Update 5 A.
घर पहुंचने के बाद खाना खाया फिर छत पर चला गया । अपना favorite brand classic का कश लगाया और कमरे में थोड़ी देर आराम किया ।
जब क्लब जाने का समय हुआ तो तैयार हो कर माॅम को बोलकर निकल गया । लड़के और लड़कियों को करीब डेढ़ घंटे ट्रेनिंग देने के बाद मैं क्लब के मैनेजर कुलभूषण खन्ना के आफिस गया और उनसे जाने की इजाजत मांगी ।
” अरे आओ, आओ सागर साहब । थोड़ी देर रेस्ट भी कर लिया करो ।” मैनेजर ने अपनी कनपटी सहलाते हुए कहा ।
” जी । शुक्रिया ।” मैं उसके मेज के आगे रखे हुए आरामदायक कुर्सी पर बैठ गया ।
” क्या पियोगे । चाय या कॉफी ।”
” जी चाय ।” मैंने मुस्कराते हुए कहा ।
उसने अपने स्टाफ को चाय लाने का आर्डर दिया । फिर मेरी तरफ मुखातिब हुआ ।
” और सुनाइए । आपका क्लास कैसा चल रहा है ।”
” बढ़िया । सब ठीक चल रहा है । सभी लोग काफी agressive है ।”
थोड़ी देर ठहर कर अपनी छोटी छोटी आंखों से मुझे घुरता हुआ बोला ।
” मैंने सुना है कि आप के जीजा मिस्टर राजीव सोलंकी के गाजियाबाद वाले फ्लेट में किसी का कत्ल हो गया था ।” उसने अपने कनपटी को खिंचते हुए कहा ।
मैं हैरान हुआ । ” आप को कैसे पता ।”
” ऐसी खबरें अखबार वालों की नजर से कहा छुपती है ।”
” जी । आपने सही कहा । कत्ल मेरे दोस्त का हुआ था ।” मैंने धीरे से कहा ।
” क़ातिल पकड़ा गया या नहीं ।”
” नहीं । अभी पुलिस की तहकीकात चल रही है । मुझे पुरा विश्वास है क़ातिल देर सबेर पकड़ा ही जायेगा ।”
तभी स्टाफ चाय लेकर आ गया । हम चुप हो गए । चाय देने के बाद स्टाफ चला गया ।
मैं चाय की चुस्की ले ही रहा था कि तभी मैंने नोट किया मैनेजर की निगाह मेरी पीठ पीछे कहीं थी । मुझे अनुभव हुआ कि वहां तभी किसी ने कदम रखा था ।
” ओह ! सारी ” -” मुझे अपने पीछे से एक मधुर लड़की स्वर सुनाई दिया -“मैंने समझा आप अकेले बैठे हैं तो …”
” आओ आओ । सागर साहब अपने ही आदमी है । सागर साहब मेरी बीवी से मिलिए । और अनुष्का , ये सागर साहब है । क्लब के मार्शल आर्ट्स ट्रेनर ।’
होंठों पर एक मशीनी मुस्कराहट लिए मैं वापिस घुमा । मेरे दोनो हाथ अपने आप उपर उठ गये लेकिन इससे पहले कि वे नमस्कार की मुद्रा में जुड़ पाते , वे रास्ते में ही फ्रीज हो गये । मेरे चेहरे से मुस्कराहट उड़ गई और उसका स्थान गहरी हैरानी ने ले लिया ।
मेरे सामने वही कटे बालों वाली लड़की खड़ी थी जिसे मैंने जीजा के फ्लेट में देखा था जो एकदम से वहां से गायब हो गई थी ।
युवती की हालत भी मेरे जैसे ही थी । उसका शरीर जड़ हो गया था और चेहरे का रंग एकाएक उड़ गया था ।
मुझे लगा जैसे कि मैनेजर जान बुझ कर अपनी बीवी से मेरा सामना करवा रहा है । यदि इसे अखबारों से कतल का पता चला होगा तो जरूर उसमें उस संदिग्ध कटे बालों वाली लड़की का खबर भी छपी होगी । और शायद उसे अपनी आधे से भी कम उम्र वाली बीबी पर कोई शक वगैरह हो ।
मुझे उस वक्त युवती की हालत बड़ी दयनीय लगी ।
” नमस्ते ।” मैं बोला ।
” वेलकम मिस्टर सागर ।” उसने बड़ी कठिनाई से कहा ।
” आप लोग बातें कीजिए ” वह अपने पति से बोली ” मुझे जरा शोपिंग को जाना है ।”
और अपने पति के गाल पर किस करके निकल गई । मैंने सतर्क भाव से मैनेजर को देखा । वो अपलक बीबी को जाते देख रहा था ।
मैं भी चेयर से उठा और मैनेजर से जाने की अनुमति मांगी ।
मैं अभी क्लब के गेट के बाहर कदम रखा ही था कि मैनेजर की बीबी अनुष्का लपक कर मेरे सामने आई ।
” शुक्रिया ‘ वह बोली ।
” किस बात का” ?
” तुम जानते हो ”
” एक बात बताइए ”
” जल्दी पुछो ”
” क्या कत्ल आपने किया है ”
” ओह माई गॉड ! नो ”
” तो क्या लाश वहां पहले से मौजूद थी ”
” हां ” । और अगर मैं बाथरूम नहीं जाती तो मुझे न जाने कब तक लाश के बारे में पता ही नहीं चलता । मैं वहां एक लाश के साथ ! ” उसके शरीर ने जोर से झुरझुरी ली ।
” लाश को देखकर आपने क्या किया ”
” मैंने क्या करना था । मैं तो वहां से निकलने ही वाली थी कि तुम आ गए थे ”
” एक बात बताओ क्या आप के पति को आप पर शक है ‘
वो कुछ नहीं बोली ।
” क्या आपके राजीव सोलंकी से अफेयर है ”
वो फिर चुप रही ।
” अगर आप अपने आप को एक कत्ल के केश में फंसा हुआ नहीं देखना चाहती है तो सच बोलिए ”
” क्या हम बाद में हम बातें नहीं कर सकते हैं ” वो जैसे याचना करते हुए बोली ।
” क्यों नहीं । जरुर ”
” तुम अपना मोबाइल नंबर दो । मैं तुम्हें बाद में contact करती हूं ” वो बोली ।
मैंने उसे अपना नम्बर दिया और वो जल्दी से वहां से निकल गई । मैंने भी अपनी बाइक घर की तरफ मोड़ ली ।