साक्षी की हर अदा, उसे पागल कर देती थी।

साक्षी – तुम्हे शायद पता ना हो , तुम्हारी फेवरेट हूं मैं , अब ऐसे ही चुप रहो और मूवी देखो।

साक्षी – और ये डंडा गड़ाना बंद करो।

ये सुन कर वीर की सास थम गई और अब वो बिल्कुल चुप हो गया, और साक्षी हस्ते हुए मूवी देख रही थी।

अब वीर चाहे जैसा भी हो था तो वर्जिन ही उसकी गोद मैं आज उसकी मां बैठी थी जो उसकी ही पत्नी थी अब और वो भी ऐसा अहसास उसकी लाइफ में पहली बार था वीर को बहुत अच्छा लग रहा था लेकिन उसकी हिम्मत नहीं थी कुछ और करने की वो डर रहा था साक्षी की कमर भी पकड़ने में।

लेकिन वीर ये फीलिंग बहुत अच्छे से एंजॉय कर रहा था।

तभी वीर धीरे धीरे सास को और तेज होता फील कर रहा था और अब वो तुरंत साक्षी की कमर जकड़ लेता है और तेजी से नीचे से हल्का धक्का लगाता है और साक्षी के कंधे पर दात गड़ा देता है।

*आआआह्ह*

वही ये आवाज सुन कर अनु और तनु का ध्यान साक्षी पर जाता है और बोलती है क्या हुआ है तुमको तनु

साक्षी – कु कू कुछ भी तो नही मो मूवी बहुत आ अच्छी है

वही ये सब होने की वजह से वीर अब डर जाता है और उसको पता चल जाता है अगर यह कुछ किया तो दिक्कत हो जायगी।

तभी साक्षी कहती है फुसफुसाते हुए पागल हो क्या मूवी थिएटर है दिन ब दिन तुम्हारी हरकते अजीब होती जा रही है अगर कोई देख लेता तो।

वीर अब बिल्कुल चुप था उसकी जरा भी हिम्मत नहीं हो रही थी।

तभी साक्षी कहती है अच्छा डरो मत डॉट नहीं रही अब मूवी देखने दो।

तभी साक्षी देखती है की वीर के हाथ कपकपा रहे है तो वो वीर के हाथ पकड़ कर अपनी कमर पर रख लेती है और अपनी साड़ी के पल्लू से उसके हाथ छुपा लेती है।

और मूवी देखने लगती है तभी साक्षी वीर के ऊपर से हट जाती है और बगल में बैठ जाती है।

वीर साक्षी की तरफ बेबस नज़रों से देखता है

और साक्षी दूसरी तरफ मुंह कर के मूवी देखती है और मन ही मन हस रही थी, लेकिन वीर बहुत खुस था आज उसकी बचपन की क्रश उसके ही गोद मैं बैठी थी और वीर का लन्ड उसकी गांड़ के छेद के जस्ट नीचे।

लेकिन वीर भी जनता था उसका दिल की धक धक इतनी तेज लाइफ में कभी नहीं थी।

वही वीर का लन्ड जैसे ही नीचे हुआ वो उठ कर कही जाने लगा।

तनु – क्या समय पर रुक गए वीर वर्ना बहुत मार पड़ती।

तनु भी साक्षी को देखती है उसे भी पता था साक्षी, वीर के बहुत पास है, दोनो के लिए वीर का प्यार बहुत सेम था।

जब की वीर दोनो से बहुत प्यार करता था बस तरीका दूसरा है, जताने का।

तभी वीर कॉफी और पॉपकॉर्न और बहुत सी चीज खाने को ले आता है।

और काफी साक्षी को पकड़ाते हुए उसके माथे पर किस कर देता है जिसे अनु देखती है गंदी सी सकल बना कर।

तभी वीर कॉफी उसे भी पकड़ा देता है और वो भी वीर को देखती है और वीर आगे बड़ जाता है और तनु के पास आ कर उसे कॉफी और पॉपकॉर्न दे देता है और उसकी आंखों में देखते हुआ कहता है देखते हुआ खाओ।

तभी वीर फ्राई उठाता है और काव्या को जकड़ कर के खिलाने लगता हैं, और वो तनु और साक्षी को भी खिलाता है।

फिर काव्या उठ कर तनु की गोद मैं लेट जाती है।

तभी वीर नोटिस करता है को अनु बहुत अनकंफेटल हो रही थी।

तभी वीर देखता है उसके बगल कुछ लड़कों का ग्रुप था जो शायद अनु को कुछ कह रहे था।

अब अनु थी तो बहुत सुंदर पूरी साक्षी को पड़ी थी ऊपर से आज वो बहुत सुंदर लग रही थी।

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तभी वीर उसके पास आता है और उसके बगल बैठ जाता है और अपना हाथ उसके हाथ में रख कर उसको अपनी तरफ खींच लेता है।

जिससे वो झटके के साथ वीर के ऊपर आ जाती है।

और वीर अपना हाथ उसके रेड टॉप के अंदर डाल कर उसकी कमर पर रख देता है और दूसरे हाथ से उसकी जांघ को सहलाता है और अपने पैर उसके पैर पर रख देता है।

वही ये सब इतनी तेजी से हुआ की अनु की हालत पतली हो गई उसके गाल ही लाल हो गए।

तभी वो लड़का जो अनु से कब से बात करने की कोशिश कर रहा था उसकी ये देख कर गांड़ सुलग गई।

वही अनु के गाल हुए पड़े हुए था और सास तेजी से चल रही थी।

तभी वीर कहता है आराम से एंजॉय कर मूवी हम तुम्हारे पास है।

और वीर के मुंह से इतना सुन कर अनु का दिल पिगल गया और वो स्माइल करते हुआ मूवी देखने लगती है।

तभी वो लड़का अनु से कहता है डरो मत ये तुम्हे छेड़ रहा है तो बोलो हम देख लेंगे इसे।

लेकिन अभी तक जो लड़की चुप चाप बैठी थी वो देखती है उसके बगल अब साक्षी नहीं बल्कि तनु बैठी है।

तभी अनु तनु का इशारा पा कर बोलती है तुम्हे परेशान होने की जरुरत नहीं, इसका जो मन वो करे मेरे साथ।

तभी वो लड़का चुप चाप बैठ जाता है क्युकी अब वो बोलता तो कुटाई हो जाती।

तभी लडके के दोस्त कहते है अबे भाई ये तो पार्टी बदल दी।

तभी वीर उस लड़के की तरफ देखता है जो अनु को पटाने की कोशिश कर रहा था तभी वीर आगे झुक कर तनु के गले को दातों से चूमता है और काट देता है।

और अपने दोनो हाथो से उसके कमर को कस के जकड़ लेता है।

वही ये सब होने से अनु की सास तेज़ हो जाती है और उसे एक अजीब सा दर्द था लेकिन अनु को कही न कही ये दर्द अच्छा लग रहा था।

आखिर वो भी कच्ची कली थी।

तभी वीर और अनु दोनो की हालत खराब थी आखिर दो वर्जिन जो मिल गया था।

जो अनु के साथ वीर नहीं कर पा रहा था वो वो इन लड़कों ने कर दिया।

तभी वीर अपना दूसरा हमला करता है।

वीर – तुम्हे पता है 🙈 अनु तुम मेरी दूसरी वाइफ की तरह नहीं हो लेकिन फिर भी तुम बहुत स्पेशल हो मुझे बहुत पसंद है तुम्हारा गुस्सा।

वीर – तुम चाहे जितना गुस्सा हो लो मार लो , लेकिन मैं हमेशा तुम्हारे पास रहूंगा।

वही ये सब सुन कर अनु हल्का सा हस देती है।

वीर – सुनो

अनु – हा

वीर – सुनो तो बाबा

अनु – हा बोलो ना

वीर – आपके इश्क ने हमे जीना सिखाया है, जैसी भी है आप हमे बहुत पसंद है, आपका गुस्सा आपकी लड़ाई सब कुछ मेरी।

अनु ये सुन कर हस देती है और कुछ भी नहीं कहती।

अनु फिर उठ जाती है और साक्षी के बगल बैठ जाती है।

और उसके जाते ही वीर बोलता है बहन चोद जो आती है भाग जाती है।

तनु ये सुन कर हसने लगती है और उसकी हसी की वजह साक्षी और अनु भी समझ रही थी।

तभी तनु प्यार से वीर का गाल सहलाती है ।

वीर भी चुप चाप मूवी देखने लगता है और मूवी खत्म होने वाली होती है तभी तनु वीर से कहती है

तनु – ओए

वीर – हा

तनु – मैं सोच रही हूं

वीर – क्या हुआ बताओ

तनु – वैसे तुम इतने भी बुरे इंसान नहीं हो, देखो वीर मैं बहुत ज्यादा गुस्सा करती हूं, बात बात पर मार देती है, गुस्सा आता है तो कुछ नहीं देखती बस कुटाई शुरू कर देती हूं।

वीर – हा मैने फेस किया है।

तनु -(हस्ते हुआ)हा हा पता है, अच्छा सुनो

वीर – कुछ खाने को लाना है क्या?

तनु – नहीं …

वीर – फिर क्या हुआ …

तनु – वो मैं कह रही थी, जलन कैसी है सैयां जी।

वीर – यह गांड़ जली पड़ी है, तुम जलन की पूछ रही हो, लेकिन तुमको मैं कुछ नहीं होने दिया ना, ना ही होने दूंगा।

तनु – ठीक है अच्छा मैं कुछ देती हूं गिफ्ट, लेकिन मेरी कुछ शर्त है

वीर – बोलो क्या है

तनु – मेरी दात खाओगे जैसे अभी खाते हो ऐसे रोज खानी पड़ेगी।

वीर – हा मंजूर है, वैसे भी मुझे फरक नही पड़ता।

तनु – मेरी हर बात मानोगे

वीर – हा बाबा मानूंगा

तनु – मार खाना पड़ेगा।

वीर – ये भी मंजूर है,

तनु – तो मैं कह रही थी तुमसे

वीर हा बोलो

तनु उठ कर खड़ी हो जाती है और बाहर निकलते हुआ कहती है।

वीर – क्या हुआ कहा जा रही हो।

तनु मैं कह रही थी की

वीर – बोलो

तनु – मैं भी तुमसे बहुत प्यार करती हूं, बस कभी धोका मत देना,और मेरी सब बात मनाना बाकी तुम्हारी तनु ऐसे ही तुमको रोज़ सजी हुई मिलेगी।

तनु – आई लव यू वीर हमे नहीं आता था प्यार करना आपने सीखा दिया, मुझे तो पता नहीं था कुछ भी बस सब तुमने सिखाया, अब से तुम्हारी पत्नी वाला हक देती हूं , हुई मैं तुम्हारी मेरे बंदर

ये कह कर तनु भाग जाती है।

तभी वीर कुछ समझता तभी काव्या आ कर उसको हग कर लेती है और गाल पर किस करती है।

काव्या – अब खुश हो ना पापा

वीर – तुमको किसने बताया

काव्या – मम्मी बोली पापा अभी बहुत खुश होंगे तो तुम उनको पकड़ लेना।

वीर हस्ते हुआ उसको पकड़ लेता है और कहता है तुम बेस्ट हो तनु

काव्या – पापा

वीर – हा,

काव्या – पापा जाइए अपडेट दीजिए game888 भैया बोले वादा करते है तो निभाया करिए।

वीर – अच्छा लेकिन तुम्हारे भैया ने अपडेट 14 लाइक भी नही किया 🥺🥺
काव्या – अरे पापा वो कर देंगे टेंशन मत लो।
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